नई दिल्ली । देश की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छी खबर है। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान 6.1 फीसदी से बढ़ा कर 6.8 फीसदी कर दिया है।
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने सोमवार को कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के अपने पूर्वानुमान को बढ़ा कर 6.8 फीसदी कर दिया है। इससे पहले एजेंसी ने 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.1 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया था। इसके साथ ही एजेंसी ने कहा है कि भारत जी-20 देशों में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
मूडीज ने वर्ष 2023 के ‘उम्मीद से मजबूत’ आर्थिक आंकड़ों और वैश्विक स्तर पर प्रतिकूल आर्थिक परिस्थितियों को देखते हुए भारत के विकास दर के अनुमान को बढ़ाया है। एजेंसी ने कहा कि वर्ष 2025 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 6.4 फीसदी रहने का अनुमान है। मूडीज ने कहा कि उच्च-आवृत्ति के संकेतकों से पता चलता है कि अर्थव्यवस्था सितंबर और दिसंबर तिमाही की मजबूत रफ्तार वर्ष 2024 की मार्च तिमाही में जारी है।
उल्लेखनीय है कि कैलेंडर वर्ष 2023 में भारत के जीडीपी के आंकड़े उम्मीद से कहीं बेहतर रहे हैं, जिसकी वजह से रेटिंग एजेंसी मूडीज ने कैलेंडर वर्ष 2024 के लिए आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाया है। दरअसल कैलेंडर साल 2023 की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर) में भारत की वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर सालाना आधार पर 8.4 फीसदी रही है। ऐसे में 2023 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.7 फीसदी की दर से बढ़ी है।
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नई दिल्ली । भारत के लिए अर्थव्यवस्था के फ्रंट पर कुछ सुकून देने वाली खबर आई है। रेटिंग एजेंसी मूडीज इंवेस्टर्स सर्विस ने चालू वित्तीय वर्ष 2023 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को 4.8 फीसदी से बढ़ाकर 5.5 फीसदी कर दिया है। मूडीज ने सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ के अनुमान में यह बढ़ोतरी केंद्रीय बजट में पूंजीगत व्यय में तेज वृद्धि और बेहतर आर्थिक हालात के मद्देनजर की है।
मूडीज ने बुधवार को जारी वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2023-24 में वर्ष 2023 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ 5.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है। इससे पहले यह अनुमान 4.8 फीसदी रहने का था। वहीं, एजेंसी ने वर्ष 2024 में 6.5 फीसदी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान लगाया है। हालांकि, मूडीज ने वर्ष 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को सात फीसदी से घटाकर 6.8 फीसदी कर दिया है।
एजेंसी ने वैश्विक व्यापक परिदृश्य 2023-24 के ताजा अपडेट में अमेरिका, कनाडा, यूरोप, भारत, रूस, मैक्सिको और तुर्किये सहित कई जी-20 अर्थव्यवस्थाओं के लिए आर्थिक वृद्धि अनुमान को बढ़ाया है। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने वर्ष 2022 के मजबूत अंत के चलते जीडीपी ग्रोथ में यह बढ़ोतरी की है।
मूडीज ने कहा है कि भारत के मामले में वित्त वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट में पूंजीगत व्यय के लिए आवंटन में (जीडीपी का 3.3 फीसदी) की तेज बढ़ोतरी की गई है। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2022-23 के 7,500 अरब रुपये से बढ़कर 10,000 अरब रुपये हो गया है। ऐसे में वर्ष 2023 में वास्तविक जीडीपी में वृद्धि की दर 0.70 फीसदी अधिक यानी 5.5 फीसदी हो सकती है, जबकि वर्ष 2024 में इसके 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है।
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारत सहित कई बड़े उभरते बाजार वाले देशों में आर्थिक गति पिछले साल के अनुमान से अधिक मजबूत रही है। मूडीज ने कहा कि 2022 की दूसरी छमाही में मजबूत आंकड़े इस बात की उम्मीद जताते हैं कि 2023 में प्रदर्शन मजबूत रहेगा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने एक दिन पहले जारी अपने दूसरे अग्रिम अनुमान में वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक वृद्धि दर 7 फीसदी रहने का अनुमान जताया है।