श्रीनगर। सेना के दो वाहनों पर गुरुवार को सुरनकोट पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में डेरा की गली जंगल में टोपा पीर क्षेत्र के पास पर एक अंधे मोड़ पर आतंकवादियों ने घात लगाकर हमला कर दिया । इस हमले में सेना के पांच जवान बलिदान हो गए जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए।
इस हमले में नायक बिरेंद्र सिंह, नायक चालक कर्ण कुमार, राइफलमैन चंदन कुमार और राइफलमैन गौतम कुमार समेत पांच जवान शहीद हो गए। पांचवें जवान की पहचान नहीं हो पाई है। हमले में गंभीर रूप से घायल दो जवानों का अस्पताल में उपचार जारी है। माना जा रहा है कि आतंकवादियों की संख्या तीन-चार थी। अधिकारियों का कहना है कि हमले के बाद आतंकवादियों ने कम से कम दो सैनिकों के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया और उनमें से कुछ के हथियार ले गए। इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद के फ्रंट पीएएफएफ ने ली है।
सुरक्षाबल आतंकवादियों की तलाश कर रहे हैं। 12 किलोमीटर के घने जंगल में आतंकियों को खोजना चुनौती भरा है। जम्मू कश्मीर पुलिस सेना का संयुक्त अभियान चल रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि सैन्यकर्मियों को एक घेराबंदी और तलाशी अभियान स्थल पर ले जा रहे वाहनों पर सुरनकोट थाना के अंतर्गत आने वाले ढेरा की गली और बुफलियाज के बीच धत्यार मोड़ पर कल दोपहर करीब 3.45 बजे हमला किया गया। जम्मू-कश्मीर के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों – गुलाम नबी आजाद और महबूबा मुफ्ती ने हमले की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) की शाखा पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने घात लगाकर किए गए इस हमले की जिम्मेदारी ली है। जम्मू में रक्षा विभाग के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल सुनील बर्तवाल ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में ‘‘पुख्ता खुफिया जानकारी’’ के आधार पर पुंछ जिले के ढेरा की गली इलाके में बुधवार रात एक संयुक्त तलाशी अभियान चलाया गया।
अधिकारियों ने बताया कि ये जवान घटनास्थल की ओर बढ़ रहे थे, तभी आतंकवादियों ने दो वाहनों – एक ट्रक और एक जिप्सी – पर गोलीबारी कर दी। रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि बलों ने हमले का त्वरित जवाब दिया। अधिकारियों ने बताया कि इस जारी अभियान में 4 सैनिक शहीद हो गए और दो अन्य घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन जारी है। अधिकारियों ने कहा कि ऐसी संभावना है कि जिन सैनिकों पर हमला किया गया, आतंकवादी उनके हथियार लेकर चले गए हैं।
आतंकवादी हमले में सेना के पांच जवानों के बलिदान और दो अन्य के गंभीर रूप से घायल होने के एक दिन बाद सुरक्षाबलों ने शुक्रवार सुबह जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के समूचे वन क्षेत्र की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया है। एक अधिकारी ने कहा कि रातभर चले अभियान के बाद सुबह व्यापक घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू हो गया है। हवाई निगरानी भी की जा रही है।
इस अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों का पता लगाने के लिए खोजी कुत्तों को भी अभियान में लगाया गया है। इस अभियान में अतिरिक्त सैनिकों को शामिल किया गया है। डेरा की गली (डीकेजी) रोड को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। सेना और पुलिस के शीर्ष अधिकारी जमीनी हालात पर नजर रखे हुए हैं।