मॉस्को । तीसरी बार चीन के राष्ट्रपति का दायित्व संभालने के बाद रूस के दौरे पर गए शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के बीच मुलाकात में उनकी नजदीकियां साफ दिखाई दीं। यूक्रेन पर रूस के हमले के एक साल से अधिक समय बाद हुई इस मुलाकात में चीन ने रूस को शांति योजना सौंपी है, जिसके बाद पुतिन ने उस पर चर्चा करने का वादा भी किया।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की रूस यात्रा को यूक्रेन युद्ध के लिहाज से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दौरान जिनपिंग और पुतिन के बीच के रिश्तों पर पूरी दुनिया की नजर है। पुतिन ने राष्ट्रपति भवन में जिनपिंग का गर्मजोशी से स्वागत किया। चीन ने रूस को यूक्रेन से युद्ध समाप्त करने के लिए एक शांति योजना सौंपी है। पुतिन ने कहा कि उन्होंने युद्ध समाप्त करने का रास्ता सुझाने वाली शांति योजना को अच्छी तरीके से पढ़ा है। उन्होंने कहा कि वे दोनों (पुतिन और जिनपिंग) इस शांति योजना पर चर्चा करेंगे।
जिनपिंग व पुतिन के बीच पहली अनौपचारिक मुलाकात साढ़े चार घंटे तक चली। इस दौरान जिनपिंग ने रूस को भरोसेमंद साझेदार बताया। रात्रिभोज के बाद पुतिन व्यक्तिगत रूप से जिनपिंग को उनकी गाड़ी तक छोड़ने आए। इस संबंध में सामने आए एक वीडियो में पुतिन व जिनपिंग की नजदीकियां साफ नजर आ रही हैं। जिनपिंग ने पुतिन से मुलाकात करने से पहले कहा था कि उनके रूस दौरे का मकसद युद्ध को खत्म कराना है।
zingping putin meet
बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अगले हफ्ते रूस के दौरे पर जा सकते हैं। उनके मास्को दौरे की चीन के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि कर दी है। विश्वव पटल पर चल रही गतिविधियों को देखते हुए शी जिनपिंग का मास्को दौरा बहुत अहम् मन जा रहा है। शी जिनपिंग का यह दौरा रूस-यूक्रेन जंग के बीच हो रहा है, तो उन पर दुनिया की नजरें टिकी हैं।
3 दिन रूस की यात्रा पर रहेंगे चीनी राष्ट्रपति
चीन विदेश मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को बताया गया कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 20 मार्च से रूस दौरे पर होंगे। चीन में राष्ट्रपति के रूप में तीसरा कार्यकाल हासिल करने के बाद जिनपिंग की ये पहली विदेश यात्रा होगी। वहीं, इस यात्रा पर रूसी विदेश मंत्रालय का भी बयान आया है। क्रेमलिन के बयान में कहा गया, “शी जिनपिंग 20-22 मार्च तक रूस की राजकीय यात्रा पर रहेंगे। यहां उनकी यात्रा के दौरान रूस और चीन के बीच व्यापक साझेदारी संबंधों और रणनीतिक सहयोग सहित सामयिक मुद्दों पर चर्चा होगी। ”
दोनों देशों में बढ़ेगी नजदीकी, अमेरिका के लिए झटका!
चीनी राष्ट्रपति का रूस दौरा ग्लोबल एक्सपर्ट्स के बीच चर्चा का विषय बन गया है। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि शी जिनपिंग का रूस दौरा बहुत मायने रखता है, खासकर तब जबकि अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश रूस-और चीन की आंखों की किरकरी बने हुए हैं। इन दोनों देशों की अमेरिका से अलग-अलग मुद्दों पर खट-पट होती रही है। ये दोनों देश लोकतांत्रिक नहीं हैं और इन पर साम्यवाद हावी है। रूस-यूक्रेन जंग में अमेरिका रूस के विरुद्ध है, वहीं चीन से भी अमेरिका के रिश्ते सामान्य नहीं हैं। ऐसे में रूस और चीन के बीच नजदीकियां बढ़ने से अमेरिका की चिंता और बढ़ेगी।
क्या अब यूक्रेन जंग को खत्म करवाएगा चीन?
चीनी राष्ट्रपति का रूस दौरा रूस यूक्रेन की जंग रुकवाने के नजरिए से भी देखा जा रहा है। बता दें कि हाल ही में चीन ने दो इस्लामिक देशों सउदी अरब और ईरान में जारी बरसों की दुश्मनी खत्म कराकर उनमें सुलह कराई थी। अब एक प्रतिष्ठित वैश्विक मीडिया संस्था ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ की रिपोर्ट में यह कहा गया है कि चीनी राष्ट्रपति रूस और यूक्रेन के बीच भी मध्यस्थता कर सकते हैं। वह सीधे यूक्रेन के राष्ट्रपति से कॉल पर बतिया सकते हैं। चीन ‘शांति-स्थापना’ की ये कोशिश करके ‘ग्लोबल लीडर’ बनना चाहता है।