वाशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के दिलचस्प चुनाव के लिए स्टेज सेट होता दिख रहा है। अमेरिका में नवंबर 2024 में होंगे राष्ट्रपति चुनाव। अभी तक राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवारी के दौर में डोनॉल्ड ट्रंप और बाइडेन को मिली जीत से साफ हो चुका है कि इन्हीं दोनों नेताओं के बीच एक और महा मुकाबला देखने को मिलेगा। इससे यह भी स्पष्ट है कि अमेरिका को 2024 में भी उम्रदराज राष्ट्रपति ही मिलेगा। क्योंकि फाइनल मुकाबला राष्ट्रपति जो बाइडन और पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप के बीच ही होने वाला है। बाइडेन ने डेमोक्रेटिक प्राइमरी चुनाव में, वहीं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रिपब्लिकन प्राइमरी चुनाव में जीत हासिल कर अपने-अपने दलों की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की ओर कदम बढ़ा दिया है।
राष्ट्रपति बाइडन (81) ने जॉर्जिया में पार्टी के प्राइमरी चुनाव में आसानी से जीत हासिल की और अब वह राष्ट्रपति चुनाव के लिए पार्टी के संभावित उम्मीदवार बन गए हैं। बाइडन को कुल 3,933 डेलीगेट (मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी सदस्य) में से आधे से अधिक का समर्थन मिल चुका है। डेमोक्रेट उम्मीदार बनने के लिए 1,968 डेलीगेट के समर्थन की जरूरत होती है। बाइडन को अगस्त में शिकागो में ‘डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन’ के दौरान औपचारिक रूप से पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा। ट्रंप (77) को अब तक 1,215 डेलिगेट का समर्थन मिल चुका है। रिपब्लिकन प्राइमरी में जीत के बाद ट्रंप के प्रचार विभाग ने उनका एक वीडियो ‘एक्स’ पर पोस्ट किया। ट्रंप ने कहा, “यह एक बड़ी जीत है। अब हमें वापस काम में जुट जाना होगा क्योंकि हमारे पास देश के इतिहास में सबसे खराब राष्ट्रपति हैं। उनका नाम जो बाइडन है, जिन्हें कभी-कभी कुटिल बाइडन भी कहा जाता है, और उन्हें हराना ही होगा।
जुलाई में ट्रंप के रिपब्लिकन उम्मीदवार होने की होगी आधिकारिकक घोषणा
ट्रंप को जुलाई में ‘रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन’ में आधिकारिक तौर पर उम्मीदवार घोषित किया जाएगा। ट्रंप लगातार तीसरी बार राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार होंगे। पिछली बार की तरह इस बार भी दोनों का मुकाबला लंबे समय से प्रतीक्षित था, हालांकि ट्रंप इस बार अलग-अलग मुकदमों का सामना करते हुए चुनाव लड़ेंगे। ट्रंप 25 मार्च को न्यूयॉर्क में किसी आपराधिक मुकदमे का सामना करने वाले अमेरिका के पहले पूर्व राष्ट्रपति बन जाएंगे। इस मामले में ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने ‘पॉर्न स्टार’ को किए गए गुप्त भुगतान को छिपाने के लिए गलत तरीके से रिकॉर्ड में हेरफेर की।
बाइडेन ने ट्रंप को बताया लोकतंत्र के लिए खतरा
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने बाइडन के अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनने पर प्रसन्नता व्यक्त की। वहीं बाइडन की ओर से एक बयान जारी कर जीत तथा उम्मीदवारी पर प्रसन्नता व्यक्त की गई और ट्रंप को लोकतंत्र के लिए खतरा करार दिया गया। बाइडन ने कहा कि ट्रंप, ‘‘आक्रोश, प्रतिशोध का अभियान चला रहे हैं जो अमेरिका के मूल विचार को खतरे में डालता है।’’ मंगलवार को प्राइमरी चुनाव की पूर्व संध्या पर ट्रंप ने स्वीकार किया था कि बाइडन ही उनके सामने डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार होंगे। रिपब्लिकन प्राइमरी में जीत के बाद ट्रंप का हौसला बढ़ गया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के सबसे खराब राष्ट्रपति को अब हराना ही होगा। (भाषा)
PRESIDENT ELECTION
डोनाल्ड ट्रम्प ने आयोवा कॉकस में जीत का जश्न मनाया, कहा-अमेरिका की सेवा के लिए बना हूं
डेस मोइनेस (आयोवा )। अमेरिकी प्रांत आयोवा में मिली जीत से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प गदगद हैं। उन्होंने जीत का जश्न मनाते हुए कहा कि वह अमेरिका की सेवा के लिए बने हैं। ट्रम्प ने 2024 के चुनाव के पहले रिपब्लिकन प्राइमरी आयोवा कॉकस में शानदार जीत हासिल की। उन्हें 51 प्रतिशत वोट मिले हैं। यह जीत उनकी रिपब्लिकन पार्टी पर स्थायी पकड़ का स्पष्ट संकेत है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प की जीत के 30 अंकों के अंतर ने आयोवा रिपब्लिकन कॉकस में प्रतिस्पर्धा का एक रिकॉर्ड बनाया है। रिपोर्ट के अनुसार, बावजूद इसके ट्रम्प को पूरे साल अदालती तारीखों का सामना करना होगा। उनके खिलाफ 91 मामले दर्ज हैं। वह कल मानहानि मुकदमे के सिलसिले में न्यूयॉर्क कोर्ट हाउस में उपस्थित हुए। यह मुकदमा लेखिका ई. जीन कैरोल से संबंधित है। कैरोल ने पूर्व राष्ट्रपति पर बलात्कार का आरोप लगाया है। इसके बाद ट्रम्प एक रैली के लिए न्यू हैम्पशायर चले गए।
इस बीच डोनाल्ड ट्रम्प ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर दावा किया कि ईश्वर ने उन्हें अमेरिका का ध्यान रखने के लिए ही बनाया है। तीन मिनट के वीडियो में उन्होंने कहा है कि 14 जून, 1964 को भगवान ने सोचा कि अमेरिका को एक केयर टेकर की जरूरत होगी, इसी वजह उन्हें पैदा किया गया । अमेरिका को एक मजबूत और साहसी इंसान की जरूरत है, जो भेड़ियों से न डरे। आयोवा में जीत के बाद ट्रंप ने मतभेदों को भुलाकर अमेरिका को बाइडेन के कब्जे से आजाद कराने की अपील की है। उन्होंने इसके लिए सभी रिपब्लिकन उम्मीदवारों से समर्थन करने की अपील की है।
अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प अयोग्य करार , कैपिटल हिंसा मामले में अदालत ने अयोग्य ठहराया
वाशिंगटन । दोबारा अमेरिकी राष्ट्रपति बनने की होड़ में शामिल डोनाल्ड ट्रम्प को बड़ा झटका लगा है। मंगलवार को कोलोराडो प्रांत की प्रमुख अदालत ने यूएस कैपिटल हिंसा मामले में ट्रम्प को राष्ट्रपति पद के लिए अयोग्य करार दिया है। अदालत ने रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से व्हाइट हाउस की दौड़ के लिए प्रमुख उम्मीदवार ट्रम्प को राष्ट्रपति पद के लिए राज्य के प्राथमिक मतदान से हटा दिया है। अमेरिकी इतिहास में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को अयोग्य ठहराए जाने का यह पहला मामला है।
कोलोराडो हाई कोर्ट ने 4-3 के बहुमत वाले अपने फैसले में कहा कि ट्रंप 14वें संशोधन की धारा-3 के तहत राष्ट्रपति पद संभालने के अयोग्य हैं। कोलोराडो प्रांत के हाई कोर्ट ने जिला अदालत के निर्णय को पलटते हुए यह आदेश दिया। जिला अदालत ने कहा था कि ट्रम्प ने 6 जनवरी 2021 को अमेरिकी संसद पर हुए हमले के लिए भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया था लेकिन ट्रम्प को राष्ट्रपति चुनाव में हिस्सा लेने से नहीं रोका जा सकता क्योंकि यह साफ नहीं है कि संविधान की धारा राष्ट्रपति पद को कवर करती है।
गौरतलब है कि वर्ष 2021 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में ट्रम्प की हार के बाद उनके समर्थकों ने 6 जनवरी 2021 को यूएस कैपिटल (अमेरिकी संसद) पर हमला कर दिया था। उनके हजारों समर्थक संसद भवन के भीतर घुसकर जमकर हिंसा व तोड़फोड़ कर दी थी। हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई। ट्रम्प पर समर्थकों को संसद भवन में घुस कर हिंसा के लिए भड़काने का आरोप लगा था।
अब्देल फतह अल-सीसी तीसरी बार बने मिस्र के राष्ट्रपति, 89.6 फीसदी वोट के साथ जीता चुनाव
काहिरा । अब्देल फतह अल-सीसी ने बंपर 89.6 फीसदी वोट के साथ मिस्र के राष्ट्रपति के रूप में सत्ता पर तीसरी बार काबिज हुए हैं। नेशनल इलेक्शन अथारिटी ने सोमवार को यह जानकारी दी। लगातार तीसरी जीत के साथ अगले छह वर्ष तक देश की सत्ता में रहेंगे।
राष्ट्रपति अल-सीसी को चुनाव में आसान जीत के कारण किसी भी विपक्षी दल की तरफ से गंभीर चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा। मिस्र की धीमी अर्थव्यवस्था को लेकर लोगों में नाराजगी थी। लेकिन गाजा में लड़ाई छिड़ जाने से राष्ट्रपति को इससे निपटने में सफलता मिली। कुछ मतदाताओं ने स्पष्ट कहा कि गाजा के संघर्ष ने उन्हें राष्ट्रपति अल-सीसी को फिर से वोट देने के लिए प्रेरित किया। इससे हिंसा प्रभावित क्षेत्र में देश की स्थिरता को बल मिलेगा।
मिस्र में 10-12 दिसंबर को हुए चुनाव में 66.8 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2018 के पिछले चुनाव से 41 प्रतिशत से काफी अधिक है। अल-सीसी के मुकाबले तीन अन्य उम्मीदवारों में कोई भी हाई प्रोफाइल नहीं था। अल-सीसी सेना के पूर्व जनरल हैं। वह 2014 में पहली बार लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित हुए थे। उसके बाद 2018 में चुनाव जीता था। 2019 में संविधान संशोधन के जरिये राष्ट्रपति के कार्यकाल को चार वर्ष से बढ़ाकर छह वर्ष कर दिया गया था।
सिंगापुर । भारतीय मूल के अर्थशास्त्री थरमन शणमुगारत्नम ने शुक्रवार को सिंगापुर में राष्ट्रपति चुनाव में जबरदस्त वोट अंतर से जीत हासिल की। साल 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री रहे शणमुगारत्नम को 70.4 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वियों एन. कोक सोंग और टेन किन लियान को क्रमश: 15.7 प्रतिशत और 13.8 प्रतिशत वोट मिले। निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर शणमुगारत्नम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सिंगापुरवासियों ने निर्णायक अंतर से थरमन शणमुगारत्नम को हमारा अगला राष्ट्रपति चुना है। राष्ट्र प्रमुख के रूप में, वह देश और विदेश में हमारा प्रतिनिधित्व करेंगे।
इससे पहले, तमन जुरोंग फूड सेंटर में अपने समर्थकों के बीच शणमुगारत्नम ने कहा कि वह सिंगापुरवासियों की ओर से मिले मजबूत समर्थन के लिए वास्तव में आभारी हैं।
उन्होंने कहा कि मैं इस मतदान को लेकर अभिभूत हूं। यह मतदान सिर्फ मेरे लिए नहीं, यह सिंगापुर के भविष्य, आशावाद और एकजुटता के भविष्य के लिए मतदान है। मेरा अभियान आशावाद और एकजुटता पर केंद्रित था, और विश्वास करें कि सिंगापुरवासी यही चाहते हैं।
शणमुगारत्नम ने कहा, “सिंगापुर वासियों ने मुझ पर जो भरोसा जताया है, मैं उसका सम्मान करूंगा और उन लोगों का भी सम्मान करूंगा जिन्होंने मुझे वोट नहीं दिया।”
निवर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब का छह वर्ष का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने थर्मन शनमुगरत्नम को बधाई दी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को थर्मन शनमुगरत्नम को सिंगापुर का राष्ट्रपति बनने पर बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (ट्वीट) संदेश में कहा कि सिंगापुर के राष्ट्रपति के रूप में आपके चयन पर थर्मन शनमुगरत्नम को हार्दिक बधाई। मैं भारत-सिंगापुर रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए आपके साथ मिलकर काम करने को उत्सुक हूं।
उल्लेखनीय है कि सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के अर्थशास्त्री थर्मन शनमुगरत्नम ने शुक्रवार को राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की। 66 वर्षीय शनमुगरत्नम साल 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री रहे हैं।
सिंगापुर में वोटिंग : भारतीय मूल के तीसरे राष्ट्रपति बनने की लड़ाई में थर्मन शनमुगरत्नम, त्रिकोणीय संघर्ष
सिंगापुर । राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू हो गयी है। भारतीय मूल के तीसरे राष्ट्रपति बनने की लड़ाई में थर्मन शनमुगरत्नम को त्रिकोणीय संघर्ष का सामना करना पड़ रहा है।
सिंगापुर में राष्ट्रपति चुनाव के लिए सुबह आठ बजे से मतदान शुरू हो गया है। 27 लाख से अधिक सिंगापुरवासियों के मतदान करने की उम्मीद है। मतदान केंद्र रात आठ बजे तक खुले रहेंगे। इसके बाद वोटों की गिनती शुरू होगी। मतदान के नतीजे आधी रात तक सामने आ जाएंगे। इस चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला है। सिंगापुर में जन्मे भारतीय मूल के पूर्व मंत्री थर्मन शनमुगरत्नम का मुकाबला सिंगापुर सरकार इन्वेस्टमेंट कॉर्प (जीआईसी) के पूर्व मुख्य निवेश अधिकारी एनजी कोक सोंग और देश के स्वामित्व वाली संघ-आधारित बीमा समूह एनटीयूसी इनकम के पूर्व प्रमुख टैन किन लियान से है।
सिंगापुर के अतीत में दो भारतीय मूल के राष्ट्रपति रह चुके हैं। एसआर नाथन के नाम से चर्चित सेलप्पन रामनाथन सिंगापुर के राजनेता और तमिल मूल के सिविल सेवक थे, जिन्होंने सिंगापुर में राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। नाथन ने 2009 में बेंजामिन शियर्स को हराया था। उनके अलावा देवन नायर के नाम से प्रसिद्ध चेंगारा वीटिल देवन नायर ने 1981 से 1985 तक सिंगापुर के तीसरे राष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। 1923 में मलयेशिया के मलक्का में जन्मे नायर एक रबर बागान क्लर्क के बेटे थे, जो मूल रूप से केरल के थालास्सेरी के रहने वाले थे।
भारतीय मूल के राष्ट्रपति उम्मीदवार थर्मन शनमुगरत्नम का दावा, गैर-चीनी प्रधानमंत्री के लिए सिंगापुर तैयार
सिंगापुर । देश में राष्ट्रपति चुनाव अगले सप्ताह होने वाले हैं। इस चुनाव में भारतीय मूल के उम्मीदवार थर्मन शनमुगरत्नम ने दावा किया है कि सिंगापुर एक गैर-चीनी प्रधानमंत्री के लिए तैयार है। सिंगापुर के पूर्व उपप्रधानमंत्री थर्मन ने इसे चीनी मूल की आबादी के प्रभुत्व वाले देश में समाज की प्रगति का एक प्रतीक बताया।
राष्ट्रपति पद के लिए अपना दृष्टिकोण साझा करने के लिए एक चुनावी बैठक के दौरान थर्मन ने कहा कि सिंगापुरवासी लोगों को समग्रता से देखते हैं। यदि कोई ऐसा व्यक्ति सामने आता है, जो प्रधानमंत्री के लिए बेहतर उम्मीदवार है, तो उस व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाया जा सकता है। मेरा मानना है कि वे ऐसा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह एक समाज के रूप में सिंगापुर की प्रगति का प्रतीक है। सिंगापुर किसी गैर-चीनी प्रधानमंत्री के लिए किसी भी समय तैयार है।
66 वर्षीय थर्मन ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा का हवाला देते हुए कहा कि नस्लवाद हर जगह राजनीति में एक कारक है। हालांकि, 40 या 50 साल पहले के विपरीत आज सिंगापुरवासी सभी कारकों को देखते हैं, न कि केवल नस्लवाद को। सिंगापुर के पूर्व उपप्रधानमंत्री थर्मन ने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने के लिए जुलाई में सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। सिंगापुरवासियों को एक सितंबर को 9वें राष्ट्रपति के लिए मतदान करना है। अर्थशास्त्री थर्मन ने यह भी कहा कि केवल सरकारी नीतियां सिंगापुर को एक निष्पक्ष और बेहतर स्थान नहीं बना सकती हैं। उन्होंने कहा कि इसके बजाय चीजों को अधिक गहराई तक ले जाना चाहिए और सिंगापुर के विकास का अगला चरण उन चीजों पर ध्यान देना है, जिन्हें मापा नहीं जा सकता है।
(अपडेट) अमेरिकी कोर्ट की नज़र में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति चुनाव परिणाम पलटने के प्रयासों के दोषी
वाशिंगटन । अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने एक नया संकट आ गया है। एक अमेरिकी अदालत ने ट्रंप को वर्ष 2020 के राष्ट्रपति चुनाव परिणाम पलटने के प्रयासों का आरोपित माना है।
वाशिंगटन डीसी की एक संघीय ग्रैंड जूरी ने ट्रंप के खिलाफ सुनवाई की। विशेष अधिवक्ता जैक स्मिथ की दलीलों और सबूतों को परखने के बाद अदालत ने ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को पलटने के प्रयासों का आरोपित माना है। स्मिथ ने ट्रंप पर अमेरिका को धोखा देने की साजिश रचने, आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालने की साजिश रचने, आधिकारिक कार्यवाही में बाधा डालने और अधिकारियों के खिलाफ साजिश रचने के आरोप लगाए हैं।
इसके अलावा हाल ही में गोपनीय दस्तावेज के एक मामले में ट्रंप पर नए आरोप लगे हैं। आरोप है कि ट्रंप ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अपने रिजॉर्ट मार ए लागो के सर्विलांस फुटेज डिलीट कराए। वैसे ट्रंप इन आरोपों को खारिज कर सरकार पर उन्हें फंसाने का आरोप लगा चुके हैं।
अंकारा । इस्लामिक राष्ट्र तुर्किये (तुर्की) में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आज हुए दूसरे चरण की वोटिंग में एक बार फिर रेसेप तैयप एर्दोगन ने जीत दर्ज की है। इसी के साथ एर्दोगन लगातार 11वीं बार चुनाव जीते हैं।
पिछले 20 साल से तुर्किये की सत्ता पर काबिज रेसेप तैयप एर्दोगन को इस चुनाव में 52.10 प्रतिशत मत मिले हैं जबकि इनके निकटतम प्रतिद्वंदी कमाल केलिकदारोग्लू 47.90 प्रतिशत वोट मिला। हालांकि अभी तक 99.45 प्रतिशत वोटों की ही गिनती हुई है। ऐसे में आखिरी आंकड़े में परिवर्तन हो सकता है।
इससे पहले, तुर्किए में हुए पहले चरण के राष्ट्रपति चुनाव में एर्दोगन को 49.5 फीसदी वोट मिले थे जबकि कमाल केलिकदारोग्लू को 43.5 फीसदी वोट ही मिल सके थे। कतरे के तमीम बिन अहमद ने एर्दोगन की जीत पर ट्वीट कर उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि जीत के लिए बधाई। नए कार्यकाल के सफलता की कामना।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तुर्की के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर रेसेप तैयप एर्दोगन को बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “तुर्किये के राष्ट्रपति के रूप में फिर से चुने जाने पर एर्दोगन को बधाई! मुझे विश्वास है कि आने वाले समय में वैश्विक मुद्दों पर हमारे द्विपक्षीय संबंध और सहयोग बढ़ते रहेंगे।”
काठमांडू । नेपाल का अगला राष्ट्रपति कौन होगा आज गुरुवार को तय हो जायेगा। रामचंद्र पौडेल और सीपीएन (यूएमएल) के सुभाष चंद्र नेमवांग के बीच मुकाबला है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज मतदान चालू हो गया है। चुनाव आयोग के मुताबिक न्यू बानेश्वर में तैयार मतदान केंद्र पर नेपाली समयानुसार सुबह 10 बजे से मतदान शुरू होकर दोपहर 3 बजे तक चलेगा।
निर्वाचन अधिकारी महेश शर्मा पौडेल ने बताया कि मतदान समाप्ति के बाद मतगणना की जाएगी और आज ही परिणाम की घोषणा भी की जाएगी। राष्ट्रपति पद के लिए नेपाली कांग्रेस के रामचंद्र पौडेल और सीपीएन (यूएमएल) के सुभाष चंद्र नेमवांग के बीच मुकाबला है। दोनों संसद के पूर्व स्पीकर हैं।
नेपाली कांग्रेस, सीपीएन (एमसी), सीपीएन (यूएस) समेत 9 पार्टियों ने पौडेल को समर्थन देने का ऐलान किया है। नेमवांग को केवल उनकी पार्टी सीपीएन यूएमएल ने समर्थन दिया है। इसलिए, यह देखा गया है कि निर्वाचित होने के लिए आवश्यक 26315 वोट केवल पौडेल ही प्राप्त कर सकते हैं।