मुंबई। नासिक जिले में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पार्टी के 58 पदाधिकारी और कार्यकर्ता बालासाहेब की शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो गए हैं। इन सभी को मुंबई में स्थित बालासाहेब भवन में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी की सदस्यता दिलाई। इससे शिवसेना (उबाठा ) को करारा झटका लगा है।
शिवसेना प्रवक्ता शीतल ह्मात्रे ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे राज्य में विकास कार्य कर रहे हैं। साथ ही स्वर्गीय बालासाहेब ठाकरे के विचारों को आगे बढ़ा रहे हैं। इसी वजह से शिवसेना के पुराने कार्यकर्ता और पदाधिकारी बालासाहेब की शिवसेना में शामिल हो रहे हैं। सभी लोगों को पार्टी में सम्मान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि आज जिस तरह से नासिक के शिवसेना पदाधिकारी उनकी पार्टी में शामिल हुए हैं, उससे साबित हो रहा है कि उनका पार्टी छोड़ने का निर्णय सही था। पिछले ढाई साल से राज्य का कामकाज ठप पड़ा था, लेकिन 50 विधायकों को लेकर हम अलग हुए और भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई। इसी वजह से ग्राम पंचायत चुनाव में भी बालासाहेब की शिवसेना के हजारों सरपंच चुन कर आए हैं। एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनकी पार्टी में आए कार्यकर्ताओं को हर स्तर पर सम्मान दिया जाएगा।
शिवसेना (उबाठा) के प्रवक्ता संजय राऊत ने कहा कि शिंदे गुट में शामिल हुए लोगों का पार्टी में कोई महत्व नहीं था। उनके जाने से पार्टी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। विधान परिषद की उपसभापति और शिवसेना नेता नीलम गोरहे ने कहा कि शिवसेना से लोग क्यों बाहर जा रहे हैं, इस पर विचार किया जा रहा है।
Shiv Sena Ubatha
मुंबई। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) प्रशासन ने गुरुवार को नगर निगम मुख्यालय में सभी राजनीतिक दलों के कार्यालयों को सील कर दिया है। निगम के आयुक्त इकबाल चहल के आदेश के बाद मुंबई नगर निगम कर्मियों ने सभी पार्टी के कार्यालयों पर नोटिस चस्पा कर दिया है। वहीं इस कार्रवाई का विरोध करते हुए शिवसेना (उबाठा) के पूर्व पार्षद आयुक्त चहल के चेंबर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बुधवार को बालासाहेब की शिवसेना की प्रवक्ता शीतल म्हात्रे मुंबई नगर निगम में स्थित शिवसेना कार्यालय में घुस गयी थीं। उन्होंने इस कार्यालय पर अपना दावा जताना शुरू कर दिया था। शीतल म्हात्रे ने कहा कि यह कार्यालय उनका भी है। इसके बाद शिवसेना के दोनों गुटों में इस कार्यालय को लेकर विवाद पैदा हो गया था। इसलिए प्रशासन ने पुलिस का सहयोग लेकर मामले को शांत किया था। इसके बाद आज गुरुवार को आयुक्त ने मुख्यालय में सभी पार्टी के कार्यालयों को सील करने का आदेश जारी किया है।
इस समय मुंबई नगर निगम के सभी पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हो गया है, इसलिए आगामी चुनाव होने तक मुंबई में कोई भी वर्तमान पार्षद नहीं है। इसलिए आयुक्त का निर्णय जायज बताया जा रहा है।
वहीं, शिवसेना उबाठा के नेता विनायक राऊत ने आरोप लगाते हुए कहा कि आयुक्त ने यह कार्रवाई राज्य सरकार के इशारे पर की है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय में बैठकर जनहित के काम किए जाते हैं। इसलिए पार्टी कार्यालयों को सील करना ठीक नहीं है। उन्होंने आयुक्त पर जनहित विरोधी काम करने का आरोप लगाया।