जकार्ता । जर्मनी एक ही वर्ष में फीफा अंडर-17 विश्व कप और यूईएफए यूरोपीय अंडर-17 चैम्पियनशिप जीतने वाली पहली टीम बनने से बस दो जीत दूर है। फीफा अंडर-17 विश्व कप में मंगलवार को सेमीफाइनल में जर्मनी का सामना अर्जेंटीना से होगा, जिन्होंने अंतिम-आठ के मुकाबले में ब्राज़ील को 3-0 से हरा दिया। बढ़ते आत्मविश्वास के साथ जर्मनी की टीम अब इतिहास बनाने की राह पर है।
जब 2023 में जर्मनी की अविश्वसनीय सफलता के बारे में पूछा कहा गया, तो कोच क्रिस्चियन वुक और उनके खिलाड़ियों दोनों के मुंह से एक शब्द निकला: मानसिकता।
वुक ने फीफा को बताया, “यह विश्वास यहां भी है, जैसा कि यूरो में था। शायद हम विश्वास करने में सर्वश्रेष्ठ टीम हैं। हम हारने के बारे में नहीं सोचते, हम जीतने के बारे में सोचते हैं। मानसिक रूप से हम मजबूत रहे हैं। अब, हम सेमीफाइनल में हैं, हम 2 दिसंबर तक रहना चाहते हैं, फाइनल खेलना चाहते हैं और जीतना चाहते हैं।”
स्पेन के मुकाबले में, जर्मनी ने उस टीम के खिलाफ गेंद के बिना काफी समय बिताया, जिसे वुक ने “शायद तकनीकी रूप से दुनिया में सर्वश्रेष्ठ” बताया था।
सेंटर-बैक फिन जेल्त्श ने कहा, “हर किसी ने सब कुछ दिया, आप देख सकते हैं कि हम कैसे दौड़े और हमने जो भी टैकल किया, उससे यह एक अविश्वसनीय टीम प्रदर्शन था। यह एक खूबसूरत एहसास है। मैं एक अद्भुत स्ट्राइकर (स्पेन के बार्सिलोना स्टार मार्क गुइउ) के खिलाफ खेल रहा था। आप देख सकते हैं कि उसमें महान गुण हैं। हमने जो किया उसके लिए मुझे खुद पर और टीम पर गर्व है। यूरो और विश्व कप सबसे बड़ी ट्रॉफियां हैं जिन्हें आप अर्जित कर सकते हैं। इस टीम के साथ, अपनी मानसिकता के साथ, हम सब कुछ जीत सकते हैं।”
पेरिस ब्रूनर यूरोपीय चैम्पियनशिप अभियान में जर्मनी के महत्वपूर्ण खिलाड़ी थे, उन्होंने टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल किये और प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट का पुरस्कार जीता।
वुक ने कहा, “पेरिस इस टूर्नामेंट में उतना अच्छा नहीं रहा जितना यूरो में था। लेकिन हम जानते हैं कि उसे केवल एक पल की जरूरत है। मुझे उम्मीद है कि इससे उन्हें बाकी प्रतियोगिता के लिए काफी आत्मविश्वास मिलेगा। वह हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है।”
वुक की टीम का अगला मुकाबला सेमी फाइनल में अर्जेंटीना से है, जिसने क्वॉर्टर फाइनल में चिर प्रतिद्वंद्वी ब्राजील पर 3-0 की जबरदस्त जीत हासिल की है। अर्जेंटीना के कप्तान क्लॉडिओ ईचेवरर ने तीनों गोल दागकर हैट -ट्रिक लगायी।
WEST GERMANY
भुवनेश्वर । विश्व की नम्बर एक टीम ऑस्ट्रेलिया को 4-3 से हराकर जर्मनी ने 13 साल बाद हॉकी विश्व कप के फाइनल में प्रवेश किया। इस जीत के साथ ही जर्मनी ने अपनी टोक्यो ओलंपिक हार का बदला लेते हुए, 2010 के बाद पहली बार फाइनल में प्रवेश किया।
इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जोरदार शुरुआत की। ड्रैग फ्लिकर जेरेमी हेवर्ड (11वें मिनट) और नाथन एफ्राम्स (26वें मिनट) ने पहली दो तिमाहियों में एक-एक गोल कर ऑस्ट्रेलिया को हाफ टाइम तक 2-0 की बढ़त दिला दी।
लेकिन हाफ टाइम के बाद पिलाट, जिन्होंने तीन साल तक अंतरराष्ट्रीय हॉकी नहीं खेली, ने 42 वें मिनट में अपनी ड्रैग-फ्लिक से गोल कर जर्मनी का खाता खोला और उसके बाद 51 वें मिनट में एक और गोल कर जर्मनी को 2-2 की बराबरी दिला दी।
फारवर्ड ब्लेक गोवर्स ने 57वें मिनट में पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर ऑस्ट्रेलिया को 3-2 की बढ़त दिला दी और एक बार फिर ऐसा लगा कि तीन बार की विजेता ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने छठे फाइनल में प्रवेश कर जाएगी, तभी पिलाट ने 58वें मिनट में एक और पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर अपनी हैट्रिक पूरी की। इसके बाद निकलास वेलेन ने 59वें मिनट में गोल कर जर्मनी को 4-3 से आगे कर दिया और यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ।
फाइनल में जर्मनी का सामना गत चैंपियन बेल्जियम और विश्व नंबर 3 नीदरलैंड के बीच खेले जाने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से होगा।
चेंगदू, (चीन )। विश्व टीम टेबल टेनिस चैंपियनशिप 2022 के अपने पहले मैच में भारतीय महिला टेबल टेनिस टीम को जर्मनी से करीबी मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। जर्मनी ने भारत को 3-2 से हराया।.
भारत की स्टार खिलाड़ी मनिका बत्रा का सामना पहले मैच में हान यिंग से हुआ। मनिका यिंग के स्ट्रोकप्ले और गति के सामने बिल्कुल असहाय थी और उन्हें मैच में (11-3, 11-1, 11-2) 3-0 से हार का सामना पडा। इसके बाद श्रीजा अकुला का सामना नीना मित्तलहम से हुआ। अकुला ने यह मैच (11-9, 12-10, 11-7) 3-0 से जीत कर भारत को 1-1 से बराबरी दिला दी।
इसके बाद तीसरे मैच में दीया पराग चितले का सामना सबाइन विंटर से हुआ। दीया ने यह मैच (11-9,11-8,6-11,13-11) 3-1 से जीतकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया। जर्मनी की नीना मित्तलहम ने मनिका बत्रा को (7-11,11-6,11-7,11-8) 3-1 से हरा दिया। इस जीत के साथ ही जर्मनी ने 2-2 की बराबरी हासिल कर ली।
पांचवें और अंतिम मैच में श्रीजा अकुला का सामना हान यिंग से हुआ। अकुला ने यह मैच (3-11, 5-11, 4-11) 3-0 से गंवा दिया और भारत को 3-2 से हार का सामना करना पड़ा।