दिल्ली/सेंचुरियन । दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम ने अपने घरेलू मैदान में भारतीय टीम को एक बार फिर टेस्ट श्रृंखला जीतने से रोक दिया है। दो टेस्ट मैचों की सीरीज में सेंचुरियन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मेजबान दक्षिण अफ्रीका ने भारत को एक पारी और 32 रन से मात दी है। डीन एल्गर को बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।
पहली पारी में 163 रन से पीछे चल रही भारतीय टीम दूसरी पारी में तो प्रोटियाज गेंदबाजों के सामने घुटने ही टेक टिके। पूरी टीम मात्र 131 रन पर ढेर हो गई। भारत के लिए सिर्फ विराट कोहली ने 76 रन की जुझारू पारी खेली। वहीं शुभमन गिल ने 26 रन बनाए। इसके अलावा कोई भी बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सका जबकि कप्तान रोहित शर्मा और आर. अश्विन समेत चार बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल सके। दक्षिण अफ्रीका के लिए दूसरी पारी में नांद्रे बर्गर सबसे सफल गेंदबाज रहे, उन्होंने चार विकेट चटकाए जबकि कगिसो रबाडा को दो और मार्को यानसेन को तीन सफलता मिली।
इससे पहले, भारत ने पहली पारी में केएल राहुल के शानदार शतक की मदद से 245 रन बनाए थे जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीकी टीम ने 408 रन का आंकड़ा स्कोर बोर्ड पर लगाया। अफ्रीका के लिए सलामी बल्लेबाज डीन एल्गर ने 185 रन की शानदार पारी खेली। वहीं मार्को यानसेन ने 84 रन और डेविड बेडिंघम ने 56 रन की पारी खेली थी। जबकि भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह ने सबसे अधिक चार विकेट और मो. सिराज ने दो झटके थे। साथ ही शार्दुल ठाकुर, प्रसिद्ध कृष्णा और अश्विन को एक-एक सफलता मिली थी।
SOUTH AFRICA WIN
गकेबरहा (दक्षिण अफ्रीका) । दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे एकदिवसीय मुकाबले में भारतीय टीम को 8 विकेट से मात दी है। इस जीत से साथ मेजबान टीम ने श्रृंखला में एक-एक की बराबरी कर ली है।
भारत की ओर से मिले 212 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीकी टीम ने सधी शुरुआत की। सलामी बल्लेबाज रीजा हैंड्रिक्स और टोनी डी जोर्जी ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए पहले विकेट के लिए 130 रन जोड़े। तभी हैंड्रिक्स 52 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद रेसी वान डर डुसे ने टोनी का उम्दा साथ देते हुए 76 रन की साझेदारी निभाई। डुसे ने 36 रन की पारी खेली। वहीं दूसरे छोर पर युवा बल्लेबाज टोनी डी जोर्जी ने शानदार शतक लगाया और 119 रन बनाकर नाबाद रहे। उन्होंने एडन मार्कराम के साथ मिलकर टीम को 45 गेंद पहले ही जीत दिला दी। भारत की तरफ से अर्शदीप और रिंकू सिंह को एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया 211 रन पर ऑलआउट हो गई। भारत के लिए सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ एक बार फिर बड़ा स्कोर बनाने से चूक गए और 4 रन बनाकर आउट हो गए। तीन नंबर पर बल्लेबाजी करने आए तिलक वर्मा (10 रन) भी जल्द ही पवेलियन लौट गए। फिर साई सुदर्शन और कप्तान केएल राहुल ने पारी को संभाला और 68 रन की साझेदारी की। सुदर्शन ने 83 गेंद पर 62 रन बनाए, जबकि केएल राहुल ने 64 गेंद पर 56 रन की पारी खेली। इनके कोई भी बल्लेबाज ज़्यादा देर क्रीज पर नहीं टिक सका। सभी का आने जाने का क्रम लगा रहा। इस तरह पूरी टीम 46.2 ओवर में 211 के स्कोर पर पवेलियन लौट गई। दक्षिण अफ्रीका के लिए नांद्रे बर्गर ने 3 विकेट झटके। जबकि ब्रॉन हैंड्रिक्स और केशव महाराज को दो-दो सफलता मिली। वहीं लिजाड विलियम्स और एडन मार्करम को एक-एक विकेट मिला।
नई दिल्ली । सेंट जॉर्ज पार्क स्टेडियम में खेल गए तीन टी20 मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को पांच विकेट से हरा दिया है। इस जीत के साथ साउथ अफ्रीका की टीम ने सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। वर्षा प्रभावित मुकाबले में मेजबानों को डकवर्थ लुईस नियम से 152 रनों का लक्ष्य मिला था, जो उसने 13.5 ओवरों में ही हासिल कर लिया। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से रीजा हेंड्रिक्स ने 49, कप्तान मार्करम ने 39 और डेविड मिलर ने 17 रन पारी खेली जबकि ट्रिस्टियन स्टब्बस (नाबाद 14) और फेहलुकावायो (10) ने नाबाद रहे। वहीं भारत के लिए मुकेश कुमार को सबसे ज्यादा 2 विकेट मिले जबकि सिराज और कुलदीप एक-एक सफलता मिली।
इससे पहले भारत की शुरुआत बहुत ही खराब रही। टीम के दोनों ओपनर जायसवाल (0) और शुभमन गिल (0) बिना खाता खोले ही आउट हो गए। यहां से युवा तिलक वर्मा (29) ने अच्छी लय दिखाई, तो सूर्यकुमार यादव (56) ने दिखाया कि वह दक्षिण अफ्रीकी पिचों पर भी प्रहार करना जानते हैं लेकिन दिल जीता एक बार फिर से रिंकू सिंह (68) ने जिन्होंने बारिश से मैच रुकने तक एक छोर न केवल थामे रखा बल्कि तेज गति से रन बनाते हुए 19.3 ओवरों में स्कोर को 7 विकेट पर 180 तक पहुंचाया।लेकिन आखिरी तीन गेंद फिंकने से पहले बारिश आ गई और खिलाड़ियों को वापस लौटना पड़ा। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से गेराल्ड कोइट्जी ने तीन विकेट लिए जबकि तबरेज शम्सी, एन जॉनसन और एलबी विलियमसन को एक-एक सफलता मिली।
उल्लेखनीय है कि भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन टी20 मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला रविवार को डरबन में खेला जाना था, लेकिन बारिश के कारण रद्द कर दिया गया था।
पुणे । साउथ अफ्रीका ने वनडे वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड को 24 साल बाद हराया। टीम को 1999 के बाद अब 2023 में पुणे के मैदान पर 190 रन से जीत मिली। इस बीच न्यूजीलैंड ने साउथ अफ्रीका को लगातार 5 मुकाबलों में हराया था। स्टेडियम में साउथ अफ्रीका से क्विंटन डी कॉक और रासी वान डर डसन ने सेंचुरी लगाईं, जबकि केशव महाराज ने 4 विकेट लिए।
न्यूजीलैंड पर जीत के साथ साउथ अफ्रीका के 7 मैचों में 6 जीत से 12 पॉइंट्स हो गए। टीम इस वक्त पॉइंट्स टेबल में पहले नंबर पर है। जबकि 7 मैचों में लगातार तीसरी हार के बाद न्यूजीलैंड टीम चौथे नंबर पर पहुंच गई। अब न्यूजीलैंड को सेमीफाइनल की रेस में बने रहने के लिए आखिरी दोनों मैच जीतने ही होंगे। जबकि साउथ अफ्रीका आखिरी 2 में से एक मुकाबला जीतकर भी नॉकआउट में क्वालिफाई कर जाएगा।
बुधवार को पुणे में न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। साउथ अफ्रीका ने 50 ओवर में 4 विकेट पर 357 रन बनाए। जिसके जवाब में न्यूजीलैंड 35.3 ओवर में 167 रन बनाकर ही ऑलआउट हो गया। साउथ अफ्रीका का अगला मैच अब 5 नवंबर को भारत से होगा। वहीं न्यूजीलैंड अगला मैच 4 नवंबर को पाकिस्तान से खेलेगा।
न्यूजीलैंड की औसत शुरुआत, पावरप्ले में स्कोर 51/2
358 रन का टारगेट चेज करने उतरी न्यूजीलैंड की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम ने पहले 10 ओवर में दो विकेट खोकर 51 रन बनाए। दोनों झटके मार्को यानसन ने दिए। इस पारी के तीसरे ओवर की आखिरी बॉल पर यानसन ने ओपनर डेवोन कॉन्वे को 2 रन के निजी स्कोर पर पवेलियन भेजा। उसके बाद 9वें ओवर की आखिरी बॉल पर रचिन रवींद्र (9 रन) को चलता कर दिया। यानसन ने वर्ल्ड कप-2023 के पावरप्ले-1 में 12वां विकेट लिया। वनडे करियर के शुरुआती 10 ओवरों में उनके 17 विकेट हो गए हैं।
साउथ अफ्रीका ने इस वर्ल्ड कप में चौथी बार बनाया 350+ का स्कोर
साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 4 विकेट पर 357 रन बनाए। टीम ने इस वर्ल्ड कप में चौथी बार 350 से ज्यादा का स्कोर बनाया। ओपनर क्विंटन डी कॉक (114 रन) और रासी वान डर डसन (133 रन) ने शतकीय पारियां खेलीं। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 189 बॉल पर 200 रन की पार्टनरशिप की। डेविड मिलर ने 53 रन का योगदान दिया। न्यूजीलैंड की ओर से टिम साउदी को 2 विकेट मिले। ट्रेंट बोल्ट को एक विकेट मिला।
डी कॉक एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले साउथ अफ्रीकी
डी कॉक ने वनडे करियर का 21वां शतक बनाया। उन्होंने वर्ल्ड कप में चौथा शतक ल गाया। उनके चारों शतक इसी वर्ल्ड कप में आए। वह 2015 और 2019 के वर्ल्ड कप में सेंचुरी नहीं लगा सके थे। क्विंटन डी कॉक एक वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा शतक जमाने वाले साउथ अफ्रीकी बने। उनके बाद एबी डिविलियर्स के नाम 2 शतक हैं। डी कॉक एक वर्ल्ड कप सीजन में सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले बैटर्स की सूची में कुमार संगकारा के साथ दूसरे नंबर पर हैं। दोनों के 4-4 शतक हैं। भारत के रोहित शर्मा 5 शतकों के साथ इस रिकॉर्ड में टॉप पर हैं। इतना ही नहीं, डी कॉक वर्ल्ड कप के एक सीजन में 500 से ज्यादा रन बनाने वाले पहले साउथ अफ्रीकी बैटर बने।
आखिरी 20 ओवर में 202 रन बने, 3 विकेट भी गिरे
आखिर के 20 ओवर साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों के नाम रहे। 31 से 50 ओवर तक साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने 3 विकेट खोकर 202 रन बनाए। 36वें ओवर की चौथी बॉल पर डसन का कैच छूटने के बाद डी कॉक और फिर डसन दोनों ने अपने-अपने शतक पूरे कर लिए। डेथ ओवर्स में डेविड मिलर ने 30 बॉल पर 53 रन की विस्फोटक पारी भी खेली। 50वें ओवर में ऐडन मार्करम ने सिक्स जमाकर स्कोर 357 रन पहुंचाया।
डी कॉक-वान डर डसन की शतकीय साझेदारी
पावरप्ले में 38 रन के टीम स्कोर पर साउथ अफ्रीका ने कप्तान टेम्बा बावुमा का विकेट गंवा दिया। उनके बाद क्विंटन डी कॉक ने रासी वान डर डसन के साथ शतकीय साझेदारी की। इस साझेदारी ने टीम को पहले झटके से उबारा। 11 से 30 ओवर तक टीम ने बगैर नुकसान पर 112 रन बनाए। 30 ओवर के बाद टीम का स्कोर 155/1 रन रहा।
डी कॉक के मौजूदा सीजन में 500+ रन हो गए हैं। वे एक वर्ल्ड कप सीजन में 500+ रन बनाने वाले पहले साउथ अफ्रीकी बैटर बने हैं। उन्होंने वान डर डसन के साथ सेंचुरी पार्टनरशिप भी पूरी की। इस सीजन में साउथ अफ्रीका की ओर से 7वीं शतकीय साझेदारी हुई।
टेम्बा बावुमा 24 रन बनाकर आउट, बोल्ट के पावरप्ले में 90 विकेट पूरे
टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरे साउथ अफ्रीकी ओपनर ने बैलेंस स्टार्ट किया। कप्तान बावुमा और डी कॉक की जोड़ी ने अच्छी बॉल को संभलकर खेला, जबकि खराब बॉल पर बड़े शॉट्स लगाए। पावरप्ले के शुरुआती ओवर्स में टेम्बा बावुमा भी लय में दिखे, लेकिन वे ज्यादा देर बल्लेबाजी नहीं कर सके और 28 बॉल पर 24 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। उन्हें 9वें ओवर की तीसरी बॉल पर ट्रेंट बोल्ट ने डेरिल मिचेल के हाथों कैच कराया। शुरुआती 10 ओवर के खेल में साउथ अफ्रीका ने एक विकेट पर 43 रन बनाए। पारी के छठे ओवर में मैट हेनरी की बॉल पर टेम्बा बावुमा के छक्के की मदद से वर्ल्ड कप के मौजूदा सीजन में 400 छक्के पूरे हो गए हैं।
न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग करने का फैसला लिया। मुकाबले के लिए दोनों टीमों ने प्लेइंग इलेवन में एक-एक बदलाव किया।
दोनों टीमों में एक-एक बदलाव
दोनों टीमों ने इस मैच के लिए प्लेइंग इलेवन में एक-एक बदलाव किया। न्यूजीलैंड ने लॉकी फर्ग्यूसन की जगह टिम साउदी को मौका दिया, जबकि साउथ अफ्रीका में तबरेज शम्सी की जगह कगिसो रबाडा को प्लेइंग इलेवन में जगह मिली है।
दोनों टीमों की प्लेइंग इलेवन
न्यूजीलैंड : टॉम लैथम (कप्तान और विकेटकीपर), डेवोन कॉन्वे, विल यंग, रचिन रवींद्र, डेरिल मिचेल, ग्लेन फिलिप्स, जेम्स नीशम, मिचेल सैंटनर, मैट हेनरी, टिम साउदी और ट्रेंट बोल्ट।
साउथ अफ्रीका: टेम्बा बावुमा (कप्तान), क्विंटन डी कॉक, रासी वान डर डसन, ऐडन मार्करम, हेनरिक क्लासन, डेविड मिलर, मार्को यानसन, केशव महाराज, लुंगी एनगिडी, कगिसो रबाडा और जेराल्ड कूटजी।
नई दिल्ली । दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप के चौथे मैच में शनिवार को यहां अरुण जेटली स्टेडियम में श्रीलंका को 102 रन से हराया। इसे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए क्विंटन डी कॉक (100), राशी वेन डर डुसेन (108) और एडन मार्करम (106) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 428 रन बनाए। जवाब में श्रीलंका की टीम 44.5 ओवर में 326 रनों पर ऑल आउट हो गई। इस मैच में 74 चौके और 31 छक्के लगे।
429 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत खराब रही और दूसरे ही ओवर में 1 रन के कुल स्कोर पर पाथुम निशांका को मार्को जेनसेन ने बोल्ड कर दक्षिण अफ्रीका को पहली सफलता दिलाई। पहला विकेट जल्दी गिरने के बाद कुसल मेंडिस ने मोर्चा संभाला और विकेट के चारों तरफ शॉट लगाए, उन्होंने केवल 25 गेंदों पर 6 छक्के और 3 चौके की बदौलत अपना अर्धशतक पूरा किया, हालांकि दूसरे छोर से विकेट गिरते रहे। 8वें ओवर में 67 के कुल स्कोर पर कुसल परेरा को मार्को जेनसेन ने बोल्ड कर मैच का अपना दूसरा विकेट लिया।
13वें ओवर में कागिसो रबाडा ने श्रीलंका को बड़ा झटका दिया। रबाडा ने 109 के कुल स्कोर पर कुसल मेंडिस को क्लासेन के हाथों कैच कराकर श्रीलंका को तीसरा झटका दिया। मेंडिस ने 42 गेंदों में 4 चौके और 8 छक्के की बदौलत 76 रनों की शानदार पारी खेली। 14वें ओवर में 111 के कुल स्कोर पर गेराल्ड कोएट्जी ने सदीरा समरविक्रमा को आउट कर श्रीलंका को चौथा झटका दिया।
इसके बाद धनंजय डीसिल्वा और चारिथ असालंका ने पांचवें विकेट के लिए 41 गेंदों पर 39 रन की साझेदारी कर श्रीलंका को 150 रनों के स्कोर तक पहुंचाया। इसी स्कोर पर केशव महाराज ने डीसिल्वा को आउट कर श्रीलंका को पांचवां झटका दिया। डीसिल्वा ने 14 गेंदो पर 11 रन बनाए।
डीसिल्वा के आउट होने के बाद असालंका और दासुन शनाका ने छठे विकेट के लिए 72 गेंदों पर 82 रनों की साझेदारी की। इस दौरान असालंका ने काफी अच्छी और तेज बल्लेबाजी की, वह तेजी से अपने शतक की ओर बढ़ रहे थे, तभी 32वें ओवर में 232 रनों के कुल स्कोर पर लुंगी एन्गिडी की गेंद पर स्थानापन्न खिलाड़ी रीजा हैंड्रिक्स ने उनका बेहतरीन कैच पकड़कर उन्हें पवेलियन भेजा। असालंका ने 65 गेंदों पर 8 चौके और 4 छक्के की बदौलत 79 रन बनाए। अगली ही ओवर में कोएट्जी ने दुनिथ वेल्लालागे को विकेटकीपर हेनरिक क्लासेन के हाथों कैच कराकर श्रीलंका को सातवां झटका दिया। वेल्लालागे खाता भी नहीं खोल सके।
एक तरफ से गिरते विकेटों के बीच कप्तान शनाका ने पहले धैर्य से बल्लेबाजी की और फिर अपना गियर बदला। उन्होंने कोएट्जी के सातवें और पारी के 37वें ओवर में 23 रन जोड़े और अपना अर्धशतक पूरा किया। शनाका ने इस ओवर में एक छक्का और चार चौके लगाए।
शनाका ने 40वें ओवर में केशव महाराज को निशाना बनाया और पांच वाइड सहित 15 रन जोड़े, लेकिन अंत में जीत महाराज की हुई। उन्होंने शनाका को बोल्ड कर श्रीलंका को आठवां झटका दिया। शनाका ने 62 गेंदों पर 6 चौके और तीन छक्के की बदौलत 68 रन बनाए। शनाका ने आउट होने से पहले आठवें विकेट के लिए कासुन राजिथा के साथ 58 रनों की साझेदारी की। शनाका का विकेट 291 रनों के कुल स्कोर पर गिरा।
शनाका के आउट होने के बाद राजिथा ने अपने हाथ खोलने शुरु किये और कुछ बेहतरीन शॉट खेले। खासकर मैच के 43वें ओवर में उन्होंने मार्को जेनसेन के खिलाफ 1 छक्का और एक चौका लगाया। हालांकि उनकी यह पारी ज्यादा देर तक नहीं चली और 44वें ओवर में गेराल्ड कोएट्जी की गेंद पर वह एडन मार्करम को कैच देकर चलते बने। राजिथा ने 31 गेंदों पर 4 चौके और 1 छक्के की बदौलत 33 रन बनाए। 45वें ओवर में 326 के कुल स्कोर पर रबाडा ने मथीसा पथिराना को बोल्ड कर श्रीलंकाई टीम की पारी का अंत किया। पथिराना ने 5 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से गेराल्ड कोएट्जी ने 3, मार्को जेनसेन, कागिसो रबाडा, केशव महाराज ने 2-2 व लुंगी एन्गिडी ने 1 विकेट लिया।
इससे पहले क्विंटन डी कॉक (100), राशी वेन डर डुसेन (108) और एडन मार्करम (106) की शानदार शतकीय पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 5 विकेट पर 428 रन बनाए।
दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में रिकॉर्डों की झड़ी लगा दी। दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर बनाया, इसके पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम था, ऑस्ट्रेलिया ने 4 मार्च 2015 में अफगानिस्तान के खिलाफ 417 रनों का रिकॉर्ड स्कोर खड़ा किया था।
इसके अलावा दक्षिण अफ्रीकी टीम ने यहां अरुण जेटली स्टेडियम में भी एकदिवसीय क्रिकेट का सबसे बड़ा स्कोर बनाया। इससे पहले इस स्टेडियम में सर्वाधिक कुल स्कोर बनाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम था। वेस्टइंडीज ने फरवरी 2011 में नीदरलैंड्स के खिलाफ 8 विकेट खोकर 330 रन का स्कोर खड़ा किया था।
वहीं, एडन मार्करम ने 49 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो विश्व कप का सबसे तेज शतक है।
इस मैच में श्रीलंका के कप्तान दासुन शनाका ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और दूसरे ही ओवर में कप्तान तेम्बा बावुमा 8 रन बनाकर दिलशान मधुशंका की गेंद पर एलबीडब्ल्यू होकर पवेलियन लौट गए।
बावुमा के आउट होने के बाद क्विंटन डी कॉक और राशी वेन डर डुसेन ने श्रीलंकाई गेंदबाजों की जमकर खबर ली और मैदान के चारों ओर शॉट मारे। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी। इस दौरान डी कॉक ने अपना शतक पूरा किया। शतक पूरा करने के बाद डी कॉक मथीसा पथिराना की गेंद पर धनंजय डीसिल्वा को कैच देकर पवेलियन लौट गए। डी कॉक ने 84 गेंदों पर 12 चौके और 3 छक्के की बदौलत 100 रन बनाए।
इसके बाद डुसेन ने भी अपना शतक पूरा किया, उन्होंने एडन मार्करम के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 50 रन जोड़े। 38वें ओवर में 264 के कुल स्कोर पर दुनिथ वेल्लालागे ने डुसेन को आउट कर उनकी शानदार पारी का अंत किया। डुसेन ने 110 गेंदों पर 13 चौके और 2 छक्के की बदौलत 108 रन बनाए।
डुसेन के आउट होने के बाद एडन मार्करम और हेनरिक क्लासेन ने तेजी से रन बनाना शुरु किया व चौथे विकेट के लिए तेजी से 78 रन जोडे। 44वें ओवर में 342 रनों के कुल स्कोर पर कासुन राजिथा ने क्लासेन को आउट कर यह साझेदारी तोड़ी। क्लासेन ने 20 गेंदों में 3 छक्के और 1 चौके की बदौलत 32 रन बनाए।
इस दौरान एडन मार्करम ने 49 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो विश्व कप का सबसे तेज शतक है। 48वें ओवर में 383 रनों के कुल स्कोर पर मधुशंका ने मार्करम की शानदार पारी का अंत किया। मार्करम ने 54 गेंदों में 14 चौकों और 3 छक्के की बदौलत 106 रनों की उम्दा पारी खेली।
डेविड मिलर 21 गेंदों पर 3 चौके और 2 छक्के की बदौलत 39 और मार्को जेनसेन ने 7 गेंदों पर 1 छक्के की बदौलत 12 रन बनाकर नाबाद रहे। दक्षिण अफ्रीका ने 50 ओवर में 5 विकेट पर 428 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
श्रीलंका की ओर से दिलशान मधुशंका ने 2, कासुन राजिथा, मथिसा पथिराना और दुनिथ वेल्लालागे ने 1-1 विकेट लिया।
लखनऊ। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की एकदिनी श्रृंखला का पहला मुकाबला गुरुवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में खेला गया। इस मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने भारत को 9 रन से हरा दिया। इस जीत के साथ मेहमान टीम ने श्रृंखला में 1-0 से बढ़त बना ली है। बारिश की वजह से मैच देरी से शुरू हुआ, जिस कारण निर्धारित ओवरों में कटौती की गई और मुकाबला 40-40 ओवरों का तय हुआ।
दक्षिण अफ्रीका के 250 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत ठीक नहीं रही। टीम इंडिया ने अपने दोनों सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और शुभमन गिल का विकेट 6 ओवर में ही खो दिया। इसके बाद ऋतुराज गायकवाड़ और ईशान किशन ने पारी को संभालने की कोशिश की। हालांकि दोनों ने काफी धीमी बल्लेबाजी की और आखिर में 12 ओवर में मात्र 43 रन जोड़कर दोनों बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। भारत की जीत की उम्मीद बनकर पिच पर उतरे श्रेयश अय्यर ने संजू सैमसन के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 67 रन की साझेदारी की। इस दौरान अय्यर ने अपना पचासा भी पूरा किया लेकिन अर्धशतक के बाद वो जल्द ही आउट हो गए। इसके बाद सैमसन ने शार्दुल ठाकुर के साथ मिलकर टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने की कोशिश की लेकिन आखिर में 9 रन से टीम हार गई। सैमसन 86 रन बनाकर नाबाद रहे, जबकि शार्दुल ने 33 रन की अहम पारी खेली। मेहमान टीम के लिए नगिदी ने तीन और रबाडा ने दो विकेट हासिल किए। जबकि वेन पार्नेल, केशव महाराज और तबरेज शम्सी को एक-एक विकेट मिला।
इससे पहले, टॉस हारकर बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम ने निर्धारित 40 ओवर चार विकेट खोकर 249 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका के लिए डेविड मिलर ने 63 गेंद पर 75 रन और हेनरिक क्लासेन ने 65 गेंद पर 74 रन की पारी खेली। भारत की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने दो विकेट झटके, जबकि रवि विश्नोई और कुलदीप यादव को एक-एक विकेट मिला