इंदौर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि जब हम विकसित भारत की बात करते हैं, तो ये सिर्फ हमारी इंस्पिरेशन नहीं बल्कि हर भारतीय का संकल्प है। विकसित भारत के निर्माण में मध्य प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण है। आस्था से अध्यात्म तक मध्य प्रदेश अजब-गजब और सजग है। कृषि से लेकर शिक्षा से लेकर सभी क्षेत्रों में मध्य प्रदेश अजब है, गजब और सजग भी है। इन्वेस्टर्स समिट ऐसे समय में हो रही है, जब भारत का अमृत काल शुरू हो चुका है। हम सभी विकसित भारत के लिए जुटे हुए हैं।
प्रधानमंत्री इंदौर में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) के उद्घाटन सत्र को नई दिल्ली से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर इंदौर में आयोजिज कार्यक्रम में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप सभी का मैं स्वागत करता हूं। इस समिट को मेरी अनेक शुभकामनाएं हैं। मध्य प्रदेश का सामर्थ्य, मध्य प्रदेश का संकल्प आपकी प्रगति में दो कदम चलेंगे, ये मैं आपको विश्वास के साथ कहता हूं। मध्य प्रदेश में भी इस स्कीम की वजह से सैकड़ों करोड़ का निवेश आया है। प्रदेश को बड़ा फार्मा हब, टेक्सटाइल हब बनाने में इस योजना का महत्व है। मध्य प्रदेश आ रहे इन्वेस्टर्स से आग्रह है कि पीएलआई स्कीम का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं।
उन्होंने कहा कि भारत का आधुनिक होता इन्फ्रास्ट्रक्चर, मल्टीमॉडल इन्फ्रास्ट्रक्चर भी इन्वेस्टमेंट की संभावनाओं को जन्म दे रहा है। आज इन सभी प्रयासों से मेक इन इंडिया को नई ताकत मिल रही है। मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में भारत तेजी से विकास कर रहा है। प्रोडक्शन लिंक्ड इन्सेंटिव स्कीम के तहत ढाई लाख करोड़ रुपये से ज्यादा के इन्सेंटिव की घोषणा की जा चुकी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का नया भारत अपने प्राइवेट सेक्टर्स की ताकत पर भरोसा करते हुए आगे बढ़ रहा है। हाल ही में हमने नेशनल सिंगल विंडो सिस्टम शुरू किया है, जिससे मध्य प्रदेश भी जुड़ चुका है। अभी तक लगभग 50 हजार स्वीकृतियां दी जा चुकी हैं। बैंकिंग सेक्टर में री-कैपिटलाइजेशन, जीएसटी के रूप में वन नेशन वन टैग, कॉर्पोरेट टैक्स को ग्लोबली कॉम्पिटिटिव बनाना, अनेक सेक्टर्स में रिफॉमर्स के माध्यम से हमने इन्वेस्टमेंट के रास्ते से कई रोड़े हटाए हैं। उन्होंने कहा कि साथियों, एक निर्णायक सरकार विकास को अभूतपूर्व गति देती है। देश के लिए हर जरूरी फैसले उतनी ही गति से लेती है। मुझे खुशी है कि हम भारतीय ही नहीं बल्कि दुनिया की हर संस्था, हर एक्सपर्ट इसको लेकर आश्वस्त दिख रहा है। भारत एक दशक नहीं, सेंचुरी है।
Shivraj Singh Chouhan
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के चौथे दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्य विपक्ष पार्टी द्वारा प्रस्तुत अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान लगाए गए आरोपों का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मुख्यमंत्री के जवाब के बाद सदन में अविश्वास प्रस्ताव ध्वनिमत के आधार पर खारिज हो गया। इस दौरान कांग्रेस में जमकर हंगामा किया, जिसके चलते विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को कांग्रेस द्वारा पेश अविश्वास प्रस्ताव पर देर रात तक चर्चा हुई। इसके बाद बुधवार को सुबह 11.00 बजे सदन की कार्यवाही शुरू हुई, जिसमें मुख्यमंत्री चौहान ने विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर अपना जवाब पेश करते हुए पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने विपक्ष के आरोपों की धज्जियां उड़ाते हुए कहा कि ऐसा लचर अविश्वास प्रस्ताव मैंने तो देखा ही नहीं है। अगर अविश्वास की बात करें तो कांग्रेस में कौन, किस पर विश्वास करता है, समझ में ही नहीं आता है।
उन्होंने कहा कि हम पर आरोप लगाए जाते हैं कि हमने सरकार गिराई। 11 दिसंबर 2020 को मतगणना का दिन था। रात के 2:00 बजे तक हमने चुनाव परिणाम देखें और जो परिणाम आए उसमें हमारी 109 सीटें थी कांग्रेस की 114 सीटें थी। रात में मैं निश्चय करके सोया था कि सुबह ही मैं इस्तीफा दे दूंगा। यदि कांग्रेस सरकार ने जनकल्याण और प्रदेश के विकास के लिए कार्य किया होता, तो उनकी ही सरकार के मंत्री उन्हें छोड़कर हमारे साथ न आते। हमारे पास आए साथियों का फैसला सही था और जनता ने उन्हें उपचुनाव में भारी बहुमत से फिर से निर्वाचित किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ सरकार में 165 दिन में 450 आईएएस और आईपीएस के ट्रांसफर किए। 15 हजार से ज्यादा तबादले किए गए। वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बन गया था। तत्काली मुख्यमंत्री के ओएसडी का जो वीडियो वायरल हुआ, उसके कारण भ्रष्टाचार की विष बेल ऐसी फैली कि पूरे मध्यप्रदेश में त्राहि-त्राहि मच गई। मैं बताना चाहता हूं कि एक नहीं, कई मामले हैं। सिंचाई परियोजना में घोटाला किया गया। विधायकों को मिलने के लिए समय नहीं दिया जाता था। विधायकों से कहते थे चलो-चलो…। कोई बड़ा ठेकेदार आ जाए, तो उसे बैठाते थे। मुख्यमंत्री के भाषण पर विपक्ष ने सदन में हंगामा कर दिया, जिस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने कहा कि आप अविश्वास प्रस्ताव लाए, आरोप लगाए, अब मुख्यमंत्री के जवाब तो सुन लीजिए। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सज्जन सिंह वर्मा से कहा कि विपक्ष के विधायकों को नियंत्रित करें। सदन के नेता को बोलने का मौका दें।
मुख्यमंत्री चौहान ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायकों द्वारा लगाए गए एक-एक आरोप का जवाब सदन में दिया। उन्होंने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार पर कई जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने भाजपा के विधायकों, नेताओं से बदले की भावना से नियम विरुद्ध जाकर कार्रवाई करने की कोशिश की। संपत्तियों को नेस्तनाबूद करने का कुचक्र रचा, कई दुकानें तोड़ी गईं। हमने राजनीतिक विद्वेष में कभी कोई कार्रवाई नहीं की।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिए गुंडे, माफिया, बदमाशों पर कार्रवाई की, उनकी अवैध संपत्तियों को तोड़ा। लेकिन कांग्रेस सरकार ने भाजपा को निशाना बनाया था। जब तक कांग्रेस की सरकार थी बैगा, सहरिया, भारिया सहित अन्य जनजातीय समुदाय के पात्र हितग्राहियों के खातों में राशि नहीं पहुंची थी। कांग्रेस ने जनजातीय समुदाय के साथ भी धोखा किया। गरीबों के कल्याण के लिए शुरू की गई संबल योजना से लाखों गरीबों के नाम कांग्रेस की सरकार ने काट दिए। हमने बच्चों को लैपटॉप देने की योजना शुरू की थी, कांग्रेस सरकार ने लैपटॉप बांटना भी बंद कर दिया।
उन्होंने कहा कि हर घर तक नल से पानी पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जल जीवन मिशन योजना शुरुआत की, लेकिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार ने यह योजना शुरू ही नहीं की। प्रधानमंत्री मोदी ने गरीब परिवारों के लिए आवास योजना शुरू की, लेकिन मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार ने मकानों के प्रस्ताव भी लौटा दिए और राज्य के अंश की राशि भी कम कर दी, जिससे लाखों गरीब परिवारों के मकान का सपना टूटा। यदि कांग्रेस सरकार ने जनकल्याण और प्रदेश के विकास के लिए कार्य किया होता, तो उनकी ही सरकार के मंत्री उन्हें छोड़कर हमारे साथ ना आते। हमारे पास आए साथियों का फैसला सही था और जनता ने उन्हें उपचुनाव में भारी बहुमत से फिर से निर्वाचित किया।
मुख्यमंत्री के जवाब के बाद अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग हुई और प्रस्ताव अस्वीकृत हो गया। इसके बाद विपक्ष ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
भोपाल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि मुझे प्रसन्नता हुई कि मध्य प्रदेश में 44 लाख स्वसहायता समूहों से जुड़कर महिलाएं कार्य कर रही हैं। इस तरह कार्य कर ये न स्वयं सशक्त हो रही हैं, बल्कि प्रदेश और देश को भी सशक्त बना रही हैं। यह प्रसन्नता की बात है कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं की साक्षरता बढ़ रही है। हमारी बहन, बेटियां आर्थिक रूप से समृद्ध भी हो रही हैं, इससे इनके जीवन स्तर में सुधार आ रहा है।
राष्ट्रपति मुर्मू बुधवार को राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत आयोजित महिला स्व-सहायता समूह के सम्मेलन को संबोधित कर रही थीं। सम्मेलन में प्रदेशभर से 15 हजार समूह की सदस्य महिलाएं आई हैं। राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू पहली बार मध्यप्रदेश के दो दिवसीय प्रवास पर भोपाल पहुंची हैं।
उन्होंने सम्मेलन में स्व सहायता समूह की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि शक्ति के लिए हम माता दुर्गा और माता काली को नमन करते हैं। इसीलिए पुराणों में भी माताओं को श्रेष्ठ बताया गया है इसलिए मां बनने का सौभाग्य केवल महिलाओं को प्राप्त है। भारतीय संस्कृति में माता को अत्यधिक सम्मान प्राप्त है। हमारे यहां कहते हैं कि त्वमेव माता च पिता त्वमेव और मातृ देवो भव: पितृ देवो भव:, इसमें भी मां को अधिक आदर व सम्मान दिया गया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि यह खुशी की बात है कि हमारी बेटियां अपनी नई पहचान बना रही हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाएं समाज-देश को सशक्त कर रही हैं। इससे देश की अर्थव्यवस्था को भी लाभ पहुंच रहा है। आज देश की महिलाएं स्व-सहायता समूह के जरिए अपने उत्पादों को विदेश तक पहुंचा रही हैं। ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं की साक्षरता दर भी बढ़ रही है।
उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन और पंचायत राज में महिलाओं की भागीदारी महत्वपूर्ण है। हमें महिलाओं के लिए सुरक्षित माहौल बनाने की जरूरत है। पुरुषों के साथ महिलाओं को भी शिक्षित करना होगा, तभी देश आत्मनिर्भर बनेगा। महिलाओं में पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक जाने की शक्ति है। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने काम को छोटा न समझें। मैं एक वार्ड काउंसलर थी। मैंने हर काम को मन लगाकर किया। मेहनत और लगन से किए हर काम से आपको सफलता मिलेगी। मैं बहुत जगह जा रही हूं, लेकिन यहां आकर मुझे अलग महसूस हुआ। महिलाओं के योगदान से ही भारत विकसित देश बनेगा, विश्वगुरु बनेगा।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे अनुरोध पर हमारे बीच पधारीं राष्ट्रपति महिला सशक्तिकरण का प्रतीक हैं। वे सहज हैं, सरल हैं, धैर्य और गंभीरता की मूर्ति हैं। उनका व्यक्तित्व सागर से ज्यादा गहरा है, हिमालय से ज्यादा ऊंचा है। नारी सबला है, ये राष्ट्रपति ने सिद्ध किया है। कोई भी बहन कमजोर नहीं, अगर वो ठान ले तो हिम्मत से आगे बढ़कर दुनिया में चमत्कार कर सकती है।
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की 40 लाख बहनों ने यह तय कर लिया था कि वह गरीब नहीं रहेंगी। उन्होंने आजीविका मिशन के माध्यम से स्व-सहायता समूह बनाए। अब वह साबुन, कपड़े, सैनिटाइजर और आभूषण बनाती हैं। वह फल और सब्जियों के अलग-अलग उत्पाद बनाती हैं। राष्ट्रपति जी के सामने मेरी बहनों संकल्प लो कि आप अपनी मेहनत से नया इतिहास रचोगी। बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं करोगी और नशा मुक्त गांव बनाने में भी अधिकतम योगदान दोगी।
कार्यक्रम में राष्ट्रपति मुर्मू ने राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्व-सहायता समूहों की बहनों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हमारे प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति है। गरीब का पैसा खाने वालों को शासकीय सेवा में रहने का अधिकार नहीं है। उन्हें सेवा से पृथक किया जाए। उन्होंने सख्त लहजे में कहा कि सरकारी योजनाओं में रिश्वत मांगने वालों पर एफआईआर करो, उन्हें जेल भेजो।
मुख्यमंत्री चौहान गुरुवार को अपने निवास कार्यालय से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से रीवा जिले में संचालित जन कल्याणकारी योजनाओं, विकास गतिविधियों और कानून व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनकल्याण और विकास कार्यों में बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को राज्य सरकार मध्यप्रदेश स्थापना दिवस पर सम्मानित करेगी। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान का उद्देश्य यही है कि आम आदमी को शासकीय कार्यालयों के चक्कर नहीं काटने पड़ें। प्रत्येक पात्र व्यक्ति को योजनाओं का लाभ सरलता और सुगमता से प्राप्त हो।
उन्होंने कहा कि एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत रीवा के सुंदरजा आम की पहचान को राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने तथा सुंदरजा आम की प्रोसेसिंग को जिले में प्रोत्साहित कर उसके उत्पादों की मार्केटिंग का विस्तार करने के निर्देश दिये। जिले में 1500 किसान प्राकृतिक खेती की दिशा में सक्रिय हैं तथा ज्वार और कोंदो का रकबा बढ़ा है। कोंदो की प्रोसेसिंग की दिशा में भी गतिविधियां जारी हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि नशे की गतिविधियां संचालित करने वालों को ध्वस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाए। बैठक में बताया गया कि जिले में नशे के विरूद्ध अभियान के अंतर्गत 202 प्रकरण बनाए गये हैं। सार्वजनिक स्थल पर शराब पीने के 160 प्रकरण दर्ज किए गए हैं तथा एक हुक्काबार बंद किया गया है। राशन वितरण में अनियमितता करने पर 10 एफ.आई.आर., 02 कालाबाजारी के प्रकरण दर्ज किए गए हैं तथा 04 विक्रेताओं को सेवा से पृथक किया गया है।