नई दिल्ली । कर्मचारी भविष्य निधि संगठन की पेंशन योजना-ईपीएस-95 की पेंशन बढ़ाने का मुद्दा संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन राज्यसभा में जोरशोर से उठा। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के इलावरम करीम और द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के एम षणमुगम ने गुरुवार को उच्च सदन में इस मामले को उठाते हुए केंद्र सरकार से इसमें हस्तक्षेप की मांग की।
करीम ने इस मामले को उठाते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ईपीएस-95 पेंशन योजना में व्यवस्था दी है। सरकार को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए जिससे पेंशन लाभार्थियों को बढ़ी हुई पेंशन मिल सके।
वहीं, षणमुगम ने ईपीएस पेंशन के लिए कोशियारी समिति की रिपोर्ट लागू करने की मांग की । उन्होंने कहा कि देश भर में ईपीएस पेंशन भोगी दुर्दशा झेल रहे हैं। उन्हें मात्र 400 रुपए की पेंशन मिल रही है। उल्लेखनीय है कि इस रिपोर्ट में ईपीएस पेंशन धारियों को न्यूनतम 3000 रुपए प्रति माह पेंशन में महंगाई भत्ता जोड़ने को कहा गया है।
Left Front
कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी फिलहाल चार दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं। मंगलवार को समय निकालकर उन्होंने राजस्थान का एकदिवसीय दौरा किया, जहां अजमेर शरीफ में उन्होंने चादर चढ़ाई और पुष्कर में जगतपिता ब्रह्मा जी के मंदिर में दर्शन और पूजन किया। उनके इस आध्यात्मिक दौरे पर वाममोर्चा ने तंज कसा है।
वाममोर्चा अध्यक्ष विमान बोस ने बुधवार सुबह कहा कि ममता बनर्जी अजमेर शरीफ गईं, अच्छी बात है। उन्होंने पुष्कर में ब्रह्मा मंदिर में भी पूजा पाठ की, इसमें भी कोई समस्या नहीं लेकिन नियम है कि जो लोग वहां जाते हैं, वहां अपना पाप धोने के लिए सरोवर में स्नान भी करते हैं। ममता बनर्जी को भी वहां सरोवर में स्नान कर अपना पाप धो लेना चाहिए था।
24 सालों बाद ममता मंगलवार को राजस्थान पहुंची थीं। यहां अजमेर शरीफ दरगाह में जियारत करने के बाद उन्होंने मखमली चादर चढ़ाई और अकीदत के फूलों का नजराना भी पेश किया। इसके बाद मुख्यमंत्री पुष्कर गईं, जहां ब्रह्मा मंदिर में पूजा-पाठ कर आशीर्वाद लिया था।