गाजा/यरूशलम । इजराइली सुरक्षा बलों ने दो दिनों में गाजा के सबसे बड़े शरणार्थी शिविर पर अपने दूसरे हमले में बुधवार को एक और हमास कमांडर को मारने का दावा किया है। वहीं सेना ने कहा कि गाजा से नागरिकों का पहला समूह मिस्र में प्रवेश कर गया।
उत्तरी गाजा के शहरी विस्तार में स्थित जबालिया शरणार्थी शिविर पर बुधवार को इजराइली हमले के बाद फिलिस्तीनियों ने मलबे में फंसे लोगों की तलाश शुरू कर दी। वहीं इस हमले के एक गवाह ने कहा, “यह एक नरसंहार है।”
दूसरे विस्फोट से संभावित हताहतों की सही संख्या की जानकारी नहीं मिल सकी है। इससे एक दिन पहले फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा था कि इजराइली हवाई हमले में लगभग 50 लोग मारे गए और 150 घायल हो गए।
इजराइली सेना ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि उसके लड़ाकू विमानों ने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर जबालिया में हमास कमांडर और नियंत्रण परिसर पर हमला किया था, जिसमें इस्लामी समूह की टैंक रोधी मिसाइल इकाई के प्रमुख मुहम्मद एसार की मौत हो गई थी।
बयान में कहा गया, “हमास जानबूझकर नागरिक इमारतों के नीचे, आसपास और भीतर अपने आतंकी बुनियादी ढांचे का निर्माण करता है, जानबूझकर गाजा के नागरिकों को खतरे में डालता है।”
इजराइल ने कहा है कि मंगलवार को उसी शिविर पर हुए हमले में इब्राहिम बियारी मारा गया, जिसके बारे में उसने कहा था कि वह 7 अक्टूबर को हुए “जानलेवा आतंकी हमले” का सरगना था।
गाजा में युद्ध शुरू होने के बाद से पिछले तीन सप्ताह से फंसे हुए लोगों को मिस्र ले जाया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि उन्हें राफा सीमा पार से ले जाया गया और सुरक्षा जांच की गई।
मिस्र के सूत्रों और एक फिलिस्तीनी अधिकारी ने कहा कि बुधवार को निकाले गए लोगों में विदेशी पासपोर्ट धारकों की प्रारंभिक सूची में शामिल 500 में से कम से कम 320 के साथ-साथ कई गंभीर रूप से घायल गाजा के लोग भी शामिल थे, जो मिस्र, इजराइल और हमास के बीच हुए समझौते के पहले लाभार्थी थे।
मिस्र के सिनाई प्रांत के गवर्नर ने संवाददाताओं को बताया कि कम से कम 49 चिकित्साकर्मी मिस्र पहुंचे थे। गाजा सीमा अधिकारियों ने कहा कि विदेशी पासपोर्ट धारकों की सूची में अधिक लोगों को शामिल करने के लिए सीमा गुरुवार को फिर से खुल जाएगी। मिस्र की योजनाओं के बारे में जानकारी देने वाले एक राजनयिक सूत्र ने कहा कि लगभग दो सप्ताह के दौरान लगभग 7,500 विदेशी पासपोर्ट धारकों को गाजा से निकाला जाएगा।
इजरायली अधिकारियों का कहना है कि हमास के आश्चर्यजनक हमले के जवाब में हफ्तों तक हवाई और तोपखाने हमलों के बाद इजरायल ने पिछले हफ्ते के अंत में हमास शासित गाजा में जमीनी सेना भेजी थी, जिसमें एक ही दिन में 1,400 इजरायली, मुख्य रूप से नागरिक मारे गए थे।
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर से अब तक इजरायली हमलों में 3,648 बच्चों सहित संकीर्ण तटीय इलाके में कम से कम 8,796 फिलिस्तीनी मारे गए हैं।
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने बुधवार को कहा कि वाशिंगटन को विश्वास नहीं है कि युद्ध समाप्त होने पर हमास गाजा के भविष्य के शासन में शामिल हो सकता है। किर्बी ने यह भी कहा कि गाजा में नागरिकों की बढ़ती मौत के बावजूद, संयुक्त राज्य अमेरिका को विश्वास नहीं है कि अब सामान्य युद्धविराम का समय आ गया है, लेकिन शत्रुता में मानवीय विराम आवश्यक था।
विदेश विभाग ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन शुक्रवार को इजराइल और जॉर्डन की यात्रा करेंगे। इसमें कहा गया है कि उनकी यात्रा में इजरायल के सैन्य उद्देश्यों के बारे में जानकारी के लिए नेतन्याहू के साथ बातचीत शामिल होगी।
refugee camp
जेरुसलम । फिलिस्तीन के गाजा पट्टी क्षेत्र के शरणार्थी शिविर की एक इमारत में भीषण अग्निकांड से नौ बच्चों सहित 21 लोगों की मौत हो गयी। फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इस घटना को राष्ट्रीय त्रासदी घोषित किया है। उन्होंने मरने वालों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है।
फिलिस्तीन की गाजापट्टी क्षेत्र के जाबालिया शरणार्थी शिविर में एक चार मंजिला रिहायशी इमारत में अचानक भीषण आग लग गयी। हादसे की शिकार आवासीय इमारत अबू रायाह परिवार की थी। इस परिवार का एक सदस्य लंबे समय बाद मिस्र से लौटा था। उसके लौटने की खुशी में लोग जश्न मना रहे थे। इसी दौरान वहां इमारत की ऊपरी मंजिल से आग शुरू हुई, फिर धीरे-धीरे पूरी इमारत में फैल गयी। आनन-फानन दमकल व सहायता कर्मियों को भेजा गया।
दमकल गाड़ियों को घंटों की मशक्कत के बाद आग बुझाने में सफलता मिली। इस दौरान आग की चपेट में आकर 21 लोगों की मौत हो गयी। मरने वालों में नौ बच्चे भी शामिल थे। इलाका घनी आबादी वाला होने के कारण आग बुझाने में भी अतिरिक्त मशक्कत करनी पड़ी। भारी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें जाबालिया के निकटवर्ती इंडोनेशियाई अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल के प्रमुख सालेह अबू लैला ने नौ बच्चों के शवों को अस्पताल लाए जाने की बात कही। साथ ही कुल मिलाकर 21 शव अस्पताल पहुंचाए गए।
फिलिस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास ने इस घटना को राष्ट्रीय त्रासदी घोषित किया है। उन्होंने मरने वालों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की है।