कुल्लू। पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने विधानसभा चुनावों में आजाद प्रत्याशी लड़ने से मना कर दिया है। उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला लिया है। भाजपा के लिए यह राहत की सांस है। महेश्वर सिंह को प्रदेश भाजपा ने कुल्लू सदर से भाजपा प्रत्याशी बनाया गया था लेकिन उनके बेटे द्वारा बंजार विधानसभा से आजाद प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया गया, जिस पर हाईकमान ने नाराजगी जाहिर करते हुए कड़ा फैसला लिया और महेश्वर सिंह का टिकट काट दिया लेकिन महेश्वर सिंह का राजनीतिक कद इतना बड़ा है कि हाईकमान को महेश्वर सिंह के साथ समझौता करना आवश्यक लगा।
हजारों कार्यकर्ताओं के साथ जब महेश्वर सिंह बैठक में मौजूद थे तो हाईकमान ने हेलीकॉप्टर भेज कर उन्हे शिमला बुलाया, जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ओर मंगल पांडे द्वारा महेश्वर सिंह के साथ बात की गई। उन्होंने सभी तथ्यों पर बारीकी से विचार विमर्श किया ओर महेश्वर सिंह को समझौते के लिए तैयार कर लिया। महेश्वर सिंह कुल्लू वापस पहुंचे ओर उन्होंने कार्यकर्ताओं से बैठक के बाद मीडिया को बताया कि वह 29 अक्तूबर को अपना नामांकन वापिस लेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद उन्होंने यह फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि हाई कमान ने उन्हें यह भी आश्वासन दिया है कि उनके द्वारा शुरू किए गए अधूरे विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने हाईकमान को यह भी स्पष्ट किया कि जो भी पार्टी के पदाधिकारी उनके साथ चल रहे थे, उन्हें उन्ही पदों पर रखा जाए ओर किसी प्रकार का भेदभाव न किया जाए। राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा महेश्वर सिंह को क्या आश्वासन दिया है कि उन्होंने अपने कदम वापस खींच लिए, इस बारे में जिला कुल्लू में खूब चर्चा हो रही है।
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