कोलकाता, । पश्चिम बंगाल में शनिवार को पंचायत चुनाव के लिए सुबह 7 बजे मतदान शुरू होने के एक घंटे के अंदर ही सात लोगों की हत्या कर दी गई। जान गंवाने वालों में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के पांच और भाजपा एवं माकपा के एक-एक कार्यकर्ता हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने तीन लोगों के मरने की पुष्टि की है। ये तीनों तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता थे। इसके अलावा राज्यभर में विभिन्न स्थानों पर हुई हिंसा में तीस से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इनमें तृणमूल कांग्रेस, भाजपा, कांग्रेस, इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) और अन्य दलों के कार्यकर्ता हैं।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक पूर्व बर्दवान जिले के ग्राम आऊस में माकपा कार्यकर्ता को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया, जबकि नदिया के चोपड़ा में तृणमूल कार्यकर्ता को गोली मार दी गई। मुर्शिदाबाद जिले के बेलडांगा थाना अंतर्गत कपासडांगा षष्टीतला में सुबह के समय से ही तनाव शुरू हो गया था। कांग्रेस और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प के बाद गोली चली जिसमें बाबर अली नाम के 40 साल के तृणमूल कार्यकर्ता की मौत हो गई। फूलचंद शेख नाम का एक और तृणमूल कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल है। रेजीनगर थाना क्षेत्र के नजीरपुर इलाके में भी तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता यासीन शेख को मौत के घाट उतारा गया है। स्थानीय सूत्रों का दावा है कि ये हमले बमों से किए गए।
मुर्शिदाबाद जिले के खड़ग्राम में एक खाली जमीन पर सरिफुदिन शेख का शव बरामद किया गया। वह भी सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस का ही कार्यकर्ता है। आरोप है कि इन तीनों हत्याओं में माकपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का हाथ है।
स्थानीय सूत्रों ने बताया कि शनिवार सुबह मतदान शुरू होते ही माकपा और तृणमूल कार्यकर्ताओं में भी रेजीनगर में हिंसक झड़प शुरू हो गई, जिसमें कम से कम 24 लोग घायल हुए हैं। इसकी वजह से घंटों तक मतदान बंद रहा। इसी तरह से कूचबिहार दक्षिण विधानसभा क्षेत्र के फालामारी ग्राम पंचायत इलाके में मतदान केंद्र के अंदर बमों से हमला किया गया। इसमें माधव विश्वास नाम के भाजपा के एक पोलिंग एजेंट की मौत हो गई। कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। भाजपा उम्मीदवार भी जख्मी हुए हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मालदा के मानिकचक गोपालपुर ग्राम पंचायत इलाके में तृणमूल कार्यकर्ता की गोली लगने से मौके पर मौत हो गई। हत्या का आरोप कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लगा है। टकराव की घटना में और आठ लोग घायल हैं। भांगड़ के 264 नंबर मतदान केंद्र पर आईएसएफ और तृणमूल कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प में आईएसएफ के दो कार्यकर्ता गोली लगने से गंभीर रूप से जख्मी हो गए। दोनों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में भी कांग्रेस का एक कार्यकर्ता गोली लगने से घायल हो गया है। इसके अलावा भी राज्यभर से जगह-जगह हिंसा की खबरें आ रही हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि जिन केंद्रीय बलों की तैनाती की गई है वे कहीं नजर नहीं आ रहे हैं।
VIOLENCE IN PANCHAYAT ELECTION
बंगाल में पंचायत चुनाव में खुनी खेल जारी : एक और कांग्रेस नेता की हत्या, मरने वालों की संख्या हुई 20
कोलकाता । पश्चिम बंगाल में शनिवार को होने वाले मतदान से पहले शुक्रवार को एक कांग्रेस उम्मीदवार के भाई की हत्या कर दी गई है। उनका नाम अरविंद मंडल है। इसके साथ ही पंचायत चुनाव को केंद्र पर पिछले एक महीने के दौरान हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने शुक्रवार को इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इस हमले के पीछे तृणमूल के लोग शामिल हैं और पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
स्थानीय सूत्रों ने बताया कि घटना मुर्शिदाबाद जिले के हेरामपुर अंचल अंतर्गत रायपुर गांव की है। यहां रात के समय कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर भी तृणमूल के लोगों ने हमले किए थे। उसमें कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का सिर फट गया था। इन सभी को रात को ही डोमकल अस्पताल में भर्ती किया गया था। उसके बाद शुक्रवार को सुबह के समय यहां से कांग्रेस उम्मीदवार के भाई अरविंद मंडल घर के सामने बैठे हुए थे तभी तृणमूल के लोगों ने उन्हें घेर लिया और लगातार बर्बर तरीके से पीटते रहे। खून से लथपथ हालत में डोमकल अस्पताल ले जाने पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। बताया गया है कि अरविंद के ह्रदय में पेसमेकर लगा हुआ था। बावजूद इसके उन्हें बर्बर तरीके से मारा पीटा गया है। अब इस मामले में लिखित शिकायत दर्ज कराई गई है लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
कूचबिहार में ताजा बम मिलने से दहशत
पंचायत चुनाव से एक दिन पहले कूचबिहार के गुरियाहाटी-1 नंबर अंचल के 8/130 बूथ साहेब कॉलोनी इलाके से शुक्रवार को भाजपा कार्यकर्ता के घर के सामने से दो ताज़ा बरामद किए गए हैं। बताया जा रहा है कि आज स्थानीय लोगों ने इलाके में दो ताज़ा बम पड़े देखे। इसकी सूचना कोतवाली थाने की पुलिस को दी। सुचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और बम को अपने कब्जे में लिया।
घटना से खौफजदा इलाके के लोगों ने केंद्रीय बलों की तैनाती के बिना वोट देने जाने से इंकार कर दिया है। वहीं, भाजपा उम्मीदवार के पति दीपांकर दे ने कहा कि इलाके की जनता को डराने के लिए तृणमूल समर्थित बदमाशों ने यह बम रखा है। हालांकि, तृणमूल नेता अब्दुल जलील अहमद ने आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि यह घटना भाजपा के अंदरूनी कलह का नतीजा है। हिन्दुस्थान समाचार /सचिन