पेरिस। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो दिवसीय फ्रांस दौरे के लिए गुरुवार को पेरिस पहुंचे। फ्रांसीसी प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न ने भारतीय प्रधानमंत्री की समारोहपूर्वक अगवानी की। भारतीय प्रधानमंत्री फ्रांस के वार्षिक उत्सव बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे।
समारोहपूर्वक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया
भारत के प्रधानमंत्री गुरुवार को तीन दिन के विदेश दौरे पर निकले हैं। वे दो दिन फ्रांस और एक दिन संयुक्त अरब अमीरात में रहेंगे। गुरुवार को फ्रांस पहुंचे भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वागत के लिए पेरिस के हवाई अड्डे पर फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न स्वयं पहुंची थीं। प्रधानमंत्री का हवाई जहाज पहुंचते ही फ्रांसीसी प्रधानमंत्री ने उनकी अगवानी की। इसके बाद उन्हें समारोहपूर्वक गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। हवाई अड्डे पर भारतीय प्रधानमंत्री के स्वागत में भारतीय राष्ट्रगान की धुन बजाई गयी। फ्रांस स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी भी हवाई अड्डे पर अपने प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए पहुंचे थे। भारतीय प्रधानमंत्री ने पेरिस पहुंचने के बाद ट्वीट कर इस यात्रा के दौरान भारत-फ्रांस सहयोग को बढ़ावा देने की उम्मीद जताई। उन्होंने जानकारी दी कि गुरुवार को उनके विभिन्न कार्यक्रमों में शाम को भारतीय समुदाय के साथ बातचीत भी शामिल है।
भारतीय प्रधानमंत्री 13 एवं 14 जुलाई को फ्रांस में रहेंगे
भारतीय प्रधानमंत्री 13 एवं 14 जुलाई को फ्रांस में रहेंगे। 14 जुलाई को वे फ्रांस के बैस्टिल डे परेड में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा के दौरान वे फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर विचार विमर्श करेंगे। साथ ही वे प्रमुख कम्पनियों के मुख्य अधिशासी अधिकारियों और भारतीय मूल के लोगों के प्रतिनिधियों से भी मिलेंगे। दो दिवसीय दौरे के बाद प्रधानमंत्री मोदी 15 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा पर जाएंगे। वे वहां राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से विचार विमर्श करेंगे। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जाहिर की है कि उनकी यह यात्रा दोनों देशों के रिश्तों को मजबूती प्रदान करेगी।
Indian
न्यूयॉर्क। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सुझाव पर संयुक्त राष्ट्र संघ के मुख्यालय में एक स्मारक दीवार (मेमोरियल वॉल) का निर्माण किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भारत द्वारा पेश इस आशय के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
वर्ष 2015 में अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र को संबोधित किया था। उस भाषण में मोदी ने शांति मिशन के दौरान बलिदान हुए सैनिकों की याद में मेमोरियल वॉल बनाने का सुझाव दिया था। अब संयुक्त राष्ट्र संघ में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने बुधवार को यह प्रस्ताव पेश किया, जिसे 190 देशों ने समर्थन दिया। बाद में संयुक्त राष्ट्र ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। इस प्रस्ताव के तहत संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक मेमोरियल वॉल का निर्माण किया जाना है। इस मेमोरियल वॉल पर संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन पर बलिदान हुए सैनिकों के नाम लिखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी।
संयुक्त राष्ट्र ने प्रस्ताव स्वीकार करते हुए कहा कि न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक उचित और प्रमुख जगह पर मेमोरियल वॉल का निर्माण किया जाएगा। इस वॉल का निर्माण शांति मिशन के दौरान बलिदान हुए सैनिकों के सम्मान में किया जाएगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि यह मेमोरियल वॉल इस बात का प्रतीक होगी कि संयुक्त राष्ट्र, शांति पर इतना जोर क्यों देता है। साथ ही यह लोगों को याद दिलाएगी कि उनके फैसलों की दुनिया ने क्या कीमत चुकाई है। प्रस्ताव में कहा गया है कि इस मेमोरियल वॉल का निर्माण तीन साल में पूरा कर लिया जाएगा।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी के साथ पारामारिबो में कल शाम (5 जून) सूरीनाम में भारतीयों के आगमन के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में सांस्कृतिक उत्सव में शामिल हुईं। इस अवसर पर उन्होंने ओसीआई कार्ड के लिए पात्रता मानदंड को चौथी पीढ़ी से छठी पीढ़ी तक बढ़ाने के भारत सरकार के निर्णय की घोषणा की।
पारामारिबो में इंडिपेंडेंस स्क्वायर में सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि इस दिन, वर्ष 1873 में भारतीयों का पहला समूह जहाज लल्ला रुख से सूरीनाम के तट पर पहुंचा, जो इस देश के इतिहास में एक नए अध्याय की शुरुआत थी।
राष्ट्रपति ने कहा कि एक बहुसांस्कृतिक समाज और अवसरों की भूमि के रूप में सूरीनाम ने वहां आकर बसने वाले सभी विविध समुदायों का स्वागत किया है। इन वर्षों के दौरान विविध समुदाय एक परिवार और एक देश में विकसित हुए। उन्होंने एकता और समग्रता के प्रति समर्पण और प्रतिबद्धता के लिए सूरीनाम के लोगों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पिछले 150 वर्षों में, भारतीय समुदाय न केवल सूरीनाम में समाज का एक अभिन्न अंग बन गया है, बल्कि यह भारत और सूरीनाम के बीच गहरी होती साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ भी है।
उन्होंने भारतीय क्षेत्रों से सूरीनाम में आए उन मूल भारतीय प्रवासियों की चौथी पीढ़ी से छठी पीढ़ी तक ओसीआई कार्ड के लिए पात्रता मानदंड का विस्तार करने के भारत सरकार के फैसले की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ओसीआई कार्ड को भारत के साथ उनके 150 साल पुराने रिश्ते की अहम कड़ी के तौर पर देखा जा सकता है। उन्होंने भारतीय डायस्पोरा के सदस्यों से भारत के साथ अपने संबंध बनाए रखने के लिए प्रयास जारी रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि भारत-सूरीनाम द्विपक्षीय संबंध विकास की साझा आकांक्षाओं पर आधारित हैं।
प्रेसिडेंशियल पैलेस में आयोजित एक समारोह में राष्ट्रपति मुर्मू को सूरीनाम के राष्ट्रपति द्वारा सूरीनाम के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रैंड ऑर्डर ऑफ द चेन ऑफ द येलो स्टार’ से सम्मानित किया गया। अपनी स्वीकृति टिप्पणी में राष्ट्रपति ने उन्हें यह सम्मान प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति संतोखी और सूरीनाम सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि यह मान्यता न केवल उनके लिए बल्कि भारत के 1.4 अरब से अधिक लोगों के लिए भी अत्यधिक महत्व रखती है। उन्होंने भारतीय-सूरीनाम समुदाय की लगातार पीढ़ियों को सम्मान समर्पित किया, जिन्होंने दोनों देशों के बीच भ्रातृत्व संबंधों को समृद्ध करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
राष्ट्रपति ने सूरीनाम के राष्ट्रपति द्वारा उनके सम्मान में आयोजित भोज में भी भाग लिया। इस दौरान राष्ट्रपति मुर्मू ने एक समावेशी विश्व व्यवस्था के भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित किया जो हर देश और क्षेत्र के वैध हितों और चिंताओं के प्रति संवेदनशील है। उन्होंने कहा कि इसी एकजुटता की भावना से भारत ने कोविड-19 महामारी के दौरान 100 से अधिक देशों की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है।
जयपुर। भारत छोड़ो सेनानी और संभवतः दुनिया के सबसे पुराने जल अधिकार आंदोलनकारी पंडित रामकिशन 97 साल की उम्र में दोनों घुटनों को बदलवा कर विश्व रिकॉर्ड तोड़ने के लिए तैयार हैं। डॉ अनूप झुरानी द्वारा फोर्टिस अस्पताल में बाएं घुटने को बदलने के लगभग तीन साल बाद 20 दिसंबर, 2022 को उनके दाहिने घुटने को बदल दिया गया।
लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने हॉकी खिलाड़ी एसएन भट्ट को 94 साल की उम्र में विश्व रिकॉर्ड के रूप में दर्ज किया है। एक और सूचना है कि एक यमनी नागरिक अली सालेह हुसैन का एक घुटना 98 साल की उम्र में बदला गया लेकिन दोनों नहीं। पंडित राम किशन का मामला अलग है क्योंकि इस उम्र में प्रतिस्थापन की योजनाबद्ध रोबोटिक सर्जरी है जो तीन साल के दौरान हुई है, जो उनके संकल्प और शारीरिक स्थिति को दर्शाती है। उनके सर्जन डॉ अनूप झुरानी ने 21 दिनों के बाद टांके हटाने के बाद पंडितजी की जांच करने के बाद कहा।
उनके बेटे प्रोफेसर संजय शर्मा ने कहा कि “पंडितजी ने अपनी पहली सर्जरी 94 साल की उम्र में कराई थी, क्योंकि वह 10 साल तक राजस्थान में अपने जिले भरतपुर में पानी लाने के लिए आंदोलन करने में व्यस्त थे।” आंदोलन के परिणामस्वरूप अंततः राजस्थान सरकार ने 40 हजार करोड़ रुपये की पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को मंजूरी दी। प्रोफेसर शर्मा ने कहा कि “पंडितजी दूसरे घुटने के प्रतिस्थापन की योजना बना रहे थे, लेकिन महामारी ने प्रक्रिया को रोक दिया और फिर 2020 में अपने बेटे शिशिर कुमार की मृत्यु के बाद उन्होंने रुचि नहीं दिखाई।” लेकिन, ईआरसीपी के माध्यम से पानी पाने के उनके दृढ़ संकल्प ने उन्हें फिर से अपना घुटना बदलने के लिए प्रेरित किया, ताकि वह लोगों के पास जाकर जनमत तैयार कर सकें। पिछली 28 अक्टूबर, 2022 को पत्नी कृष्णा देवी के निधन के बावजूद उनका संकल्प डिगा नहीं।
पंडित रामकिशन ने कहा कि “मैं जनमत जुटाने के लिए अलग-अलग जिलों में जा रहा था और अब यह काम तब तक करूंगा जब तक लोगों को पानी नहीं मिल जाता।” उन्होंने अपना संघर्ष जारी रखने का संकल्प लेते हुए कहा, “मेरी आखिरी इच्छा है कि लोगों को ईआरसीपी के माध्यम से पानी मिले।” लंबे जीवन के फार्मूले पर सबसे ज्यादा बिकने वाली किताबों में से एक इकिगाई कहती है कि जिनके जीवन का कोई उद्देश्य होता है वे लंबे समय तक जीवित रहते हैं। यह किताब जापान में शतायु लोगों के जीवन के अध्ययन पर आधारित है।
डॉक्टर झुरानी कहते हैं कि पंडित जी की उम्र 97 साल है लेकिन उनके महत्वपूर्ण अंगों की उम्र 70 के आसपास लगती है। पंडित रामकिशन पांच बार सांसद और विधायक रहे हैं और जयप्रकाश नारायण और राम मनोहर लोहिया के नेतृत्व में राजस्थान में सोशलिस्ट पार्टी के संस्थापक के रूप में जाने जाते हैं।
काठमांडू। नेपाल में रविवार को हुई विमान दुर्घटना के आखिरी लापता यात्री की तलाश की जा रही है। विमान में सवार पांच भारतीयों सहित 72 लोगों में से 71 के शव बरामद हो चुके हैं।
नेपाल की राजधानी काठमांडू के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रविवार सुबह 10:33 बजे उड़ान भरने वाले यति एयरलाइंस का विमान पोखरा में सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में चालक दल के चार सदस्यों सहित कुल 72 लोग सवार थे, जिनमें से पांच भारतीय थे। तीन दिन चले खोजी अभियान के बाद 71 लोगों के शव तलाशे जा चुके हैं। आखिरी लापता यात्री की तलाश के लिए बुधवार को अभियान शुरू किया गया।
दुर्घटना की भयावहता को देखते हुए बचाव कर्मियों ने इस आखिरी यात्री के जीवित होने की उम्मीद लगभग छोड़ दी है। विमान में सवार भारतीय नागरिकों की पहचान 25 वर्षीय अभिषेक कुशवाहा, 22 वर्षीय विशाल शर्मा, 27 वर्षीय अनिल कुमार राजभर, 35 वर्षीय सोनू जायसवाल और संजय जायसवाल के रूप में हुई है।
जयपुर। जनवरी माह में छह से दस तारीख तक होने वाला पन्द्रहवां जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ‘जिफ’ इस बार कई मायनों में खास होगा। फैस्टिवल के फाउन्डर डायरेक्टर हनु रोज ने बताया कि जिफ इस बार “जिफ इंडियन पैनोरमा” की 12 फुल लैंथ विभिन्न भारतीय भाषाई फिल्मों की लांचिंग करने जा रहा है। इंडियन सिनेमा के इतिहास में ये पहला मौका है जब देश में बनी विभिन्न भारतीय भाषाओं की 12 फिल्मों की इतने व्यापक स्तर पर लांचिंग की जा रही है।
जिफ के फाउन्डर डायरेक्टर हनु रोज ने बताया कि जिफ ने इस “जिफ इंडियन पैनोरमा” अभियान को ‘टॉर्च कैम्पेन’ नाम दिया है। इस अभियान में पूरे देश के लगभग एक हज़ार निर्माता, निर्देशक, अभिनेता, अभिनेत्रियां और फिल्म प्रोफेशनल्स शामिल होंगे। अभियान की शुरूआत 15 नवम्बर को गुवाहाटी से की जाएगी। टॉर्च कैम्पेन की लांचिंग वहां के विवांता ताज होटल में की जाएगी। इस मौके पर आसाम के फिल्म निर्माता निर्देशकों मौजूद रहेंगे लांचिंग समारोह की मुख्य अतिथि असम के मुख्यमंत्री की धर्मपत्नी और प्रख्यात फिल्म मेकर रिन्की भुयान सरमा होंगी तथा गुवाहाटी के संयुक्त पुलिस कमिश्नर पार्था सारथी महन्ता विशिष्ट अतिथि होंगे। पार्थासारथी स्वयं भी डॉक्यूमेंट्री फिल्म मेकर हैं।
लांचिंग समारोह में इन फिल्मों के ट्रेलर दिखाकर और ग्राउन्ड प्रमोशन के जरिए इन्हें प्रमोट किया जाएगा। इस दौरान हर शहर में भारतीय ‘सिनेमा आज और कल’ के साथ जिस राज्य में अभियान होगा वहां की क्षेत्रीय फिल्में जो जिफ में नामांकित हुई हैं उन पर चर्चा की जाएगी। इन फिल्मों की स्क्रीनिंग जनवरी में जयपुर में होने जा रहे पन्द्रहवें जिफ समारोह के दौरान की जाएगी एवं इसी दौरान इन्हें दिए जाने वाले अवार्ड्स की भी घोषणा की जाएगी।
15 नवम्बर को गुवाहाटी में लांचिंग के बाद ये टॉच कैम्पेन 18 नवम्बर को कोलाकाता, 26 नवम्बर को चेन्नई, 1 दिसम्बर को मुम्बई, 16 दिसम्बर चंडीगढ़, 17 दिसम्बर रोहतक, 26 दिसम्बर जोधपुर में आयोजित किया जाएगा। जोधपुर के बाद टॉर्च दिल्ली के फिल्मकारों को सौंप दी जाएगी जो 5 जनवरी को जयपुर लेकर आएंगे।
मुंबई। मुंबई एयरपोर्ट कस्टम्स ने दुबई की यात्रा कर रहे तीन भारतीय यात्रियों से 4,97,000 अमेरिकी डॉलर की विदेशी मुद्रा जब्त की, जो लगभग 4.1 करोड़ रुपये के बराबर है। तीनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। यह तीनों नागरिक बरामद किये गए डॉलर साड़ियों, जूतों और एक बैग में छिपाकर लाए थे।
कस्टम विभाग के एक अधिकारी ने गुरुवार को पत्रकारों को बताया कि गोपनीय जानकारी के आधार पर कस्टम विभाग की टीम मुंबई एयरपोर्ट पर बुधवार को निगरानी कर रही थी। एयरपोर्ट पर एक ही परिवार के तीन लोग संदिग्ध में दिखे, इसके बाद तीनों के सामान की तलाशी ली गई। इस दौरान इनके बैग की तलाशी लेने पर अमेरिकन डॉलर मिले। इसके बाद तीनों की गहन तलाशी के दौरान साड़ियों, जूते और बैग में छिपाकर लाए गए कुल 4.1 करोड़ रुपये मूल्य के 4,97,000 अमेरिकी डॉलर जब्त किए गए। तीनों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
- नेपाली सेना ने आठ वर्षों से एक भी भारतीय हथियार प्रणाली या गोला-बारूद नहीं खरीदा
नई दिल्ली। नेपाली सेना को असॉल्ट राइफलों के लिए गोलियां आपूर्ति करने का आठ साल से चला आ रहा चीनी एकाधिकार भारतीय निजी फर्म ने तोड़ दिया है। सरकार-से-सरकार अनुबंध मार्ग के तहत नेपाली सेना के लिए 2 मिलियन 5.56×45 मिमी राउंड की आपूर्ति की है। गोलियों की गुणवत्ता के बलबूते भारतीय कंपनी एसएसएस डिफेन्स ने चीनी कंपनी को मात देकर यह अनुबंध हासिल किया है।
दरअसल, 2005 में माओवादियों के साथ एक घातक मुठभेड़ में 43 नेपाली सैनिक मारे गए थे। इसके बाद नेपाल ने भारतीय राइफल को घटिया बताते हुए दावा किया था कि अगर उन्हें बेहतर हथियार मिलते तो ऑपरेशन में नेपाली सैनिकों को जान न गंवानी पड़ती। इसके बाद भी नेपाली सेना आठ साल पहले तक भारत से ही गोला-बारूद का आयात करती थी। बाद में भारतीय इंसास राइफलों को कोरियाई और अमेरिकी राइफलों के साथ बदलने के बाद भारत से आपूर्ति बंद कर दी थी।
भारतीय और नेपाली सेना का एक लंबा इतिहास है और भारतीय सेना में लगभग 35 हजार नेपाली गोरखा सैनिक हैं। इसके अलावा 1.3 लाख से अधिक पूर्व नेपाली सैनिक हैं, जो अपनी सैन्य सेवा पूरी करने के बाद भारत से पूर्ण पेंशन हासिल कर रहे हैं। नेपाल की सेना ने पिछले आठ वर्षों से एक भी भारतीय हथियार प्रणाली या गोला-बारूद नहीं खरीदा था। नेपाल को आठ साल से चीनी कंपनी गोला-बारूद और बुलेट की आपूर्ति कर रही थी। नेपाली सेना ने इस बार चीनी कंपनी से बोलियां मांगने के साथ ही भारत से भी पत्र लिखकर बोली लगाने के लिए कहा था।
इस पर बेंगलुरु की कंपनी एसएसएस डिफेंस चीनी कंपनी के मुकाबले में उतरी। इसके बाद नेपाली सेना ने अपनी मूल्यांकन प्रक्रिया शुरू की और भारतीय एसएसएस डिफेन्स की गोलियों काे गुणवत्ता के बलबूते चयनित किया। इसी के बाद सरकार से अनुबंध के तहत नेपाली सेना के लिए 2 मिलियन 5.56×45 मिमी राउंड की आपूर्ति करने का सौदा हुआ। यह अनुबंध भारत के बढ़ते रक्षा उद्योग और भारतीय प्रणालियों के लिए निर्यात क्षमता का एक और उदाहरण है। नेपाल को बुलेट्स की आपूर्ति शुरू कर दी गई है, जो अगले साल की शुरुआत तक पूरी हो जाएगी।
एसएसएस डिफेंस कंपनी आंध्र प्रदेश में अपने कारखाने में गोला-बारूद का निर्माण कर रही है। कंपनी का भारत में गोला-बारूद के उत्पादन के लिए ब्राजील की फर्म सीबीसी डिफेंस के साथ एक संयुक्त उद्यम है, जो सैन्य गोला-बारूद का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। सीबीसी भारतीय सशस्त्र बलों के लिए एक आपूर्तिकर्ता रहा है और भारतीय सेना को भी छोटे कैलिबर की आपूर्ति के लिए एक अनुबंध चल रहा है। पिछले साल अक्टूबर में एसएसएस डिफेंस ने भारतीय बलों की कलाश्निकोव राइफल्स को अपग्रेड करने के लिए एक अनुबंध हासिल करने के लिए इजरायली फर्म फैब डिफेंस को पीछे छोड़ दिया था।
भारत का रक्षा निर्यात 2021-2022 के वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड 13 हजार करोड़ रुपये को छू गया था, जो 2014 के मुकाबले लगभग आठ गुना था। 2020 में नरेन्द्र मोदी सरकार ने 2025 तक एयरोस्पेस, रक्षा वस्तुओं और सेवाओं में 35 हजार करोड़ रुपये (5 बिलियन डॉलर) के निर्यात का लक्ष्य रखा था। यह रक्षा में 1.75 लाख करोड़ रुपये (25 बिलियन डॉलर) के नियोजित कारोबार का हिस्सा था।
दक्षिण दिनाजपुर। जिले के भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात उत्तर बंगाल फ्रंटियर में रायगंज सेक्टर के तहत 61वीं बटालियन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बॉर्डर आउट पोस्ट हिली के सीमा जवानों ने दो भारतीय नागरिकों घुसपैठ करने के आरोप में पकड़ा है। पकड़े गए भारतीय नागरिकों के नाम मिंटू सरकार (35) और मानव सरकार (52) है। दोनों जिले के हिली थाना अंतर्गत घसूरिया गांव का निवासी है। गुरुवार को बीएसएफ की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी गयी।
मिली जानकारी के अनुसार, मिंटू और मानव को उस समय पकड़ा गया जब वे प्रतिबंधित 43 बोतल कफ सिरप के साथ अवैध रूप से भारत से बांग्लादेश सीमा पार करने की कोशिश कर रहे थे। पकड़े गए दोनों व्यक्तियों व जब्त सामानों के साथ हिली थाने को सौंप दिया गया है।
उपरोक्त के अलावा 19 से 20 अक्टूबर तक उत्तर बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के अधीन वाहिनियों के सीमा जवानों ने अपने-अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी विरोधी अभियान चलाते हुए चार मवेशी, 43 बोतल कफ सिरप और अन्य प्रतिबंधित सामग्री जब्त किया है। जब्त किए गए सामानों की कुल कीमत ९९ हजार 118 रुपये आंकी गई है। उपरोक्त वस्तुओं को बीएसएफ के सीमा जवानों ने उस समय जब्त किया जब तस्कर इन वस्तुओं को भारत से बांग्लादेश तस्करी करने की कोशिश कर रहा था।
कूचबिहार। जिले के भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात उत्तर बंगाल फ्रंटियर में जलपाईगुड़ी सेक्टर के तहत 06वीं बटालियन सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के बीओपी तरुण के सीमा जवानों ने एक भारतीय नागरिक को घुसपैठ करते पकड़ा है। पकड़े गए भारतीय नागरिक का नाम बलराम बिस्वास (61) है।
मंगलवार को बीएसएफ ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर इसकी जानकारी दी। जानकारी के अनुसार, बलराम बिस्वास को उस समय पकड़ा गया जब वह भारत से बांग्लादेश में अवैध रूप से सीमा पार कर रहा था। पकड़े गए व्यक्ति को आगे की कार्रवाई के लिए कुचलीबाड़ी थाने को सौंप दिया गया है।
उपरोक्त के अलावा 17 से 18 अक्टूबर तक उत्तर बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के अधीन वाहिनियों के सीमा जवानों ने अपने-अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करी विरोधी अभियान चलाते हुए 10 मवेशी, 80 फेयरडील, 50 बोतल फेंसेडिल और अन्य प्रतिबंधित सामग्री जब्त किया है। जब्त किए गए सामानों की कुल कीमत 21 लाख 36 हजार 250 रुपये आंकी गई है। उपरोक्त वस्तुओं को बीएसएफ के सीमा जवानों ने उस समय जब्त किया जब तस्कर इन वस्तुओं को भारत से बांग्लादेश तस्करी करने की कोशिश कर रहा था।