कुआलालंपुर । भारतीय जूनियर पुरुष हॉकी टीम ने एफआईएच जूनियर विश्व कप मलेशिया 2023 के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। रोमांचक क्वार्टर फाइनल में हॉफ टाइम तक 2-0 से पीछे चल रही भारतीय टीम ने धैर्य और चरित्र का शानदार प्रदर्शन करते हुए नीदरलैंड्स को 4-3 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
पहले क्वार्टर की शुरुआत में टिमो बोअर्स (5′) ने पेनल्टी कॉर्नर के जरिए गोल कर नीदरलैंड्स को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद दूसरे क्वार्टर में पेपिज़न वैन डेर हेजडेन (16′) ने एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर हॉफ टाइम तक अपनी टीम को 2-0 हो गई।
भारतीय टीम ने तीसरे क्वार्टर में बेहतरीन वापसी की। अरिजीत सिंह हुंदल की सहायता से आदित्य लालेज (34′) ने गोल कर भारत का खाता खोला। इसके दो मिनट बाद अरायजीत ने पेनल्टी स्ट्रोक से गोल कर भारत को 2-2 से बहराबरी दिला दी। तीसरे क्वार्टर के अंत में ओलिवर हॉर्टेंसियस (44′) ने गोल कर नीदरलैंड्स को 3-2 से आगे कर दिया।
दस मिनट से भी कम समय शेष रहने पर, भारतीयों ने अपने खेल की गति बढ़ा दी और यह उपयोगी साबित हुआ क्योंकि सौरभ आनंद कुशवाह (52′) ने एक शानदार रिबाउंड पर गोल कर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया।
मैच के 57वें मिनट में कप्तान उत्तम सिंह ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर भारत को 4-3 से आगे कर दिया और अंत में यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ। 14 दिसंबर को सेमीफाइनल मुकाबले में भारत का सामना जर्मनी से होगा।
INDIA IN SEMI FINAL
रांची । महिला एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2023 में भारतीय टीम नेअपना अजेय क्रम जारी रखते हुए गुरुवार रात को अपने आखिरी पूल मैच में कोरिया के खिलाफ 5-0 से शानदार जीत हासिल की। भारत के लिए सलीमा टेटे (6”, 36”), नवनीत कौर (36”), वंदना कटारिया (49”) और नेहा (60”) ने गोल किये।
इस जीत के साथ, भारतीय टीम ने पांच मैचों से 15 अंक अर्जित करते हुए अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया। इस बीच, कोरिया ने पांच मैचों में सात अंक हासिल कर ग्रुप चरण में अपना अभियान चौथे स्थान पर समाप्त किया। स्टैंडिंग के अनुसार, दोनों टीमें सेमीफाइनल में एक बार फिर भिड़ने को तैयार हैं।
अपने पिछले मैचों की तरह, भारत ने आक्रामक उच्च-दबाव वाली रणनीति और लगातार आक्रमण के साथ खेल की शुरुआत की, जिससे शुरुआती लाभ मिला। मैच के शुरुआती क्षणों में सलीमा टेटे (6”) ने सर्कल के भीतर, खूबसूरती से एक गोल किया, जिससे मेजबान टीम को शुरुआती बढ़त मिल गई।
अपने पक्ष में स्कोरलाइन के साथ, भारत ने लगातार सर्कल भेदन के साथ कोरिया के खिलाफ आक्रामक आक्रमण जारी रखा। हालाँकि वे कई मौकों पर दूसरा गोल करने के करीब पहुँचे, लेकिन वे उन अवसरों को भुनाने में असफल रहे। शुरुआती क्वार्टर समाप्त होने तक भारत ने 1-0 की बढ़त बनाए रखी।
दूसरे क्वार्टर में पहले क्वार्टर की तरह ही भारत ने अपना दबदबा बनाए रखा और कोरिया को रक्षात्मक बनाए रखने के लिए तेजी से पास दिए। भारत इस दौरान दो पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में भी कामयाब रहा, लेकिन उनका फायदा नहीं उठा सका। उनके निरंतर प्रयासों और कई अवसरों के बावजूद, भारतीय टीम अपनी बढ़त बढ़ाने में असमर्थ रही और वे 1-0 की बढ़त के साथ मध्यांतर में गए।
खेल में वापसी करने के लिए दृढ़ संकल्पित कोरिया ने तीसरे क्वार्टर में आक्रामक आक्रमण शुरू किया और कुछ मौकों पर संभावित बराबरी के मौके के साथ लक्ष्य तक भी पहुंच गया। फिर भी, भारत ने तेजी से जवाबी हमला करके पासा पलट दिया और अपना दबदबा कायम कर लिया। उनकी दृढ़ता का फल तब मिला जब उन्हें पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसके बाद नवनीत कौर (36”) ने इसे गोल में बदलकर भारत को 2-0 से आगे कर दिया। कुछ ही क्षण बाद, सलीमा टेटे (36”) ने एक उल्लेखनीय फील्ड गोल करके भारत की बढ़त 3-0 कर दी, जो अंतिम क्वार्टर के अंत तक बरकरार रही।
अंतिम क्वार्टर में, अतिरिक्त लक्ष्यों के लिए भारत की लगातार कोशिश स्पष्ट थी क्योंकि उन्होंने कोरिया की रक्षात्मक पंक्ति को लगातार चुनौती दी। उनका दृढ़ संकल्प फलीभूत हुआ और वंदना कटारिया (49”) ने शानदार फ्लिक मारकर भारत की बढ़त 4-0 कर दी। इसके बाद, नेहा (60”) ने मैच के अंतिम क्षणों में एक फील्ड गोल हासिल किया, जिससे भारतीय टीम की 5-0 से शानदार जीत पक्की हो गई।
भारत टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल में 4 नवंबर को एक बार फिर कोरिया से भिड़ेगा।
चेन्नई । भारतीय हॉकी टीम का एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी है। बुधवार को भारतीय टीम ने कट्टर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को 4-0 से पटखनी देते हुए टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इसके पहले भारत टूर्नामेंट में साउथ कोरिया को भी 3 -2 हरा चुका है। इस टूर्नामेंट में अपने सभी पांच मैच जीतकर टीम इंडिया ग्रुप स्टेज के बाद अंक तालिका शीर्ष पर रही। भारत ने पहले ही सेमीफाइल में जगह बना ली थी।
चेन्नई के मेयर राधाकृष्णन स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में शुरुआत से ही भारतीय टीम दबाव बनाए हुए थी।इस बीच पहले क्वार्टर के अंत में मिले पेनल्टी कॉर्नर को भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल में तब्दील करने में कोई गलती नहीं की। इस तरह भारत ने पाकिस्तान पर 1-0 की बढ़त बनाई।
वहीं पहले क्वार्टर में पिछड़ने के बाद पाकिस्तान के पास बराबरी के कई मौके आए लेकिन वो इन्हें भुना नहीं पाया। इस बीच दूसरे क्वार्टर में 23वें मिनट में हरमनप्रीत सिंह ने एक और गोल मार दिया। भारत का दूसरा गोल भी पेनल्टी कॉर्नर के जरिए आया।
फिर तीसरे क्वार्टर में भी खेल की गति और दिशा वैसी ही रही। पाकिस्तान ना तो गोल कर पा रही थी और न ही गोल रोकने में सफल हो रही थी। तीसरे क्वार्टर में 36वें मिनट में भारत के लिए जुगराज सिंह ने तीसरा गोल किया। इस गोल के साथ भारतीय टीम को जीत की महक आने लगी। हालांकि पाकिस्तान पर भारत की जीत की मुहर चौथे क्वार्टर के 53वें मिनट में मनदीप सिंह के शानदार शॉट ने लगा दी। इस तरह फाइनल बेल बजने तक भारत ने चार गोल कर पाकिस्तान को 4-0 से हरा दिया था।
भारत ने इस मैच में सिर्फ जीत दर्ज नहीं की, बल्कि पाकिस्तान को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता भी दिखाया। पाकिस्तान के पास टूर्नामेंट में बने रहने के लिए इस मैच को जीतना था या दो गोल से ज्यादा नहीं खाने थे, लेकिन भारत ने चार गोल भी किए और पाकिस्तान को गोल का खाता तक नहीं खोलने दिया।