जकार्ता । इंडोनेशिया के पश्चिमी सुमात्रा में मरापी ज्वालामुखी फटने से कम से कम 11 पर्वतारोहियों की जान चली गई। इस दौरान 12 अन्य लापता हो गए। यह जानकारी अल जजीरा ने खोज एवं बचाव दल के प्रवक्ता जोडी हरयावन के हवाले से दी है।
अल जजीरा के अनुसार सोमवार को 11 पर्वतारोहियों के शवों के साथ तीन जीवित बचे लोग भी पाए गए। विस्फोट के समय क्षेत्र में 75 लोग थे। रविवार को 2,891 मीटर (9,485 फीट) ऊंचा ज्वालामुखी फटा था।
मरापी सुमात्रा द्वीप पर सबसे सक्रिय ज्वालामुखी में से एक है। इसका सबसे घातक विस्फोट अप्रैल 1979 में हुआ था। तब 60 लोगों की मौत हो गई थी। इस साल, यह जनवरी और फरवरी के बीच फटा था। ज्वालामुखी विज्ञान एजेंसी के अनुसार, इंडोनेशिया प्रशांत महासागर के ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है और यहां 127 सक्रिय ज्वालामुखी हैं।
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नई दिल्ली,। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज अडानी समूह को घेरते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। राहुल ने कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अडानी समूह कोयला इंडोनेशिया से खरीदता है। उसके दाम में हेराफेरी कर भारत में दोगुने दाम पर बेचता है। इसके कारण देश में बिजली के दाम बढ़ जाते हैं। इसकी मार गरीब जनता को झेलनी पड़ती है।
उन्होंने अपने आरोप के पक्ष में लंदन के एक अखबार की रिपोर्ट को उद्धृत किया। राहुल ने कहा इस हेराफेरी से अडानी समूह 12 हजार करोड़ रुपये कमा चुका है। यह बात हिंदुस्तान के नागरिकों को समझनी होगी। रोचक बात है कि ऐसी रिपोर्ट पर हिंदुस्तान का मीडिया एक सवाल नहीं पूछता।
आज कांग्रेस मु़ख्यालय में कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति की बैठक चल रही है। राहुल भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में राजस्थान और मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव पर चर्चा हो रही है। इस चर्चा को बीच में छोड़कर राहुल गांधी ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया।
नई दिल्ली । मंगोलिया की महिला क्रिकेट टीम मंगलवार को एशियाई खेलों के शुरुआती दिन इंडोनेशिया के खिलाफ केवल 15 रन पर ऑल आउट हो गई।
मंगोलिया की महिलाएं अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में पदार्पण कर रही थीं और उन्हें अपने पहले ही मैच में एक कठोर सबक मिल गया। इंडोनेशिया की टीम ने टी20 प्रारूप में खेले जा रहे प्रारंभिक दौर के मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 187 रन का स्कोर बनाया। मंगोलियाई गेंदबाजों ने अतिरिक्त के रूप में कुल 49 रन दिये, जिसमें 38 वाइड थे।
जवाब में मंगोलिया की टीम 10 ओवर में केवल 15 रनों पर आउट हो गई।
मंगोलिया के कोच डेविड तालल्ला ने कहा कि बहुत सीमित संसाधनों और खेल के अनुभव को देखते हुए उन्हें अपनी युवा टीम पर गर्व है – उनकी औसत उम्र सिर्फ 19 साल है। उनके आधे से अधिक खिलाड़ियों ने पहले कभी मंगोलिया छोड़ा ही नहीं था और घर में कृत्रिम पिच के आदी होने के बाद घास वाले विकेट का यह उनका पहला अनुभव था।
मंगोलिया टीम को किट ऑस्ट्रेलिया से मिली है, जो सेकेंड-हैंड है, और उनके चार बल्ले एक फ्रांसीसी राजदूत द्वारा दान किए गए हैं, जिनकी पत्नी अंग्रेज हैं और एक क्रिकेट प्रशंसक हैं।
तालल्ला ने कहा, “मुझे पता है कि हमने केवल 15 रन बनाए हैं लेकिन हमारी किसी भी लड़की ने दो साल से अधिक समय तक यह खेल नहीं खेला है और हम जानते हैं कि यह कितना तकनीकी खेल है।”
तालल्ला ने कहा, “हमें केवल 12 लोगों की टीम मिली है – हम इतना ही ला सकते थे। मैच के बाद हमारे सभी खिलाड़ी बाद में रो पड़े थे। पूरा विचार एक लंबी तस्वीर है – मंगोलिया में क्रिकेट, यह किसने सोचा होगा?” उन्होंने कहा, “यहां तक कि, मैं यहां उच्च प्रदर्शन वाले कोच के रूप में केवल पांच सप्ताह के लिए काम पर रहा हूं, लेकिन छह महीने पहले, मुझे यह भी नहीं पता था कि मंगोलिया में क्रिकेट खेला जाता है।”
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को अपनी छोटी लेकिन प्रभावी यात्रा के बाद इंडोनेशिया के जकार्ता की अपनी यात्रा सम्पन्न कर दिल्ली लौट आये हैं। प्रधानमंत्री ने भारत-आसियान शिखर सम्मेलन और 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के नेताओं ने “क्षेत्र को विकास के केंद्र के रूप में बनाए रखने और बढ़ावा देने” पर 7 पृष्ठ का संयुक्त वक्तव्य जारी किया। इसके अलावा भारत-आसियान ने समुद्री सहयोग पर संयुक्त वक्तव्य जारी किया। इसमें एक बार फिर दक्षिण चीन सागर में आचार संहिता के शीघ्र पूरा किए जाने की आशा व्यक्त की गई। इसके अलावा संकट के समय में खाद्य सुरक्षा और पोषण की स्थिति मजबूत बनाए रखने पर आसियान-भारत के नेताओं ने संयुक्त वक्तव्य जारी किया।
प्रधानमंत्री ने 18वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में इस बात का विशेष उल्लेख किया कि इंडो-पेसिफिक में शांति, सुरक्षा और समृद्धि में ही हम सबका हित है। उन्होंने कहा कि भारत का मानना है कि दक्षिण चीन सागर के लिए आचार संहिता प्रभावकारी हो और संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानूनों के अनुरूप हो। इसमें उन देशों के हितों का भी ध्यान रखा जाए, जो चर्चाओं का हिस्सा नहीं हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारत-आसियान शिखर सम्मेलन में अपने शुरुआती वक्तव्य में कहा कि आज की वैश्विक अनिश्चितता के माहौल में भी हर क्षेत्र में भारत-आसियान सहयोग में लगातार प्रगति हो रही है। यह हमारे संबंधों की ताकत और रेसिलियंस का प्रमाण है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी एशिया की सदी है। ऐसे में आवश्यक है कि कोविड के बाद की दुनिया का निर्माण नियमों पर आधारित हो और मानव कल्याण के लिए सबका प्रयास हो। मुक्त एवं खुले हिंद प्रशांत की प्रगति में और वैश्विक दक्षिण की आवाज को बुलंद करने में हम सबके साझा हित हैं।
लखनऊ। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर व मार्ट में 21 से 25 सितम्बर के मध्य आयोजित हो रहे इंटरनेशनल ट्रेड शो में आयोजित होने वाले सांकृतिक कार्यक्रमों के केंद्र में प्रभु श्रीराम होंगे। योगी सरकार का मानना है कि भारत ही नहीं बल्कि विश्व के कई अन्य देशों की आस्था का केंद्र भी प्रभु श्री राम ही हैं।
ऐसे में, इंटरनेशनल ट्रेड शो के आयोजन में भी इसे पूरी श्रद्धा और सम्मान के साथ सांस्कृतिक विरासत के तौर पर समूचे विश्व के आगे प्रदर्शित करने की विस्तृत कार्ययोजना पर योगी सरकार काम कर रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप, यह कार्यक्रम व्यवसायिक अवसरों को विस्तार देने के मंच से बढ़कर विश्व को एक सांस्कृतिक डोर में बांधने का माध्यम भी बनेगा।
दुनिया की आस्था के केंद्र हैं श्रीराम
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता का कहना है कि बात चाहे थाइलैंड की हो, मलेशिया की हो, इंडोनेशिया की हो या फिर साउथ कोरिया की, इन सभी देशों की आस्था के केंद्र में प्रभु श्रीराम रहे हैं। ऐसे में, इंटरनेशनल ट्रेड शो में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से प्रभु श्रीराम से जुड़े संस्मरणों, लोक कलाओं, गायन व नृत्य नाटिकाओं का मंचन कर उन्हें वैश्विक पटल पर व्यापकता के साथ दर्शाने की कार्ययोजना तैयार कर उसके क्रियान्वयन की तैयारी पूरी कर ली गई है।
अतिथियों की आवभगत से लेकर सांस्कृतिक प्रस्तुतियों तक, सब जगह गूंजेगा राम नाम
प्रवक्ता ने बताया कि इंटरनेशनल ट्रेड शो में हिस्सा लेने जो अतिथि विश्व भर से आ रहे हैं, उनकी आवभगत के लिए भी योगी सरकार कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। कार्ययोजना के अनुरूप, माना जा रहा है कि कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले विशिष्ट अतिथियों का स्वागत कल्चरल ग्रुप के आर्टिस्ट्स करेंगे और उनके लोक गीतों प्रभु श्रीराम से जुड़े लोकगीत प्रमुख होंगे। इतना ही नहीं, कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे हस्तशिल्पियों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों में भी प्रभु श्रीराम की झलक देखने को मिलेगी।
इसके अतिरिक्त, कार्यक्रम के इनॉगरल सेशन में एक कल्चरल टैब्ल्यू का प्रेजेंटेशन होगा जिसमें ब्रज, पूर्वांचल, अवध, पश्चिमांचल, रूहेलखंड व बुंदेलखंड के कलाकारों की प्रस्तुतियां देखने को मिलेंगी। इनमें से 12 कलाकार मंच पर अतिथियों को लेकर आएंगे और उनका स्वागत भी करेंगे। निश्चित तौर पर अवध और बुंदेलखंड के कलाकारों में प्रभु श्रीराम से जुड़े लोक गीतों की प्रमुखता रहेगी। इसके अतिरिक्त, लोक गायन, राम गान और रामायण पर आधारित कथक नृत्य नाटिका का मंचन भी सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रमों के दौरान किया जाएगा।
संगीत के सुरों से सजेगी सांस्कृतिक संध्या
ट्रेड शो के दौरान 5 दिनों में आयोजित होने वाले कुल 6 सांस्कृतिक कार्यक्रमों को अलग-अलग परफॉर्मेंसेस के आधार पर चिह्नित किया गया है। इस क्रम में कल्चरल टैब्ल्यू के अतिरिक्त स्वर संगम सेशन के दौरान जुगलबंदी और सूफी गायन के जरिए समां बांधा जाएगा, जबकि उत्तर प्रदेश के रंग लोक के संग सेशंस के दौरान अलग-अलग दिनों में रिदम रसरंग, सुगम संगीत, अनुराद म्यूजिकल बैंड की प्रस्तुति, लोक गायन, श्रीराधा-माधव नृत्य, राम गान, रामायण पर आधारित कथक नृत्य नाटिका व गायन प्रस्तुति के जरिए ट्रेड शो में आए लोगों को सांस्कृतिक विरासत से अवगत कराते हुए मनोरंजन सुलभ कराने की कार्ययोजना पर कार्य हो रहा है।
अध्यात्म के साथ व्यक्तिगत विकास की सूक्ति पर भी होगी चर्चा
सरकारी प्रवक्ता के अनुसार इंटरनेशनल ट्रेड शो में ईशा फाउंडेशन के फाउंडर व स्पीरिचुअल गुरू सद्गुरू भी एक सेशन में हिस्सा ले सकते हैं। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम में वह शिरकत करके इंटरैक्टिव सेशन के माध्यम से न केवल अध्यात्म से जुड़े कुछ गूढ़ विशयों पर चर्चा कर सकते हैं बल्कि व्यक्तिगत विकास के लिए आवश्यक गुणों से संबंधित व्यवहारिक ज्ञान व सूक्ति को लेकर भी चर्चा कर सकते हैं। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु सम्मिलित होंगी। वहीं, कई अन्य केंद्रीय मंत्री भी ट्रेड शो के विभिन्न सेशंस में बतौर चीफ व स्पेशल गेस्ट अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करेंगे।
बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस सप्ताह भारत में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा नहीं लेंगे। उनके स्थान पर चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग आगामी नौ व दस सितंबर को भारत की राजधानी दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
जी-20 समूह की अध्यक्षता इस समय भारत के पास है। जी-20 समूह का महत्व इसी बात से समझा जा सकता है कि दुनिया की सकल घरेलू आय (जीडीपी) का 85 प्रतिशत हिस्सा जी-20 देशों का है। इसी तरह दुनिया की दो-तिहाई आबादी जी-20 देशों में रहती है और वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत हिस्सा जी-20 देशों का है। जी-20 में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, रिपब्लिक ऑफ कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय यूनियन शामिल हैं।
जी-20 शिखर सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के न पहुंचने की घोषणा पहले ही हो चुकी थी। पिछले कुछ दिनों से चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भी दिल्ली न पहुंचने के कयास लग रहे थे। सोमवार को चीन के विदेश मंत्रालय ने इन कयासों पर मुहर लगा दी। चीन के विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत नहीं जाएंगे। उनकी जगह चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग जी-20 बैठक में हिस्सा लेंगे। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी चीन के राष्ट्रपति शी जिनिपिंग के जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग न लेने पर निराशा जताई थी।
दरअसल, इस मौके को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और शी जिनपिंग के बीच बातचीत के अहम मौके के तौर पर देखा जा रहा था। माना जा रहा था कि जी-20 में बैठक के बाद अमेरिका-चीन के बीच तनाव को कम करने की कोशिश की जाएगी।
जकार्ता । इंडोनेशिया में सही तरीके से हिजाब न पहनने पर एक शिक्षक ने 14 छात्राओं का सिर मुंडवा दिया। इस घटना के बाद इंडोनेशिया में हंगामा मचा है। हंगामे के बाद आरोपित अध्यापक को नौकरी से निकाल दिया गया है और स्कूल की तरफ से पीड़ित छात्राओं के परिजनों से माफी भी मांगी गई है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इंडोनेशिया के पूर्वी जावा द्वीप के लामोंगान शहर के एक सरकारी स्कूल में एक अध्यापक ने सिर्फ इस बात पर 14 लड़कियों का आधा सिर मुंडवा दिया, क्योंकि उन्होंने हिजाब सही ढंग से नहीं पहना हुआ था। पीड़ित लड़कियों ने हिजाब के नीचे पहने जाने वाला कैप नहीं पहना था, जिसकी वजह से उनके बाल दिख रहे थे। इसी बात से नाराज होकर अध्यापक ने यह कदम उठाया।
घटना के बाद छात्राओं के अभिभावकों ने स्कूल पहुंचकर हंगामा काटा। हंगामा हुआ तो स्कूल ने आरोपित अध्यापक को नौकरी से निकाल दिया। साथ ही पीड़ित छात्राओं के परिजनों से माफी भी मांगी। स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बताया कि स्कूल में हिजाब पहनना अनिवार्य नहीं है लेकिन छात्राओं को सलाह दी जाती है कि वह हिजाब के नीचे पहने जाने वाले कैप को पहनें ताकि वह साफ-सुथरी लगें। स्कूल ने पूरी घटना पर माफी मांगी है। साथ ही पीड़ित छात्राओं की काउंसिलिंग भी कराने का फैसला लिया है, ताकि वह इस घटना से मानसिक रूप से उबर सकें।
जकार्ता, । इंडोनेशिया एक बार फिर भूकंप के झटकों से कैंप उठा। देश के पापुआ प्रांत में सोमवार को 6.2 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गए। राष्ट्रीय भूभौतिकी एजेंसी ने सुनामी की किसी भी संभावना से इंकार किया है। भूकंप का केंद्र जमीन पर 33 किलोमीटर (20.51 मील) की गहराई पर था। भूकंप की वजह से किसी के हताहत होने या कोई गंभीर नुकसान की जानकारी सामने नहीं आई है।
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि 5.4 तीव्रता का भूकंप पापुआ प्रांत की राजधानी जयापुरा के एक उपजिला अबेपुरा से 135 किलोमीटर (83 मील) दक्षिण पश्चिम में केंद्रित था। यह 13 किलोमीटर (8 मील) की गहराई पर हुआ।
इंडोनेशिया की मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भूभौतिकी एजेंसी ने कहा कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है लेकिन संभावित झटकों की चेतावनी जारी की गई है। इसने भूकंप की प्रारंभिक तीव्रता 6.4 मापी। एजेंसी ने कहा है कि भूकंपों के शुरुआती मापों में बदलाव आम बात है।
उल्लेखनीय है कि इंडोनेशिया भूकंप के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्र है। 270 मिलियन लोगों वाले इंडोनेशिया में अक्सर भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट और सुनामी की घटनाएं देखने को मिल जाती हैं।
जकार्ता . इंडोनेशिया के पश्चिमी प्रांत पूर्वी जावा में आज तड़के भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.0 दर्ज की गई। यह जानकारी इंडोनेशिया मौसम विज्ञान, जलवायु विज्ञान और भू-भौतिकी एजेंसी ने दी।
एजेंसी ने कहा इससे घबराने की कोई बात नहीं है। साथ ही सुनामी का भी खतरा भी नहीं है। स्थानीय समयानुसार भूकंप सुबह चार बजे आया। इसका केंद्र पैकिटान जिले से 117 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में और समुद्र तल के नीचे 10 किलोमीटर की गहराई में था।
जकार्ता (इंडोनेशिया)। इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता के उत्तरी क्षेत्र में शुक्रवार को एक ईंधन भंडारण में आग लग गई। इस हादसे में कम से कम 17 लोगों की जान चली गई। इस डिपो का संचालन सरकारी गैस कंपनी पर्टामिना करती है। यह डिपो तनाह मेराह में घनी आबादी वाले क्षेत्र में है और इंडोनेशिया की ईंधन जरूरतों का 25 प्रतिशत आपूर्ति करता है।
अग्निशमन अधिकारियों ने कहा कि कम से कम 180 दमकलकर्मी और 37 दमकल गाड़ियां आग बुझाने पहुंचीं। स्थानीय टीवी चैनलों के प्रसारण में सैकड़ों लोगों को जान बचाकर भागते दिखाया गया है। पर्टामिना के एरिया मैनेजर एको क्रिस्टियावान ने कहा कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि भारी बारिश के दौरान एक पाइपलाइन फटने से आग लगी।
अग्निशमन और बचाव विभाग के प्रमुख सतरियादी ने कहा है कि आवासीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को निकाल कर पास के एक गांव और एक मस्जिद में पहुंचाया जा रहा है। आग लगने के कारण कई विस्फोट हुए और लपटें तेजी से रिहायशी क्षेत्र में फैल गई। मौके का निरीक्षण करने पहुंचे सेना प्रमुख जनरल डुडुंग अब्दुरचमन ने कहा कि अब तक 17 लोगों की जान जा चुकी है। 42 लोग झुलसे हैं। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।