बेलग्रेड । सीनियर विश्व चैंपियनशिप में अपने पदार्पण पर, भारतीय पहलवान अंतिम पंघाल ने गुरुवार को यहां 53 किलोग्राम वर्ग के मुकाबले में स्वीडन की यूरोपीय चैंपियन जोना मालमग्रेन पर शानदार जीत दर्ज करते हुए कांस्य पदक जीता और 2024 पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल किया।
दो बार की अंडर-20 विश्व चैंपियन अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पर थी और उन्होंने तकनीकी श्रेष्ठता के माध्यम से 16-6 से जीत हासिल कर अपना पहला सीनियर विश्व चैंपियनशिप पदक जीता।
अपनी कांस्य पदक जीत के रास्ते में, पंघाल ने क्वालीफिकेशन में मौजूदा विश्व चैंपियन अमेरिका की ओलिविया डोमिनिक पैरिश को हराया, उसके बाद पोलैंड की रोक्साना मार्टा ज़सीना पर तकनीकी श्रेष्ठता से जीत हासिल की।
हरियाणा की 19 वर्षीय पंघाल, जो डब्ल्यूएफआई को विश्व निकाय द्वारा निलंबित किए जाने के बाद एक तटस्थ एथलीट के रूप में प्रतिस्पर्धा कर रही थीं, ने क्वार्टर फाइनल में रूस की नतालिया मालिशेवा को हराया और फिर बुधवार को सेमीफाइनल में बेलारूस की टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता वेनेसा कलादज़िंस्काया से हार का सामना करना पड़ा।
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बेलग्रेड । बेलग्रेड में चल रही वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप 2022 में भारत के स्टार पहलवान बजरंग पुनिया ने इतिहास रच दिया है। बजरंग पुनिया ने कांस्य पदक जीतते ही एक अनोखा रिकॉर्ड अपने नाम किया है। कांस्य पदक जीतने के साथ ही बजरंग पुनिया वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में चार पदक जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान बन गए हैं। पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाले बजरंग ने रविवार को सर्बिया के पहलवान सबेस्टियन रिवेरा को कांस्य पदक के लिए हुए कड़े मुकाबले में 11-9 के अंतर से जीत मिली। इस जीत के साथ ही उनका नाम रिकॉर्ड बुक्स में दर्ज हो गया।
बजरंग को 65 किग्रा भारवर्ग के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में अमेरिकी पहलवान जॉन मिचेल के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था। ऐसे में उनके फाइनल में पहुंचने के बाद बजरंग को रिपचेज राउंड में जाने का मौका मिला जहां उन्होंने अरमेनिया के पहलवान वाजेन तेवान्यन को 7-6 के अंतर से मात देकर कांस्य पदक के मुकाबले में पहुंचने का मौका मिला।
बजरंग पुनिया का यह विश्व चैंपियनशिप में यह तीसरा कांस्य और कुल चौथा पदक है। उन्होंने साल 2013 में कांस्य, साल 2018 में रजत और साल 2019 में कांस्य पदक अपने नाम किया था। ऐसे में उन्होंने एक बार फिर कांस्य पदक अपने नाम करके अपने करियर की वर्ल्ड चैंपियनशिप वाली उपलब्धियों में चार चांद लगा लिए हैं।
इस बार भारतीय दल का वर्ल्ड चैंपियनशिप में बेहद खराब प्रदर्शन रहा है। भारत इस बार 30 पहलवानों के साथ मैदान में उतरा था। लेकिन भारतीय पहलवानों का प्रदर्शन औसत से भी नीचे रहा। बजरंग के अलावा विनेश फोगाट महिलाओं के 53 किग्रा भारवर्ग में अपना दूसरा कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं। विनेश ने स्वीडन की एमा मल्मग्रेन को 8-0 से पटखनी देकर कांस्य पदक पर कब्जा किया था।