लाहौर । पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ( पीएमएल-एन) प्रमुख और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कल वतन वापसी पर अभूतपूर्व स्वागत की तैयारी की गई है। पार्टी ने गुलाब की पंखुड़ियां बरसाने के लिए दो विमान किराये पर लिए हैं। कार्यकर्ताओं से बड़ी संख्या में पहुंचने का आग्रह किया गया है। 73 वर्षीय नवाज के अगले वर्ष जनवरी में होने वाले आम चुनाव में पीएमएल-एन का नेतृत्व करने की संभावना है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
नवाज चार साल तक स्वनिर्वसन में ब्रिटेन में रहे हैं। वह जेद्दा से दुबई पहुंच चुके हैं। नवाज शनिवार को एक चार्टर विमान से पाकिस्तान लौटेंगे। नवाज की घरवापसी की खुशी में गुरुवार को एक गीत की लॉन्चिंग उनके भाई और पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे उनके बड़े भाई का ऐतिहासिक स्वागत करने के लिए तैयार रहें। नवाज देश को प्रगति की राह पर ले जाएंगे। स्वागत समारोह की मुख्य आयोजक मरियम नवाज शरीफ ने कठिन समय में अपने पिता के साथ खड़े रहने के लिए अपने चाचा शहबाज की प्रशंसा की।
पार्टी नेता अताउल्लाह तरार के अनुसार नवाज इस्लामाबाद पहुंचेंगे और वहां से लाहौर के लिए रवाना होंगे। लाहौर में नवाज मीनार-ए-पाकिस्तान मैदान पर रैली को संबोधित करेंगे। लाहौर में साढ़े तीन घंटे (दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:30 बजे के बीच) के लिए गुलाब की पंखुड़ियां बरसाने के लिए दो छोटे विमानों की सेवाएं ली गई हैं।
NAWAZ SHARIF
लंदन । पूर्व पाक प्रधानमंत्री और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि पार्टी प्रमुख नवाज शरीफ की वतन वापसी की योजना में कोई बदलाव नहीं हुआ है। वह 21 अक्टूबर को ही पाकिस्तान पहुंचेंगे। शहबाज ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी। मरियम और शहबाज दोनों गुरुवार देररात लंदन पहुंचे। शहबाज अपने भाई से कानूनी और राजनीतिक कदमों पर चर्चा करेंगे। यह जानकारी स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में दी गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज ने यहां स्टैनहोप हाउस में नवाज शरीफ, मरियम नवाज, इशाक डार, तलाल चौधरी और अन्य लोगों की उपस्थिति में महत्वपूर्ण वार्ता के बाद मीडिया से बात की। शहबाज ने स्पष्ट किया कि नवाज शरीफ लाहौर लौटेंगे और फिर मीनार-ए-पाकिस्तान में रैली के माध्यम से राष्ट्र को संबोधित करेंगे। वह गरीबी, बेरोजगारी से निपटने और आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए पार्टी की योजना देश के सामने रखेंगे। शहबाज ने कहा कि नवाज शरीफ ऐसा नेता हैं जो पहले भी पाकिस्तान को प्रगति और आशा के रास्ते पर ले गए और जनता के लिए काम किया। आगे भी वह ऐसा करेंगे। नवाज शरीफ मुल्क के लिए ‘आशा की किरण’ हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में शहबाज के हवाले से कहा गया है कि इमरान खान ने पाकिस्तान को अश्लीलता सिखाई। नवाज इस जहर को खत्म करेंगे। युवाओं को शिक्षित कर रोजगार दिया जाएगा। यह दुखद है कि पाकिस्तान के राष्ट्रीय विमर्श में ‘जहर’ घोल दिया गया। अश्लीलता की संस्कृति को अभूतपूर्व स्तर पर ले जाया गया। इससे पाकिस्तान को नुकसान हुआ है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में शहबाज ने कहा कि पाकिस्तान को एक साथ लाना और आगे बढ़ना वक्त की जरूरत है। रोम एक दिन में नही बना था। नवाज शरीफ ने कभी भी अतिशयोक्ति वादे नहीं किए। हमेशा अपने वादे पूरे किए हैं। इस बीच, मरियम नवाज ने कहा है कि उनके पिता अब से लगभग एक महीने बाद लाहौर पहुंचेंगे। वहां उनका ऐतिहासिक स्वागत किया जाएगा।
इस्लामबाद । पाकिस्तान के निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि उनके बड़े भाई पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अगले माह स्वदेश लौटेंगे। कार्यवाहक सरकार के कार्यभार संभालते ही वह अपने बड़े भाई नवाज से मिलने के लिए लंदन जाएंगे।
स्थानीय मीडिया रिपोर्टेस के मुताबिक शहबाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) प्रमुख नवाज शरीफ स्वदेश लौटने के बाद मुल्क में होने वाले आम चुनाव में पार्टी के प्रचार अभियान का नेतृत्व करेंगे। शहबाज ने नवाज की घरवापसी की सटीक तारीख बताए बिना कहा, वह स्वास्थ्य कारणों से नवंबर 2019 से लंदन में स्व निर्वासित निर्वासन में हैं।
उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार के मामलों में जवाबदेही अदालत से दोषी ठहराए जाने के बाद नवाज नवंबर 2019 में इलाज के लिए लंदन चले गए थे। तब से वह वहीं रह रहे हैं। 2016 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नवाज ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो ने पनामा पेपर्स लीक मामले में उन्हें दोषी ठहराया। दोष सिद्धि के विरुद्ध उनकी अपील फिलहाल संबंधित अदालत में लंबित है।
शहबाज ने उम्मीद जताई कि उनकी पार्टी अगला आम चुनाव जीतेगी और वह नवाज के नेतृत्व वाली सरकार के तहत पार्टी के एक कार्यकर्ता के रूप में काम करेंगे। उनका बयान ऐसे समय पर आया है जब 9 अगस्त को नेशनल असेंबली के समय से पहले भंग होने के साथ ही कार्यवाहक सेटअप की नियुक्ति की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है।
इस्लामाबाद । पाकिस्तान में जैसे जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं सियासी गतिविधियां भी तेज होती जा रही हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने ऐलान किया है कि यदि उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) चुनाव जीती , तो नवाज शरीफ प्रधानमंत्री बनेंगे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने 2017 में अयोग्य घोषित कर दिया था। वह 2018 में ‘पनामा पेपर’ मामले में न्यायालय का फैसला आने के बाद सार्वजनिक पद संभालने के लिए आजीवन अयोग्य हो गए। वह नवंबर, 2019 से ब्रिटेन में रह रहे हैं। उनकी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने इमरान खान को सत्ता से हटाकर अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाई और नवाज के भाई शहबाज शरीफ प्रधानमंत्री बनाए गए।
पाकिस्तान की मौजूदा संसद का कार्यकाल 12 अगस्त को पूरा हो रहा है और चुनाव की तैयारियां तेज हो गयी हैं। इन तैयारियों के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि यदि उनकी पार्टी चुनाव जीतती है, तो 73 वर्षीय नवाज शरीफ देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके साथ ही पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेता शहबाज शरीफ ने अपने बड़े भाई नवाज शरीफ के पाकिस्तान वापस लौटने का भी संकेत दिया। साथ ही कहा कि नवाज शरीफ पाकिस्तान लौटने के बाद कानून का सामना करेंगे। नवाज तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं।
शहबाज शरीफ ने वित्त मंत्री इसहाक डार को कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किए जाने की संभावना से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा कि आगामी आम चुनाव को पारदर्शी बनाने के मकसद से अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए अगले महीने किसी ‘तटस्थ व्यक्ति’ का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नेशनल असेंबली के भंग होने की अधिसूचना संसद के निचले सदन का कार्यकाल पूरा होने से कुछ दिन पहले राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को भेजी जाएगी।
उन्होंने कहा कि सहयोगी दलों, पीएमएल-एन के सर्वोच्च नेता नवाज शरीफ और नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता राजा रियाज के साथ विचार-विमर्श के बाद कार्यवाहक व्यवस्था पर सहमति बनेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पद पर किसी तटस्थ व्यक्ति को नियुक्त किया जाना चाहिए, ताकि कोई चुनाव के परिणाम पर सवाल नहीं उठा सके।
इस्लामाबाद । पाक संसद में एक प्रस्ताव पारित के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की वतन वापसी के लिए रास्ता बनाया जा रहा है। संसद पाकिस्तान की नेशनल असेंबली ने रविवार को सांसदों की अयोग्यता की अवधि को आजीवन की जगह पांच साल तक सीमित करने वाला एक विधेयक पारित किया है। इसके बाद से नवाज शरीफ की वापसी को लेकर कयासबाजी बढ़ गई है।
उम्मीद की जा रही है इस साल होने वाले आम चुनाव में नवाज शरीफ के सक्रिय राजनीति में लौटने का रास्ता साफ हो सकता है और वह लंदन से वापस स्वदेश आ सकते हैं। उच्चतम न्यायालय ने वर्ष 2017 में नवाज शरीफ (73) को प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य ठहराया था। वर्ष 2018 में पनामा पेपर्स मामले में उच्चतम न्यायालय ने नवाज को आजीवन सार्वजनिक पद संभालने के लिए अयोग्य ठहराया था।
चुनाव (संशोधन) विधेयक 2023 का उद्देश्य सांसदों को अयोग्यता की अवधि को कम करने के अलावा पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) को राष्ट्रपति से परामर्श किए बिना चुनाव तारीखों की घोषणा करने का अधिकार देना भी है।
इस विधेयक को उच्च सदन सीनेट ने 16 जून को पहले ही मंजूरी दे दी थी। कानून बनने के लिए विधेयक को राष्ट्रपति द्वारा अनुमोदित किया जाना है।
रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) समर्थित राष्ट्रपति आरिफ अल्वी हज करने के लिए देश से बाहर हैं, इसलिए सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला है और संभवत: वह बिना समय बर्बाद किए विधेयक का अनुमोदन करेंगे।
माना जा रहा है कि कानून बनने के बाद शरीफ की आजीवन अयोग्यता समाप्त हो जाएगी, जिससे उनके देश लौटने और अक्टूबर में संभावित आम चुनाव से पहले सक्रिय राजनीति में फिर से शामिल होने का रास्ता साफ हो जाएगा। हालांकि, सक्रिय राजनीति में आने से पहले शरीफ को अब भी भ्रष्टाचार के दो मामलों में उनके खिलाफ दिए गए फैसले पलटवाने होंगे।
लाहौर । इमरान के आवास जमान पार्क इलाके में घमासान चल रहा है। इमरान समर्थक ढाल बनकर उनकी गिरफ़्तारी का जोरदार विरोध कर रहे हैं। तोशखाना मामले में इमरान को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस से समर्थकों की जोरदार भिड़ंत हुई है। इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव कर दिया है। हालात बिगड़ने पर पुलिस को फायरिंग तक करनी पड़ी है। इस भिड़ंत में कई लोग घायल हुए हैं।हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने इमरान के आवास के आसपास के सारे इलाके को घेर लिया है। उधर इमरान खान ने आरोप लगाया है कि नवाज शरीफ के इशारे पर लाहौर पुलिस उनको गिरफ्तारी करने की कोशिश कर रही है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ गैरजमानती गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद मंगलवार को पुलिस उन्हें पकड़ने के लिए पहुंची थी। पुलिस को इमरान समर्थकों के कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस ने बुधवार सुबह समूचे जमान पार्क इलाके को घेर लिया है। खान के समर्थकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने के साथ पानी की बौछार करनी पड़ी। इमरान खान के समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया। इसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसके बावजूद इमरान समर्थक लगातार पुलिस से मोर्चा लेते रहे। आखिर में पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी। इस भिड़ंत में कई लोग घायल हुए हैं। इनमें कुछ पुलिसकर्मियों को भी चोटें आई हैं।
सोशल मीडिया पर इस टकराव के तमाम वीडियो वायरल हुए हैं। इन वीडियो में साफ दिख रहा है कि पुलिस एक बख्तरबंद वाहन के पीछे चलकर खान के जमान पार्क स्थित आवास की ओर बढ़ रही है और पानी की बौछार कर पूर्व प्रधानमंत्री के समर्थकों को तितर-बितर किया जा रहा है। कई वीडियो इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के ट्विटर हैंडल से जारी किए गए हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि पुलिस इमरान खान के निवास पर भी आंसू गैस के गोले दाग रही है। इस्लामाबाद पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि तोशाखाना मामले में खान को गिरफ्तार करने के लिए उनकी टीम यहां आई है।
इमरान खान पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशाखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए बेचने के आरोप हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के अध्यक्ष खान के आवास की ओर बढ़ने के दौरान पुलिस और पीटीआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुई हैं। खान के समर्थकों ने चेहरों को कपड़े से ढंक रखा था। इमरान समर्थकों के पथराव के चलते पुलिस दल का नेतृत्व कर रहे इस्लामाबाद के उप महानिरीक्षक (अभियान) शहजाद बुखारी घायल हुए हैं।
इससे पहले इमरान खान ने एक वीडियो संदेश में अपने समर्थकों से ‘वास्तविक आजादी’ के लिए घरों से निकलने का आग्रह किया था। खान ने वीडियो में कहा कि सरकार को लगता है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद देश सो जाएगा। देश की जनता को सरकार को गलत साबित करना होगा। पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि यदि मुझे कुछ हो जाता है और मुझे जेल भेज दिया जाता है या मुझे मार दिया जाता है, तो आपको यह साबित करना होगा कि आप इमरान खान के बिना भी संघर्ष करेंगे और इन चोरों और देश के लिए निर्णय लेने वाले एक व्यक्ति की गुलामी स्वीकार नहीं करेंगे।
इमरान खान ने कहा, नवाज के इशारे पर हो रही गिरफ्तारी की कोशिश
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया है कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के इशारे पर उनकी गिरफ्तारी की कोशिश हो रही है। उन्होंने इस प्रक्रिया को ‘लंदन प्लान’ की संज्ञा दी है। उल्लेखनीय है कि कोर्ट इमरान खान के खिलाफ गैरजमानती गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुका है। पुलिस कल से उन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश लगी है।
इमरान खान ने एक वीडियो जारी कर मामले में बड़े षडयंत्र का आरोप लगाया है। इमरान ने कहा कि वे 18 तारीख को स्वयं अदालत में पेश होने जा रहे हैं, इसके बावजूद जबरन गिरफ्तारी की कोशिशें की जा रही हैं। इसके लिए सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के कोर्ट परिसर में कई बार हमले हो चुके हैं, जिसमें कई न्यायाधीश तक शहीद हुए हैं।
इमरान ने कहा कि उन्होंने लाहौर उच्च न्यायालय में वचन दिया है कि मैं 18 तारीख को न्यायालय में उपस्थित रहूंगा। लेकिन इसे स्वीकार नहीं किया गया। इसे ‘लंदन प्लान’ का हिस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि लंदन में बैठकर पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सारी योजना बना रहे हैं। इमरान के मुताबिक नवाज शरीफ को आश्वासन दिया गया है कि उन (इमरान) पर और उनकी पार्टी पर हमला किया जाए और उन्हें जेल में डाल दिया जाए। इसी योजना पर अमल के लिए गिरफ्तारी की कोशिशें हो रही हैं।
उल्लेखनीय है कि मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के भाई और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पाकिस्तान में भ्रष्टाचार मामलों का सामना कर रहे हैं। जब उनकी गिरफ्तारी नजदीक थी तो वह स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर लंदन चले गए थे। तब से वहीं हैं। इमरान खान का आरोप है कि शहबाज सरकार लंदन से यानी नवाज शरीफ के इशारे पर ही चलती है। जब तक लंदन से ऑर्डर नहीं आता तब तक कुछ कार्रवाई नहीं होती।
पाकिस्तान: इमरान के आन्दोलन व सेना प्रमुख की नियुक्ति पर नवाज से चर्चा को लंदन पहुंचे शहबाज
लंदन । पाकिस्तान के आंतरिक हालात सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान आंदोलित हैं, वहीं नए सेना प्रमुख की नियुक्ति पर भी फैसला नहीं हो पा रहा है। अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इन मसलों पर अपने भाई व पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से चर्चा के लिए लंदन पहुंचे हैं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ नवंबर, 2019 में चिकित्सा संबंधी आपात स्थिति में लंदन पहुंचे थे और तभी से वहां रह रहे हैं। उन्हें एक संपत्ति घोटाले में दोषी ठहरा कर दस साल जेल की सजा सुनाई गई थी। कालांतर में पाकिस्तान की राजनीतिक परिस्थितियां बदलीं और नवाज के भाई शहबाज प्रधानमंत्री बन गए। इसके बाद से लगातार कहा जा रहा है कि शहबाज भले ही प्रधानमंत्री हैं, पर सरकार नवाज ही चला रहे हैं। कुछ माह पूर्व शहबाज की लंदन यात्रा के बाद पाकिस्तान के वित्त मंत्री को बदलने का फैसला भी हुआ था। तब नवाज के समधी इशाक डार को देश का वित्त मंत्री बनाया गया था। अब एक बार फिर शहबाज की लंदन यात्रा को पाकिस्तान सरकार के संचालन में किसी बड़े फैसले से जोड़कर देखा जा रहा है।
पाकिस्तान के अखबारों में छपी खबरों के अनुसार मिस्र में संयुक्त राष्ट्र जलवायु संरक्षण सम्मेलन से भाग लेकर शहबाज निजी विमान से लंदन पहुंचे और उन्होंने नवाज शरीफ से मुलाकात की। पाकिस्तान की सूचना और प्रसारण मंत्री मरियम औरंगजेब ने एक ट्वीटकर शहबाज शरीफ के निजी उड़ान से लंदन जाने की जानकारी भी दी। माना जा रहा है कि दोनों भाइयों ने इस महीने के अंत में पाकिस्तान में नए सेना प्रमुख की नियुक्ति पर चर्चा की है। पाकिस्तान के मौजूदा सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा 29 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे। यह पहली बार नहीं है जब शहबाज ने मार्गदर्शन लेने के लिए अपने बड़े भाई की ओर रुख किया है। इस साल अप्रैल में सत्ता में आने के बाद से वे तीसरी बार अपने भाई से मिलने लंदन गए हैं।
माना जा रहा है कि नवाज व शहबाज के बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के आजादी मार्च को लेकर भी चर्चा होगी। इमरान खान पर जानलेवा हमले के बाद यह मार्च दोबारा शुरू करने का एलान किया जा चुका है। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शहबाज की लंदन यात्रा पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अपने बड़े भाई के साथ अगले सेना प्रमुख की नियुक्ति पर चर्चा कर आधिकारिक गोपनीयता कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने इसे प्रधानमंत्री पद की शपथ का उल्लंघन भी करार दिया है।
लंदन। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से उनकी बेटी मरियम नवाज की मुलाकात तीन साल बाद हुई है। बीते दिनों इस्लामाबाद उच्च न्यायालय से भ्रष्टाचार के एक मामले में बरी होते ही मरियम लंदन पहुंचीं, जहां उनके पिता और भाई रह रहे हैं।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज और मरियम के पति सफदर पर नवाज के प्रधानमंत्री रहते हुए आर्थिक भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। इन तीनों पर भ्रष्टाचार से अर्जित धन से लंदन के एवेनफील्ड में संपत्ति खरीदने का आरोप लगा था। चार साल पहले छह जुलाई 2018 को एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को दस साल कैद की सजा सुनाई गयी थी। इसके अलावा नवाज की बेटी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) की उपाध्यक्ष मरियम नवाज को सात साल कैद की सजा सुनाई गयी थी। नवाज शरीफ के दामाद सफदर को भी एक साल कैद की सजाई सुनाई गई थी। उसके बाद 2019 में उनका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया था, ताकि वे देश छोड़कर न जा सकें। पिछले दिनों इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने मरियम और उनके पति को इस मामले में दोषमुक्त घोषित कर दिया था, जिस पर उन्हें पासपोर्ट वापस मिल गया।
पासपोर्ट वापस मिलते ही मरियम सबसे पहले लंदन रवाना हुईं। लंदन के हीथ्रो हवाई अड्डे पर उनके भाई हसन नवाज और उनके पुत्र जुनैद सफदर उन्हें लेने पहुंचे थे। वहां से वे अपने पिता नवाज शरीफ के पास पहुंचीं। उनके पिता नवाज शरीफ नवंबर 2019 में इलाज के लिए लंदन गए थे और तब से वहीं हैं। तीन साल बाद पिता-पुत्री की मुलाकात हुई तो मरियम भी भावुक हो गयीं। पिता से मुलाकात का भावुक चित्र मरियम ने ट्वीट भी किया है। यह चित्र सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहा है। मरियम लंदन में एक माह रुकेंगी और छह नवंबर को पाकिस्तान लौटेंगी। यह भी चर्चाएं हैं कि मरियम अपने पिता एवं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को लंदन से वापस पाकिस्तान लेकर आ सकती हैं।