लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने रिवर क्रूज ‘गंगा विलास’ को नये भारत की शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक बताया है। इसके साथ ही कहा है कि रिवर क्रूज यात्रा ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ में एकात्मता का नया अध्याय जोड़ेगी।
इस गंगा विलास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी में 13 जनवरी को हरी झंडी दिखाएंगे। इस संबंध में बुधवार को सुबह योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 जनवरी को दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज ‘गंगा विलास’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। ‘नए भारत’ की गति, शक्ति और सामर्थ्य की प्रतीक यह रिवर क्रूज-यात्रा ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ में एकात्मता के नए अध्याय जोड़ेगी।
लग्जरी क्रूज भारत और बांग्लादेश के 5 राज्यों में 27 नदी प्रणालियों में 3,200 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगा। बयान में केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल के हवाले से कहा गया है कि एमवी गंगा विलास भारत को दुनिया के नदी क्रूज मानचित्र पर लाएगा।
Sarbananda Sonowal
वाराणसी। केन्द्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व से देशवासियों में भरोसा जगा है। आज हम हर क्षेत्र में तरक्की कर रहे हैं। देश जनता की शक्ति को दोगुना बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ने सशक्तिकरण के लिए जो दिशा दी है, जो विषय दिया है आज उसी के जरिए हम आगे बढ़ रहे हैं। पिछले आठ वर्षों विकास के पायदान पर हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री शुक्रवार को बड़ालालपुर स्थित हस्तकला संकुल में भारतीय अन्तर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की ओर से आयोजित दो दिवसीय ‘पीएम गति शक्ति मल्टीमॉडल जलमार्ग शिखर सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज अगर वॉटरवेज की बात करें तो में 111 वॉटरवेज हैं। जिसके जरिए हमारी यातायात व्यवस्था और दुरुस्त होगी।
प्रधानमंत्री मोदी के विजन की बात करते हुए सोनोवाल ने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम अब कई कदम आगे बढ़ चुके हैं। जलमार्ग शिखर सम्मेलन की चर्चा करते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के जरिए जो विशेषज्ञों की राय निकलकर सामने आएगी। उसके जरिए विकास को गति दी जाएगी।
सम्मेलन में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि गति शक्ति जैसा टूल्स किसी के पास नहीं है। केन्द्रीय मंत्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे। तब गुजरात में ढांचागत विकास के क्षेत्र में तेजी से प्रगति हुई।
जलमार्ग प्राधिकरण के अध्यक्ष, संजय बंदोपाध्याय ने कहा कि जेएमवीपी परियोजना के तहत वाराणसी से चार राज्यों में हल्दिया तक कार्गो और यात्रियों को ले जाने की योजना बनाई गई है। शिखर सम्मेलन के दौरान हुई चर्चा से हमें इसके लिए एक योजना और कार्यान्वयन कार्यक्रम को अंतिम रूप देने में मदद मिलेगी। शिखर सम्मेलन में पहले दिन पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टरप्लान को डिकोड करने और औद्योगिक और वाणिज्यिक समूहों के लिए उन्नत मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी पर पूर्ण सत्र आयोजित किए गए। सम्मेलन को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सम्बोधित किया।
इन विषयों पर हुआ मंथन
सम्मेलन के चर्चा सत्रों में राज्य और केंद्र सरकार के राजनीतिक नेतृत्व और शीर्ष नौकरशाहों, उद्योग के कप्तानों और क्षेत्र के विशेषज्ञों ने देश के रसद पारिस्थितिकी तंत्र में अंतर्देशीय जलमार्गों की भूमिका को मजबूत करने के लिए प्रासंगिक विषयों पर विचार-विमर्श किया। अंतरराज्यीय मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी को मजबूत करने, क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़ाने, लॉजिस्टिक दक्षता बढ़ाने और नदी क्रूज पर्यटन के लिए नए रास्ते तलाशने के लिए सम्मेलन में विशेष रुप से चर्चा हुई। शिखर सम्मेलन में असम के लिए इलेक्ट्रिक-बैटरी चालित हाइब्रिड कटमरैन के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण और कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के बीच एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए गए। सम्मेलन में बांग्लादेश के जहाजरानी राज्य मंत्री खालिद महमूद चौधरी, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सलाहकार डॉ तरुण कपूर, डॉ संजीव रंजन, सचिव, बंदरगाह मंत्रालय के अलावा नेपाल, भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के कई प्रतिनिधियों ने भी विचार रखा।