बीजापुर। नक्सलियों के दक्षिण बस्तर डिविजनल कमेटी की सचिव गंगा ने गुरुवार को प्रेस नोट में बताया है कि हवाई हमले के लिए मुखबिरी करने के आरोप में बोटेतोंग निवासी ताती हड़मा को मौत की सजा दी गई है। नक्सली ठिकानों पर हुए हवाई हमले मामले में स्कूल जाने के नाम पर मोबाइल फोन के जरिये मुखबिरी करने और नक्सली ठिकानों की जानकारी पुलिस तक पहुंचाने का आरोप लगाया है।
प्रेस नोट में नक्सलियों ने लिखा है कि इस हमले के लिए ताती हड़मा ने पुलिस को सटीक लोकेशन शेयर किया था। नक्सलियों का आरोप है कि तीन साल पहले दंतेवाड़ा में 12वीं में पढ़ रहे ताती हड़मा को डरा, धमका और पैसों का लालच देकर पुलिस ने मुखबिर बनाया था। 11 जनवरी के हमले के तुरंत बाद नक्सलियों ने ताती हड़मा को पकड़ रखा था, उसके बाद उसे मौत की सजा दी गयी।
बीती 11 जनवरी को छत्तीसगढ़ के सुकमा और बीजापुर जिले की सीमाई क्षेत्र में सुरक्षा बलों की ओर से नक्सलियों पर एयर स्ट्राइक किए गए थे। इस हमले में तीन नक्सली के मार गिराने व दो नक्सलियों के घायल होने की सूचना मिली थी। सीआरपीएफ की ओर से आधिकारिक बयान जारी कर कहा गया था कि फारवर्ड बेस कैम्प में जवानों को हेलीकाॅप्टर से शिफ्ट किए जाने के दौरान नक्सलियों ने गोलीबारी की थी, जिसमें जवाबी कार्रवाई में नक्सली भाग खड़े हुए थे। सभी जवान सुरक्षित रहने की जानकारी दी गई थी।
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