कीव । मॉस्को में ड्रोन हमले के बाद रूस ने यूक्रेन पर हमले तेज कर दिए हैं। इस बार रूस ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के गृह नगर क्रिवी रिह को निशाना बनाया। आवासीय क्षेत्र में ताबड़तोड़ मिसाइलें दागीं। इन हमलों में कम से कम छह लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक दस साल की लड़की भी शामिल हैं।
रूस की प्रतिक्रिया राष्ट्रपति जेलेंस्की की चेतावनी के बाद आई है। जेलेंस्की ने कहा था कि अब रूस पर हमले और तेज किए जाएंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों यूक्रेन ने रूस की राजधानी मॉस्को को निशाना बनाकर तीन ड्रोन हमले किए थे।
जेलेंस्की के गृह नगर के गवर्नर सेरही लिसाक ने बताया कि सुबह के हमले में 53 लोग घायल हो गए। हमले में चार मंजिला विश्वविद्यालय की इमारत का एक हिस्सा भी नष्ट हो गया। यूक्रेन के गृहमंत्री इहोर क्लिमेंको ने कहा कि रूसी मिसाइलों ने क्रिवी रिह में एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया। क्रिवी रिह मध्य यूक्रेन में स्थित है। कीव दुश्मन को लगातार जवाब दे रहा है। यूक्रेन के ताजा ड्रोन हमले में क्रेमलिन से कुछ मील की दूरी पर स्थित दो कार्यालय क्षतिग्रस्त हो गए। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने कहा कि हमले के बाद सुरक्षा कड़ी कर दी है।
RUSSIAN ATTACK
वाशिंगटन। यूक्रेन पर रूसी हमले के एक साल पूरे होने पर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन पर काफी पहले ही परमाणु हमला कर चुके होते, किन्तु उन्हें ऐसा करने से भारत और चीन ने रोका है।
एक साक्षात्कार में ब्लिंकन ने यूक्रेन पर रूसी हमले के एक साल पूरे होने पर तमाम सवालों के बेबाकी से जवाब दिये। उन्होंने कहा कि पुतिन इस युद्ध में ज्यादा तर्कहीन रूप से प्रतिक्रिया कर सकते हैं। युद्ध के दौरान मास्को की तरफ से बार-बार परमाणु हमले की धमकी दी गई। यह निश्चित रूप से चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने चीन और भारत सहित उन देशों से युद्ध को खत्म करवाने का आग्रह किया, जिनके संबंध रूस से अच्छे हैं। इसका असर भी हुआ। भारत और चीन ने रूस को यूक्रेन पर परमाणु हमला करने से रोकने की पहल की और यह प्रयास सफल भी हुआ।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा कि पिछले कई दशकों से भारत को रूस से सैन्य उपकरण मिलते थे। पिछले कुछ वर्षों में देखा गया कि भारत ने रूस पर भरोसा करने के साथ अमेरिका और फ्रांस जैसे अन्य देशों के साथ भी साझेदारी बढ़ाई है। इस तरह भारत ने पश्चिमी देशों पर भरोसा बढ़ाया है।
कीव । यूक्रेन में लगातार रूसी हमलों और चार प्रांतों में मार्शल लॉ (सैन्य शासन) लागू होने के बाद भारतीय दूतावास ने सभी भारतीयों को जल्द ही यूक्रेन छोड़ने संबंधी एडवाइजरी जारी किया है।
बुधवार को भारतीय दूतावास ने अपनी एडवाइजरी में कहा है कि यूक्रेन में हाल के हमलों को देखते हुए नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे यूक्रेन की यात्रा ना करें। इसके अलावा छात्रों सहित जो भारतीय यूक्रेन में रहते हैं, वे जल्द से जल्द यहां से निकल जाएं।
दरअसल, जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ था, तब भारत ने बड़े स्तर पर निकासी अभियान चला कर बहुत सारे भारतीयों को स्वदेश लाये थे। हालांकि अब सरकार इस तरह की कोई सुविधा नहीं देने जा रही है। वहां से निकलने के लिए लोगों को खुद अपना रास्ता तलाश करना होगा।
क्रीमिया पुल पर हमले के बाद रूस ने यूक्रेन के कई शहरों पर मिसाइल और सुसाइड ड्रोन हमले तेज किए हैं। ऐसे में बहुत सारे मासूम लोगों की जान भी चली गई है। रूस ने राष्ट्रपति जेलेंस्की के दफ्तर को भी निशाना बनाया था। रूस लगातार ज्यादा आक्रामक रुख अपना रहा है। वहीं यूक्रेन भी घुटने टेकने को तैयार नहीं है, पश्चिमी देश उसे रक्षा उपकरण उपलब्ध करवा रहे हैं। ऐसे में आशंका है कि यूक्रेन में स्थिति बिगड़ सकती है।
- यूक्रेन ने खेरसन के पांच इलाके रूस से वापस छीनने का दावा किया
- अमेरिका ने कहा, रूस ने किया परमाणु हमला तो हम भी देंगे जवाब
कीव । यूक्रेन पर रूसी हमले लगातार तेज हो रहे हैं। बुधवार को प्रमुख यूक्रेनी शहर दोनेस्क के मुख्य बाजार पर रूस की ओर से जोरदार हमला किया गया। तेज धमाकों की चपेट में आकर सात नागरिकों की जान चली गयी और तमाम जख्मी हो गए।
यूक्रेन पर रूसी हमले के आठवें महीने में दोनों ओर से आक्रामकता बढ़ती जा रही है। बुधवार को दोनेस्क के अव्दिविका स्थित मुख्य बाजार पर रूसी मिसाइलों से हमला हुआ। इससे कई इमारतें ध्वस्त हो गयीं और कम से कम सात लोगों की जान चली गयी। दोनेस्क के गवर्नर पावलो किरिलेंको ने बताया कि घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है। इनमें से आठ लोग अत्यधिक गंभीर रूप से घायल हैं। उन्होंने कहा कि इस हमले के पीछे कोई सैन्य तर्क नहीं दिया जा सकता है। यह हमला सिर्फ बेकसूरों की जान लेने के मकसद से किया गया है।
तेज रूसी हमलों के बीच यूक्रेन की ओर से भी जवाबी हमले किये जा रहे हैं। यूक्रेन की ओर से दावा किया गया है कि उसकी सेनाओं ने खेरसन प्रांत के दक्षिणी क्षेत्र में पांच इलाकों को रूस से वापस ले लिया है। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से कहा गया है कि यूक्रेनी सशस्त्र बलों ने खेरसन के बेरीस्लाव जिले के नोवोवासिलिव्का, नोवोग्रीगोरिव्का, नोवा काम्यंका, ट्रिफोनिव्का, चेर्वोन क्षेत्रों को रूस से वापस छीन लिया है।
इस बीच परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का खतरा बढ़ने पर अमेरिका ने कड़ी चेतावनी दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि यदि रूस ने परमाणु हमला किया तो अमेरिका की ओर से करारा जवाब मिलेगा। इसके लिए अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन को उनकी अनुमति की जरूरत भी नहीं रहेगी। बाइडेन ने साफ कहा कि यदि रूस ने यूक्रेन में परमाणु शस्त्रों का इस्तेमाल किया तो अमेरिका ने उससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रखी है।