दावणगेरे/नई दिल्ली। कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चनावों के लिए प्रधानमंत्री ने कमर कस ली है। कर्नाटक में उनकी रैली शुरू हो गयी हैं। नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को दावणगेरे में कहा कि केवल भाजपा ही कर्नाटक का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित कर सकती है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता ने डबल इंजन सरकार को वापस लेन का संकल्प कर लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कर्नाटक के दावणगेरे में भाजपा की विजय संकल्प यात्रा के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि आज चार विजय यात्रा का यहां महासंगम हो रहा है। प्रधानमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं को हर बूथ जीतने का मंत्र देते हुए कहा कि इन यात्राओं के जनसमर्थन, उत्साह और उमंग को आगामी तीन माह कड़ी मेहनत करके हर बूथ पर पहुंचाना होगा। उन्होंने कहा, “आज सुखद संयोग है, आज विजय संकल्प रैली हो रही है और उसी समय कलबुर्गी, कर्नाटक में जो कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कर्मभूमि है मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव था और कलबुर्गी में भारतीय जनता पार्टी के मेयर और डिप्टी मेयर जीत गए। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के घर में भाजपा का विजय डंका बज गया। यह एक प्रकार से विजय संकल्प रैली का शुभ संकेत है कि विजय यात्रा आरंभ हो चुकी है।”
उन्होंने कहा कि कर्नाटक ने लंबे समय से अवसरवादी और स्वार्थी सरकारों को देखा है जिसने राज्य को प्रभावित किया है। इसलिए राज्य के विकास के लिए भाजपा की स्थिर सरकार की जरूरत है। भाजपा कर्नाटक को भारत के विकास की उभरती ताकत बनाना चाहती है जबकि कांग्रेस राज्य को अपने नेताओं के लिए एटीएम बनाना चाहती है।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो का जिक्र करते हुए कहा कि एक पार्टी के बड़े नेता, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री उनकी ही पार्टी के एक कार्यकर्ता को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मारने का आनंद ले रहे थे। उन्होंने कहा कि जो अपने कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं कर सकते, वो जनता का क्या सम्मान करेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात पर गर्व है कि भाजपा में कोई छोटा-बड़ा नहीं बल्कि बराबर हैं। उन्होंने कहा, “कर्नाटक भाजपा का हर कार्यकर्ता मेरा मजबूत साथी, मित्र और सहोदर है।”
मोदी ने कर्नाटक के दावणगेरे में रोड शो किया। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने उनपर फूल फेंक कर स्वागत किया। इसके साथ ही उन्होंने यहां भाजपा की विजय संकल्प यात्रा का समापन भी कर दिया। इस दौरान कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई भी उनके साथ उपस्थित थे।
modi in karnatak
चिक्कबल्लापुर/नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहाँ कहा भाजपा सरकार 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सभी की भागीदारी पर जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि ‘सबका प्रयास’ से भारत विकसित राष्ट्र बनने की राह पर है। प्रधान मंत्री ने चिकित्सा शिक्षा में भाषा की चुनौती का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीतिक स्वार्थ और वोट-बैंक की राजनीति के लिए कुछ दलों ने भाषाओं के साथ खेल खेला। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने कन्नड़ सहित सभी भारतीय भाषाओं में मेडिकल की पढ़ाई का विकल्प दिया है।
प्रधानमंत्री ने आज कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर में श्री मधुसूदन साई आयुर्विज्ञान एवं अनुसंधान संस्थान (एसएमएसआईएमएसआर) का उद्घाटन किया। संस्थान सभी को पूरी तरह से निःशुल्क चिकित्सा शिक्षा और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल की सुविधा प्रदान करेगा। यह शैक्षणिक वर्ष 2023 से अपना कामकाज शुरू कर देगा।
प्रधानमंत्री ने चिकित्सा शिक्षा में भाषा की चुनौती का जिक्र किया और अफसोस जताया कि पूर्व में चिकित्सा शिक्षा में स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए अपर्याप्त प्रयास किए गए। उन्होंने कहा कि इसके कारण गांव और पिछड़े समाज से आने वाले युवाओं के लिए डॉक्टर बनना बहुत कठिन था। प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने राजनीतिक स्वार्थ और वोट-बैंक की राजनीति के लिए कुछ दलों ने भाषाओं के साथ खेल खेला। लेकिन सही मायने में भाषा को बल देने के लिए जितना होना चाहिए था उतना नहीं हुआ। कन्नड़ एक समृद्ध भाषा है। कन्नड में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हो इसके लिए पहले की सरकारों ने कोई कदम नहीं उठाए। उन्होंने कहा कि ये राजनीतिक दल नहीं चाहते थे कि गांव, गरीब, दलित पिछड़े परिवारों के बेटे-बेटी भी डॉक्टर-इंजीनियर बन सकें। प्रधानमंत्री ने कहा कि गरीबों के हितों में कार करने वाली हमारी सरकार ने कन्नड़ सहित सभी भारतीय भाषाओं में मेडिकल की पढ़ाई का विकल्प दिया है।
प्रधानमंत्री ने अमृत काल में विकसित देश बनने के देश के संकल्प और इतने कम समय में इतने बड़े संकल्प को पूरा करने की लोगों की जिज्ञासा का जिक्र किया। उन्होंने कहा, “आजादी के ‘अमृत महोत्सव’ में देश ने विकसित होने का संकल्प लिया है। कई बार लोग पूछते हैं कि भारत कैसे विकसित बनेगा? इतनी चुनौतियां हैं, इतना काम है, इतने कम समय में पूरा कैसे होगा? इस सवाल का जवाब है – सबका प्रयास। हर देशवासी के साझा प्रयासों से ये संभव होने वाला है।” इसलिए भाजपा सरकार निरंतर सबकी भागीदारी पर बल दे रही है। विकसित भारत के लक्ष्य की प्राप्ति में सामाजिक और धार्मिक संगठनों की बड़ी भूमिका है। कर्नाटक में तो संतों, आश्रमों और मठों की महान परंपरा रही है। इन सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं ने आस्था और अध्यात्म के साथ-साथ गरीबों, पिछड़ों, आदिवासियों और समाज के अन्य वर्गों को भी सशक्त बनाया है। प्रधानमंत्री ने कहा, “आपके संस्थान द्वारा किए गए कार्य ‘सबका प्रयास’ की भावना को मजबूत करते हैं।”
भारत में 2014 के बाद से स्वास्थ्य क्षेत्र में हुए कार्यों का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारा प्रयास भारत के हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का रहा है। उन्होंने कहा कि बीते 9 वर्षों में भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बहुत ईमानदारी से, बहुत कुशलता से कार्य करने का प्रयास किया गया है। देश में चिकित्सीय शिक्षा से जुड़े अनेक सुधार किए गए हैं। उन्होंने बताया कि 2014 में देश में 380 से भी कम मेडिकल कॉलेज थे, आज यह आंकड़ा बढ़कर 650 से अधिक हो गया है। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि देश के आकांक्षी जिलों में 40 मेडिकल कॉलेज विकसित किए गए हैं जो कभी विकास के मामले में पिछड़ रहे थे। उन्होंने बताया कि पिछले नौ सालों में मेडिकल सीटों की संख्या दोगुनी हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के 75 सालों में जितने डॉक्टर देश में बने उतने अगले 10 सालों में बनने जा रहे हैं। कर्नाटक में आज 70 मेडिकल कॉलेज हैं।
उन्होंने कहा कि हमने गरीबों और मध्यम वर्ग के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी है। हमने गरीब और मध्यम वर्ग के आरोग्य को प्राथमिकता दी है। हमने देश में सस्ती दवाओं की दुकानें, जनऔषधि केंद्र खोले हैं। हमारी सरकार बेटियों को ऐसा जीवन देने में जुटी है जिससे वो भी स्वस्थ रहें और आने वाली संतान भी स्वस्थ रहे। आरोग्य के साथ-साथ माताओं, बहनों, बेटियों के आर्थिक सशक्तिकरण पर भी डबल इंजन सरकार का पूरा ध्यान है।
प्रधानमंत्री ने महान अभियन्ता एवं राजनयिक सर एम. विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि चिकबल्लापुर आधुनिक भारत के आर्किटेक्ट में से एक सर एम. विश्वेश्वरय्या की जन्मभूमि है। अभी मुझे सर विश्वेश्वरय्या की समाधि पर पुष्पांजलि का सौभाग्य मिला। इस पुण्य भूमि को मैं सिर झुका कर नमन करता हूं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह चिकबल्लापुर की भूमि थी जो सर विश्वेश्वरैया के लिए नए नवाचारों के साथ आने और किसानों और आम जनता के लिए नई इंजीनियरिंग परियोजनाओं को विकसित करने के लिए प्रेरणा का स्रोत थी।
प्रधानमंत्री ने सत्य साईं ग्राम को सेवा का अद्भुत मॉडल बताया। उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य पहल के माध्यम से संस्था द्वारा चलाए जा रहे मिशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन से इस मिशन को और बल मिला है।
मोदी ने कर्नाटक के मांड्या में जनता को समर्पित की विकास परियोजनाएं, कई योजनाओं का शिलान्यास भी किया
नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक की जनता को कई सौगात दीं। प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य के मांड्या में प्रमुख विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे को राष्ट्र को समर्पित किया और मैसूरु-खुशालनगर 4-लेन राजमार्ग की आधारशिला रखी।
इस दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि डबल इंजन सरकार तेजी से विकास के साथ हर नागरिक की मांगों को पूरा करने का प्रयास करती है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के युवा आज आधुनिक और उच्च गुणवत्ता वाले एक्सप्रेसवे पर गर्व महसूस कर रहे हैं। आज समर्पित इस एक्सप्रेसवे से मैसूरु और बेंगलुरु के बीच यात्रा का समय आधा हो गया है। उन्होंने मैसूर-कुशलनगर 4-लेन राजमार्ग की आधारशिला रखने पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं ‘सबका विकास’ की भावना को आगे बढ़ाएंगी और समृद्धि के द्वार खोलेंगी। प्रधानमंत्री ने इन परियोजनाओं के लिए कर्नाटक के लोगों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि
इंफ्रास्ट्रक्चर अपने साथ सिर्फ सुविधा नहीं लाता बल्कि रोजगार, निवेश और कमाई के साधन लाता है। बीते वर्षों में सिर्फ कर्नाटक में ही हमने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक हाई-वे से जुड़े प्रोजेक्ट्स में पूंजी निवेश किया है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 से पहले केंद्र की कांग्रेस सरकार ने गरीब परिवारों को तबाह करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। जो पैसा गरीब के विकास के लिए था, उसका हजारों-करोड़ रुपये कांग्रेस की सरकार ने लूट लिया था। कांग्रेस को कभी करीब के दुख-दर्द से कोई फर्क नहीं पड़ा है।
कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री ने मांड्या में रोड शो भी किया और इस
दौरान उपस्थित लोगों का उन्होंने अभिवादन किया। प्रधानमंत्री ने आज बेंगलुरु-मैसूरु एक्सप्रेसवे राष्ट्र को समर्पित किया। इस परियोजना में एनएच-275 के बेंगलुरु-निदाघट्टा-मैसूरु खंड को 6 लेन का बनाना शामिल है। 118 किमी. लंबी सड़क के निर्माण से जुड़ी इस परियोजना को लगभग 8480 करोड़ रुपये की कुल लागत से विकसित किया गया है। इससे बेंगलुरु और मैसूरु के बीच यात्रा-अवधि लगभग 3 घंटे से घटकर करीब 75 मिनट रह जाएगी। इससे क्षेत्र में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
प्रधानमंत्री ने मैसूरु-खुशालनगर 4 लेन राजमार्ग की आधारशिला भी रखी। 92 किमी. में फैली इस परियोजना को करीब 4130 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जाएगा। यह परियोजना बेंगलुरु के साथ खुशालनगर के परिवहन संपर्क को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और यात्रा-अवधि को लगभग 5 से घटाकर केवल 2.5 घंटे करने में मदद करेगी। इस प्रकार, यात्रा की अवधि, वर्तमान की तुलना में आधी रह जायेगी।
मांड्या में मोदी बोले- कांग्रेस मेरी कब्र खोदने में व्यस्त, मैं एक्सप्रेस-वे बनाने में मस्त
कर्नाटक विधानसभा चुनाव से दो महीने पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को एक बार फिर राज्य के दौरे पर मांड्या और हुबली-धारवाड़ पहुंचे। पिछले दो महीने से भी कम समय में मोदी राज्य में छठी बार आए हैं। प्रधानमंत्री ने सबसे पहले कांग्रेस-जेडीएस के गढ़ मंड्या में रोड शो किया और फिर एक जनसभा को संबोधित किया।
मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस और विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा- ‘कांग्रेस और उनके साथी मोदी की कब्र खोदने का सपना देख रहे हैं। लेकिन मोदी एक्सप्रेस-वे बनाने में मस्त है। मोदी गरीबों का जीवन आसान बनाने में व्यस्त है। कांग्रेस को पता ही नहीं है कि देश की करोड़ो माताओं-बहनों का आशीर्वाद मोदी का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है।’ इस दौरान मोदी के साथ कर्नाटक सीएम बसवराज बोम्मई, नितिन गडकरी भी मौजूद रहे।