नयी दिल्ली। दुनिया की दिग्गज भारतीय आईटी कंपनी टीसीएस आज कल चर्चा में है। लेकिन इस बार चर्चा की वजह काम नहीं या कोई उपलब्धि नहीं , बल्कि महिला कर्मचारियों का बड़ी तादाद में इस्तीफा है। इसके पीछे का कारण भी बड़ा चौंकाने वाला है। टीसीएस के जो एंप्लाई नौकरी छोड़ रहे हैं। उनमें खास तौर पर महिला कर्मचारियों की संख्या ज्यादा है। दरअसल टीसीएस अब अपने एंप्लाइज को वर्क फ्रॉम होम नहीं दे रही है और इसी वजह से यहां कई फीमेल एंप्लाइज नौकरी छोड़कर जा रही हैं.
टीसीएस से बड़ी संख्या में इस्तीफों की वजह
टीसीएस की नई पॉलिसी के मुताबिक एंप्लाइज को अब घर से काम करने की अनुमति नहीं दी जा रही है और इसको फर्म की महिला कर्मचारियों द्वारा नापसंद किया जा रहा है. लिहाजा हालिया समय में कंपनी में इस्तीफों की संख्या अचानक से बढ़ गई है और इनमें भी फीमेल एंप्लाइज ही हैं.
कंपनी में महिला कर्मचारियों की अच्छी खासी संख्या
टीसीएस के मुताबिक हाल के समय में कंपनी के महिला कर्मचारियों के नौकरी छोड़ने या बदलने की घटनाओं में इजाफा इसी वजह से देखा गया है क्योंकि यहां पर वर्क फ्रॉम होम कल्चर खत्म या कम किया जा रहा है. हालांकि आईटी सेक्टर में टीसीएस ऐसी कंपनी है जो हमेशा से महिलाओं को नौकरी देने के मामले में अग्रणी मानी जाती है, ऐसा कंपनी की जेंडर डाइवर्सिटी को वरीयता देने की पॉलिसी के तहत किया जाता रहा है.
टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या
टीसीएस में 6 लाख से भी ज्यादा एंप्लाई काम करते हैं और इनमें से करीब 35 फीसदी संख्या महिला एंप्लाइज की है. इस आईटी फर्म ने वित्त वर्ष 2023 में 38.1 फीसदी महिला एंप्लाइज को रिटेन किया था यानी इन फीमेल एंप्लाइज को अपने साथ जोड़े रखने में कामयाबी हासिल की थी. इन महिला एंप्लाइज में से भी तीन चौथाई कर्मचारी ऐसी हैं जो कंपनी में टॉप पोजीशन पर कार्यरत हैं. यहां ये बात ध्यान देने योग्य है कि पिछले वित्त वर्ष में टीसीएस के कुल कार्यबल का 20 फीसदी हिस्सा कंपनी छोड़कर चला गया है.
टीसीएस के एचआर हेड ने साफ की स्थिति
टीसीएस के मुताबिक जब से कंपनी ने वर्क फ्रॉम होम खत्म करने का फैसला लिया है तब से ज्यादा इस्तीफे देखे जा रहे हैं-खासकर महिला एंप्लाइज के. हालांकि इसके पीछे अतिरिक्त कारण भी हो सकते हैं पर मुख्य कारण यही लग रहा है। उन्होंने इस बात को साफ किया कि टीसीएस में महिला कर्मचारियों के इस्तीफों के पीछे की वजह लैंगिग भेदभाव बिलकुल नहीं है। हमेशा से टीसीएस में पुरुष कर्मचारियों के मुकाबले महिला कर्मचारियों के रिजाइनिंग रेट में कमी रही है, केवल इसी बार ये पुरुष कर्मचारी से ज्यादा रहा है।
टीसीएस से बड़ी संख्या में इस्तीफा दे रही हैं महिला कर्मचारी
वर्क फ्रॉम होम की सुविधा कंपनी ने बंद की, ऑफिस आकर काम करने में अब हो रही है दिक्कत
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