कानपुर। केन्द्र एवं राज्य सरकार जल संचयन और पर्यावरण को सुरक्षित करने को लेकर गंभीर है। जल संचयन को और मजबूत करने के लिए शासन के निर्देश पर सिंचाई विभाग ने कानपुर में नहर के नजदीक स्थित लगभग 640 तालाबों में पानी भराने की सूचना जिला प्रशासन को दी गई। तालाबों में पानी भरा गया या नहीं इसकी जमीनी हकीकत परखने के लिए उपश्रमायुक्त कानपुर मनरेगा रमेश चन्द्र ने जांच के आदेश दिए हैं।
उपश्रमायुक्त मनरेगा रमेश चन्द्र ने बताया कि कानपुर शहर में मौजूदा समय में जो भी तलाब सुरक्षित है, लेकिन जल संचायन के लिए काफी नहीं है। केन्द्र सरकार ने अमृत सरोवर अभियान चलाकर तालाबों का संरक्षण के साथ ही लोगों को जागरूक कर रही है। वर्तमान में 108 अमृत सरोवर बन चुके हैं और इसके अतिरिक्त अन्य पर कार्य जारी है। जिन सरकारी तालाबों पर अवैध कब्जे किये गए हैं। उसे राजस्व विभाग अतिक्रमण मुक्त करा रहा है। हालांकि तालाबों के निर्माण का मुख्य उद्देश्य बारिश के पानी को रोककर जमीन का जल स्तर बढ़ाना।
कानपुर जल शाखा के जिम्मेदार अधिकारी ने जिला प्रशासन को अवगत कराया कि नहर के किनारे पड़ने वाले 640 तालाबों में पानी शासन के निर्देश पर भरा गया है, जबकि एक भी अमृत सरोवर नहर के पास नहीं है। जिसकी वजह से पानी नहीं भरा जा सकता है। जिन तालाबों के संबंध में जल भरने की सूचना नहर विभाग ने दी है। उन तालाबों की वर्तमान में भौगोलिक स्थित कैसी है। इसे परखने के लिए जनपद के सभी वीडियो एवं ग्राम सचिव को निर्देश दिया है कि तालाबों में पानी भरा गया है तो उसकी पुष्टि की जाय। ऐसे सभी तालाबों को भी भविष्य में संरक्षित करने का काम कराया जा सके।