लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार रात को प्रदेशस्तरीय बैठक करके कहा कि लोग शांति, सुरक्षा और सौहार्द के साथ त्योहार मनाएं। मुख्यमंत्री ने दीपोत्सव, हनुमान जयंती, दीपावली, छठ पूजा, देवोत्थान एकादशी, देव दीपावली आदि पर्वों के सुचारु आयोजन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए और कहा कि अराजक तत्वों के साथ कोई नरमी नहीं होगी।
मुख्यमंत्री योगी ने अपने सरकारी आवास पर ही आगामी त्योहारों के सम्बन्ध में वीडियो कॉन्फ्रसिंग के माध्यम से प्रदेश भर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आवश्यक दिशा-निर्देश का सिलसिलेवार ब्यौरा –
● आने वाले दिनों में दीपावली, गोवर्धन पूजा, भाई-दूज, देवोत्थान एकादशी, अयोध्या दीपोत्सव, काशी देव दीपावली और छठ महापर्व जैसे विशेष त्योहार हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान आदि मेलों का आयोजन भी इसी अवधि में है। कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। अतः हमें सतत सतर्क-सावधान रहना होगा।
● हर पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए।
● अयोध्या दीपोत्सव का कार्यक्रम अपनी भव्यता के लिए आज पूरी दुनिया में पहचान बना रहा है। ऐसे में समारोह की गरिमा का पूरा ध्यान रखते हुए सभी तैयारियां की जानी चाहिए। 2017 से प्रतिवर्ष दीपोत्सव एक नवीन कीर्तिमान बना रहा है। इस वर्ष 21 लाख दीपों से अवधपुरी जगमग होगी। इस हेतु दीप, तेल, बाती, स्थान, स्वयंसेवकों आदि की पुख्ता व्यवस्था कर ली जाए।
● दीपोत्सव हमारी सनातन परंपरा का अभिन्न हिस्सा है। यह मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण जी के 14 वर्ष के वन प्रवास के उपरांत अयोध्या लौटने की पावन स्मृति स्वरूप है। अयोध्या दीपोत्सव में भगवान श्रीराम की अयोध्या वापसी, भरत मिलाप, श्रीराम राज्याभिषेक आदि प्रसंगों का प्रतीकात्मक चित्रण भी होगा। सरयू मइया की आरती भी उतारी जाएगी। 04 देशों और 24 प्रदेशों की रामलीलाओं का मंचन होगा। इस आयोजन पर पूरी दुनिया की दृष्टि है। अतः इसकी भव्यता में कोई कमी न हो।
● दीपोत्सव की भव्यता निहारने बड़ी संख्या में श्रद्धालुजन की सहभागिता होगी। मुख्य समारोह के अतिरिक्त अयोध्या नगर के सभी धार्मिक स्थलों, मठ-मंदिरों की सजावट की जाए। इस मौके पर अनेक गणमान्य जनों की उपस्थिति भी होगी। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम होने चाहिए। गलती की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए।
● अयोध्या जनपद में जगह-जगह पर समारोह का सीधा प्रसारण किया जाना चाहिए, ताकि अधिकाधिक जन दीपोत्सव से जुड़ सकें। मुख्य समारोह संपन्न होने के बाद लोग आसानी से अपने गंतव्य तक पहुंच सकें, इसके लिए समुचित प्लानिंग कर ली जाए। महिलाओं, बच्चों और विदेशी कलाकारों को सुरक्षित घर तक पहुंचाने की व्यवस्था हो। भगदड़ की स्थिति न बने, पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की जानी चाहिए। मंदिरों में भीड़ के सम्भावना के दृष्टिगत 24×7 पुलिस बल की तैनाती की जाए।
● दीपोत्सव और देव दीपावली उल्लास एवं उत्साह का अवसर है। बड़ी संख्या में स्थानीय जनता और देश-विदेश से पर्यटक इसमें सहभागिता के उत्सुक होंगे। ऐसे में जनता की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाए। आमजन के आवागमन, बैठने की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए। भीड़ नियंत्रण में लगे पुलिस बल का व्यवहार सरल और सहयोगी हो। किसी भी श्रद्धालु अथवा पर्यटक को अनावश्यक परेशानी न उठानी पड़े।
● 23 से 26 नवंबर तक काशी में गंगा महोत्सव और 27 को कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर देव दीपावली का भव्य आयोजन होगा। इस अवसर पर परंपरा के अनुसार सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। देव दीपावली पर इस वर्ष भारी संख्या में श्रद्धालुओं व पर्यटकों के आगमन की संभावना है। इस वर्ष 11 लाख दीप प्रज्ज्वलित करने की तैयारी करें।
● देव दीपावली और छठ के अवसर पर नदी घाटों पर भीड़ प्रबन्धन, सुरक्षा व्यवस्था विशेषकर, महिला सुरक्षा, अग्निशमन के पुख्ता इंतजाम करते हुये आपातकालीन हेल्पडेस्क बनाये जाएं। छोटी नावें न चलें तो बेहतर होगा। नाविकों का सत्यापन कराएं। गोताखोरों की तैनाती रखें।
● 11 नवंबर को हनुमान जयन्ती का पावन अवसर भी है। ऐसे में काशी संकटमोचन और अयोध्या हनुमानगढ़ी पर साज-सज्जा की जानी चाहिए।
● 10 नवंबर को धनतेरस का पर्व है। हर सनातन आस्थावान कुछ न कुछ खरीदारी जरूर करता है। इस मौके पर बाजार में भीड़ बढ़ेगी। ऐसे में अराजक तत्वों व शोहदों की सक्रियता, लूट-पाट की भी घटनाएं न हों, इसके लिए अलर्ट रहना होगा। सीसीटीवी कैमरों की सक्रियता जांच ली जाए।
● दीपावली के लिए पटाखों की दुकानों व गोदामों का आबादी से दूर होना सुनिश्चित कराएं। जहां पटाखों का क्रय-विक्रय हो, वहां फायर टेंडर के पर्याप्त इंतज़ाम किए जाएं। पुलिस बल की सक्रियता भी बनी रहे। पटाखों की दुकान खुले स्थान पर हो। इन्हें लाइसेंस व एनओसी समय से जारी कर दिया जाए।
● छोटी सी घटना लपरवाही के कारण बड़े विवाद का रूप ले सकती है। ऐसे में अतिरिक्त सतर्कता आवश्यक है। त्वरित कार्यवाही और संवाद-संपर्क अप्रिय घटनाओं को संभालने में सहायक होती है। किसी भी अप्रिय घटना की सूचना पर बिना विलंब किए, जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान जैसे वरिष्ठ अधिकारी खुद मौके पर पहुंचे।
● पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं। हर व्यक्ति उल्लास-उमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। हर नगर की जरूरत के अनुसार ट्रैफिक प्लान तैयार करें। हर दिन पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे। वरिष्ठ अधिकारी खुद भी इसमें प्रतिभाग करें।
● पर्व और त्योहारों के बीच ग्रामीण हो या कि शहरी क्षेत्र, पर्व-त्योहारों के बीच बिजली अपूर्ति सुचारु रखी जाए। कहीं से भी अनावश्यक कटौती की शिकायत न आए। इसकी समीक्षा की जाए।
● मिलावटखोरी आम जन के जीवन से खिलवाड़ है। किसी भी सूरत में मिलावटखोरी को सहन नहीं किया जाएगा। पर्व-त्योहारों के दृष्टिगत खाद्य पदार्थों की जांचकी कार्रवाई तेज की जाए। मिलावटी खाद्य पदार्थों के बिक्री की हर शिकायत पर तत्काल कार्यवाही हो। मिलावटखोरों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए।
● पर्व और त्योहारों के इस उल्लासपूर्ण माहौल में लोगों के आवागमन में बढ़ोतरी स्वाभाविक है। बड़ी संख्या में लोग अपने घर जाते हैं। ऐसे में परिवहन विभाग द्वारा ग्रामीण रुट पर बसों की संख्या बढ़ाई जाए। खराब हालत वाली बसों को सड़क पर कतई न चलने दें। कोई भी चालक नशे की स्थिति में न हो।
● पूरे प्रदेश में ई-रिक्शा चालकों का सत्यापन किया जाए। इनके लिए रूट निर्धारित किया जाए।
● प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के लाभर्थियों को दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उपहार स्वरूप निःशुल्क रसोई गैस सिलेंडर वितरित किया जाना है। लाभार्थियों का आधार सत्यापन करा लिया जाए। हर जनपद में इससे जुड़े आयोजन होंगे
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लखनऊ । भ्रष्टाचार मुक्त भारत में बहनों का भी अहम योगदान हो, इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अनेक योजनाएं शुरू की हैं । इसी के तहत प्रधानमंत्री ने जनधन योजना के तहत खाता खुलवाये। आज उसके नतीजे सामने हैं। ये बातें प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम में कही। वे ग्राम पंचायत स्तर पर डिजिटल लेन-देन के प्रोत्साहन के लिए ‘समर्थ 2023’ का शुभारंभ और बी.सी. सखी के राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। यह सम्मेलन इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित किया गया।
उन्होंने कहा कि हमें भ्रष्टाचार पर प्रहार के डिजीटलाइजेशन पर जाना ही होगा। उसका प्रयोग करना ही होगा। अब तक उत्तर प्रदेश में ग्रामीण और शहरी इलाकों में साढ़े चौवन लाख गरीबों को आवास दिया गया है। वह पूरा पैसा लखनऊ में बैठकर एक क्लिक से सीधे उनके खाते में जाता है। बिना किसी बैरियर के बिना किसी रूकावट तक गरीबों तक पैसा जाना ही सुशासन का लक्ष्य है।
उन्होंने कहा कि खाता खुलने के बाद किसी भी योजना में हम कितना राशि देते हैं, डीबीटी के माध्यम से ट्रांजक्शन को देख सकते हैं। इन योजना में आज 75 हजार करोड़ का ट्रांजक्शन डीबीटी के माध्यम से उप्र में होता है। प्रधानमंत्री ने उप्र से ही बीसी सखि संवाद कार्यक्रम प्रधानमंत्री ने प्रयागराज से शुरू किया था। हमें खुशी है कि उप्र के अंदर 56 हजार ग्राम पंचायतें हैं। उसमें 51 हजार में बीसी सखी चयन प्रक्रिया और 41 हजार में कार्य प्रारंभ हो गया है। बीसी सखी के माध्यम से अच्छा खासा बिजनेस कर रही हैं। महिलाएं आज गांव में बैंक का एक मिनी ब्रांच बन चुके हैं।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में ये काम तेजी से बढ़ रहे हैं। यहां ग्राम सचिवालय का काम भी तेजी से बढ़ रहा है। उन सचिवालयों में सबकुछ होगा। वहां कम्प्यूटर टाइप राइटर तो पहले से नियुक्त हो गये हैं। ग्राम पंचायतों में प्रारम्भ हुए बीसी सखि का काम आज धरातल पर दिख रहा है।
बी.सी. सखी के राष्ट्रीय सम्मेलन में भारत सरकार के मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि जब हम एक पुरुष को 10 हजार का योगदान करते हैं तो वह दस हजार ही होता है, लेकिन एक बहन को 10 हजार का योगदान दिया जाता है तो वह तीस हजार के बराबर होता है। प्रधानमंत्री का हमेशा से सपना रहा है कि भारत के विकास में महिलाओं का सर्वाधिक योगदान रहे। वह सपना आज साकार होता दिख रहा है। आज बीसी सखि का ग्रुप हर जिले में बन चुका है।
उन्होंने कहा कि जबसे देश में पीएम मोदी की अगुवाई में 10 करोड़ दीदी योजना से जुड़ी हैं। आज बैंकों का समर्थन 6.50 लाख करोड़ से ज्यादा है। पहले मात्र 2100 करोड़ था। आज देश डिजिटल ट्रांजेक्शन में पहले स्थान पर है। आज देश के सरकारी और प्राइवेट हर बैंकों में बीसी सखी है। दीदियां हर बिजनेस में हाथ आजमा रही हैं। पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। एग्रीकल्चर में भी दीदियों की भूमिका है। भारत के विकास में सबसे बड़ा योगदान एसएचजी ग्रुप होगा। ये समर्थ केवल बीसी के समर्थ में न देखें। यह पूरे दुनिया में नारी सशक्तीकरण के रूप में देखें। आप रूकों नहीं, थकों नहीं, बढ़ते चलो, बढ़ते चलो। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद थे।
प्रदेश के 5000 ग्राम पंचायतों में महिलाओं के बीच डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढावा देने के लिए नेशनल कॉन्क्लेव ‘समर्थ’ एप को लांच किया गया। दरअसल बैंक संबंधी कामकाज के लिए गांव वालों को ज्यादा परेशानी होती थी। इससे छुटकारा के लिए बीसी सखी उनकी मदद करेंगी। सरकारी पेंशन हो या अन्य कोई काम गांव में ही आसानी से कर सकेंगी।
गोरखपुर । मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि पर गुरुवार को गोरक्षपीठ की परंपरा के अनुसार कन्या पूजन किया। गोरखनाथ मंदिर के अन्न क्षेत्र (नवीन भंडारा भवन) में आयोजित कन्या पूजन कार्यक्रम में योगी ने नौ दुर्गा स्वरूपा कुंवारी कन्याओं के पांव पखारे, उनका विधि विधान से पूजन किया, चुनरी ओढाई, आरती उतारी, श्रद्धापूर्वक भोजन कराया, दक्षिणा और उपहार देकर उनका आशीर्वाद लिया। सीएम ने परंपरा का निर्वहन करते हुए बटुक पूजन भी किया।
चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि के अनुष्ठान में सीएम योगी ने सबसे पहले कुंवारी कन्याओं के पांव धोये। उनके माथे पर रोली, चंदन, अक्षत, आदि का तिलक लगाया। दुर्वा से अभिषेक किया। चुनरी ओढ़ाकर, उपहार एवं दक्षिणा प्रदान कर आशीर्वाद लिया। उन्होंने नौ कन्याओं का पूजन करने के बाद वहां मौजूद करीब तीन सौ की संख्या में कुंवारी कन्याओं व बटुकों की श्रद्धाभाव से घण्टी बजाकर आरती भी उतारी। सभी को मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ ने तिलक लगाया। इन सभी को भी चुनरी व गमछा ओढ़ाकर दक्षिणा प्रदान किया गया। पूजन के बाद इन कन्याओं को मंदिर की रसोई में पकाया गया ताजा भोजन प्रसाद योगी ने अपने हाथों से परोसा। कन्याओं के अतिरिक्त बड़ी संख्या में पहुंचे बटुकों को भी श्रद्धापूर्वक भोजन कराकर उपहार व दक्षिणा दिया गया।
करते रहे आत्मीय बातचीत
कन्या पूजन के अनुष्ठान के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कन्याओं व बटुकों से निरंतर आत्मीयता से बातचीत करते रहे। भोजन व्यवस्था की कमान खुद संभालकर यह भी ख्याल रखते रहे कि किसी भी कन्या या बटुक की थाली में भोजन प्रसाद की कोई कमी न रहे। पूजन के दौरान काशी से आए महामंडलेश्वर संतोष दास उर्फ सतुआ बाबा, चचाईराम मठ के महंत पंचानन पुरी, गोरखनाथ मंदिर के द्वारिका तिवारी, वीरेंद्र सिंह, दुर्गेश बजाज, अमित सिंह मोनू, विनय गौतम आदि मौजूद रहे। सीएम योगी ने इसके पूर्व प्रातःकाल के पूजन सत्र में मंदिर के शक्तिपीठ में मां सिद्धिदात्री की विधि-विधान से आराधना की।
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुरुवार को भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरॉन मैके ने शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान दोनों देशों के बीच मजबूत सांस्कृतिक, वाणिज्यिक व रणनीतिक सम्बन्धों पर चर्चा के साथ-साथ भारत व कनाडा, विशेषकर कनाडा और उत्तर प्रदेश के मध्य सम्बन्धों को प्रगाढ़ करने के विषय में विचार-विमर्श किया गया।
इन चीजों में प्रदेश अव्वल
उत्तर प्रदेश आगमन पर कनाडा के उच्चायुक्त का अभिनन्दन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 करोड़ की जनसंख्या वाला उत्तर प्रदेश भारत में सबसे बड़ी आबादी का प्रदेश है। यह भारत का हृदय स्थल है। यह भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक परम्पराओं का स्रोत है। यहां की उर्वर भूमि इस प्रदेश की समृद्धि का मूलाधार है। प्रदेश में असीम सम्भावनाएं हैं। हम भारत में खाद्यान्न उत्पादन में प्रथम स्थान पर हैं। शुगर और एथेनॉल का उत्पादन सर्वाधिक यहीं होता है। विभिन्न सब्जियों और फलों के उत्पादन में हम देश में प्रथम स्थान पर हैं।
“एक्सप्रेसवे और 9 एयरपोर्ट वाला राज्य”
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मैन्युफैक्चरिंग इण्डस्ट्री को प्रोत्साहित किया जा रहा है। सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट के क्षेत्र में प्रदेश में युवाओं के लिए शानदार अवसर उपलब्ध कराए गए हैं। इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं। उत्तर प्रदेश 5 एक्सप्रेसवे और 9 एयरपोर्ट वाला राज्य है। शीघ्र ही राज्य में 5 नए एयरपोर्ट शुरू होने जा रहे हैं। अतिशीघ्र उत्तर प्रदेश 5 इण्टरनेशनल एयरपोर्ट वाला राज्य भी बन जाएगा।
इन बड़े प्रोजेक्टों को आगे बढ़ा रहे
मुख्यमंत्री ने राज्य में प्रस्तावित नवीन औद्योगिक प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार प्लास्टिक पार्क, टॉय पार्क, फिल्म सिटी, लॉजिस्टिक पार्क, मेगा लेदर पार्क और मेडिकल डिवाइस पार्क जैसे सेक्टर आधारित प्रोजेक्ट को आगे बढ़ा रही है। निवेशकों के लिए यह अच्छा अवसर हो सकता है। प्रदेश में कृषि एग्रो टेक्नोलॉजी, एग्रो लॉजिस्टिक और एग्रो पैकेजिंग के क्षेत्र में नीतिगत प्रयास किए जा रहे हैं। इस क्षेत्र में विकास की असीम सम्भावनाएं है, जिसमें कनाडा हमारा अच्छा सहयोगी बन सकता है।
दोनों देशों के बीच आर्थिक सम्बन्धों को मजबूत करने का अच्छा अवसर
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनवरी, 2023 में ‘उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ के आयोजन की तैयारी की जा रही हैं। कनाडा के उद्यमियों के लिए यह एक अच्छा अवसर हो सकता है। दोनों देशों के बीच आर्थिक सम्बन्धों को और मजबूत करने की दृष्टि से यह महत्वपूर्ण अवसर है। उन्हें उम्मीद है कि कनाडा की ओर से इसके लिए सकारात्मक सहयोग प्राप्त होगा।
“प्रदेश में उद्योगों के लिए सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल”
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में उद्योगों के लिए सुरक्षित और शांतिपूर्ण माहौल है। श्रमिकों और उद्यमियों के सम्बन्ध भी बेहतर है। कानून व्यवस्था की कोई समस्या नही है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की प्रभावी व्यवस्था है। राज्य में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में कृषि, बागवानी, सड़क, हवाई एवं रेल कनेक्टिविटी, पर्यटन आदि के क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जा रहा है।
इन विषयों पर की चर्चा
उच्चायुक्त मैके ने मुख्यमंत्री से पर्यटन, कृषि, जल, विद्युत व सौर ऊर्जा और शैक्षणिक आदान-प्रदान के क्षेत्र में सहयोग की सम्भावनाओं पर चर्चा की। प्रदेश के सम्बन्ध में अपने अनुभव साझा करते हुए उन्होनें कहा कि उत्तर प्रदेश आज इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में जिस तरह तरक्की कर रहा है, वह शानदार है। नई दिल्ली में रहते हुए मीडिया के माध्यम से प्रदेश के बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की जानकारी उन्हें मिलती रहती है।
ट्रेड सम्बन्धों को मजबूती देने के लिए प्रयासरत
एक्सप्रेस-वे निर्माण के क्षेत्र में प्रदेश की कार्यप्रणाली सराहनीय है। उच्चायुक्त ने कहा कि कनाडा और भारत के बीच तकनीक और ज्ञान के आदान-प्रदान को बढ़ाया जाना चाहिए। कनाडा, भारत के साथ बेहतर ट्रेड सम्बन्धों को मजबूती देने के लिए प्रयासरत है। उत्तर प्रदेश इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान कर सकता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलम्बन की दिशा में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में किए जा रहे प्रयासों, विशेषकर ‘मिशन शक्ति’ को प्रभावशाली बताते हुए महिला उद्यमिता के प्रोत्साहन की नीतियों की सराहना की।
कनाडा उच्चायुक्त ने इस क्षेत्र दिकाई उत्सुकता
‘उत्तर प्रदेश पुलिस’ की कार्यशैली की सराहना करते हुए उच्चायुक्त मैके ने विगत पांच वर्षों में राज्य में पुलिस के आधुनिकीकरण और सुदृ़ढ़ीकरण के क्षेत्र में मुख्यमंत्री की नीतियों और क्रियान्वयन को अत्यंत उपयोगी बताया। जनवरी-फरवरी 2023 में प्रस्तावित ‘उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर समिट’ की चर्चा करते हुए उच्चायुक्त मैके ने इस आयोजन को कनाडा के निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर बताया। प्रदेश की औद्योगिक नीति को निवेशकों के लिए उत्साहवर्धक बताते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा, इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में सहयोग के लिए कनाडा उत्सुक है। भारत के शैक्षिक परिदृश्य की चर्चा करते हुए उच्चायुक्त ने भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में निवेश की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ काम करना उनके लिए निजी तौर पर उत्साहजनक होगा।
मुख्यमंत्री को दी यह खास भेंट
कनाडा के उच्चायुक्त ने प्रदेश में डिफेंस, एयरोस्पेस, टेक्सटाइल, पर्यटन और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवेलपमेंट के क्षेत्र को अपार सम्भावनाओं से परिपूर्ण बताते हुए, इन क्षेत्रों में सहयोग के लिए मुख्यमंत्री के समक्ष अपने विचार भी रखे। भेंट के दौरान कनाडा के उच्चायुक्त ने मुख्यमंत्री को भारतीय जूट से तैयार एक सुंदर बैग भेंट किया। बैग पर कनाडा का राष्ट्रीय चिन्ह ‘मैपल लीफ’ प्रदर्शित था। उच्चायुक्त ने उन्हें अवगत कराया कि यह बैग भारत में ही तैयार हुआ है।