कार्तिक पूर्णिमा मंगलवार 08 नवम्बर को खग्रास अर्थात् पूर्ण चन्द्र ग्रहण लगेगा जो लगभग पूरे भारत में दिखेगा। ग्रहण काल लगभग 06 घण्टे का होगा। भारतीय मानक समय के अनुसार इसका आरम्भ दोपहर 01ः32 से हो जायेगा और समाप्ति सायं 07ः27 बजे होगी।
लखनऊ में ग्रहण का स्पर्श सायं 05ः16 पर और मोक्ष 07ः27 बजे का है।
ग्रहण काल को लेकर शास्त्रों में कुछ नियम बताए हैं जैसे-
1. इस अवधि में गर्भवती को सोना मना है।
2. कुछ भी काटना, तोड़ना, मरोड़ना, सूई में धागा डालना या सिलाई करना भी मना होता है।
3. चूल्हे पर कोई काम नहीं करना है। खाना-पीना तो सबके लिए मना होता है।
अधिक से अधिक भजन, पूजन, प्रवचन सुनना और पवित्र पुस्तकें पढ़ना लाभकारी होता है।
ग्रहण के पहले का पका भोजन नहीं करते हैं।
खाने-पीने की वस्तु में तुलसी के पत्ते डाल दें,
किन्तु पत्ते आज ही तोड़ लें या सोमवार को प्रातःकाल तोड़ें।
विशेष सावधानी – अपनी लम्बाई के बराबर लाल धागा ग्रहण लगने से पहले ले कर धागे को घर में ही कहीं सीधा रख दें। ग्रहण के बाद पीपल के नीचे डाल दें।
विभिन्न राशियों के लिए इस चन्द्र ग्रहण का प्रभाव इस प्रकार होगा।
मेष – घात
वृष – धन हानि
मिथुन – लाभ
कर्क – सुख
सिंह – मान हानि
कन्या – अति कष्ट
तुला – स्त्री पीड़ा
वृश्चिक – सुख सम्मान
धनु – चिन्ता
मकर – व्यथा
कुम्भ – श्री प्राप्ति
मीन – आर्थिक क्षति
हानि से बचने के लिए चन्द्रमा के मन्त्र ‘ओम् सोम सोमाय नम’ का एवं अपने इष्ट देव के मन्त्र का अधिक से अधिक जप करना हितकर होगा।