लखनऊ । राजधानी में पारा स्थित तकिया वाला मस्जिद से 12 बच्चों को एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और बाल संरक्षण आयोग ने रिहा कराया । इससे पहले दिल्ली की एक स्वयंसेवी संस्था की सूचना पर एक बस की तलाशी में मौलवी व छह बच्चे मिले थे। मौलवी से सख्ती से पूछताछ में 12 बच्चों के तकिया वाला मस्जिद में होने की सूचना पर छापेमारी कर उन्हें वहां से छुड़ाया गया।
पारा के सदरौना में तकिया वाला मस्जिद में कुछ समय से बाहर से बच्चे लाये जा रहे थे। ये बच्चे वहां क्या करते थे, उन्हें किस प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती थी, इन बिन्दुओं पर छुड़ाये गये बच्चों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल बच्चों को छुड़ाने के बाद उनके परिजन की जानकारी कर उन्हें उनके घर भेजने की तैयारी है।
चाइल्ड लाइन से जुड़ी डॉ.संगीता ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि सबसे पहले सूचना मिली कि अवध चौराहे के पास बस में एक मौलवी कुछ बच्चों को लेकर जा रहा है। इस सूचना पर तलाशी की गयी और बस में मौलवी व बच्चे मिले। इसके बाद एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और बाल संरक्षण आयोग के सदस्यों ने मौलवी से पूछताछ की। कुछ देर बाद उसने मस्जिद में चल रहे मदरसे की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि मदरसे पर पहुंचने पर वहां कोई भी वैद्य कागजात नहीं मिले। मदरसा अवैध रुप से चलाया जा रहा था। वहीं वहां मौजूद बच्चों की स्थिति भी ठीक नहीं थी। मौलवी के पास बच्चों को लाने का कोई वैध कागजात भी नहीं था। ऐसे में 12 बच्चों को छुड़ाया गया। मौलवी को अल्पसंख्यक विभाग के निरीक्षक पूछताछ के लिए साथ ले गये है।
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