मऊ। उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसभा का उपचुनाव काफी चर्चा में है। इस सीट के लिए पिछले छह वर्ष में आज मंगलवार को चौथी बार मतदान हो रहा है। इसके अलावा लोकसभा चुनाव से पहले इस उपचुनाव को उत्तर प्रदेश की चुनावी राजनीति के लिए भी अहम माना जा रहा है।
वर्ष 2017 में विधानसभा के आम चुनाव में घोसी सीट से भाजपा के उम्मीदवार फागू चौहान ने विजय हासिल की थी। उन्होंने मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को चुनाव हराया था। जब फागू चौहान बिहार के राज्यपाल नियुक्त हुए तो उनके इस्तीफे के बाद वर्ष 2019 में उपचुनाव हुआ। इस उपचुनाव में भाजपा के विजय राजभर ने सपा उम्मीदवार सुधाकर सिंह को पराजित किया था।
इसके बाद वर्ष 2022 में जब विधानसभा का आम चुनाव हुआ तो योगी सरकार में मंत्री रहे दारा सिंह चौहान ने भाजपा से इस्तीफा देकर सपा के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा और भाजपा उम्मीदवार विजय राजभर को हराकर जीत हासिल की। लेकिन, एक साल बाद ही दारा सिंह चौहान ने विधानसभा और सपा से इस्तीफा देकर पुनः भाजपा में शामिल हो गए। इस तरह इस सीट पर पिछले छह साल में ही आज चौथी बार मतदान हो रहा है।
वर्ष 2022 के चुनाव में जब दारा सिंह चौहान ने सपा के टिकट पर यहां का चुनाव जीता था, उस समय ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) भी सपा के गठबंधन में थी। लेकिन, आज के उपचुनाव में स्थितियां बिल्कुल अलग हैं। इस समय ओमप्रकाश राजभर भाजपा गठबंधन के साथ हैं। ऐसे में यह उपचुनाव दारा सिंह चौहान और ओमप्रकाश राजभर के सियासत की अग्नि परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है। साथ ही लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों द्वारा गठित आईएनडीआईए गठबंधन के लिए भी आज का मतदान लिटमस टेस्ट साबित होगा।
इस उपचुनाव में हालांकि कुल 10 उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा के दारा सिंह चौहान और समाजवादी पार्टी के सुधाकर सिंह के ही बीच है। कांग्रेस ने सपा को अपना समर्थन दे रखा है, लेकिन बसपा ने न तो अपना उम्मीदवार चुनाव मैंदान में उतारा है और न ही किसी को समर्थन दिया है। ऐसे में उसके मतदाता किधर करवट बदलेंगे यह भी क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।
फिलहाल आज करीब 4.30 लाख मतदाता अपना निर्णय ईवीएम में बंद कर देंगे। नतीजे आठ सितम्बर को आएंगे, तब तक चर्चा का बाजार गरम रहेगा
घोसी उपचुनाव : मुस्लिम मतदाताओं में उत्साह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के घोसी विधानसभा में हो रहे उपचुनाव के मतदान दिवस पर अपराह्न एक बजे तक 33.52 प्रतिशत मतदान हुआ। सुबह से ही मुस्लिम मतदाताओ में उत्साह का माहौल है और बूथ पर लम्बी लाइनें लगी हैं। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह और भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी दारा सिंह चौहान अपने समर्थकों के साथ बूथों की निगरानी कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि सुबह के वक्त मतदान की धीमी शुरुआत के बाद अब मतदान कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। मतदाताओं में जोश है। मतदान प्रतिशत की जानकारी निर्वाचन की वेबसाइट पर दी जा रही है। सुबह 11 बजे तक 21 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। बूथों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम कराये गये है, इस बार आधार कार्ड की जांच के लिए मशीनें लगायी गयी हैं। बूथ पर महिला मतदाताओं के लिए अलग से पंक्ति बनायी गयी है। विकलांग मतदाता की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है।
समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ने बेटे को बताया निर्दोष
समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी सुधाकर सिंह ने अपना मतदान करने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके बेटे ब्लाक प्रमुख है और वे निर्दोष हैं। उन्हें पुलिस प्रशासन फंसा रही है। उसका कारण सभी जानते है।
दारा सिंह चौहान हाथ जोड़कर निकले
मतदान दिवस के दिन भाजपा के प्रत्यासी दारा सिंह चौहान अपने आवास से सुबह हाथ जोड़कर निकले। बूथ बूथ पहुंचकर अपने कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ा रहे दारा सिंह चौहान को हाथ जोडा देखकर कार्यकर्ता उत्साह से भर जा रहे हैं।
बूथ कैपचरिंग के प्रयास का आरोप, प्रत्यारोप
सपा कार्यकर्ताओं ने अपने मतदाताओं को मतदान करने से रोकने का आरोप स्थानीय पुलिस अधिकारियों पर लगाया है। वहीं बूथ से पेटी उठाने का भी आरोप लगाया गया, तो वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने सपा के कार्यकर्ताओं पर बूथ कैपचरिंग करने का प्रयास करने का आरोप लगा दिया।