नई दिल्ली। बीसीसीआई घरेलू क्रिकेट के नियमों में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। इससे मैच के दौरान प्लेइंग-11 में जगह बनाने के लिए 11 नहीं बल्कि 15 खिलाड़ी पात्र होंगे। बोर्ड 11 अक्टूबर से शुरू हो रहे टी20 सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से इंपैक्ट प्लेयर नियम लागू कर सकता है। इस नियम के मुताबिक, मैच के दौरान प्लेइंग-11 में किसी एक खिलाड़ी को बदला जा सकेगा। इसके लिए टीम को टॉस के समय 11 खिलाड़ियों के 4 अतिरिक्त खिलाड़ियों के नाम देने होंगे। यानी ये 15 खिलाड़ी मैच खेलने के लिए पात्र होंगे। 4 अतिरिक्त खिलाड़ियों में से किसी एक का उपयोग इंपैक्ट प्लेयर के रूप में किया जा सकेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई ने इस संबंध में सभी स्टेट एसोसिएशन को सर्कुलर भेजा है। इसके अनुसार, टी20 क्रिकेट की लगातार बढ़ती लोकप्रियता के साथ यह जरूरी है कि हम नई चीजों को पेश करें, जो इस फॉर्मेट को न केवल हमारे फैंस के लिए बल्कि टीमों के लिए भी अधिक आकर्षक और दिलचस्प बना देंगे। नियम के मुताबिक, एक इम्पैक्ट प्लेयर को उपयोग दोनों टीमें मैच के दौरान एक ही बार कर सकेंगी.
ऑस्ट्रेलिया की टी20 लीग बिग बैश में एक्स फैक्टर नाम से यह नियम लागू है। इसमें हर टीम पहली पारी के 10वें ओवर से पहले 12वें या 13वें खिलाड़ी को उपयोग प्लेइंग-11 में कर सकती हैं। इस दौरान बल्लेबाजी ना करने वाले या एक ओवर से अधिक गेंदबाजी ना करने वाले खिलाड़ियों की जगह उन्हें रखा जा सकता है। बीसीसीआई के नए नियम के अनुसार, दोनों पारी के 14वें ओवर से पहले इंपैक्ट खिलाड़ी का उपयोग किया जा सकेगा।
अंपायर को बताना होगा
टीम के कप्तान, कोच और टीम मैनेजर को मैदानी या फोर्थ अंपायर को इंपैक्ट प्लेयर के बारे में बताना होगा। इंपैक्ट प्लेयर के आने के बाद जो खिलाड़ी बाहर होगा, उसका उपयोग अब पूरे मैच में नहीं किया जा सकेगा। वह अतिरिक्त खिलाड़ी के रूप में फील्डिंग करने भी नहीं आ सकेगा। बल्लेबाजी टीम विकेट गिरने या ब्रेक के दौरान इंपैक्ट खिलाड़ी का उपयोग कर सकेंगी।
यदि किसी इंपैक्ट प्लेयर को गेंदबाज की जगह लाया जाता है और वह पहले कितने ओवर भी गेंदबाजी कर चुका है, इसका उस पर प्रभाव नहीं रहेगा। यानी इंपैक्ट प्लेयर पूरे 4 ओवर गेंदबाजी कर सकेगा। मैच के दौरान सस्पेंड किए गए खिलाड़ी की जगह इंपैक्ट प्लेयर का उपयोग नहीं हो सकेगा.
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