मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सुबह जालना पहुंच कर भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारंगे से मिले और मराठा आरक्षण देने के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहरायी। मुख्यमंत्री के आश्वासन के बाद मनोज जारंगे ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है।
आरक्षण दिलाने की जिम्मेदारी सरकार की : मुख्यमंत्री
इस मौके पर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि मराठा समाज को आरक्षण दिलाने की जिम्मेदारी सरकार की है। सरकार इस दिशा में काम कर रही है। मुख्यमंत्री के इस आश्वासन के बाद जालना जिले अंतरवाली सराटी गांव में मराठा आरक्षण के लिए पिछले 17 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे मनोज जारंगे ने अपना आंदोलन वापस ले लिया है।
आरक्षण मिलने तक शांत नहीं बैठेंगे
इस मौके पर मनोज जारंगे ने कहा कि जब तक मराठा समाज को आरक्षण नहीं मिल जाता, वे शांत नहीं बैठेंगे। उन्हें विश्वास है कि मराठा समाज को आरक्षण मिलेगा ही। इसीलिए उन्होंने मुख्यमंत्री पर विश्वास रखकर अपना आंदोलन वापस लिया है। मनोज जारंगे सभी मराठा समाज के लोगों को कुनबी प्रमाण पत्र देने की मांग कर रहे हैं।
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मुंबई। मराठा समाज के संयोजक मनोज जारंगे पाटिल ने कहा कि मराठा समाज को कुनबी जाति का प्रमाणपत्र दिया जाना चाहिए। यह उनकी मुख्य मांग है लेकिन उनके आंदोलन को अनायास मराठा आरक्षण से जोड़ा जा रहा है।
मनोज जारंगे ने सोमवार को जालना में पत्रकारों को बताया कि मराठवाड़ा सहित महाराष्ट्र में मराठा समाज का मूल व्यवसाय कृषि है। साथ ही 1960 से पहले मराठा समाज को कुनबी जाति का प्रमाण पत्र दिया जाता था लेकिन संयुक्त महाराष्ट्र का निर्माण होने के बाद यह जाति प्रमाण पत्र मिलना बंद हो गया।
मनोज जारंगे ने बताया कि उनकी मुख्य मांग कुनबी जाति का प्रमाणपत्र मिलने की है। जालना के कई तहसीलों में कुनबी जाति प्रमाणपत्र के सबूत भी मिले हैं। उन्होंने बताया कि जब हम हैदराबाद में थे तो मराठाओं को आरक्षण था लेकिन मराठवाड़ा जब संयुक्त महाराष्ट्र में शामिल हो गया, तब से यह बंद कर दिया गया है। मनोज जारंगे पाटिल ने कहा कि इसी विषय पर आज मुख्यमंत्री ने मंत्रालय में बैठक बुलाई है। इस बैठक में क्या निर्णय लिया जाता है, हम इसका इंतजार कर रहे हैं।
मुंबई। शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार को मराठा आरक्षण पर निर्णय लेना चाहिए। केंद्र सरकार आरक्षण की सीमा बढ़ाकर मराठा समाज को न्याय दे सकती है। इस बारे में केंद्र सरकार को अध्यादेश लाना चाहिए। उद्धव ने आरोप लगाया कि शुक्रवार को जालना में मराठा समाज के प्रदर्शनकारियों पर पुलिस का लाठीचार्ज सरकार प्रायोजित था। किसी जिम्मेदार शख्स के आदेश के बिना पुलिस इतना बर्बर लाठीचार्ज नहीं कर सकती।
उद्धव ठाकरे बांद्रा के रंगशारदा सभागार में शिवसेना पदाधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दिल्ली अध्यादेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने निर्णय दिया था, लेकिन निर्णय पसंद नहीं आया तो उस निर्णय को केंद्र सरकार ने बदलने का काम किया। ठीक इसी तर्ज पर केंद्र सरकार को आरक्षण की सीमा बढ़ाने का निर्णय लेना चाहिए। इससे मराठा समाज के साथ अन्य कई समाज के लोगों को लाभ होगा।
उन्होंने कहा कि जालना में मराठा समाज के लोग पिछले पांच दिनों से प्रदर्शन कर रहे थे। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को इस संबंध में हर क्षण ब्रीफिंग होती है। इसलिए इसकी जानकारी मुख्यमंत्री और गृहमंत्री दोनों को थी, लेकिन सरकार का कोई मंत्री मराठा प्रदर्शनकारियों के पास नहीं गया। मराठा समाज के लोगों ने अब तक जो भी प्रदर्शन किया था, सभी शांतिपूर्ण रहे थे। यह लाठीचार्ज सरकार प्रायोजित ही है। उद्धव ने कहा कि वे आज शाम को जालना जाकर सभी घायलों से मिलेंगे।
शुक्रवार शाम महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा प्रदर्शनकारियों के साथ झड़प के बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था। इस घटना में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। सभी घायलों को अंबड़ ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में पुलिस ने 300 से अधिक लोगों पर केस दर्ज किया है, लेकिन अभी मराठा समाज का जालना में प्रदर्शन जारी है।
मुंबई। जालना जिले में महोरा-जाफराबाद मार्ग पर देउलगांव के पास सोमवार शाम चार बजे ट्रक और रिक्शा की टक्कर में पांच लोगों की मौत हो गई। मृतकों में एक ही परिवार के चार सदस्य शामिल हैं। इन पांचों मृतकों की पहचान मनीष बबन तिरुखे (26), परवीन बी राजू शाह (25), आलिया राजू शाह (7), मुस्कान राजू शाह (3) और कैफ अशपक शाह (19) के रूप में की गई है। इस घटना में बालू खरात (23), सानिया शाह (9) और एक अन्य व्यक्ति घायल हुआ है, जिन्हें जाफराबाद स्थित शासकीय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। घटना की सूचना मिलते ही जाफराबाद पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक राजाराम तड़वी, भोकरदन के पुलिस निरीक्षक रत्नदीप जोगदंड, पुलिस उपनिरीक्षक मदन, गणेश पैघन सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दिया।
पुलिस के अनुसार कैफ अशपक शाह अपने दोस्त मनीष बबन तिरुखे के साथ एक रिक्शा में बुलढाणा अपनी बहन को लेने गए थे। वहां से लौटते समय महोरा- जाफराबाद मार्ग पर देउलगांव के पास शाम चार बजे आयसर ट्रक से टकरा गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय नागरिकों और पुलिस ने मृतकों के शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया। मामले की गहन छानबीन जारी है।