वाशिंगटन । विदेशों से आने वाले कामगारों की मदद के लिए अमेरिका में वीजा सुधार की पहल हुई है। प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने संसद के उच्च सदन (सीनेट) में एच-1बी और एल-1 वीजा कार्यक्रमों में व्यापक बदलाव लाने और विदेशी कर्मचारियों की भर्ती में अधिक पारदर्शिता लाने संबंधी एक द्विदलीय कानून पेश किया है। यदि यह कानून पास होता है तो अमेरिका पहुंचने वाले विदेशी कामगारों का शोषण रोकने के साथ उनसे दुर्व्यवहार में भी कमी आएगी।
दो प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों डिक डर्बिन और चक ग्रासली द्वारा अमेरिकी संसद में पेश कानून को सांसद टॉमी ट्यूबरविल, बर्नी सैंडर्स, शेरोड ब्राउन और रिचर्ड ब्लूमेंथल ने इसे समर्थन दिया है। अमेरिकी कंपनियां हर साल एच-1बी, एल-1 वीजा पर हजारों विदेशी कर्मचारियों की भर्ती करती हैं। अमेरिका संसद में लाए गए एच-1बी, एल-1 वीजा सुधार अधिनियम से आव्रजन प्रणाली में धोखाधड़ी और दुरुपयोग कम होगा, अमेरिकी श्रमिकों और वीजा धारकों को सुरक्षा मिलेगी और विदेशी कर्मचारियों की भर्ती में अधिक पारदर्शिता की आवश्यकता होगी।
इस संबंध में जानकारी दी गयी कि प्रस्तावित कानून में एल-1 और एच-1बी वीजा पर आए कर्मचारियों को काम पर रखने, नए वेतन, भर्ती एवं सत्यापन जरूरतों के बारे में बताने तथा एच-1बी वीजाधारकों की नियुक्ति के इच्छुक नियोक्ताओं को इन नौकरियों के बारे में जानकारी श्रम मंत्रालय की वेबसाइट पर देने का प्रस्ताव दिया गया है। कानून में एल-1 कार्यक्रम में सुधार और विदेशी सहयोगियों को सत्यापित करने में विदेश मंत्रालय से सहयोग को अनिवार्य करना भी प्रस्तावित है।
US SENATE
वाशिंगटन । भारत-चीन सीमा विवाद में अमेरिका खुलकर भारत के साथ आ गया है । अमेरिकी सीनेट ने वर्ष 2023 के लिए 850 अरब डॉलर खर्च वाले रक्षा विधेयक को मंजूरी दे दी है। इस विधेयक में चीन से निपटने में भारत की मदद करने की बात भी कही गयी है।
अमेरिकी सीनेट ने राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण अधिनियम भारी बहुमत से पारित किया। विधेयक के पक्ष में 84 वोट पड़े और विरोध में सिर्फ दस सीनेटर रहे। इस विधेयक के साथ ताइवान एन्हांस्ड रेजिलिएंस एक्ट को भी पारित किया गया है। इसमें ताइवान की सुरक्षा क्षमताओं को आधुनिक बनाने के लिए 10 अरब डॉलर की सुरक्षा सहायता की व्यवस्था की गई है। ताइवान की तरह यूक्रेन की सुरक्षा के लिए भी 80 करोड़ डॉलर का प्रावधान किया गया है। बाइडन ने यूक्रेन के लिए 50 करोड़ डॉलर का प्रावधान किया था, जबकि स्वीकृत राशि उससे ज्यादा है।
अमेरिकी सीनेट की सशस्त्र सेना सेवा समिति के अध्यक्ष जैक रीड ने कहा कि दुनिया जितनी खतरनाक आज है, उतनी खतरनाक कभी नहीं दिखी। अमेरिकी रक्षा विधेयक में भारत के साथ रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया है, ताकि रूस निर्मित सैन्य उपकरणों पर भारत की निर्भरता को कम किया जा सके। इस विधेयक को आठ दिसंबर को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने 350-80 मतों से पारित किया था। सीनेट से मंजूरी के साथ ही अब इसके कानूनी रूप लेने का रास्ता साफ हो गया है। सीनेट से पारित अधिनियम के अनुसार भारत के साथ विस्तारित रक्षा सहयोग के तहत खुफिया सूचनाओं के संग्रहण, ड्रोन आपूर्ति, चौथी और पांचवीं पीढ़ी के विमान, पांचवीं पीढ़ी के वायरलेस संचार सुविधाएं, ठंड के दिनों में कारगर रक्षा उपकरणों की आपूर्ति शामिल हैं। विधेयक में चीन से मिल रही चुनौतियों से निपटने के लिए अरबों डॉलर का प्रावधान किया गया है।
वाशिंगटन । समलैंगिक विवाह को वैध ठहराने के लिए अमेरिकी सीनेट ने मंगलवार को विधेयक पारित कर दिया। इस ऐतिहासिक विधेयक के पारित होने से उन जोड़ों को सुरक्षा मिल पाएगी, जिन्होंने 2015 के सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शादी की है।
अमेरिकी सीनेट में इस विधेयक के पारित होने से समलैंगिक विवाह देश में वैध हो गया है। इस विधेयक को पारित करने के लिए 12 रिपब्लिकन का समर्थन मिला है। इसके समर्थन में 61 और विरोध में 36 वोट पड़े। यह विधेयक यह सुनिश्चित करेगा कि समान लिंग और अंतरजातीय विवाह संघीय कानून में निहित हो।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस विधेयक के पारित होने पर खुशी जताई है। उन्होंने ट्वीट किया है कि आज के द्विदलीय सीनेट में विवाह अधिनियम के सम्मान के साथ पारित होने से साबित होता है कि हमारा देश एक मौलिक सत्य की पुष्टि करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्यार-प्यार होता है। मैं इस कानून को पारित करने और इसे अपनी डेस्क पर भेजने के लिए सदन की प्रतीक्षा कर रहा हूं, जहां मैं गर्व से कानून पर हस्ताक्षर करूंगा।