वाशिंगटन। अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस एक हादसे का शिकार होते होते बच गयीं। यह मामला तब हुआ जब उनका विमान एक खतरनाक तूफान में फंस गया। जिस वक्त यह विमान तूफान में फंसा, तब वे जॉर्जिया की यात्रा से लौट रही थीं। हालांकि बड़ा हादसा टल गया।
जानकारी के अनुसार अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का विमान खतरनाक तूफान में फंस गया। गनीमत रही कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को कुछ नहीं हुआ। बड़ा हादसा होते होते बच गया। खतरनाक तूफान में विमान फंसने के कारण उसे वाशिंगटन क्षेत्र के हवाई अड्डे की ओर मोड़ना पड़ा। जिस वक्त यह घटना हुई, हैरिस जॉर्जिया की यात्रा से लौट रही थीं।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति की प्रेस सचिव कर्स्टन एलन ने एक बयान में कहा कि मंगलवार रात खराब मौसम के कारण विमान जीए, एयरफोर्स 2 को ज्वाइंट बेस एंड्रयूज से डलेस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर मोड़ दिया गया। एपी की रिपोर्ट के अनुसार, मामले से परिचित एक व्यक्ति ने इस पर चर्चा करने के लिए नाम न छापने की शर्त पर कहा कि विमान को विंड शीयर का सामना करना पड़ा। इससे अफरातफरी का माहौल बन गया। हालांकि कोई घायल नहीं हुआ।
विमान से उतरने के बाद उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि ‘मैं ठीक हूं, हम सब सुरक्षित हैं।’ गौरतलब है कि विंड शीयर हवा की दिशा या गति में अचानक बदलाव है, जो टेक-ऑफ और लैंडिंग के दौरान खतरनाक हो सकता है। इससे पहले साल 2021 में कमला हैरिस के विमान तकनीकी खामी आ गई थी, जिस वजह से विमान को मैरीलैंड स्थित ज्वाइंट बेस एंड्रियू वापस लौटना पड़ा था। हालांकि तब भी उनकी सुरक्षा में कोई बड़ा खतरा पैदा नहीं हुआ था।
गौरतलब है कि अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होना है। इस बीच सियासी माहौल गरमाया हुआ है। अभी हाल ही में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कमला हैरिस की तारीफ की। ट्रंप ने एक रेडियो कार्यक्रम में कहा कि हैरिस अपने बॉस जो बाइडेन से बेहतर राष्ट्रपति साबित होंगी। उन्होंने कहा कि बाइडेन से खराब राष्ट्रपति अमेरिकी इतिहास में नहीं रहा।
KAMLA HARRIS
नयी दिल्ली। विश्व में तमाम देशों में ऊँचे पदों पर बैठे भारतीय मूल के लोगों की सूची में एक नाम और जुड़ गया है और यह नाम थर्मन शनमुगरत्नम का है। थरमन भारतीय मूल के उन नेताओं में से हैं, जो वैश्विक स्तर पर इतने ऊंचे पद के लिए निर्वाचित हुए हैं। सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग का कहना है कि शनमुगरत्नम की जीत दुनिया भर में भारतीयों के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है।
भारतीय मूल के कई नेता दुनिया के अलग अलग देशों में अपना दबदबा बनाए हुए हैं। ऐसे में, एक और देश इस सूची में जुड़ गया है। दरअसल, भारतीय मूल के थरमन शनमुगरत्नम शुक्रवार को सिंगापुर के नए राष्ट्रपति बने हैं। इसी के वो ऐसे भारतीय मूल के नेताओं में शामिल हो गए, जो विश्व के कई देशों की राजनीति में अपना दबदबा बनाए हुए हैं।
शनमुगरत्नम ने 70 फीसदी वोट पाकर शानदार जीत हासिल की। वह सिंगापुर के नौंवे राष्ट्रपति चुने गए हैं और उनका कार्यकाल छह साल के लिए रहेगा।
सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने शनिवार को थर्मन को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सिंगापुर के लोगों ने थरमन शनमुगरत्नम को अगला राष्ट्रपति चुना है। उन्होंने आगे कहा कि थरमन भारतीय विरासत के कई नेताओं में से हैं, जो वैश्विक स्तर पर इतने ऊंचे पद पर चुने गए हैं। लूंग ने कहा कि शनमुगरत्नम की जीत दुनिया भर में भारतीयों के बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है।
थरमन भारतीय नेताओं का दुनिया की राजनीति पर प्रभाव
अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के बढ़ते प्रभाव को कमला हैरिस की सफलता में देखा जा सकता है। भारतवंशी हैरिस अमेरिका की पहली महिला उपराष्ट्रपति बनी हैं। इससे पहले वह साल 2017 से 2021 तक कैलिफोर्निया की सीनेटर रहीं। डेमोक्रेट हैरिस ने 2011 से 2017 तक कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल के रूप में भी काम किया। उनका जन्म कैलिफोर्निया में भारतीय और जमैका माता-पिता के यहां हुआ था।
नवंबर में मध्यावधि चुनावों में, सत्तारूढ़ डेमोक्रेट पार्टी के पांच भारतीय-अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल, अमी बेरा और श्री थानेदार अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए। इतना ही नहीं, कैलिफोर्निया के एक प्रमुख राजनेता हरमीत ढिल्लों ने हाल ही में रिपब्लिकन नेशनल कमेटी (आरएनसी) के अध्यक्ष के लिए चुनाव लड़ा था।
निक्की हेली और विवेक रामास्वामी जैसे भारतीय मूल के नेताओं ने अगले साल होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए अपनी दावेदारी पेश की है।
ऋषि सुनक का का नाम तो सभी को याद होगा। पिछले साल ब्रिटेन के पहले भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बने थे। साथ ही, गोवा मूल की सुएला ब्रेवरमैन उनकी गृह सचिव के रूप में कार्यरत हैं। बता दें, सनक कैबिनेट में ब्रेवरमैन के बाद क्लेयर कॉटिन्हो गोवा मूल के दूसरे मंत्री हैं। उन्हें हाल ही में उनके नए ऊर्जा सुरक्षा और नेट जीरो सचिव के रूप में एक बड़ी पदोन्नति मिली।
सुनक से पहले, बोरिस जॉनसन के मंत्रिमंडल में प्रीति पटेल गृह सचिव थीं। आलोक शर्मा जॉनसन कैबिनेट में अंतरराष्ट्रीय विकास सचिव थे।
गौरतलब है, आयरलैंड के प्रधानमंत्री (ताओसीच) लियो एरिक वराडकर भी भारतीय मूल के हैं। वराडकर अशोक और मिरियम वराडकर की तीसरी संतान और इकलौते बेटे हैं। उनके पिता का जन्म मुंबई में हुआ था और 1960 के दशक में यूनाइटेड किंगडम चले गए थे।
एंटोनियो कोस्टा 2015 से पुर्तगाल के प्रधानमंत्री हैं। वह आधे भारतीय और आधे पुर्तगाली हैं। उनके अलावा, अनीता आनंद कनाडा में संघीय मंत्री बनने वाली पहली हिंदू हैं। आनंद ने इस साल जुलाई में ट्रेजरी बोर्ड के अध्यक्ष की भूमिका संभाली। उनके माता-पिता भारतीय हैं। उनके पिता तमिलनाडु से थे और उनकी मां पंजाब से थीं। आनंद के अलावा, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के मंत्रिमंडल में दो और भारतीय मूल के सदस्य हैं – हरजीत सज्जन और कमल खेरा।
प्रियंका राधाकृष्णन न्यूजीलैंड में मंत्री बनने वाली भारतीय मूल की पहली व्यक्ति हैं। चेन्नई में मलयाली माता-पिता के घर जन्मी, वह वर्तमान में सामुदायिक और स्वैच्छिक क्षेत्र मंत्री हैं। त्रिनिदाद और टोबैगो की निर्वाचित राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू का जन्म एक इंडो-ट्रिनिडाडियन परिवार में हुआ था। भारतीय मूल के वकील और लेखक प्रीतम सिंह 2020 से सिंगापुर में विपक्ष के नेता के रूप में कार्यरत हैं। देवानंद शर्मा 2019 में ऑस्ट्रेलियाई संसद के सदस्य बनने वाले भारतीय मूल के पहले व्यक्ति बने।
गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली का जन्म लियोनोरा में एक मुस्लिम इंडो-गुयाना परिवार में हुआ था। प्रविंद जुगनाथ जनवरी 2017 से मॉरीशस के प्रधानमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। उनका जन्म 1961 में एक हिंदू यदुवंशी परिवार में हुआ था। उनके परदादा 1870 के दशक में भारतीय राज्य उत्तर प्रदेश से मॉरीशस चले गए थे।
साल 2019 से मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन का जन्म एक भारतीय आर्य समाज हिंदू परिवार में हुआ था।
चंद्रिकाप्रसाद संतोखी 2020 से सूरीनाम के राष्ट्रपति हैं। संतोखी का जन्म 1959 में लेलीडॉर्प में एक इंडो-सूरीनाम हिंदू परिवार में हुआ था। वेवेल रामकलावन अक्टूबर 2020 से सेशेल्स के राष्ट्रपति के रूप में कार्यरत हैं। उनके दादा बिहार से थे।
बता दें, साल 2021 में इंडियास्पोरा गवर्नमेंट लीडर्स लिस्ट जारी की गई थी। इसमें बताया गया था कि दुनियाभर के 15 देशों में सार्वजनिक सेवा के शीर्ष पदों पर भारतीय विरासत के 200 से अधिक नेता आसीन हैं। इनमें से 60 से अधिक कैबिनेट पदों पर हैं।
भारत से रिश्ता कायम रखा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की मां ने , अमेरिकी विदेश विभाग के लंच में बोले पीएम मोदी
वाशिंगटन । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा आयोजित लंच में भाग लिया। इस कार्यक्रम का आयोजन अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की तरफ से किया गया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों नेताओं की मौजूदगी में कहा, मैं उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन का इस भव्य स्वागत करने के लिए धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि आप दोनों ने जो गर्मजोशी भरे शब्द कहे उसके लिए भी मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। इस अवसर पर पीएम मोदी ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की मां की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने कभी भारत से अपना रिश्ता हमेशा कायम रखा। संचार के आधुनिक तकनीक नहीं होने के बावजूद उन्होंने पत्रों के द्वारा यह संबंध बनाए रखा। ज्ञात रहे कि कमला हैरिस की मां 1958 में भारत से अमेरिका आईं थीं।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि पिछले तीन दिनों में मैंने अनेक बैठकों में हिस्सा लिया। कई विषयों पर चर्चा की। इन सभी बैठकों में एक चीज कॉमन थी, सब एकमत थे कि भारत और अमेरिका के लोगों के बीच मित्रता एवं सहयोग और गहरा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के संबंधों की मधुर गीतमाला लोगों से लोगों के बीच संबंध के सूरों से पिरोई गई है। इन संबंधों का उदाहरण हमें कदम-कदम पर देखने को मिलता है।
उन्होंने कहा कि 2014 में मेरी यात्रा के दौरान राष्ट्रपति बाइडन भी यहां स्टेट विभाग में थे। उस समय उन्होंने भारत और अमेरिका के बीच साझेदारी को ‘क्षितिज पर एक वादा’ कहा था। इन 9 वर्षों में हमने बहुत लंबी और खूबसूरत यात्रा की है। रक्षा और सामरिक क्षेत्रों में हमने आपसी सहयोग के नये आयाम जोड़े हैं। नई और उभरती टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में हम नए विश्वास के साथ काम कर रहे हैं।
भारत का इतिहास और शिक्षा ने न केवल मुझ पर बल्कि पूरी दुनिया पर प्रभाव डाला है। भारत ने दुनिया के करोड़ों लोगों को प्रेरित किया चाहे फिर वह दर्शनशास्र से हो या फिर सविनय अवज्ञा या फिर लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता हो।
2024 के राष्ट्रपति चुनाव में बाइडेन फिर बनेगे डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रत्याशी , कमला हैरिस भी होंगी साथ
वाशिंगटन । अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने वर्ष 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से अपनी उम्मीदवारी का एलान कर दिया है। बाइडेन ने मंगलवार को एक बार फिर वर्ष 2024 के चुनाव में राष्ट्रपति के पद के लिए अपनी दावेदारी की घोषणा की। उपराष्ट्रपति पद के लिए भारतीय मूल की कमला हैरिस उनके साथ होंगी।
बाइडन ने लोकतंत्र को बचाने और अधूरे काम को पूरा खत्म करने के लिए अमेरिकियों से फिर से उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के साथ उन्हें चुनने का जिताने का आह्वान किया है। डेमोक्रेटिक पार्टी के बाइडन (80) ने तीन मिनट के वीडियो में यह घोषणा की। इस वीडियो की शुरुआत फ्रीडम शब्द के साथ होती है। राष्ट्रपति बाइडन कई दशकों से राजनीति में सक्रिय रहे हैं।
बाइडन की दलील है कि वर्ष 2024 में चुनावों में गर्भपात के अधिकार, लोकतंत्र की रक्षा, मतदान के अधिकार और सामाजिक सुरक्षा तंत्र सबसे महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक होंगे। उन्होंने कहा कि मैं फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ रहा हूं। हमारे साथ जुड़िए। आइए इस काम को मिलकर पूरा करें।
अपनी दावेदारी के लिए औपचारिक रूप से चुनाव अभियान की घोषणा करते हुए बाइडन ने कहा कि अमेरिकियों की हर पीढ़ी ने एक ऐसे क्षण का सामना किया है, जब उन्हें लोकतंत्र की रक्षा करनी है। हमारी व्यक्तिगत स्वतंत्रता के लिए खड़े होना है और हमारे मतदान के अधिकार और हमारे नागरिक अधिकारों के लिए खड़े होना है।
मौजूदा उपराष्ट्रपति भारतीय-अमेरिकी कमला हैरिस वर्ष 2024 में भी इस पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से दावेदारी पेश करेंगी। उनके प्रचार अभियान में कहा गया, जो और कमला फिर से चुनाव के लिए मैदान में हैं और इस बात के प्रसार के लिए हमें आपकी मदद की जरूरत है।
वीडियो में बाइडन ने वर्ष 2024 के चुनाव को रिपब्लिकन अतिवाद के खिलाफ लड़ाई करार दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें राष्ट्र के चरित्र को बहाल करने के लिए अपने संकल्प को पूरी तरह से साकार करने के वास्ते और समय चाहिए। उन्होंने वीडियो में कहा कि जब मैं चार साल पहले राष्ट्रपति पद के लिए खड़ा हुआ था, मैंने कहा था कि हम अमेरिका की आत्मा के लिए लड़ रहे हैं और हम अब भी लड़ रहे हैं। हम जिस प्रश्न का सामना कर रहे हैं, वह यह है कि आने वाले वर्षों में हमारे पास अधिक स्वतंत्रता है या कम स्वतंत्रता, अधिक अधिकार हैं या कम। बाइडन ने कहा कि यह संतुष्ट होने का समय नहीं है। इसलिए मैं दोबारा चुनाव लड़ रहा हूं।
बाइडन पिछले साल नवंबर में 80 साल के हो गए। अगर वह वर्ष 2024 में दोबारा चुने जाते हैं तो वह अमेरिकी इतिहास में अब तक के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति होंगे। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नवंबर में उन्हें चुनौती देने के लिए तैयारी कर रहे हैं। दो भारतीय अमेरिकी निक्की हेली और विवेक रामास्वामी भी रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद की दावेदारी की दौड़ में हैं।
उपराष्ट्रपति हैरिस ने अमेरिकियों से आग्रह किया कि वे लोकतंत्र के लिए लड़ने के वास्ते एक साथ आएं, प्रगति जारी रखें और सुनिश्चित करें कि सभी अमेरिकी आगे बढ़ सकें। हैरिस ने कहा कि राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी कर रहे रिपब्लिकन हमारे देश को पीछे की ओर ले जाना चाहते हैं। हम ऐसा नहीं होने देंगे।
बाइडन की घोषणा से पहले एक बयान में ट्रंप ने आरोप लगाया कि राष्ट्रपति ने विश्व स्तर पर हमारे राष्ट्र को पूरी तरह से अपमानित किया है। उन्होंने कहा कि रूस चीन के साथ हाथ मिला रहा है। ईरान परमाणु बम से कुछ दिन दूर है।
वाशिंगटन । अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस आधिकारिक आवास पर शुक्रवार को रोशनी के पर्व दीपावली की धूम रही। इस मौके पर उन्होंने 100 से अधिक प्रमुख भारतीय और अमेरिकियों को रोशनी का पर्व मनाने के लिए आमंत्रित किया।
उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के आधिकारिक आवास नेवल आब्जर्वेटरी को रंगीन रोशनी और मिट्टी के दीपकों से सजाया गया। मेहमानों के लिए ‘पानी पूरी’ से लेकर पारंपरिक मिठाइयों और लजीज भारतीय व्यंजनों की व्यवस्था की गई।
चेन्नई में अपने दादा-दादी के साथ बचपन में खुशी मनाने के अपने दिनों को याद करते हुए हैरिस ने कहा कि दीपावली संस्कृतियों और समुदायों से परे है। यह त्योहार अंधेरे पर प्रकाश की प्रासंगिकता से प्रेरित होने और अंधेरे के क्षणों में प्रकाश डालने के बारे में है। यही वो क्षण हैं जब दीपावली जैसा त्योहार हमें अंधेरे के क्षणों में प्रकाश लाने की शक्ति के महत्व की याद दिलाता है।
हैरिस ने अतिथियों को छुड़ाने के लिए फुलझड़ियां दी। सभी ने एक दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं भी दीं। इससे पहले लड़कियों के एक समूह ने लोकप्रिय बालीवुड हिट गाने जैसे ‘जय हो’ और ‘ओम शांति’ पर प्रस्तुति दी। इस मौके पर विशेष रूप से सर्जन जनरल डॉ. विवेक मूर्ति, राष्ट्रपति की विशेष सलाहकार नीरा टंडन, बाइडन के भाषण लेखक विनय रेड्डी और भारत में अमेरिका के पूर्व राजदूत रिच वर्मा मौजूद रहे।
हैरिस के आवास पर दीपावली मनाने पहुंचे इंडियास्पोरा के संस्थापक एमआर रंगास्वामी ने कहा कि एक अमेरिकी के रूप में मुझे सभी धर्मों के त्योहारों को मुख्यधारा के रूप में शामिल करते हुए देखकर गर्व हुआ। यह विविधता है। दीपावली सही मायने में अमेरिकी संस्कृति की मुख्यधारा का हिस्सा बन गई है।
वाशिंगटन । उत्तर कोरिया अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की दक्षिण कोरिया और जापान की आगामी यात्रा के दौरान परमाणु परीक्षण कर सकता है। प्योंगयांग इस तरह के परीक्षण की तैयारी कर रहा है। अधिकारी ने चेतावनी दी कि उत्तर कोरिया को नया परीक्षण करने के लिए गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
अधिकारी ने हैरिस की अगले सप्ताह की यात्रा के दौरान उत्तर कोरियाई परमाणु परीक्षण की संभावना के बारे में पूछे जाने पर कहा, यह संभव है और हमने पहले कहा था कि डीपीआरके परमाणु परीक्षण करने की तैयारी कर रहा है। डीपीआरके का मतलब डेमोकेट्रिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया, उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम है।
बताया जा रहा है कि प्योंगयांग कुछ समय से परमाणु परीक्षण की तैयारी कर रहा है।
अधिकारी ने दक्षिण कोरिया को उसके आधिकारिक नाम से संदर्भित करते हुए कहा, हमने स्पष्ट किया था कि इस तरह के परीक्षण के परिणामस्वरूप कोरिया गणराज्य और हमारे जापानी सहयोगियों की सुरक्षा के प्रति अमेरिका द्वारा अतिरिक्त कार्रवाई की जाएगी।
कमला हैरिस 26 सितंबर से जापान की चार दिवसीय यात्रा पर जाने वाली हैं। अधिकारी ने एक टेलीफोनिक प्रेस ब्रीफिंग में कहा कि वह दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक-योल के साथ बैठक के लिए 29 सितंबर को दक्षिण कोरिया पहुंचेंगी।
पिछले साल की शुरुआत में पदभार ग्रहण करने के बाद कमला हैरिस की यह जापान और दक्षिण कोरिया की यात्रा पहली यात्रा होगी। यून के अलावा, कमला प्रधानमंत्री हान डक-सू से भी मुलाकात करेंगी। अमेरिकी प्रशासन के अधिकारी के अनुसार, कमला-हान की बैठक 26 सितंबर को टोक्यो में होगी। उपराष्ट्रपति कमला सियोल की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान एक समूह के साथ गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगी।