सिंगापुर । चार भारतीय नागरिकों को सिंगापुर में एक रिटेल स्टोर से कपड़े चोरी करने के मामले में 40 से 65 दिन की सजा सुनाई गई है। इन सभी पर 1700 सिंगापुर डॉलर मूल्य से अधिक के परिधानों की कीमत के ‘टैग’ हटाकर चोरी की साजिश करने का आरोप है।
जानकारी के अनुसार इन लोगों ने ‘आरएफआईडी टैग’ हटाकर कपड़े चुराने की साजिश रची थी। इन चारों में सबसे कम उम्र के आरोपित रिद्धम ने इसी तरह के एक और अपराध की कोशिश करने का गुनाह कबूल किया। उसे सबसे अधिक सजा सुनाई गई है। अन्य तीनों ने चोरी करने या चोरी करने की कोशिश के एक-एक मामले में गुनाह कबूल किया है।
उप सरकारी अभियोजक मैक्सिमिलियन च्यू ने अदालत को बताया कि इनमें से परिधान चोरी की एक घटना 12 अक्टूबर को घटी थी। इसके चार दिन बाद भी एक घटना घटी और इसी तरह के एक प्रयास में स्टोर के सुरक्षा अधिकारियों ने इन्हें चोरी करते हुए पकड़ा।
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हांगझू । भारतीय महिला हॉकी टीम ने बुधवार को अपने पूल ए मैच में सिंगापुर पर 13-0 से जीत के साथ अपने एशियाई खेल 2023 अभियान की शुरुआत की। भारत के लिए संगीता कुमारी ने तीन, नवनीत कौर ने दो, दीपिका, सुशीला चानू, उदिता, नेहा, दीप ग्रेस इक्का, सलीमा टेटे, वंदना कटारिया और मोनिका ने 1-1 गोल किया।
मैच में भारत ने शुरू से ही अपना दबदबा बनाए रखा और सिंगापुर के खिलाफ लगातार हमले किए, जिसके कारण उन्होंने दो शुरुआती पेनल्टी कॉर्नर भी जीते और उदिता (6′) ने दूसरे पेनल्टी को गोल में बदलकर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। पहला गोल करने के कुछ क्षण बाद, भारतीय टीम को पेनल्टी स्ट्रोक मिला और उन्होंने सुशीला चानू पुखरामबम (8′) के माध्यम से इसका फायदा उठाया और गोल कर टीम को 2-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद भारत के लिए नियमित गोल आते रहे। दीपिका (11′) ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर अपनी टीम की बढ़त 3-0 कर दी, जिसके बाद नवनीत कौर (14′, 14′) ने दो गोल किए – एक पेनल्टी कॉर्नर के माध्यम से और दूसरा मैदानी गोल। पहले क्वार्टर के अंत तक भारत को 5-0 की मजबूत बढ़त मिल गई।
दूसरा क्वार्टर में भी भारतीय टीम ने गेंद पर कब्ज़ा और लगातार हमलों के जरिए खेल पर नियंत्रण बनाए रखा, जिसका एक बार फिर फायदा मिला जब दीप ग्रेस एक्का (17′) और नेहा (19′) ने आसानी से पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल दिया। जबकि संगीता कुमारी (23′) ने शानदार फील्ड गोल किया और भारत ने मध्यांतर तक 8-0 की मजबूत बढ़त हासिल कर ली।
मध्यांतर के बाद भी भारतीय टीम ने अपना दबदबा बनाए रखा। सलीमा टेटे (35′) ने फील्ड गोल करके तीसरे क्वार्टर में भारत को 9-0 की बढ़त दिला दी।
भारतीय टीम ने अंतिम क्वार्टर में भी आक्रामक रवैया अपनाया, जिसमें संगीता कुमारी (47′, 53′) ने दो और मोनिका (52′) और वंदना कटारिया (56′) ने एक-एक गोल करके भारत को 13-0 की आसान जीत दिला दी। भारत का अगला मुकाबला शुक्रवार को मलेशिया से होगा।
सिंगापुर । भारतीय मूल के अर्थशास्त्री थरमन शणमुगारत्नम ने शुक्रवार को सिंगापुर में राष्ट्रपति चुनाव में जबरदस्त वोट अंतर से जीत हासिल की। साल 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री रहे शणमुगारत्नम को 70.4 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वियों एन. कोक सोंग और टेन किन लियान को क्रमश: 15.7 प्रतिशत और 13.8 प्रतिशत वोट मिले। निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर शणमुगारत्नम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सिंगापुरवासियों ने निर्णायक अंतर से थरमन शणमुगारत्नम को हमारा अगला राष्ट्रपति चुना है। राष्ट्र प्रमुख के रूप में, वह देश और विदेश में हमारा प्रतिनिधित्व करेंगे।
इससे पहले, तमन जुरोंग फूड सेंटर में अपने समर्थकों के बीच शणमुगारत्नम ने कहा कि वह सिंगापुरवासियों की ओर से मिले मजबूत समर्थन के लिए वास्तव में आभारी हैं।
उन्होंने कहा कि मैं इस मतदान को लेकर अभिभूत हूं। यह मतदान सिर्फ मेरे लिए नहीं, यह सिंगापुर के भविष्य, आशावाद और एकजुटता के भविष्य के लिए मतदान है। मेरा अभियान आशावाद और एकजुटता पर केंद्रित था, और विश्वास करें कि सिंगापुरवासी यही चाहते हैं।
शणमुगारत्नम ने कहा, “सिंगापुर वासियों ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, मैं उसका सम्मान करूंगा और उन लोगों का भी सम्मान करूंगा जिन्होंने मुझे वोट नहीं दिया।”
निवर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब का छह वर्ष का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थर्मन शनमुगरत्नम को बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को थर्मन शनमुगरत्नम को सिंगापुर का राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (ट्वीट) संदेश में कहा कि सिंगापुर के राष्ट्रपति के रूप में आपके चयन पर थर्मन शनमुगरत्नम को हार्दिक बधाई। मैं भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं।
उल्लेखनीय है कि सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम ने शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की। 66 वर्षीय शनमुगरत्नम साल 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री रहे हैं।
सिंगापुर में वोटिंग : भारतीय मूल के तीसरे राष्ट्रपति बनने की लड़ाई में थर्मन शनमुगरत्नम, त्रिकोणीय संघर्ष
सिंगापुर । राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू हो गयी है। भारतीय मूल के तीसरे राष्ट्रपति बनने की लड़ाई में थर्मन शनमुगरत्नम को त्रिकोणीय संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।
सिंगापुर में राष्ट्रपति चुनाव के लिए सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हो गया है। 27 लाख से अधिक सिंगापुरवासियों के मतदान करने की उम्मीद है। मतदान केंद्र रात आठ बजे तक खुले रहेंगे। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू होगी। मतदान के नतीजे आधी रात तक सामने आ जाएंगे। इस चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला है। सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के पूर्व मंत्री थर्मन शनमुगरत्नम का मुकाबला सिंगापुर सरकार इन्वेस्टमेंट कॉर्प (जीआईसी) के पूर्व मुख्य निवेश अधिकारी एनजी कोक सोंग और देश के स्वामित्व वाली संघ-आधारित बीमा समूह एनटीयूसी इनकम के पूर्व प्रमुख टैन किन लियान से है।
सिंगापुर के अतीत में दो भारतीय मूल के राष्ट्रपति रह चुके हैं। एसआर नाथन के नाम से चर्चित सेलप्पन रामनाथन सिंगापुर के राजनेता और तमिल मूल के सिविल सेवक थे, जिन्होंने सिंगापुर में राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। नाथन ने 2009 में बेंजामिन शियर्स को हराया था। उनके अलावा देवन नायर के नाम से प्रसिद्ध चेंगारा वीटिल देवन नायर ने 1981 से 1985 तक सिंगापुर के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। 1923 में मलयेशिया के मलक्का में जन्मे नायर एक रबर बागान क्लर्क के बेटे थे, जो मूल रूप से केरल के थालास्सेरी के रहने वाले थे।
भारतीय मूल के राष्ट्रपति उम्मीदवार थर्मन शनमुगरत्नम का दावा, गैर-चीनी प्रधानमंत्री के लिए सिंगापुर तैयार
सिंगापुर । देश में राष्ट्रपति चुनाव अगले सप्ताह होने वाले हैं। इस चुनाव में भारतीय मूल के उम्मीदवार थर्मन शनमुगरत्नम ने दावा किया है कि सिंगापुर एक गैर-चीनी प्रधानमंत्री के लिए तैयार है। सिंगापुर के पूर्व उपप्रधानमंत्री थर्मन ने इसे चीनी मूल की आबादी के प्रभुत्व वाले देश में समाज की प्रगति का एक प्रतीक बताया।
राष्ट्रपति पद के लिए अपना दृष्टिकोण साझा करने के लिए एक चुनावी बैठक के दौरान थर्मन ने कहा कि सिंगापुरवासी लोगों को समग्रता से देखते हैं। यदि कोई ऐसा व्यक्ति सामने आता है, जो प्रधानमंत्री के लिए बेहतर उम्मीदवार है, तो उस व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। मेरा मानना है कि वे ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक समाज के रूप में सिंगापुर की प्रगति का प्रतीक है। सिंगापुर किसी गैर-चीनी प्रधानमंत्री के लिए किसी भी समय तैयार है।
66 वर्षीय थर्मन ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का हवाला देते हुए कहा कि नस्लवाद हर जगह राजनीति में एक कारक है। हालांकि, 40 या 50 साल पहले के विपरीत आज सिंगापुरवासी सभी कारकों को देखते हैं, न कि केवल नस्लवाद को। सिंगापुर के पूर्व उपप्रधानमंत्री थर्मन ने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने के लिए जुलाई में सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। सिंगापुरवासियों को एक सितंबर को 9वें राष्ट्रपति के लिए मतदान करना है। अर्थशास्त्री थर्मन ने यह भी कहा कि केवल सरकारी नीतियां सिंगापुर को एक निष्पक्ष और बेहतर स्थान नहीं बना सकती हैं। उन्होंने कहा कि इसके बजाय चीजों को अधिक गहराई तक ले जाना चाहिए और सिंगापुर के विकास का अगला चरण उन चीजों पर ध्यान देना है, जिन्हें मापा नहीं जा सकता है।
सिंगापुर । देश के राष्ट्रपति का चुनाव एक सितंबर को होगा। इसके लिए सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम सहित तीन लोग योग्य घोषित किये गए हैं। राष्ट्रपति चुनाव समिति को पात्रता प्रमाण पत्र के लिए छह आवेदन मिले थे, जिनमें से तीन लोगों को अयोग्य घोषित किया गया है।
सिंगापुर की मौजूदा राष्ट्रपति हलीमा याकूब का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त होगा। राष्ट्रपति पद के लिए छह आवेदन मिलने की स्थिति में एक सितंबर को चुनाव कराने का ऐलान किया गया था। अब उम्मीदवार के रूप में भारतीय मूल के थर्मन शनमुगरत्नम के अलावा चीनी मूल के मुख्य एनजी कोक सोंग और टैन किन लियान ने अहर्ता प्राप्त की है। चुनाव विभाग ने कहा कि थर्मन ने सार्वजनिक क्षेत्र के सेवा ट्रैक के तहत अपनी उम्मीदवारी पेश की, जबकि एनजी कोक ने सार्वजनिक क्षेत्र के विचार-विमर्श ट्रैक के तहत आवेदन किया। इसी तरह टैन किन ने निजी क्षेत्र के विचार-विमर्श ट्रैक के तहत उम्मीदवारी ठोंकी है।
राष्ट्रपति पद के लिए 26 जुलाई को अपनी उम्मीदवारी शुरू करने वाले थर्मन ने सार्वजनिक क्षेत्र की सेवा आवश्यकताओं को पूरा किया। इसके लिए जरूरी कम से कम तीन वर्षों तक मंत्री के रूप में उन्होंने पद संभाला है। 66 वर्षीय थर्मन ने राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ने के लिए पिछले महीने सार्वजनिक और राजनीतिक पदों से इस्तीफा दे दिया था। 2001 में राजनीति में शामिल होने से पहले थर्मन मुख्य रूप से सिंगापुर के मौद्रिक प्राधिकरण में एक अर्थशास्त्री और सिविल सेवक थे।
उन्होंने शिक्षा और वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया और 2011 से 2019 तक देश के उपप्रधान मंत्री रहे। एनजी, टैन और थर्मन के लिए अगला कदम उम्मीदवारों के रूप में नामांकित होना है। उन्हें पात्रता प्रमाण पत्र, सामुदायिक प्रमाण पत्र और राजनीतिक में योगदान के प्रमाण पत्र के साथ 22 अगस्त को अपना नामांकन पत्र जमा करना होगा।
सिंगापुर । भारतीय मूल के एक व्यक्ति को सिंगापुर में नशेबाजी और पुलिस पर हमले के मामले में दस साल जेल की सजा सुनाई गयी है। साथ ही उस पर 4000 हजार सिंगापुर डॉलर का जुर्माना भी लगाया गया है। इस मामले में दोषी ठहराए गए निखिल एम दुर्गुडे पर आरोप है कि उसने वर्ष 2020 में छापेमारी के दौरान पुलिस अधिकारी के साथ हिंसा की। वह स्वयं नशीले पदार्थ का सेवन कर रहा था और उसके पास से नशीला पदार्थ बरामद भी हुआ था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पांच नवंबर 2020 को वरिष्ठ स्टाफ सार्जेंट चुआ मिंग चेंग और इंस्पेक्टर झेंग यियांग सहित तीन अधिकारी धोखाधड़ी के मामले में जांच के लिए बैलेस्टियर में सिटी सूट्स की एक इकाई में गए थे। वहां उन्होंने खुद को पुलिस बताते हुए निखिल और उसके साथियों प्रकाश मथिवनन और मलानी नायडू प्रभाकर को अपना परिचय दिया। इसी दौरान, प्रकाश ने स्टाफ सार्जेंट चुआ पर हमला कर दिया। साथ ही उसने अधिकारी के चेहरे और शरीर के ऊपरी हिस्से पर भी वार किया। जब इंस्पेक्टर झेंग ने प्रकाश पर अपनी रिवॉल्वर तानकर हमला बंद करने के लिए कहा, तो प्रकाश ने उसके हाथ पकड़ लिए। जब तक चुआ उठकर इंस्पेक्टर झेंग की सहायता कर पाता तब तक निखिल ने उस पर हमला कर दिया। उसे बार-बार मुक्का और लात मारना शुरू कर दिया। बाद में तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। निखिल की जांच में पता चला कि उसने नशीले पदार्थ मेथामफेटामाइन का सेवन कर रखा था।
बीते माह निखिल को आठ आरोपों में दोषी ठहराया गया था। इन आरोपों में सरकारी कर्मचारी के काम में दखल देना और उसको रोकने के लिए जानबूझकर चोट पहुंचाना, मादक पदार्थ (भांग) को साथ रखना और मेथामफेटामाइन का सेवन करना शामिल था। सजा सुनाने से पहले उसके खिलाफ लगे 15 अन्य आरोपों पर भी सुनवाई की गई। उसे चोरी, धोखाधड़ी और नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के लिए अगस्त 2022 में तीन साल और 10 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। वहीं, लोक सेवक को उसके कर्तव्य से रोकने के लिए स्वेच्छा से चोट पहुंचाने सहित उनके अन्य आरोप अभी भी लंबित हैं। न्यायाधीश जसविन्दर कौर ने निखिल को दस साल जेल की सजा और चार हजार सिंगापुर डॉलर के जुर्माने का एलान करते हुए कहा कि निखिल ने पुलिस अधिकारी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी भी की। यह अधिकार के प्रति घोर उपेक्षा को दिखाता है। उन्होंने यह भी कहा कि पीड़ित अधिकारी को कानून पर्याप्त रूप से संरक्षण देगा।
अडाणी ग्रुप ने निवेशकों को दिया भरोसा, कहा – हमारे पास कर्जों को चुकाने के लिए ‘पर्याप्त पैसा’ उपलब्ध
नई दिल्ली। अडाणी ग्रुप का एशिया रोड शो 27 फरवरी से शुरू हो चुका है। जानकारी के अनुसार, यह रोड शो सोमवार को सिंगापुर में आयोजित हुआ। इस दौरान रोड शो में भाग लेने वाले निवेशकों को अडाणी ग्रुप के अधिकारियों ने आश्वस्त किया है।अधिकारीयों ने निवेशकों को भरोसा दिया कि हमारे पास कर्जों को चुकाने के लिए ‘पर्याप्त फण्ड ‘ उपलब्ध है। एशिया रोड शो के पहले दिन वहां मौजूद लोगों के अनुसार, अडाणी ग्रुप के अधिकारियों ने आने वाले सालों में अपने दायित्वों और कंपनी की क्षमताओं पर पूरा जोर दिया है।
इस शो के दौरान अडाणी ग्रुप के अधिकारियों ने निवेशकों को बताया कि अगले तीन साल तक मैच्योर होने वाले कर्जों को चुकाने के लिए हमारे पास पर्याप्त पैसा उपलब्ध है। इतना ही नहीं, अडाणी ग्रुप के पास 800 मिलियन डॉलर की क्रेडिट फैसिलिटी भी मौजूद है।
आपको बता दें कि निवेशकों की तरफ से अडाणी ग्रुप के एशिया रोड शो को शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। अडाणी ग्रुप के अधिकारियों की यह बातचीत प्राइवेट थी. इसलिए इस बैठक में मौजूद लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर ब्लूमबर्ग को ये जानकारी दी है। हालांकि, जब ब्लूमबर्ग की ओर से इस मुद्दे को लेकर अडाणी ग्रुप से संपर्क किया गया तो उनकी ओर से फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की गई है।
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार और एलजी विनय कुमार सक्सेना के बीच शिक्षकों को फिनलैंड ट्रेनिंग भेजने का मसला सुलझ नहीं पाया है। गुरुवार को दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि जहां भी हमारी सरकार बनती है वहां हमारी आम आदमी पार्टी पूरी शिद्दत के साथ शिक्षा के क्षेत्र में काम करने लग जाती है। राजधानी दिल्ली में आप सभी ने देखा ही है।
अब पंजाब में भी अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चुनाव से पहले वादा किया था, उसे पूरा करने के लिए पंजाब में भी अच्छे स्कूल बनाए जाने का सिलसिला शुरू हो गया है। पंजाब सरकार ने दिल्ली सरकार की शिक्षा मॉडल के तर्ज पर ही अपने यहां शिक्षकों को ट्रेनिंग पर भेजना शुरू कर दिया है और शिक्षक ट्रेनिंग के लिए भी गए हैं।
सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में हमारी सरकार बनने के बाद हमने शिक्षकों को दूसरे तीसरे साल में शिक्षकों को भेजा था, लेकिन हमारी पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले साल में ही शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए भेज दिया है।
सिसोदिया ने बताया कि पंजाब से निकल कर बच्चे शिक्षा के लिए विदेश जाते हैं, लेकिन टीचरों की ट्रेनिंग के बाद यहां के बाचों को विदेश नहीं जान पड़ेगा। उन्होंने कहा कि दिल्ली के बाद हमने टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम पंजाब में भी शुरू कर दिया है। मुझे बहुत खुशी हो रही है कि पंजाब से 36 टीचरों का एक बैच दो एजुकेशन ऑफिसर सिंगापुर ट्रेनिंग के लिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि पंजाब के शिक्षक ट्रेनिंग के लिए सिंगापुर जा रहे हैं। हम भी अपने शिक्षकों को ट्रेनिंग के लिए फिनलैंड भेजना चाहते हैं, लेकिन एलजी विनय कुमार सक्सेना अक्टूबर से फाइल को कभी इधर तो कभी उधर कर रहे हैं। सिसोदिया ने कहा कि अभी त्याग राज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में सीएम केजरीवाल ने 1000 से ज्यादा शिक्षकों से बात की।
यह वह शिक्षक थे, जिन्हें हमारी सरकार ने सिंगापुर, कैंब्रिज, फिनलैंड भेजा था। अब भाजपा की केंद्र सरकार ने दिल्ली सरकार के जीएनसीटीडी एक्ट में संशोधन किया और पावर ऐसे एलजी को दी जो हमारे हर कार्य में अपनी टांग अड़ा देते हैं। यहीं वजह है कि हम अपने शिक्षकों को विदेश नहीं भेज पा रहे हैं।
- अभ्यास में द्विपक्षीय संबंधों और आपसी सहयोग आगे बढ़ाने के कई महत्वपूर्ण सबक सीखे
नई दिल्ली। भारत और सिंगापुर की वायु सेनाओं ने सिम्युलेटेड जटिल परिदृश्यों में संचालन करते हुए द्विपक्षीय संबंधों और आपसी सहयोग को आगे बढ़ाने के कई महत्वपूर्ण सबक सीखे। दोनों वायु सेनाओं के बीच वार्षिक संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण (जेएमटी) का 11वां संस्करण वायु सेना स्टेशन, कलाईकुंडा में खत्म हो गया। इस दौरान पूर्वी भारत से पश्चिम तक सिंगापुर के विमानों ने कई फ़ॉर्मेशन में भारत के लड़ाकू विमानों के साथ उड़ान भरी।
संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण (जेएमटी) का पिछला संस्करण पश्चिम बंगाल के कलाईकुंडा वायु सैनिक अड्डे पर 31 अक्टूबर से 12 दिसंबर 2019 तक हुआ था। कोरोना महामारी के कारण भारतीय वायु सेना और रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर एयर फोर्स (आरएसएएफ) के बीच दो वर्षों से संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण नहीं हो सका था। दोनों वायु सेनाओं ने दो साल के बाद इस प्रशिक्षण को फिर से शुरू किया है। जेएमटी अभ्यास का द्विपक्षीय चरण 09 से 18 नवंबर तक चला, जिसमें दोनों वायु सेनाएं उन्नत वायु युद्ध सिमुलेशन में संलग्न हुईं। इस अभ्यास ने दो वायु सेनाओं के बीच पेशेवर बंधन को मजबूत करते हुए भाग लेने वाले दल को मूल्यवान परिचालन ज्ञान, अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने का अवसर प्रदान किया।
दो साल बाद शुरू हुए प्रशिक्षण में सिंगापुर की रॉयल वायु सेना एफ-16 विमान के साथ भाग लेने भारत आई। रिपब्लिक ऑफ सिंगापुर एयरफोर्स ने प्रशिक्षण अभ्यास के दौरान विभिन्न हवाई मिशनों में हिस्सा लेकर भारत के साथ हवाई युद्ध लड़ने के तौर-तरीके सीखे। भारतीय वायु सेना ने सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर, मिग-29 और एलसीए तेजस विमानों के साथ इस अभ्यास में हिस्सा लिया। जेएमटी ने दोनों वायु सेनाओं के सदस्यों को अपने संचालन कौशल और प्रशिक्षण को बढ़ाने का मौका दिया। इसमें वायु युद्ध और मिशन केंद्रित प्रशिक्षण भी शामिल थे। यह अभ्यास रक्षा सहयोग के क्षेत्र में भारत और सिंगापुर के बीच मजबूत और लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को रेखांकित करता है।