दोहा । जॉर्डन ने मंगलवार को यहां यज़ान अल नैमत और मौसा अल तमारी के गोल की बदौलत दक्षिण कोरिया को 2-0 से हराकर पहली बार एएफसी एशियाई कप के फाइनल में प्रवेश किया।
ग्रुप चरण में दोनों टीमें 2-2 से बराबरी पर खेली थीं। सात संस्करणों में यह दक्षिण कोरिया का पांचवां एएफसी एशियाई कप सेमीफाइनल था। लेकिन दक्षिण कोरिया से 64 स्थान नीचे रैंकिंग वाला जॉर्डन पहली बार सेमीफाइनल में पहुंचा था।
मैच की शुरुआत में जॉर्डन ने आक्रामक शुरुआत की, लेकिन शूटिंग के कई अच्छे मौके गंवाए। दक्षिण कोरिया धीरे-धीरे मैच में आगे बढ़ता गया, 19वें मिनट में स्टार स्ट्राइकर सोन ह्युंग-मिन के प्रयास को ऑफसाइड करार दिया गया।
मैच के 53वें मिनट में अल तामरी के सही समय पर मिले पास को अल नैमत ने गोल पोस्ट में डालकर जॉर्डन को 1-0 की बढ़त दिला दी। जॉर्डन ने 13 मिनट बाद फिर से हमला किया और इस बार अल तमारी ने गोल कर अपनी टीम को 2-0 से आगे कर दिया।
दक्षिण कोरिया के मुख्य कोच जुर्गन क्लिंसमैन ने सिन्हुआ के हवाले से कहा, “मैं बहुत निराश हूं। मैं गुस्से में हूं क्योंकि हमें बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।”
क्लिंसमैन ने कहा, “यह एक ऐसी टीम है जो बढ़ रही है और अगले विश्व कप के लिए इसे अभी भी विकसित होने की जरूरत है। हमारे आगे बहुत काम है। इसके अलावा, मैं कुछ भी नहीं सोच रहा हूं।”
फाइनल में जॉर्डन का मुकाबला ईरान या मौजूदा चैंपियन कतर से होगा।
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सियोल । दक्षिण कोरिया के विपक्षी नेता ली जेम्युंग पर बुसान शहर में चाकू से जानलेवा हमला किया गया। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया है।
हमले के समय डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख ली जेम्युंग, बुसान शहर के गाडेओक द्वीप पर एयरपोर्ट निर्माण स्थल का दौरा करने के बाद मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे। इसी दौरान हमलावर ने चाकू से उनकी गर्दन पर वार किया। हमलावर को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है।
टेलीविजन और सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में हमलावर को जेम्युंग पर हमला करते हुए देखा जा सकता है। हमले के बाद जेम्युंग जमीन पर गिर पड़े। उनके समर्थक उन्हें संभालते हुए अस्पताल ले गए।
टोक्यो । उत्तर कोरिया की जासूसी सेटेलाइट लॉन्च करने के बाद दक्षिण कोरिया और जापान ने आपातकालीन चेतावनी जारी की है। दोनों देशों ने आशंका जताई है कि इस सेटेलाइट के कक्षा में स्थापित होने के बाद संभावित खतरा बढ़ गया है।
जापान ने जे-अलर्ट प्रसारण प्रणाली पर चेतावनी जारी करते कहा कि उत्तर कोरिया ने एक मिसाइल दागी है जो ओकिनावा के दक्षिणी प्रांत के निवासियों के लिए खतरा हो सकता है।
जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के कार्यालय के अनुसार, टोक्यो ने सेटेलाइट को मार गिराने की तैयारी में जवाबी उपाय तैनात कर दिए हैं। ओकिनावा के मियाको, इशिगाकी और योनागुनी द्वीपों पर पीएसी-3 जमीन आधारित मिसाइल-रक्षा बैटरियां भेजी हैं और समुद्री आत्मरक्षा बल एजिस विध्वंसक को भी तैनात किया गया है, जो एसएम-3 इंटरसेप्टर से लैस है।
मालूम हो कि इस साल जासूसी सेटेलाइट लांच करने का उत्तर कोरिया का यह तीसरा प्रयास है। इससे पहले मई और अगस्त में वह दो प्रयासों में विफल हो चुका है। मंगलवार सुबह को उत्तर कोरिया ने जापान के तटरक्षक को सूचित करते कहा था वह 22 और 30 नवंबर के बीच किसी भी समय सेटेलाइट लॉन्च कर सकता है।
शेनझेन । सोन ह्युंग-मिन के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत दक्षिण कोरिया ने मंगलवार को यहां चल रहे 2026 फीफा विश्व कप एशियाई क्षेत्र क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के दूसरे चरण के ग्रुप सी में चीन को 3-0 से हरा दिया। मिन ने मैच में दो गोल किये और एक गोल में सहायता की।
पिछले गुरुवार को ग्रुप सी के शुरुआती मैचों में, चीन ने बैंकॉक में थाईलैंड को 2-1 से हराया और दक्षिण कोरिया ने घरेलू मैदान पर सिंगापुर को 5-0 से हराया। मंगलवार शाम को, एशियाई फुटबॉल पावरहाउस दक्षिण कोरिया ने पूरे मैच में 65 प्रतिशत बॉल पजेशन और कुल 18 शॉट्स के साथ दबदबा बनाए रखा। मैच के 11वें मिनट में ही दक्षिण कोरिया को पेनल्टीकॉर्नर मिला, जिसे सोन ने धैर्यपूर्वक गोल में बदलकर अपनी टीम को 1-0 से आगे कर दिया।
मैच के 42वें मिनट में टैन लॉन्ग चीन के लिए बराबरी का गोल करने के करीब थे, लेकिन उनका करीबी शॉट पोस्ट के पास से निकल गया। तीन मिनट बाद ही सोन ने मैच का अपना दूसरा गोल करते हुए दक्षिण कोरिया को 2-0 से आगे कर दिया। मध्यांतर तक कोरिया की टीम 2-0 से आगे रही।
मध्यांतर के बाद भी दक्षिण कोरिया ने मैच में अपना दबदबा कायम रखा। मैच के 86वें मिनट में सोन के सटीक फ्री किक को जंग सेउंग-ह्यून ने हेडर के जरिये गोल में बदलकर कोरिया को 3-0 से आगे कर दिया और अंत में यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ।
वहीं, मंगलवार को ग्रुप सी के दूसरे मैच में थाईलैंड ने सिंगापुर पर 3-1 से जीत हासिल की।
एशियाई क्वालीफाइंग टूर्नामेंट के दूसरे चरण में, 36 टीमों को होम-एंड-अवे राउंड-रॉबिन प्रारूप में प्रतिस्पर्धा करने वाले नौ समूहों में विभाजित किया गया है। प्रत्येक समूह के शीर्ष दो तीसरे चरण में आगे बढ़ेंगे।
एशियाई खेल : पहले सेमीफाइनल में चार बार के चैंपियन कोरिया से भिड़ेगी भारतीय पुरुष हॉकी टीम
नई दिल्ली । भारतीय पुरुष हॉकी टीम बुधवार को एशियाई खेलों के पहले सेमीफाइनल में चार बार की चैंपियन कोरिया से भिड़ेगी। सोमवार को बांग्लादेश पर 12-0 से जीत हासिल करने के बाद भारत ने एक बार फिर पूल चरण का अंत तालिका में शीर्ष स्थान पर रहते हुए किया।
पूल ए के अपने सभी पांच मैचों में पांच जीत के साथ, भारत ने 15 अंक अर्जित किए, और टूर्नामेंट में अभी तक अजेय है। जकार्ता में 2018 एशियाई खेलों में सेमीफाइनल में पहुंचने से पहले भारत इसी तरह की स्थिति में था, लेकिन इसके बाद उसे मलेशिया से 2-2 (6-7) से हार का सामना करना पड़ा था।
कोरिया के खिलाफ मुकाबले से पहले हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि टीम किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में नहीं ले रही है और कोरिया के खिलाफ सकारात्मक मानसिकता के साथ खेल में उतरेगी।
जहां भारत ने आखिरी बार एशियाई खेलों की ट्रॉफी 2014 में इंचियोन में जीती थी, वहीं कोरिया ने आखिरी बार खिताबी जीत 2006 में दोहा में जीती थी। प्रतियोगिता में अब तक, भारत ने उज्बेकिस्तान को 16-0 से हराया है, सिंगापुर को 16-1 से हराया है, जापान पर 4-2 से जीत हासिल की है, इसके बाद पाकिस्तान पर 10-2 से जीत हासिल की है और फिर बांग्लादेश को 12-0 से हराया है।
दूसरी ओर, जहां कोरिया ने इंडोनेशिया को 10-0 और थाईलैंड को भी 10-0 से हराया, वहीं वर्ल्ड नंबर 12 को पूल स्टेज में वर्ल्ड नंबर 22 चीन के हाथों 2-3 से चौंकाने वाली हार का सामना करना पड़ा। कोरिया ने मलेशिया पर 4-3 से जीत और ओमान पर 16-2 से जीत के साथ वापसी करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई।
हरमनप्रीत सिंह ने कहा, “एक लंबे टूर्नामेंट में, यह मैदान पर और मैदान के बाहर सही निर्णय लेने के बारे में है। हम कोरिया की ताकत और उनकी रक्षात्मक क्षमताओं को जानते हैं। वे एक मजबूत इकाई हैं और टूर्नामेंट में अब तक बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। हम एशियाई खेलों में उनके ट्रैक रिकॉर्ड को जानते हैं, और इसलिए, हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा कि हम उन्हें मैदान पर हमें आश्चर्यचकित करने की कोई गुंजाइश न दें।”
कोरिया के खिलाफ भारत की पिछली कुछ भिड़ंत इस बात का सबूत है कि दोनों देशों के बीच प्रतिस्पर्धा कितनी कड़ी रही है। इस साल अगस्त में हीरो एशियन चैंपियंस ट्रॉफी चेन्नई 2023 में, भारत को प्रतिद्वंद्वी पर 3-2 से करीबी जीत हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ी। पिछले साल, हीरो एशिया कप 2022 में, भारत ने कोरिया के खिलाफ 4-4 से ड्रॉ खेला था, और हीरो एशियन चैंपियंस ट्रॉफी ढाका 2021 में भी दोनों पक्षों ने 2-2 से ड्रॉ खेला था।
2013 के बाद से दोनों टीमों के बीच 17 बार आमना-सामना हुआ है, जिसमें से भारत ने 8 जीते हैं, जबकि 6 मैच बराबरी पर छूटे हैं। कोरिया ने तीन मैच जीते हैं।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के मुख्य कोच क्रेग फुल्टन ने कहा, “कोरिया परंपरागत रूप से हमारे लिए एक कठिन प्रतिद्वंद्वी रहा है। लेकिन हाल ही में उनके साथ खेलने से हमें यह अंदाजा हो गया है कि हम आगामी गेम में क्या उम्मीद कर सकते हैं।”
उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि कोरिया रक्षात्मक रूप से बहुत मजबूत है और वे अपने जवाबी हमलों में कितने खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए, जब भी हम कब्जे से बाहर हों तो हमें संख्या में बचाव के लिए तैयार रहना होगा। आधुनिक हॉकी के लिए खिलाड़ियों को पिच पर पूरी लंबाई तक दौड़ने की आवश्यकता होती है और हमारे खिलाड़ियों के फिटनेस स्तर का परीक्षण कोरिया के खिलाफ किया जाएगा, खासकर गर्म मौसम की स्थिति में। खुद को अच्छी स्थिति में लाने के लिए शुरुआती लक्ष्य हासिल करना और प्रतिद्वंद्वी को सहज नहीं होने देना भी महत्वपूर्ण होगा।”
भारतीय पुरुष हॉकी टीम बुधवार, 4 अक्टूबर, 2023 को कोरिया के खिलाफ सेमीफाइनल में प्रतिस्पर्धा करेगी।
नयी दिल्ली। एशियन गेम्स 2023 में भारतीय पुरुष वॉलीबॉल टीम बहुत ही शानदार प्रदर्शन कर रही है। टीम ने अपने पहले मैच में कंबोडिया को 3-0 से हराया था। अब भारतीय वॉलीबॉल टीम ने पिछले बार की उपविजेता साउथ कोरिया को हराकर बड़ा उलटफेर कर दिया है। भारतीय प्लेयर्स ने साउथ कोरिया के खिलाफ कमाल का प्रदर्शन किया और लगातार दूसरी जीत दर्ज की।
भारत ने जीता मैच
भारतीय पुरुष वॉलीबॉल टीम ने साउथ कोरिया को पांच सेट तक चले रोमांचक मुकाबले में हराकर उलटफेर किया और इसी के साथ ग्रुप में टॉप पर रहते हुए एशियाई खेलों के नॉकआउट राउंड में जगह बनाई। भारतीय टीम ने ग्रुप-सी के अंतिम मैच में कोरिया को दो घंटे 38 मिनट में 3-2 (25-27 29-27 25-22 20-25 17-15) से हराया। साउथ कोरिया ने वॉलीबॉल में तीन गोल्ड मेडल जीते हैं। वहीं, भारत की पिछले 10 सालों में कोरियाई टीम के खिलाफ यह पहली जीत है। भारत की मौजूदा रैंकिंग 73 है और साउथ कोरिया की टीम 27वें नंबर पर काबिज है।
ग्रुप-सी में टॉप पर रहा भारत
भारत ने पहले मैच में कंबोडिया को 3-0 से और दूसरे मैच में साउथ कोरिया को 3-2 से हराया। इसी वजह से उसके पांच प्वाइंट्स हैं और ग्रुप में टॉप पर है। ग्रुप-सी में दूसरे नंबर पर साउथ कोरिया की टीम रही है, जिसका एक अंक है। कोरिया के खिलाफ भारतीय टीम के लिए अमित गुलिया और अशवाल राय ने शनदार प्रदर्शन करते हुए टीम को महत्वपूर्ण अंक दिलाए। भारत अगले दौर में चीनी ताइपे या मंगोलिया से भिड़ेगा।
पिछले सीजन 12वें नंबर पर रही थी टीम
भारत ने एशियाई खेलों में अपना पिछला पदक 1986 में ब्रॉन्ज मेडल के रूप में जीता था। इससे पहले 1962 में सिल्वर और 1958 में ब्रॉन्ज हासिल किया था। भारत ने अभी तक एशियन गेम्स में वॉलीबॉल में कुल तीन पदक अपने नाम किए हैं। इंडोनेशिया के जकार्ता में पिछले सीजन में भारतीय वॉलीबॉल टीम 12वें स्थान पर रही थी।
लखनऊ। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर व मार्ट में 21 से 25 सितम्बर के मध्य आयोजित हो रहे इंटरनेशनल ट्रेड शो में आयोजित होने वाले सांकृतिक कार्यक्रमों के केंद्र में प्रभु श्रीराम होंगे। योगी सरकार का मानना है कि भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कई अन्य देशों की आस्था का केंद्र भी प्रभु श्री राम ही हैं।
ऐसे में, इंटरनेशनल ट्रेड शो के आयोजन में भी इसे पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ सांस्कृतिक विरासत के तौर पर समूचे विश्व के आगे प्रदर्शित करने की विस्तृत कार्ययोजना पर योगी सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप, यह कार्यक्रम व्यवसायिक अवसरों को विस्तार देने के मंच से बढ़कर विश्व को एक सांस्कृतिक डोर में बांधने का माध्यम भी बनेगा।
दुनिया की आस्था के केंद्र हैं श्रीराम
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि बात चाहे थाइलैंड की हो, मलेशिया की हो, इंडोनेशिया की हो या फिर साउथ कोरिया की, इन सभी देशों की आस्था के केंद्र में प्रभु श्रीराम रहे हैं। ऐसे में, इंटरनेशनल ट्रेड शो में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्रभु श्रीराम से जुड़े संस्मरणों, लोक कलाओं, गायन व नृत्य नाटिकाओं का मंचन कर उन्हें वैश्विक पटल पर व्यापकता के साथ दर्शाने की कार्ययोजना तैयार कर उसके क्रियान्वयन की तैयारी पूरी कर ली गई है।
अतिथियों की आवभगत से लेकर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक, सब जगह गूंजेगा राम नाम
प्रवक्ता ने बताया कि इंटरनेशनल ट्रेड शो में हिस्सा लेने जो अतिथि विश्व भर से आ रहे हैं, उनकी आवभगत के लिए भी योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। कार्ययोजना के अनुरूप, माना जा रहा है कि कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले विशिष्ट अतिथियों का स्वागत कल्चरल ग्रुप के आर्टिस्ट्स करेंगे और उनके लोक गीतों प्रभु श्रीराम से जुड़े लोकगीत प्रमुख होंगे। इतना ही नहीं, कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों में भी प्रभु श्रीराम की झलक देखने को मिलेगी।
इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम के इनॉगरल सेशन में एक कल्चरल टैब्ल्यू का प्रेजेंटेशन होगा जिसमें ब्रज, पूर्वांचल, अवध, पश्चिमांचल, रूहेलखंड व बुंदेलखंड के कलाकारों की प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। इनमें से 12 कलाकार मंच पर अतिथियों को लेकर आएंगे और उनका स्वागत भी करेंगे। निश्चित तौर पर अवध और बुंदेलखंड के कलाकारों में प्रभु श्रीराम से जुड़े लोक गीतों की प्रमुखता रहेगी। इसके अतिरिक्त, लोक गायन, राम गान और रामायण पर आधारित कथक नृत्य नाटिका का मंचन भी सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रमों के दौरान किया जाएगा।
संगीत के सुरों से सजेगी सांस्कृतिक संध्या
ट्रेड शो के दौरान 5 दिनों में आयोजित होने वाले कुल 6 सांस्कृतिक कार्यक्रमों को अलग-अलग परफॉर्मेंसेस के आधार पर चिह्नित किया गया है। इस क्रम में कल्चरल टैब्ल्यू के अतिरिक्त स्वर संगम सेशन के दौरान जुगलबंदी और सूफी गायन के जरिए समां बांधा जाएगा, जबकि उत्तर प्रदेश के रंग लोक के संग सेशंस के दौरान अलग-अलग दिनों में रिदम रसरंग, सुगम संगीत, अनुराद म्यूजिकल बैंड की प्रस्तुति, लोक गायन, श्रीराधा-माधव नृत्य, राम गान, रामायण पर आधारित कथक नृत्य नाटिका व गायन प्रस्तुति के जरिए ट्रेड शो में आए लोगों को सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराते हुए मनोरंजन सुलभ कराने की कार्ययोजना पर कार्य हो रहा है।
अध्यात्म के साथ व्यक्तिगत विकास की सूक्ति पर भी होगी चर्चा
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार इंटरनेशनल ट्रेड शो में ईशा फाउंडेशन के फाउंडर व स्पीरिचुअल गुरू सद्गुरू भी एक सेशन में हिस्सा ले सकते हैं। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम में वह शिरकत करके इंटरैक्टिव सेशन के माध्यम से न केवल अध्यात्म से जुड़े कुछ गूढ़ विशयों पर चर्चा कर सकते हैं बल्कि व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक गुणों से संबंधित व्यवहारिक ज्ञान व सूक्ति को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सम्मिलित होंगी। वहीं, कई अन्य केंद्रीय मंत्री भी ट्रेड शो के विभिन्न सेशंस में बतौर चीफ व स्पेशल गेस्ट अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करेंगे।
चीन और उत्तर कोरिया ने कोविड पाबंदियां हटाईं , चीन बुधवार से जारी करेगा सभी श्रेणियों के वीजा
बीजिंग/प्योंगयांग । कोविड महामारी की भयावहता के बाद लगी पाबंदियां हटाने का सिलसिला तेज हो गया है। अब चीन जाने वाले यात्रियों को कोविड का टेस्ट कराना जरूरी नहीं होगा। इसी तरह उत्तर कोरिया ने भी कोविड पाबंदियों में ढील देने का ऐलान किया है। इसके बाद विदेशों में रह रहे उत्तर कोरिया के नागरिक भी अपने देश लौट सकेंगे।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने जानकारी दी कि अब बुधवार से चीन पहुंचने वाले आने वाले यात्रियों को कोविड टेस्ट की जरूरत नहीं होगी। यह 2020 की शुरुआत से चीन में लगाए गए प्रतिबंधों को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। अभी तक चीन आने वाले यात्रियों को सरकार के नामित होटलों में क्वारंटाइन करना जरूरी था। अब यह नियम भी हटाया गया है। चीन बुधवार से सभी श्रेणियों के वीजा फिर से जारी करना शुरू कर देगा। विदेश मंत्रालय ने घोषणा की कि चीन के उन हिस्सों में एक बार फिर से वीज़ा-मुक्त प्रवेश उपलब्ध होगा, जहां महामारी से पहले इसकी आवश्यकता नहीं थी।
उत्तर कोरिया ने भी कोविड पाबंदियों में ढील देते हुए ऐलान किया कि विश्व भर में महामारी की स्थिति में सुधार आने के मद्देनजर वह विदेशों में रह रहे अपने नागरिकों को स्वदेश लौटने की अनुमति देगा। आपातकालीन महामारी रोकथाम मुख्यालय ने कहा है कि उत्तर कोरिया वापस लौटने वाले लोगों को उचित चिकित्सा निगरानी के लिए एक सप्ताह क्वारंटाइन में रहना होगा। माना जा रहा है कि इस घोषणा के बाद उत्तर कोरियाई छात्रों, कामगारों और अन्य लोगों की वापसी हो जाएगी, जिन्हें महामारी के कारण विदेश में रुकना पड़ गया था। इनमें से ज्यादातर लोग चीन और रूस में फंसे हुए हैं।
उत्तर कोरिया ने फिर दागीं दो बैलिस्टिक मिसाइल, वाशिंगटन, जापान और सियोल को कराया अपनी ताकत का अहसास
सियोल । उत्तर कोरिया ने बुधवार तड़के पूर्व की ओर दो बैलिस्टिक मिसाइल दागी हैं। उत्तर कोरिया ने यह कदम उठाकर वाशिंगटन, जापान और दक्षिण कोरिया को संकेत दिया है कि उसे कमजोर न समझा जाए।
जापान और दक्षिण कोरिया की सेनाओं ने कहा है कि चार दशक में पहली बार अमेरिकी बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी के दक्षिण कोरिया के बंदरगाह पर पहुंचने के कुछ ही घंटों बाद उत्तरी कोरिया ने यह हरकत की है।
सियोल ने कहा है कि अमेरिका और दक्षिण कोरिया सुरक्षा वार्ता के उद्घाटन सत्र के एक दिन बाद उत्तर कोरिया ने पूर्वी सागर में दो कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं। यह वार्ता सियोल से 320 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व बुसान में प्रमुख नौसैनिक अड्डे पर हुई।
दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ ने कहा कि यह मिसाइलें सुनान क्षेत्र से सुबह 3:30 बजे से 3:46 बजे (स्थानीय समयानुसार) दागी गईं। मिसाइलों ने समुद्र में गिरने से पहले लगभग 550 किलोमीटर की दूरी तक उड़ान भरी।
प्योंगयांग । उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल दागकर दुनिया को चुनौती दी है। यह इस साल उत्तर कोरिया द्वारा किया गया 12वां प्रक्षेपण है। दक्षिण कोरिया और जापान ने मिसाइल दागे जाने की पुष्टि की है।
दक्षिण कोरिया के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ ने एक बयान में कहा, उत्तर कोरिया ने अपने पूर्वी तट से पूर्वी सागर की ओर एक अनिर्दिष्ट बैलिस्टिक मिसाइल दागी। उत्तर कोरिया के पिछले प्रक्षेपण के बमुश्किल एक महीने बाद हुए इस प्रक्षेपण की सूचना जापान की सेना ने भी दी है। दक्षिण कोरिया की सेना के संयुक्त प्रमुख ने घोषणा की है कि उन्होंने बैलिस्टिक मिसाइल प्रक्षेपण का पता लगाया है। उन्होंने इस प्रक्षेपण के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है। जापानी रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी जानकारी दी कि मिसाइल को उड़ान भरते देखा गया। इससे पहले उत्तर कोरिया ने 15 जून को बैलिस्टिक मिसाइल लॉन्च की थी।
वैसे माना जा रहा है कि इस सप्ताह की शुरुआत में अमेरिकी जासूसी विमान के अभियानों के खिलाफ उत्तर कोरिया के आरोपों के कारण उत्पन्न तनाव के बीच प्योंगयांग ने बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। यह प्रक्षेपण उत्तर कोरिया द्वारा अमेरिकी सैन्य गतिविधियों पर कड़ी शिकायत करने और अमेरिकी जासूसी विमानों पर हवाई क्षेत्र का उल्लंघन करने का आरोप लगाने के बाद हुआ है। प्योंगयांग ने अमेरिकी परमाणु ऊर्जा संचालित क्रूज मिसाइल पनडुब्बी की हाल ही में दक्षिण कोरिया की यात्रा की भी निंदा की थी। उत्तर कोरिया ने अमेरिका पर आठ बार अवैध रूप से उसके आर्थिक क्षेत्र में उड़ान भरने का आरोप लगाया है और जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। उत्तर कोरिया ने 2023 में अपनी पहली ठोस-ईंधन अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया था और एक नए प्रक्षेपण वाहन पर अपने पहले जासूसी उपग्रह को लॉन्च करने का प्रयास किया था।