बेगूसराय। सूर्योपासना के महापर्व छठ में अस्ताचल गामी और उदयाचल गामी सूर्यदेव को अर्घ्य देने के लिए हर ओर उल्लास और आस्था का माहौल है। चार दिवसीय महापर्व के दूसरे दिन खरना पूजन को लेकर तमाम घरों में प्रसाद बनाए जा रहे हैं। तीन दिवसीय सूर्य मेला भी शुरू हो गया है।
बेगूसराय जिला में विभिन्न पोखर एवं तालाब के किनारे भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित की गई है। बेगूसराय के उत्तरी छोर पर बसे गढ़पुरा के ऐतिहासिक पंचू सिंह पोखर के समीप शनिवार की सुबह भगवान भास्कर के प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कर दर्शन के लिए खोल दिया गया तो लोगों की भीड़ जुटी हुई हैं। लोग सूर्यदेव की प्रतिमा का दर्शन पूजन के लिए जुटे हुए हैं।
सात घोड़ों पर सवार भगवान भास्कर की प्रतिमा लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। पूजा समिति के अध्यक्ष पंकज महतो उर्फ लालबाबू एवं सचिव विनोद कुमार विमलेन्दु ने बताया कि शास्त्रोक्त मंत्रोच्चार के साथ स्थापित प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कर पूजन शुरू कर दिया गया है। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यजमान अरविंद सहनी ने पूजा कर प्राण-प्रतिष्ठा किया है।
सोमवार को प्रातः कालीन अर्घ्य देने के बाद प्रतिमा विसर्जित की जाएगी। भगवान भास्कर और छठी मैया की प्रतिमा के अलावे छठ के प्रतीकात्मक अन्य प्रतिमा भी तैयार किए गए हैं। प्रखंड मुख्यालय में इस चर्चित सार्वजनिक छठ पूजा समिति द्वारा स्थापित 2010 से ही स्थापित किए जाने वाले इस प्रतिमा को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी है। भीड़ नियंत्रण के भी उपाय किए गए हैं।
गढ़पुरा के अलावा भी बेगूसराय जिला भर में विभिन्न जगहों पर एकमात्र जागृत देव भगवान भास्कर की प्रतिमा स्थापित पूजा अर्चना की जा रही है। दर्जन भर से अधिक जगहों पर स्थापित प्रतिमा लोगों के आकर्षण के केंद्र हैं। इधर, छठी मैया और भगवान सूर्यदेव की आराधना करने के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। शारदा सिन्हा के छठ गीतों से वातावरण गुंजायमान हो गया है।
अर्घ्य देने के लिए अधिकतर लोगों ने अपने-अपने घरों पर अस्थाई तालाब बना कर सजा दिया है। इसके अलावा तमाम नदियों के किनारे भी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने की तैयारी हो गई है। बेगूसराय जेल में भी सभी छठ व्रतियों के लिए अस्थाई तालाब सज कर तैयार हो गए हैं। जेल में छठ कर रहे सभी व्रतियों ने मिलजुलकर तैयारी किया है, इससे जेल के अंदर का वातावरण भी छठमय हो गया है।