काठमांडू । नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल को इलाज के लिए एयर एंबुलेंस से भारत ले जाया गया है। उन्हें बुधवार सुबह नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचाया गया। राष्ट्रपति पौडेल के प्रेस सलाहकार किरण पोखरेल ने इसकी पुष्टि की है।
राष्ट्रपति के प्रेस सलाहकार किरण पोखरेल ने कहा कि उन्हें इलाज के लिए नई दिल्ली ले जाया गया है। राष्ट्रपति के साथ एक मेडिकल टीम भी गई है। राष्ट्रपति पौडेल के इलाज के दौरान पेट में संक्रमण पाया गया है। इलाज में शामिल डॉक्टर ने बताया कि उन्हें एंटीबायोटिक्स दी गई हैं। सीने में पानी अधिक होने के कारण उसे बाहर निकाला गया है । लेकिन तबीयत बिगड़ने पर उन्हें नई दिल्ली ले जाया गया।
रामचंद्र पौडेल को सांस लेने में तकलीफ होने पर कल (मंगलवार) काठमांडू के महाराजगंज में टीचिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल प्रचंड ने अस्पताल पहुंचकर पौडेल का हालचाल जाना था। राष्ट्रपति को एक महीने में दूसरी बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। पौडेल नौ मार्च को नेपाल के तीसरे राष्ट्रपति चुने गए थे।
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काठमांडू । नेपाल के नए राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल का कार्यकाल आज (सोमवार) से शुरू हो रहा है। आज शपथ लेने के बाद उनका कार्यकाल आधिकारिक तौर पर शुरू हो जाएगा। राष्ट्रपति पौडेल को दोपहर एक बजे मुख्य न्यायाधीश दीपक कुमार कार्की शपथ ग्रहण कराएंगे।
विद्यादेवी भंडारी का राष्ट्रपति पद का कार्यकाल रविवार आधी रात पूरा हो गया। सचिवालय ने जानकारी दी है कि वह आज राष्ट्रपति भवन शीतल निवास से रवाना होंगी। पौडेल नौ मार्च को राष्ट्रपति चुने गए थे। उनका कार्यकाल पांच साल का होगा। पौडेल राजशाही की समाप्ति और नेपाल में गणतंत्र की स्थापना के बाद तीसरे राष्ट्रपति हैं। वह छह दशक से नेपाली कांग्रेस की राजनीति में सक्रिय रहे हैं।
काठमांडू । नेपाल में नौ मार्च को प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव के लिए आधीरात 12 बजे से प्रचार बंद हो गया है । राष्ट्रपति चुनाव में नेपाली कांग्रेस के रामचंद्र पौडेल और सीपीएन (यूएमएल) के सुभाष चंद्र नेमवांग के बीच मुकाबला है। 10 पार्टियों ने पौडेल को समर्थन देने का ऐलान किया है।
पौडेल के पक्ष में नेपाली कांग्रेस, सीपीएन (एमसी), सीपीएन (यूएस), राष्ट्रीय जनता पार्टी, जनमत पार्टी, लोकतान्त्रिक समाजवादी पार्टी, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी, राष्ट्रीय जन मोर्चा, नेपाल समाजवादी पार्टी और आम जनता पार्टी लगाकर कुल 10 पार्टियां हैं। सीपीएन (यूएमएल) के उपाध्यक्ष नेमवांग को छोड़कर उनकी पार्टी को किसी ने समर्थन देने की घोषणा नहीं की है।
ऐसी संभावना है कि रॉयलिस्ट पार्टी राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) नेमवांग के पक्ष में मतदान करेगी। राष्ट्रपति राजेंद्र लिंगदेन यूएमएल उम्मीदवार नेमवांग को समर्थन देने के पक्ष में हैं। हालांकि पार्टी के अधिकांश पदाधिकारी तटस्थ रहने के पक्ष में हैं। रवि लामिछाने के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी ने अभी तक अपना रुख साफ नहीं किया है।