रांची। रेलवे ने छठ महापर्व को लेकर जमशेदपुर से बिहार जाने वाले यात्रियों के लिए दो राउंड स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला लिया है। ये दोनों ट्रेन 15 और 22 नवंबर को छठ स्पेशल ट्रेन के नाम से चलेगी। ट्रेन टाटानगर से ट्रेन संख्या 08181 और 08182 टाटा-छपरा छठ स्पेशल ट्रेन के नाम से चलेगी।
-ट्रेन नंबर 08181 टाटानगर से 15 और 22 नवंबर को दोपहर 01:20 बजे खुलेगी और 16 और 23 नवंबर को सुबह तीन बजे छपरा पहुंचेगी।
– ट्रेन संख्या 08182 16 और 23 नवंबर को सुबह छह बजे छपरा से रवाना होगी और उसी दिन रात 08.45 बजे टाटा पहुंचेगी।
इन स्टेशनों पर होगा स्टॉपेज
यह ट्रेन टाटानगर से खुलने के बाद चांडिल, अनारा, आसनसोल, जामताड़ा, मधुपुर, जसीडीह, झाझा, जयचंडी पहाड़, पुरुलिया, किऊल, बरौनी, समस्तीपुर, हाजीपुर, छपरा में रुकेगी।
Jamshedpur
जमशेदपुर। झारखंड के जमशेदपुर में बेलिबोधनवाला घाट पर मंगलवार रात दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के जुलूस में शामिल अचानक एक ट्रक अनियंत्रित होकर मातम का सबब बन गया। इस ट्रक की चपेट में 18 लोग आ गए। इनमें दो लोगों की मौत हो गई और तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस ट्रक को जुगसलाई नया बाजार समिति ने प्रतिमा विसर्जित करने के लिए लेकर आई थी। हादसे के बाद मची चीख-पुकार के बीच ड्राइवर फरार हो गया।
पुलिस का कहना है कि गंभीर रूप से घायलों को टाटा मेन हॉस्पिटल (टीएमएच) की आईसीयू में रखा गया है। कुछ लोग ट्रक के नीचे फंस गए थे। उन्हें कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया। घायलों में चार लोग कीताडीह दुर्गा पूजा में ढाक बजाने के लिए आए थे।
इस हादसे पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की है। सोरेन ने जिला प्रशासन को घायलों को चिकित्सीय सहायता उपलब्ध कराने के आदेश दिए गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। वह घायलों का हालचाल जानने टीएमएच अस्पताल भी पहुंचे। इस अप्रिय घटना पर पूर्व मुख्यमंत्री और ओडिशा के नवनियुक्त राज्यपाल रघुवर दास ने भी दुख जताया है।
दुमका। जरमुंडी थाना क्षेत्र से महज 100 मीटर की दूरी पर बासुकीनाथ धाम स्थित नंदी चौक पर गुरुवार देर रात अज्ञात अपराधियों ने कांवडिया अमरनाथ कुमार (40) की गोली मार कर हत्या कर दी। अमरनाथ कुमार सिंह जमशेदपुर के मानगो इलाके का रहने वाला था। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
बताया जाता है कि घटना के वक्त अमरनाथ सिंह पूजा अर्चना करने के बाद अपने गांव के भतीजा मनीष कुमार के साथ था, जबकि अमरनाथ की पत्नी नेहा सिंह, चार बच्चे और परिवार के अन्य सदस्य बाजार में आसपास ही थे। इस दौरान कांवरिया वेश में आए अज्ञात अपराधियों ने झोला से हथियार निकाल कर कनपटी से सटाकर करीब छह-सात राउंड फायरिंग कर निकल भागे।
फायरिंग की आवाज सुनकर आस-पास बड़ी संख्या में मौजूद पुलिस पदाधिकारी, स्थानीय लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां चिकित्सक उमाकांत मेहरा ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलने पर घटना स्थल पर जरमुंडी थाना के पुलिस निरीक्षक दयानंद साह, एसआई अनुज कुमार यादव, एएसआई योगेंद्र शर्मा, अशोक कुमार, बासुकीनाथ नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मंटू लाहा, उपाध्यक्ष अमित कुमार साह उर्फ छोटू साह सहित स्थानीय ग्रामीण सहित भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच मामले की जांच में जुट गए।
मृतक अमरनाथ कुमार सिंह जमशेदपुर इलाके में अपना गिरोह चलाता था। रात जमशेदपुर के घाटशिला थाना क्षेत्र के कापगोडा में अमरनाथ गिरोह के गुर्गों और पुलिस के बीच मुठभेड़ हुई थी, जिसमें अमरनाथ गिरोह के फरार अपराधी साजन मिश्रा के पैर में गोली लगी। मुठभेड़ के दो घंटे बाद ही बासुकीनाथ मंदिर के बाहर तीन अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
रांची। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने आईएएस अधिकारी छवि रंजन के ठिकानों पर गुरुवार सुबह से छापेमारी कर रही है। यह छापेमारी आईएएस अधिकारी छवि रंजन की पत्नी लवली के जमशेदपुर आवास पर भी चल रही है। इसके अलावा कई अंचलाधिकारी समेत कुल 22 ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।
रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन वर्तमान में समाज कल्याण विभाग में निदेशक के पद पर पदस्थापित हैं। सूत्रों ने बताया कि रांची, जमशेदपुर, सिमडेगा, हजारीबाग, कोलकाता, गोपालगंज में ईडी की टीम ने एक साथ दबिश दी है। इसके अलावा रांची के हिंदपीढ़ी में कुछ जमीन कारोबारियों के यहां भी टीम पहुंची है।
बताया जा रहा है कि रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री मामले में ईडी यह कार्रवाई कर रही है। इससे पहले ईडी ने पांच नवंबर 2022 को कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और एक अन्य व्यवसायी विष्णु अग्रवाल, खरीद-बिक्री में शामिल प्रदीप बागची, दिलीप घोष एवं दो रजिस्ट्रार से जुड़े दो दर्जन से अधिक ठिकानों पर छापेमारी की थी।
यह फर्जीवाड़ा का खुलासा आयुक्त की जांच रिपोर्ट में पहले ही हो चुका है। उक्त रिपोर्ट में यह बात सामने आ चुकी है कि प्रदीप बागची नाम के व्यक्ति ने फर्जी रैयत बनकर जगत बंधु टी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिलीप कुमार घोष को उक्त जमीन बेच डाली थी। जमीन की खरीद-बिक्री के लिए रजिस्ट्री में प्रदीप बागची ने जिस होल्डिंग नंबर से संबंधित दो अलग-अलग कागजात को लगाया था, वह जांच में फर्जी मिले थे। इसके बाद रांची नगर निगम की ओर से भी बरियातू थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।
रांची नगर निगम के कर संग्रहकर्ता दिलीप शर्मा ने नगर आयुक्त के आदेश पर जून 2022 में प्रदीप बागची के विरुद्ध जालसाजी के मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रदीप बागची ने फर्जी आधार कार्ड, फर्जी बिजली बिल दिखाकर दो-दो होल्डिंग ले लिया था। आयुक्त की जांच में सेना के कब्जे वाली जमीन का असली रैयत जयंत करनाड मिला था। ईडी ने इस पूरे मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था।