मेलबर्न। भारतीय महिला टेनिस की सेंसेशन रहीं सानिया मिर्ज़ा का ग्रैंड स्लैम ख़िताब के साथ सन्यास लेने का सपना टूट गया। ऑस्ट्रेलिन ओपन के मिक्सड डबल्स के फाइनल में शुक्रवार को सानिया मिर्ज़ा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी सीधे सेटों में हारकर ख़िताब जीतने से चूक गयी। सानिया और रोहन को ब्राजील की जोड़ी लुइसा स्टेफनी और राफेल माटोस ने 6-7 (2) 2-6 से हरा दिया।
इस तरह सानिया मिर्जा को छह ग्रैंड स्लैम के टाइटल से साथ अपने करियर को खत्म करना पड़ा। सानिया ने ग्रैंड स्लैम में अब तक कुल छह खिताब जीते हैं। इनमें तीन महिला डबल्स और तीन मिक्सड डबल्स में जीते हैं। वहीं सानिया के जोड़ीदार रोहन बोपन्ना ने एक बार मिक्सड डबल्स में फ्रेंच ओपन का खिताब अपने नाम किया है।
सानिया ने पहले ही एलान कर दिया था कि यह उनका आखिरी ग्रैंड स्लैम होगा। इसके बाद वह महिला युगल में दूसरे दौर में ही हारकर बाहर हो गईं थीं और मिश्रित युगल में फाइनल में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के साथ ही सानिया का विजयी विदाई लेने का सपना टूट गया।
सानिया और बोपन्ना की गैर-वरीयता प्राप्त भारतीय जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियन ओपन 2023 के सेमीफाइनल में देसिरा क्रॉजिक और नील स्कूपस्की को 7-6(5), 6-7(5), 10-6 से हराया था। इस जोड़ी को क्वार्टर फाइनल मैच में वाकओवर मिला था। क्वार्टर फाइनल में पहुंचने के लिए भारतीय जोड़ी ने उरुग्वे और जापानी जोड़ी एरियल बेहार और मकाटो निनोमिया को 6-4, 7-6 (11-9) से हराया था।
फाइनल में लय नहीं बरकरार रख पाए सानिया-रोहन
इस टूर्नामेंट में फाइनल मैच से पहले सानिया और रोहन बोपन्ना की जोड़ी सिर्फ एक सेट हारी थी। सेमीफाइनल मैच में इस जोड़ी को एक सेट में करीबी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। फाइनल मैच में यह जोड़ी लय में नहीं थी और सीधे सेटों में हारकर खिताब से दूर रह गई। वहीं, बोपन्ना और मैथ्यू एबडेन की पुरुष युगल जोड़ी पहले दौर से बाहर हो गई थी। सानिया और कजाखस्तान की अन्ना दानिलिना की जोड़ी महिला युगल के दूसरे दौर में हारकर बाहर हुई थी।
कैसा रहा सानिया का करियर
सानिया ने अपने शानदार करियर में 43 डबल्यूटीए खिताब जीते। उन्होंने महिला युगल श्रेणी में तीन ग्रैंड स्लैम भी अपने नाम किए। 2016 में वह ऑस्ट्रेलियन ओपन में भी महिला युगल चैंपियन बनीं थीं। सानिया ने मिश्रित युगल में भी तीन ग्रैंड स्लैम जीते हैं। 2009 में वह ऑस्ट्रेलियन ओपन में इस श्रेणी में खिताब जीती थीं। सानिया लंबे समय तक महिला युगल रैंकिंग में पहले स्थान पर रहीं।
हार के बाद आंसू नहीं रोक पाईं सानिया
फाइनल मुकाबले में हार के बाद बोलते हुए सानिया काफी भावुक हो गईं और अपने आंसू नहीं रोक पाईं। हालांकि, जल्द ही उन्होंने खुद पर काबू पाया और अपनी बात पूरी की। सानिया ने कहा “मैं अभी दो टूर्नामेंट और खेलने वाली हूं। मेरे करियर की शुरुआत मेलबर्न में ही हुई थी। 2005 में मैं तीसरे दौर में सेरेना विलियम्स के खिलाफ खेली थी। उस समय मैं 18 साल की थी। मैं भाग्यशाली हूं कि बार-बार यहां आने में सफल रही और कई टूर्नामेंट भी यहां जीते। साथ ही कई बेहतरीन फाइनल मुकाबले भी खेले। रोड लेवर एरेना मेरी जिंदगी में खास रहा है। ग्रैंड स्लैम में अपना करियर समाप्त करने के लिए मैं इससे बेहतर एरेना के बारे में नहीं सोच सकती। मुझे यहां घर जैसा महसूस कराने के लिए धन्यवाद।”