नई दिल्ली। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों तथा 10 विधायकों के साथ अपने यहां आमंत्रित किया है।
उपराज्यपाल कार्यालय के अधिकारी के अनुसार सक्सेना ने किन्ही 10 विधायकों, कैबिनेट सहयोगियों के साथ शाम चार बजे अपने कार्यालय में आमंत्रित किया है।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर एट होम रिसेप्शन में उप राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच मुलाकात हुई थी। दिल्ली में सरकार और उपराज्यपाल के बीच जारी गतिरोध के बीच यह बैठक हो रही हैं।
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पटना। बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक-विधान परिषद सदस्यों ने बुधवार को विधानमंडल में शराब से हुई मौत मामले में मुआवजे को लेकर धरना दिया। भाजपा नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके बयान के लिए माफी मांगने और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की।
सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा के नेतृत्व में एमएलए और एमएलसी ने ये धरना दिया। विधानसभा में प्रतीक चिन्ह के रूप में बनाए गए बोधि वृक्ष के नीचे सभी विधायकों ने धरना दिया है। मौके पर प्रतिपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि 5 दिनों के शीतकालीन सत्र में विपक्ष ने जनता के सवाल उठाए लेकिन विधायकों के साथ जो व्यवहार किया गया वह सही नहीं है। बिहार विधानसभा अध्यक्ष राजद प्रवक्ता के रूप में काम कर रहे थे।
विजय सिन्हा ने कहा कि छपरा में हुए सत्ता संपोषित नरसंहार में मृतकों को मुआवजा और पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग को लेकर आज हम सदन से सड़क तक पहुंच चुके हैं। यह सरकार इतनी डर गई है कि हमें रोकने की भी कोशिश की गयी लेकिन याद रहे जनहित के मुद्दों पर हम न रुकने वाले हैं और न झुकने वाले हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष पक्षपात नहीं कर सकते हैं। यह गरिमा वाला पद है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के लाये गए एक भी ध्यानाकर्षण स्वीकार नहीं करना, कार्य स्थगन पर सहमति नहीं बनाई गई है। विधानसभा अध्यक्ष विपक्ष के बोलने पर लगातार टोका-टोकी करते रहे है। सदन में विपक्ष की बातों को रोकने के लिए इस तरह से अध्यक्ष के व्यवहार सही नहीं।
विजय सिन्हा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुर्सी के लिए नियम के विपरीत बहुत कुछ समझौता कर रहे हैं। नीतीश कुमार सिर्फ दिखावे के लिए मुख्यमंत्री है लेकिन तेजस्वी यादव सरकार चला रहे हैं। जिस पुलिस पर जहरीली शराब से गड़बड़ करने का आरोप लग रहा है उसी से जांच कराकर सिर्फ खानापूर्ति हो रही है। जहरीली शराब से जिनकी मौत हुई है वह गरीब और पीड़ित हैं। उनके लिए मुख्यमंत्री का इस तरह का बयान दुखद है।
शिमला। हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के बाद भाजपा ने भी अपने 62 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी। केंद्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में मुहर लगने के बाद बुधवार सुबह भाजपा ने 68 में से 62 उम्मीदवारों के नामों का एलान किया। अब छह उम्मीदवारों की सूची जारी होनी बाकी है। इनमें ऐसी सीटें शामिल हैं, जिन पर उम्मीदवार तय करने में घमासान मचा है।
मिशन रिपीट को साधने के लिए पार्टी ने एक मंत्री और 10 मौजूदा विधायकों के टिकट काट दिये हैं। इनकी जगह नए चेहरे उतारे गए हैं। भाजपा आलाकमान ने दो मंत्रियों के विधानसभा क्षेत्रों को भी बदल दिया है। शिमला शहरी से शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को कुसुम्पटी भेजा गया है। इसी तरह नूरपुर से वन मंत्री राकेश पठानिया अब फतेहपुर से भाजपा उम्मीदवार होंगे।
भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची में पांच महिलाओं को टिकट मिला है, जबकि एक महिला विधायक की टिकट काट दी गई है। चम्बा से इंदिरा कपूर, इंदौरा से रीता धीमान, शाहपुर से सरवीन चौधरी, पच्छाद से रीना कश्यप और रोहड़ू से शशि बाला को उतारा है। भोरज से विधायक कमलेश कुमारी को इस बार मौका नहीं दिया गया है।
भाजपा ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के विधानसभा क्षेत्र सुजानपुर से कैप्टन रिटायर्ड रणजीत सिंह को उम्मीदवार बनाया है। इसके साथ ही पार्टी ने दो पूर्व दिवंगत मंत्रियों के बेटों को भी टिकट थमा दी है।
पूर्व शिक्षा मंत्री ईश्वर धीमान के बेटे डॉक्टर अनिल धीमान को भोरंज और पूर्व बागवानी मंत्री चेतन बरागटा को जुब्बल कोटखाई से उतारा गया है।
जयराम सरकार में सबसे ताकतवर मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की जगह उनके बेटे रजत ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है। आईजीएमसी के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक रहे डॉक्टर जनक राज भरमौर से भाजपा के उम्मीदवार होंगे। कांग्रेस से भाजपा में शामिल पवन काजल को कांगड़ा और लखविंदर राणा को नालागढ़ से चुनाव मैदान में उतारा गया है।
एक मंत्री और 10 विधायकों का टिकट कटा
भाजपा ने धर्मपुर से मंत्री महेंद्र सिंह भरमौर से जिया लाल, बिलासपुर से सुभाष, चम्बा से पवन नैयर, ज्वाली से अर्जुन सिंह, धर्मशाला से विशाल नेहरिया, आनी से किशोरी लाल, करसोग से हीरा लाल, द्रंग से जवाहर ठाकुर, सरकाघाट से इंद्र सिंह और भोरंज से कमलेश कुमारी का टिकट काट दिया है। भरमौर से डॉक्टर जनक राज, बिलासपुर से सीएम के राजनीतिक सलाहकार त्रिलोक जंबाल, चम्बा से इंदिरा कपूर, भोरंज से डॉक्टर अनिल धीमान, ज्वाली से संजय गुलेरिया, धर्मशाला से राकेश चौधरी, आनी से लोकेंद्र कुमार, करसोग से दीपराज कपूर, द्रंग से पूर्ण चंद ठाकुर, धर्मपुर से रजत ठाकुर और सरकाघाट से दलीप ठाकुर को टिकट मिली है।
भाजपा में इन सिटिंग विधायकों को फिर मिला मौका
चम्बा से हंसराज, भटियात से बिक्रम सिंह जरियाल, इंदौरा से रीता धीमान, जसवां-परागपुर से बिक्रम सिंह, जयसिंहपुर से रविन्द्र कुमार, सुलह से विपिन सिंह परमार, नगरोटा से अरुण कुमार, शाहपुर से सरवीण चौधरी, बैजनाथ से मुल्ख राज, लाहौल और स्पीति से डॉ. राम लाल मार्कण्डा, मनाली से गोविंद सिंह ठाकुर, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुंदरनगर से राकेश जम्वाल, नाचन से विनोद कुमार, सिराज से जयराम ठाकुर, जोगिंदर नगर से प्रकाश राणा, मंडी से अनिल शर्मा, बल्ह से इंद्र सिंह, हमीरपुर से नरेंद्र ठाकुर, चिंतपूर्णी से बलबीर सिंह, गगरेट से राजीव ठाकुर, कुटलेहड़ से वीरेन्द्र कवंर, झंडूता से जीत राम कटवाल, घुमारवीं से राजिंदर गर्ग, दून से परमजीत सिंह, कसौली से राजीव सैजल, पच्छाद से रीना कश्यप, नाहन से राजीव बिंदल, पौंटा साहिब से सुखराम, चौपाल से बलवीर सिंह वर्मा, को दोबारा मौका दिया गया है।