लखनऊ । उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के चेयरमैन आशीष गोयल ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि लखनऊ के महानगर क्षेत्र के अधिशासी अभियंता उपेंद्र कुमार तिवारी, उप-खंड अधिकारी संतोष कुशवाहा, अवर अभियंता विकास कुमार मिश्र, टीजी द्वितीय विक्रमजीत गुप्ता और विद्युत श्रमिक दिनेश सैनी को लापरवाही बरतने की जांच में सही पाये जाने पर निलंबित किया गया।
जानकारी के अनुसार बीते रविवार को शहर के कपूरथला में पटेल पार्क पर एक वैवाहिक कार्यक्रम चल रहा था। तभी वहां ट्रांसगोमती क्षेत्र के मुख्य अभियंता सुनील कपूर पहुंचें और उन्होंने मौके पर अनुज गुप्ता द्वारा तार लगाकर बिजली चोरी पकड़ ली। मुख्य अभियंता को चेयरमैन कार्यालय से बिजली चोरी की सूचना दी गयी थी। चोरी पकड़े जाने के बाद मुख्य अभियंता ने इस घटना में अधिशासी अभियंता, उनके साथ कार्यरत अधिकारियों को लापरवाह मानते हुए जांच शुरु की।
जांच में लापरवाही पाये जाने के बाद से चेयरमैन आशीष ने कार्रवाई की और कहा कि अधिशासी अभियंता व कर्मियों की मिलीभगत से स्थानीय लोग पार्कों या सार्वजनिक स्थान पर वैवाहिक कार्यक्रमों में विद्युत चोरी कर लेते हैं। जिससे राजस्व का नुकसान होता है। ये नहीं करने की स्थिति में स्थानीय स्तर पर आयोजनों से पहले एक राशि जमा कर रसीद कटानी चाहिए। जिससे किसी प्रकार की कार्रवाई से आयोजक और अभियंता बच सके।
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में फिलहाल के लिए भयानक गर्मी में बिजली के दाम बढ़ने से बच गए। खबर है कि यूपी में बिजली की दरें नहीं बढ़ेंगी। बताया जा रहा है कि यूपीपीसीएल के प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग ने खारिज कर दिया है। विद्युत नियामक आयोग ने यूपी में बिजली की दरें बढ़ाने पर फिलहाल रोक लगा दी है।
यह लगातार चौथा साल है कि जब यूपी में बिजली की दरें नहीं बढ़ाई गई हैं। विद्युत नियामक आयोग ने आज राज्य की बिजली कंपनियों की तरफ से दिए गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। इस प्रस्ताव में यूपी में बिजली के दाम में 18 से 23 फीसदी की बढोत्तरी करने को कहा गया था, जिसे अब विद्युत नियामक आयोग ने खारिज करते हुए राज्य में बिजली के दाम जैसे के तैसे ही रखे हैं।
उत्तर प्रदेश उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष अवदेश वर्मा ने कहा कि नियामक आयोग ने ये फैसला लिया कि बिजली कर्मी भी अब सामान्य उपभोगता में ही आएंगे। उन्होंने कहा कि बिजली की दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई और वे यथावत रहेंगी। उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग ने एक बयान में कहा है कि आयोग ये सुनिश्चित करेगा कि बिलिंग, कलेक्शन और प्रदर्शन से जुड़ीं दूसरी खामियों को समय रहते दूर किया जाए ताकि अच्छे ग्राहकों को इन गड़बड़ियों के कारण ज्यादा भुगतान करने की जरूरत न पड़े।
गाजियाबाद। फ्लैट ओनर फेडरेशन गाजियाबाद, ने एक बैठक का आयोजन किया जिसमें गाजियाबाद के इंदिरापुरम टाउनशिप , राजनगर एक्सटेंशन टाउनशिप , क्रॉसिंग रिपब्लिक टाउनशिप , वैशाली और गोविंदपुरम के शीर्ष पदाधिकारियों ने बिजली विभाग द्वारा जबरदस्ती दिए जाने वाले मल्टीपल कनेक्शन का पुरजोर विरोध किया।
मल्टीपल कनेक्शन के विरोध का कारण
रखरखाव शुल्क –
सोसाइटी की सुरक्षा –
जनरेटर और साधारण सुविधाओं का रखरखाव –
बैठक में फेडरेशन ऑफ राजनगर एक्सटेंशन के अध्यक्ष सचिन त्यागी, क्रॉसिंग रिपब्लिक के तरुण चौहान, वैशाली के एम एल वर्मा, गौर होम्स के मुकेश पाल, फ्लोर एंक्लेव के निखिल सिसोदिया, इंदिरपुरम के डॉ. आर पी शर्मा, अनुज त्यागी एवं सभी उपस्थित पदाधिकारियों ने सर्व सममिति से कहा कि यदि पुलिस फोर्स द्वारा जबरदस्ती मल्टी पॉइंट कनेक्शन देने का काम जारी रहता है तो फ्लैट ऑनर्स भी हर वो कदम उठाने के लिए तैयार है जो लोकतंत्र में उठाए जा सकते है। इस दौरान ऊर्जा मंत्री को भी पत्र लिखने की बात कही गई और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पास एक प्रतिनिधि मण्डल भेजे का भी प्रस्ताव रखा गया। फ्लैट ओनर फेडरेशन के चैयरमेन कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा कि उपरोक्त बातें 4 सितंबर 2021 को उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के महाप्रबंधक श्री पंकज कुमार एवं पश्चिमांचल विधुत वितरण विभाग के मुख्य अभियंता समेत तमाम अधिकारियों को कविनगर मे आयोजित की गई एक बड़ी जनसभा के अंतर्गत साफ-साफ बता दी गई थी कि मल्टी पॉइंट कनेक्शन मंजूर नही है श्री त्यागी ने कहा कि उसके बाद भी पुलिस फोर्स के साथ मल्टी पॉइंट कनेक्शन थोपना बिजली विभाग की लूट को दर्शाता है।