गाजीपुर । राजधानी लखनऊ के विभूतिखण्ड से गिरफ्तार किए गए कथित समाज सेवी, उद्यमी संजय राय ‘शेरपुरिया’ को लेकर उनके करीबी पत्रकारों की धुकधुकी बढ़ गयी है। हवाई जहाज और हाई-फाई ट्रेनों में संजय के साथ सफर करने वाले पत्रकार भी अब डरे हुए हैं कि कहीं एसटीएफ उनसे पूछताछ न कर ले।
जिले के शेरपुर गांव के रहने वाले संजय राय शेरपुरिया को मंगलवार की देर रात को लखनऊ से यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। उन पर आरोप लगे हैं कि उसने खुद को सत्ताधारी दल के तमाम वरिष्ठ नेताओं का करीबी बताकर कई लोगों से ठगी की है। वह अपने आप को दिल्ली स्थित प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) का काफी नजदीकी बताता है। यही नहीं, पीएमओ के पास ही उसने एक बंगला भी आवंटित करा रखा है। कोरोना काल के दौरान किए कार्यों के जरिए उसकी कई पत्रकारों से भी नजदीकियां रही हैं। कुछ लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर यह तक बताया है कि दिल्ली में आयोजित कार्यक्रमों में उसने लखनऊ, अहमदाबाद और गाजीपुर सहित कई जिले से अपने करीबी पत्रकारों को हवाई जहाज, हाई-फाई ट्रेनों का सफर कराया है। वह उन्हीं करीबी पत्रकारों के जरिए अपनी खबरें भी छपवाया करता था। लोग बताते हैं कि वह आने वाले लोकसभा चुनाव में भी खड़े होने की तैयारी में था।
एसटीएफ ने जब उसे पूछताछ शुरू की तो उसके कई कारनामों की कलई खुलने लगी है। उसने किन-किन लोगों से ठगी की है और इसके पीछे उसका मकसद क्या था। ऐसे कई बिन्दु है, जिसे लेकर उससे तहकीकात की जा रही है। वहीं, अब हवाई जहाज का सफर करने वाले ऐसे पत्रकारों को यह डर सताने लगा है कि कहीं एसटीएफ उनको भी न उठा ले।
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