नई दिल्ली । वैश्विक मंदी की आहट के बीच एक और बड़ी दिग्गज टेक कंपनी आईबीएम ने भी नए साल में अपने कर्मचारियों की संख्या में लगभग 1.5 फीसदी कटौती करने का ऐलान किया है। कंपनी के इस फैसले से 3,900 कर्मचारियों की नौकरी जाएगी।
आईबीएम कॉर्प ने कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) जेम्स कैवनॉ के हवाले से बुधवार को कहा कि कंपनी कुल 3900 कर्मचारियों को निकालने जा रही है। यह छंटनी कंपनी अपनी संपत्ति के कुछ हिस्सों के विनिवेश की योजना के तहत करेगी। कंपनी के मुताबिक चौथी तिमाही में वार्षिक नकद लक्ष्य से चूकने के बाद यह फैसला लिया गया है।
आईबीएम ने यह ऐलान ऐसे समय में किया है, जब आईटी क्षेत्र में नौकरियों पर लगातार छंटनी के बादल मंडरा रहे हैं। इससे पहले अमेजन, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसी कई दिग्गज टेक कंपनियां बड़े पैमाने पर छंटनी करने की घोषणा कर चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि आईबीएम अमेरिकी बहुराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी है। इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क में है। दुनिया के 170 से भी ज्यादा देशों में इस कंपनी का कारोबार फैला हुआ है।
layoffs
माइक्रोसॉफ्ट में बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी ,11 हजार कर्मचारियों को निकल सकती है सॉफ्टवेयर कंपनी
नई दिल्ली । दुनिया पर फिर एक बार मंदी का खतरा मंडराने लगा है। ट्विटर, अमेजन, मेटा और ओला जैसी विशालकाय कंपनियों के बाद दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट भी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों कि नौकरी खतरे में है। माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी मौजूदा कर्मचारी क्षमता का 5 फीसदी यानी करीब 11 हजार कर्मचारियों को कम करने की योजना तैयार की है।
रिपोर्ट के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट में बुधवार से शुरू होने जा रही छंटनी का असर 11 हजार कर्मचारियों पर पड़ने वाला है। सॉफ्टवेयर कंपनी में छंटनी की शुरुआत इंजीनियरिंग विभाग से होने वाली है। इससे पहले ट्विटर, अमेजन और मेटा सहित कई कंपनियों ने धीमी मांग और बिगड़ते वैश्विक आर्थिक हालात के मद्देनजर छंटनी कर चुकी हैं।
एक आंकड़े के मुताबिक पिछले साल 30 जून तक माइक्रोसॉफ्ट में कुल 2 लाख 21 हजार स्थायी कर्मचारी थे। इनमें से 1 लाख 22 हजार कर्मचारी संयुक्त राज्य अमेरिका में कार्यरत थे, जबकि 99 हजार कर्मचारी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम कर रहे थे।
नई दिल्ली। अमेरिका में मंदी की आशंका के बीच कई बड़ी कंपनियों ने अपने खर्चों में कटौती करने के लिए बड़े पैमाने पर छंटनी का रास्ता अख्तियार कर लिया है। सोशल मीडिया साइट ट्विटर, फेसबुक और अमेजन में छंटनी के बाद टेक कंपनी हेवलेट पैकार्ड (एचपी) में भी कर्मचारियों की जॉब पर संकट मंडरा ररा है। एचपी ने भी अपने चार से छह हजार कर्मचारियों को जॉब से हटाने की घोषणा की है।
रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी अगले तीन साल में बड़े पैमाने पर छंटनी की योजना बना रही है। कंपनी ने बताया कि उसके चौथी तिमाही के राजस्व में 11.2 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है। एचपी कंप्यूटर बनाने वाली एक अमेरिकी कंपनी है, जो दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल है। एचपी से पहले अपने खर्चों में कटौती को लेकर कई दिग्गज कंपनियों ट्विटर, मेटा यानी फेसबुक, अमेजन के अलावा माइक्रोसॉफ्ट और सेल्सफोर्स ने छंटनी की है।