इस्लामाबाद । उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के सबसे ज्यादा अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंगलवार सुबह दरबान थाने पर आत्मघाती आतंकी हमले में 23 सुरक्षाकर्मी मारे गए। इस दौरान सुरक्षा कर्मचारियों ने छह आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया।
उत्तर पश्चिम पाकिस्तान के सबसे ज्यादा अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में मंगलवार सुबह दरबान थाने पर पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन ने फौज की मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईसीपीआर) के बयान के हवाले से यह जानकारी दी है। आईसीपीआर के बयान में कहा गया है कि आत्मघाती हमलावरों ने दक्षिण वजीरिस्तान कबायली जिले की सीमा से सटे अशांत डेरा इस्माइल खान जिले में दरबान थाने को निशाना बनाया। विस्फोटकों से लदे वाहन से थाने की इमारत में टक्कर मार दी और फिर मोर्टार से हमला किया।
इस हमले की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान (टीजेपी) ने ली है। पाकिस्तान में कुछ बड़े हमलों के पीछे इस आतंकी संगठन का हाथ रहा है। टीजेपी प्रवक्ता मुल्ला कासिम ने इसे फिदायीन हमला करार दिया है।
sucidal attack-
पेशावर(पाकिस्तान )। देश के खैबर पख्तूनख्वा राज्य के पेशावर में एक मस्जिद में सोमवार दोपहर की नमाज के समय तालिबान आत्मघाती हमलावर द्वारा किये गए बम विस्फोट में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जारहा है। फिदायीन हमले में मरने वालों की संख्या बढ़कर 48 हो गई जबकि 157 से घायल हैं।
अधिकारियों ने बताया कि अपराह्न एक बजकर करीब 40 मिनट पर पुलिस लाइन्स क्षेत्र के समीप जब नमाजी ज़ुहर (दोपहर) की नमाज पढ़े रहे थे तब अगली पंक्ति में आत्मघाती हमलावर ने खुद को बम विस्फोट कर उड़ा दिया। बम विस्फोट की गूंज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी।
बम धमाके के बाद चारों तरफ चीख पुकार के बीच शवों का ढेर लग गया था। हादसे के बाद राहत बचाव के लिए स्थानीय प्रशासन जुट गया। खैबर पख्तून के गवर्नर हाजी गुलाम अली ने विस्फोट की निंदा की और लोगों से घायलों के वास्ते रक्तदान करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह पुलिस के प्रति बहुत बड़ी मेहरबानी होगी। अधिकारियों ने बताया कि शवों एवं घायलों को पेशावर के लेडी रीडिंग अस्पताल ले जाया गया। पेशावर के अस्पतालों में आपात स्थिति की घोषणा कर दी गई है। अस्पताल प्रशासन ने लोगों से रक्तदान करने की अपील की है। पेशावर में विस्फोट के बाद इस्लामाबाद समेत बड़े शहरों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस्लामाबाद में आने -जाने वाले सभी मार्गों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और महत्वपूर्णस्थानों एवं भवनों पर स्नाइपर्स तैनात किए गए हैं।
कार्यवाहक मुख्यमंत्री आजम खान ने हमले की निंदा की है और प्रभावितों के प्रति संवेदना जताई है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख खान ने ट्वीट किया कि जिन लोगों की जान गई है , उनके परिवारों और जो लोग घायल हुए हैं, उनके प्रति मेरे गहरी संवेदना है। ऐसे में जरूरी हो गया है कि हम खुफिया सूचना संग्रहण में सुधार लाएं और पुलिस बलों को आतंकवाद के बढ़ते खतरे का मुकाबला करने के लिए उपयुक्त रूप से मजबूत बनाएं।
पिछले साल शहर के कोचा रिसलदार इलाके में एक शिया मस्जिद में ऐसे ही हमले में 63 लोगों की जान चली गई थी। टीटीपी पाकिस्तान सरकार के साथ संघर्षविराम से पीछे हट गया है और उसने अपने आतंकवादियों को देशभर में आतंकवादी हमला करने का हुक्म जारी किया है। उसपर 2009 में सेना मुख्यालय, सैन्य अड्डों पर हमले, 2008 में मैरिएट होटल में बम विस्फोट समेत कई घातक हमलों में शामिल रहने का आरोप है। बताया जाता है कि वह अल कायदा का करीबी है।
काबुल। अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय के बाहर हुए बम धमाके में 20 लोगों की मौत हो गई है और बड़ी संख्या में लोग घायल हो गए हैं। यह बम धमाका उस समय हुआ जब अफगान विदेश मंत्रालय में चीनी अधिकारियों के साथ तालिबान की अहम बैठक चल रही थी। अभी तक किसी आतंकवादी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि मैं नहीं जानता कि इस धमाके में कितने लोग मारे गए या जख्मी हुए हैं। लेकिन मैंने देखा कि एक शख्स ने खुद को उड़ा लिया है। यह बम धमाका उस हमले के ठीक तीन दिन बाद हुआ है, जब बम ब्लास्ट में 10 लोगों की मौत हो गई थी और 8 लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। यह हमला काबुल मिलिट्री एयरपोर्ट के बाहर हुआ था। संघर्षरत तालिबान में बीते कुछ महीनों में कई आतंकी हमले हुए। इनमें से कुछ हमलों में इस्लामिक स्टेट की भूमिका रही है। यही नहीं चीनी नागरिक के मालिकाना हक वाले एक होटल को भी निशाना बनाते हुए हमला किया गया था।