टोक्यो । जापान के टोबा शहर में सोमवार दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता के साथ भूकंप आया। इससे स्थानीय लोग सहम गए और घरों से बाहर निकल आए। सुनामी की कोई भी चेतावनी जारी नहीं की गई है। भूकंप से किसी भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
जापान के विज्ञान एजेंसी के मुताबिक यह भूकंप भारतीय समय के अनुसार 13 बजकर 38 मिनट पर दक्षिणी इबारकी प्रांत में आया। इसकी गहराई लगभग 50 किलोमीटर की थी। रायटर्स न्यूज एजेंसी के अनुसार, सुनामी की कोई भी चेतावनी जारी नहीं की गई है। भूकंप से किसी भी जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है।
जापान में 16 मार्च, 2022 को भी जोरदार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार यह भूकंप रात को लगभग 8:06 बजे टोक्यो से 297 किमी उत्तर पूर्व में 7.3 तीव्रता का भूकंप आया था। इससे इमारतें हिल गईं और सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई थी। सार्वजनिक प्रसारक एनएचके के अनुसार, भूकंप की तीव्रता 7.3 दर्ज की गई और कुछ क्षेत्रों में जापानी झटकों की तीव्रता के पैमाने पर 6 से अधिक की तीव्रता दर्ज की गई थी।
इसी क्षेत्र में वर्ष 2011 भूकंप आया था जिससे भारी तबाही मच गई थी। 11 मार्च, 2011 को 9 तीव्रता के भूंकप के झटके लगे थे जिसके बाद सुनामी ने पूर्वोत्तर जापान को तबाह कर दिया था। इस भूकंप में 18 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 5 लाख लोग विस्थापित हुए थे। इस त्रासदी को 10 साल बीच चुके हैं, लेकिन अब तक फुकुशिमा के आसपास के लोग अपने घरों में लौट नहीं पाए हैं।
इससे पहले 22 जनवरी को सुबह लगभग 1:08 बजे दक्षिण-पश्चिमी और पश्चिमी जापान में भूकंप आया था जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया था। इसकी तीव्रता 6.4 मापी गई थी। इसमें 10 लोग घायल हो गए थे। भूकंप का केंद्र क्यूशू द्वीप के पास 40 किलोमीटर (24.8 मील) की गहराई पर था।
TONGA
वेलिंग्टन। नेपाल में भूकंप के दो दिन बाद दक्षिणी प्रशांत में टोंगा के पास शुक्रवार को रिक्टर स्केल पर 7.2 के भूकंप से पूरा क्षेत्र दहल उठा। भूकंप की तीव्रता को देखते हुए टोंगा सरकार ने सुनामी की चेतावनी जारी कर दी। हालांकि सरकार ने थोड़ी देर बाद चेतावनी को निरस्त करते हुए वापस ले लिया।
अमेरिकी जियोलाजिकल सर्वे (यूएसजीएस) के अनुसार, भूकंप 24.8 किमी की गहराई पर था, जो नेयाफू के दक्षिण-पूर्व में लगभग 211 किमी पूर्व समुद्र में स्थित था।
यूएस पैसिफिक सुनामी वार्निंग सेंटर (यूएसजीएस) ने बताया कि प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, इस भूकंप के बाद आने वाले सुनामी का खतरा अब समाप्त हो चुका है। मालूम हो कि इस सुनामी का असर न्यूजीलैंड पर नहीं पड़ेगा। देश की राष्ट्रीय आपात प्रबंधन एजेंसी ने अपने ट्विटर पर बताया कि न्यूजीलैंड को सुनामी का कोई खतरा नहीं है। हालांकि टोंगा की मौसम सेवा ने उच्च स्थानों पर रहने वाले निवासियों को चेतावनी देना जारी रखा है।
मौसम सेवा ने कहा कि लोग ऊंचे स्थान पर रहे और सरकार की तरफ से जारी सूचनओं पर नजर बनाएं रखें। मालूम हो कि इस साल जनवरी में टोंगा में हाआपाई ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था, जिसके कारण गांवों और रिसार्ट को भारी नुकसान हुआ था। इस घटना में करीब 105,000 लोग प्रभावित हुए थे और तीन लोगों की मौत हो गई थी।