औरैया (उत्तर प्रदेश) । राज्य के औरैया जिले में पाता रेलवे स्टेशन पर सोमवार को एक मालगाड़ी अचानक तेज आवाज के साथ दो भागों में बंट गई और बेपटरी होते-होते बची। यह मालगाड़ी कानपूर जा रही थी। इसी दौरान पास ही मुख्य लाइन से निकल रही ट्रेन में सवार यात्री में हादसा देखकर घबरा गए और चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। इस पर चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर मालगाड़ी ट्रेन को रोक दिया।
घटनाक्रम के अनुसार कानपुर की ओर जा रही एक मालगाड़ी सोमवार दोपहर को पाता स्टेशन के पास और तेज आवाज के साथ मालगाड़ी दो भागों में बंट गई। यह देखकर मेन लाइन से गुजर रही पैसेंजर ट्रेन के यात्री जोर-जोर से शोर मचाने लगे। मालगाड़ी के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक पल के लिए तो यह लगा कि मालगाड़ी बेपटरी हो सकती है, लेकिन हादसा होते-हाेते बच गया। चालक ने ट्रेन रोककर रेलवे कंट्रोलर को सूचना दी। कंट्रोलर ने डीएफसी लाइन पर मालगाड़ियों का आवागमन रोका। इसके बाद मालगाड़ी का चालक मालगाड़ी को पीछे ले गया और कर्मचारियों के सहयोग से मालगाड़ी की कपलिंग को जोड़ा गया। करीब एक बजे चालक मालगाड़ी को कानपुर की ओर ले गया, जिसके बाद रेलवे ने राहत की सांस ली।
TRAIN ACCIDENT
अहमदाबाद । गांधीनगर-मुंबई के बीच हाल में ही शुरू की गई वंदे भारत ट्रेन गुरुवार सुबह अहमदाबाद के वटवा के समीप ट्रैक पर अचानक दो भैसों के आने से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में ट्रेन का आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन किसी यात्री के घायल होने की खबर नहीं है।
पश्चिम रेलवे के पीआरओ जितेन्द्र जयंत के अनुसार गांधीनगर-मुंबई के बीच गुरुवार सुबह 11.15 बजे अहमदाबाद के वटवा के समीप ट्रैक पर दो भैंसाें से वंदे भारत ट्रेन टकरा गई। ट्रेन की हाइस्पीड की वजह से अचानक ब्रेक नहीं लगाया जा सकता था। उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए स्पीड कम करके ट्रेन को धीरे-धीरे रोका गया, इसके बाद भी ट्रेन की भैंसों से टक्कर हो गई। हादसे में इंजन के आगे का हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि तत्काल इसकी मरम्मत कर ट्रेन को रवाना कर दिया गया।
उल्लेखनीय है कि गांधीनगर और मुंबई के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 30 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गांधीनगर रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखा कर रवाना की थी। इसके बाद 1 अक्टूबर से गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत सुपरफास्ट एक्सप्रेस आम जनता के लिए शुरू हो गई।