City Headlines

Home national उत्‍तराखंड में फिर पांंच दिन भारी बारिश होने की चेतावनी

उत्‍तराखंड में फिर पांंच दिन भारी बारिश होने की चेतावनी

मालन नदी का पुल टूटा, कोटद्वार से सम्पर्क कटा, सचिव बोले-जांच की जाएगी

by City Headline
rain, road, nh, state highway, ahmedabad, torrential rain, train, operation, traffic

देहरादून। उत्तराखंड में मौसम अभी राहत देने के मूड में नही है। मौसम विभाग ने गुरुवार को एक बार फिर पांच दिनी भारी बारिश की चेतावनी दी है। इसमें प्रदेश के सभी जनपद शामिल हैं। रेड अलर्ट के साथ-साथ लोगों को बहुत सतर्क रहने को कहा है।
चेतावनी के साथ रेड अलर्ट 
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. बिक्रम सिंह ने आज बताया कि 13 और 14 जून को उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग और 13 जून को पिथौरागढ़, बागेश्वर, अल्मोड़ा को छोड़ दिया जाए तो प्रदेश के सभी 13 जनपदों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी है। रेड अलर्ट के साथ-साथ लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है।
नदी-नालों के करीब रहने वाले सावधान रहें
मौसम विभाग के अनुसार 13 से 17 जुलाई तक संवेदनशील इलाकों में कहीं-कहीं हल्के, मध्यम भूस्खलन और चट्टान गिरने के कारण सड़कों, राजमार्गों के अवरुद्ध होने और निचले क्षेत्रों में जलभराव के कारण स्थिति काफी कठिन रहेगी। उन्होंने चेतावनी दी है कि नदी नालों के समीप रहने वाले और बस्तियों के लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है। मौसम विभाग ने आग्रह किया है कि इन दिनों सुरक्षित स्थानों का आश्रय लें। पेड़ अथवा अन्य हल्की सुरक्षा से लेने से बचें ताकि किसी प्रकार की क्षति न हो। किसानों को सलाह दी गई है कि वह पकी और निकालने वाली फसलें सुरक्षित कर लें।
बुधवार को 16,800 यात्री चारधाम पहुंचे 
राज्य आपदा परिचालन केन्द्र के अनुसार बुधवार को 16,800 यात्रियों ने चारधाम में उपस्थिति लगाई। इनमें बद्रीनाथ में 5828, हेमकुंड में 454, केदारनाथ में 6010, गंगोत्री में 3241, यमुनोत्री में 1267 यात्री पहुंचे हैं। क्रमिक यात्रियों की अब तक संख्या 3521983 हो गई है। प्राकृतिक रूप से हुई दुर्घटनाओं में मौतों की सूचना 18 और घायलों की सूचना 19 है। इनमें देहरादून में 3 मरे तीन घायल, उत्तरकाशी में 4 मरे 10 घायल, रुद्रप्रयाग में 2 मरे एक घायल, पौड़ी में एक घायल, हरिद्वार में एक मृत्यु हुई।
सड़क दुर्घटनाओं में अब तक 32 की मौत 
इसी तरह सड़क दुर्घटनाओं में अब तक 32 लोग मारे गये हैं और 120 घायल हुए हैं। नदियां खतरे के निशान के आसपास बह रही है। ऋषिकेश-बद्रीनाथ मार्ग खोलने की कार्यवाही जारी है। यही स्थिति अन्य मार्गों की भी है जो बंद है उन्हें खोलने की कार्रवाई की जा रही है।

मरम्मत के लिए शासन को भेजा था पत्र
देहरादून। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार क्षेत्र से बारिश और बाढ़ से भयानक विभीषिका सामने आयी है। बाढ़ के पानी के सैलाब के कारण प्रदेश के कोटद्वार-लालढांग हरिद्वार रोड पर मालन नदी में बना पुल तेज बहाव के कारण टूट गया है। इस पुल टूटने से सिडकुल और भाबर का क्षेत्र कोटद्वार से संपर्क कट गया है। इससे लगभग 50 हजार आबादी का कोटद्वार मुख्यालय से सम्पर्क टूट गया है।यह पुल पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूडी के कार्यकाल में बनाया गया था।

सचिव पंकज पांडेय ने बताया कि उन्हें कोटद्वार के जिलाधिकारी के माध्यम से मालन नदी पर बने इस पुल के एक हिस्से के क्षतिग्रस्त होने की जानकारी मिली है। यह पुल कितना टूटा और किस कारण से टूटा इसकी जांच की जाएगी कि पुल को कितना नुकसान हुआ है और इसमें क्या लागत आएगी? अभी तो वहां लोगों की आवश्यकता के अनुसार जो भी जरूरी है, उसके लिए बंदोबस्त करना शासन-प्रशासन और विभाग की पहली जिम्मेदारी है। इसके लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।

उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की टीम मौके पर मौजूद है। राहत और बचाव कार्य जोर-शोर से शुरू कर दिए गए हैं। इस हादसे को लेकर वहां पर लोगों भीड़ एकत्र है, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस फोर्स लगाया गया है। ताकि कोई हादसा न हो पाए।

मालन नदी पर बना यह पुल मुख्यमंत्री बीसी खंडूडी के कार्यकाल में बना था। यह पुल 2011- 12 में 25 करोड़ की लागत से बना था। पुल के मरम्मत और पुश्ते लगाने के लिए काफी दिनों से स्थानीय विधायक और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने शासन को पत्र लिखा था, लेकिन मरम्मत और पुश्ते लगाने के लिए शासन का इस पत्र की तरफ कभी ध्यान नहीं दिया गया, जिसकी वजह से यह पुल आखिरकार धाराशायी हो गया।