उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन में नाबालिग बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने कई खुलासे किए हैं। उज्जैन पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने बताया कि मामले में गुरुवार तक पांच ऑटो चालकों को हिरासत में लिया है। इन ऑटो चालकों के बारे में पुलिस को पुख्ता तौर पर सबूत मिले थे कि इन्होंने पीड़िता को अपने ऑटो में बिठाया था। इसके अलावा एक और संदिग्ध की पुलिस को तलाश है। पुलिस पूरे मामले में चार संदिग्धों पर जांच कर रही है।
सीसीटीवी फुटेज मिला
उन्होंने बताया कि हिरासत में लिए गए आरोपितों को अलग-अलग स्थान पर रखकर कड़ी पूछताछ की गई है। उनसे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। पुलिस को जो सीसीटीवी फुटेज मिले हैं, उसमें तीन ऑटो चालकों की ऑटो में पीड़िता बार-बार बैठती और उतरती भी दिखाई दे रही है। यह घटनाक्रम रात तीन से सुबह छह बजे के बीच का है। पुलिस जांच में पता चला है कि बच्ची सतना जिले की रहने वाली है। शुरुआती जांच में पुलिस और एक्सपर्ट ने बच्ची से बातचीत की थी, तब यह अनुमान लगाया गया था कि वह प्रयागराज (यूपी) की रहने वाली हो सकती है।
सतना में दर्ज हुई है गुमशुदगी की रिपोर्ट
बीते सोमवार यानी 25 सितंबर को लड़की बदहवास हालत में महाकाल थाना इलाके में दांडी आश्रम के पास मिली थी। बच्ची के साथ दुष्कर्म करके उसे घायल अवस्था में सड़क पर छोड़ दिया गया था। उसके कपड़े खून से सने हुए थे। बच्ची अधूरे कपड़ों में सांवराखेड़ी सिंहस्थ बायपास की कॉलोनियों में ढाई घंटे तक भटकती रही। इसके सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने खोजे हैं। वह पूरे आठ किलोमीटर चलती गई। फुटेज में ही बच्ची पांच ऑटो चालकों के साथ दिखी है। पुलिस ने पहले बच्ची की उम्र 12 साल बताई थी, लेकिन एफआईआर में उसकी उम्र 15 साल दर्ज है। एसपी शर्मा ने बताया कि पीड़ित बच्ची सतना जिले के एक गांव की रहने वाली है। गत 24 सितंबर को वह घर से गायब हुई थी। उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट सतना जिले के जैतवारा थाने में दर्ज है।