बेनोनी। मेजबान साउथ अफ्रीका के खिलाफ मंगलवार रात रोमांचक सेमीफाइनल में भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारों ने दो विकेट से रोमांचक जीत हासिल की। भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम रिकॉर्ड नौवीं बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है।अब पांच बार की चैंपियन भारत का सामना पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विनर से होगा। टूर्नामेंट में लगातार पांच जीत हासिल कर सेमीफाइनल में पहुंचे यंग ब्लू ब्रिगेड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने स्कोरबोर्ड पर 244 रन टांग दिए थे। साल 2014 का चैंपियन दक्षिण अफ्रीका मौजूदा टूर्नामेंट में भारतीय टीम के खिलाफ 200 से अधिक रन बनाने वाली पहली टीम है। भारत एक वक्त सिर्फ 32 रन पर अपने चार बड़े विकेट गंवा चुका था। हार का खतरा मंडरा रहा था, यहां से असंभव को सचिन दास (96) और कप्तान उदय सहारण (81) ने संभव कर दिखाया। दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 171 रन की साझेदारी ने टर्निंग पॉइंट का काम किया।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज हुआन-ड्रे प्रिटोरियस ने 102 गेंद में 76 जबकि रिचर्ड सेलेट्सवेन ने 100 गेंद में 64 रन की पारी खेली, लेकिन अपनी टीम को बड़े स्कोर पर पहुंचाने में नाकाम रहे। दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर शुरुआती 10 ओवर के भीतर ही स्टीव स्टॉक (12) और डेविड टीगर (00) के विकेट गंवा दिए। इन दोनों को तेज गेंदबाज राज लिम्बानी (60 रन पर तीन विकेट) ने आउट किया। प्रिटोरियस और सेलेट्सवेन ने इसके बाद तीसरे विकेट के लिए 72 रन जोड़कर पारी को संभाला। इन दोनों ने हालांकि 22 से अधिक ओवर खेले।
दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को भारत के तेज गेंदबाजों लिम्बानी और नमन तिवारी (52 रन पर एक विकेट) ने विलोमूर पार्क की पिच से मिल रही गति और उछाल से काफी परेशान किया। प्रिटोरियस और सेलेट्सवेन भी तेज गति से रन बनाने में नाकाम रहे जिससे इस साझेदारी के दौरान अधिकांश समय रन गति चार रन प्रति ओवर से कम रही। बाएं हाथ के स्पिनरों स्वामी पांडे (38 रन पर एक विकेट) और मुशीर खान (43 रन पर दो विकेट) ने ऑफ स्पिनर प्रियांशु मोलिया के साथ मिलकर सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते हुए मेजबान टीम की रन गति पर अंकुश लगाया।
प्रिटोरियस ने लगातार तीसरा अर्धशतक जड़ने के बाद मोलिया पर मिडविकेट पर छक्का जड़ा लेकिन मुशीर की गेंद पर मिडविकेट पर मुरुगन अभिषेक ने उनका शानदार कैच लपका। सेलेट्सवेन ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज तिवारी की गेंद पर एक रन के साथ 90 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। सेलेट्सवेन भी अर्धशतक को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे और तिवारी की गेंद पर बाउंड्री पर मोलिया को कैच दे बैठे। युआन जेम्स (19 गेंद में 24 रन) और ट्रिस्टन लूस (12 गेंद में 23 रन) की पारियों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका अंतिम 10 ओवर में 81 रन जोड़ने में सफल रहा।
मेगा टूर्नामेंट का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला 7 जनवरी को खेला जाएगा. पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की टीमें फाइनल के लिए जंग लड़ेंगी. अब देखना दिलचस्प होगा कि फाइनल में कट्टर प्रतिद्वंदी भारत और पाकिस्तान के बीच रोमांचक मैच देखने को मिलता है या भारत को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ना पड़ेगा.
INDIA IN FINALS
हांगझू । गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद तिलक वर्मा (नाबाद 55) के अर्धशतक और कप्तान रुतुराज गायकवाड़ (नाबाद 40) के बेहतरीन पारी की बदौलत भारत ने शुक्रवार को बांग्लादेश को 9 विकेट से करारी शिकस्त देकर एशियाई खेलों के फाइनल में प्रवेश किया। बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 96 रन बनाए, जवाब में भारत ने मात्र 9.2 ओवर में 1 विकेट पर 97 रन बनाकर नौ विकेट से जीत हासिल की।
97 रनों के छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और यशस्वी जायसवाल बिना खाता खोले पहली ही गेंद पर चलते बने। इसके बाद तिलक वर्मा और गायकवाड़ ने कोई और नुकसान नहीं होने दिया और भारतीय टीम को नौ विकेट से जीत दिला दी। तिलक 26 गेंदों पर 2 चौके और 6 छक्कों की बदौलत 55 व गायकवाड़ इतने ही गेंदों पर 4 चौके और 3 छक्कों की बदौलत 20 रन बनाकर नाबाद रहे।
इससे पहले बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट पर 96 रन बनाए।
इस मुकाबले में भारतीय कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बांग्लादेश की शुरुआत खराब रही और नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहे और बांग्लादेशी टीम 20 ओवर में 9 विकेट पर 96 रन ही बना सकी।
बांग्लादेश के लिए परवेज होसैन इमान ने 23 और जकर अली ने नाबाद 24 रन बनाए, जबकि रकिबुल हसन ने 14 रन बनाए।
भारत की तरफ से साई किशोर ने 3, वॉशिंगटन सुंदर ने 2, अर्शदीप सिंह, तिलक वर्मा, रवि बिश्नोई, शाहबाज अहमद ने 1-1 विकेट लिया।
भारतीय टीम शनिवार को स्वर्ण पदक मुकाबले में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच दूसरे सेमीफाइनल के विजेता से भिड़ेगी।
कोलंबो । भारत ने सुपर 4 के मुकाबलों में श्रीलंका को हराकर एशिया कप 2023 के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। सुपर-4 के अपने दूसरे मैच में भारतीय टीम ने श्रीलंका को 41 रनों से मात दी है। इस लो-स्कोरिंग मुकाबले में भारत ने 213 रन बनाए थे, जिसके जवाब में श्रीलंका की पूरी टीम 172 रन पर सिमट गई। हालांकि हार के बावजूद टीम के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले दुनिथ वेल्लालागे (4 विकेट और 42 रन नाबाद) को मैच ऑफ द मैच चुना गया।
भारत की ओर से मिले 214 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टीम के शुरुआती तीन बल्लेबाज 25 रन के कुल योग पर पवेलियन लौट गए। हालांकि इसके बाद चरिथ असलंका (22 रन) और धनंजय डी सिल्वा (41 रन) ने पारी को संभालने की कोशिश की। मगर लगातार अंतराल पर विकेट गिरते रहे। एक समय टीम का स्कोर 6 विकेट के नुकसान पर 99 रन था। तब बल्लेबाजी के लिए उतरे दुनिथ वेल्लालागे (42 रन नाबाद) ने डी सिल्वा के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 63 रनों की साझेदारी की। इसके बाद कोई भी बल्लेबाज क्रीज पर ज्यादा देर नहीं टिक सका और पूरी टीम 172 रन के स्कोर पर आउट हो गई। भारत की तरफ से कुलदीप यादव ने चार विकेट झटके। जबकि बुमराह और जडेजा को दो-दो सफलता मिली। हार्दिक पांड्या और मो. सिराज के खाते में एक-एक विकेट रहा।
इससे पहले, टॉस जीतकर बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने 213 रन बना थे। कप्तान रोहित शर्मा ने शानदार 53 रन बनाए। इसके अलावा, केएल राहुल ने 39, ईशान किशन ने 33, अक्षर पटेल ने 26 और शुभमन गिल ने 19 रन का योगदान दिया। श्रीलंका के लिए दुनिथ वेल्लालाग ने पांच विकेट, चरिथ असलंका ने चार विकेट और महिश तीक्ष्णा ने एक विकेट लिया। गेंद और बल्ले दोनों से शानदार प्रदर्शन करने वाले 20 वर्षीय युवा दुनिथ वेल्लालागे को मैन ऑफ द मैच चुना गया।
नई दिल्ली । भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने शनिवार को शानदार खेल दिखाते हुए मेजबान जापान को 1-0 से हराकर जूनियर एशिया कप 2023 के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। भारत ने 2012 के बाद दूसरी बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया है। मैच का एकमात्र गोल सुनलिता टोप्पो (47′) ने किया।
भारत ने टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचकर एफआईएच जूनियर हॉकी महिला विश्व कप 2023 के लिए भी क्वालीफाई कर लिया है , जो 29 नवंबर से 10 दिसंबर, 2023 तक सैंटियागो, चिली में आयोजित किया जाएगा।
भारतीय टीम ने मैच में आक्रामक शुरूआत की। हालाँकि, मेजबान जापान न केवल भारत को शुरुआती बढ़त लेने से रोका बल्कि भारत पर दबाव बनाने के लिए गोल करने के अवसर भी बनाने शुरू कर दिए। जापान ने कुछ पेनल्टी कार्नर जीते लेकिन उन्हें बदलने में असफल रहा, जिसके परिणामस्वरूप पहला क्वार्टर गोलरहित रहा।
दूसरा क्वार्टर भी पहले क्वार्टर की तरह ही रहा। दोनों टीमों ने गतिरोध को तोड़ने के लिए लगातार हमला किया। जापान दो बार गोल करने के करीब पहुंच गया लेकिन भारत की गोलकीपर माधुरी किंडो ने कुछ अच्छे बचाव किये। परिणामस्वरूप मध्यांतर तक दोनों टीमें गोल करने में असफल रहे। तीसरे क्वार्टर में भी दोनों टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और तीसरा क्वार्टर भी गोल रहित समाप्त हुआ।
चौथे क्वार्टर में आखिरकार भारतीय टीम को सफलता मिल ही गई, जब सुनलिता टोप्पो ने 47वें मिनट में शानदार मैदानी गोल कर भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। अंत में यही स्कोर निर्णायक साबित हुआ और भारतीय टीम मैच 1-0 से जीतकर फाइनल में पहुंच गई। भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम अब 11 जून को महिला जूनियर एशिया कप 2023 के फाइनल में चीन या कोरिया के खिलाफ खेलेगी। यह मैच दोपहर 2 बजकर 30 मिनट पर खेला जाएगा।
नयी दिल्ली। भारती वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गया है। क्राइस्टचर्च टेस्ट में न्यूजीलैंड से श्रीलंका की रोमांचक हार ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए भारत को टिकट दिला दिया है। क्राइस्टचर्च टेस्ट के पांचवें दिन अंतिम पलों में न्यूजीलैंड ने श्रीलंका को दो विकेट से हराया। यहां केन विलियमसन ने नाबाद 121 रन जड़कर कीवी टीम को नामुमकिन जीत दिलाई।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच अहमदाबाद में खेला जा रहा टेस्ट ड्रॉ की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में श्रीलंका की टीम के पास मौका था कि वह न्यूजीलैंड के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से जीतकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बना सके। लंकाई खिलाड़ियों ने इसके लिए इस सीरीज के पहले मैच में जी-तोड़ मेहनत भी की लेकिन एकदम आखिरी लम्हों में वह यह टेस्ट हार गई और उसका वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचने का सपना भी टूट गया।
भारत और श्रीलंका के बीच थी रेस
ऑस्ट्रेलिया की टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहले ही पहुंच चुकी है। यहां दूसरी टीम के लिए भारत और श्रीलंका के बीचमुकाबला था। भारत अगर 3-1 से ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हरा देती तो वह सीधे-सीधे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहुंच जाती लेकिन चार मैचों की इस टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला ड्रॉ की ओर बढ़ रहा है यानी भारतीय टीम यह सीरीज 2-1 से ही जीत पाएगी। ऐसे में भारतीय टीम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए श्रीलंका और न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज के भरोसे थी।
भारतीय टीम के वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए यह जरूरी था कि श्रीलंका किसी भी हाल में न्यूजीलैंड को 2-0 से नहीं हार पाए और आखिर में ऐसा ही हुआ भी। श्रीलंका पहला टेस्ट नहीं जीत पाई और भारत को बिना अहमदाबाद टेस्ट जीते ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह मिल गई। अब श्रीलंका अगले टेस्ट में न्यूजीलैंड को हरा भी दे तो भी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पॉइंट्स टेबल में भारतीय टीम अपना दूसरा स्थान बरकरार रखेगी।
रोमांचक रहा क्राइस्टचर्च टेस्ट
क्राइस्टचर्च टेस्ट में श्रीलंका ने न्यूजीलैंड को 285 रन का टारगेट दिया था. यहां न्यूजीलैंड की टीम एक वक्त तीन विकेट खोकर 232 रन के स्कोर के साथ आसानी से जीत दर्ज करती हुई नजर आ रही थी लेकिन इसके बाद बैक टू बैक विकेट गिरे 280 रन तक आते-आते कीवी टीम ने 8 विकेट गंवा दिए। यहां केन विलियमसन ने एक छोर संभाले रखा और विजय रन निकाले।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होगा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल
अब वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के सामने भारतीय टीम होगी. यह महामुकाबला 7 से 11 जून के बीच लंदन के ‘दी ओवल’ में खेला जाएगा। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 में जीतने के बाद भारतीय टीम इस मुकाबले में बढ़े हुए मनोबल के साथ उतरेगी। वैसे, न्यूट्रल मैदान पर मुकाबला होने के चलते दोनों टीमों के पास चैंपियन बनने के बराबर मौके होंगे।
पोचेफस्ट्रूम । भारत ने न्यूजीलैंड को हराकर महिला अंडर-19 टी-20 विश्व कप के फाइनल में प्रवेश कर लिया है। भारतीय टीम ने शुक्रवार को यहां खेले गए पहले सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड को 8 विकेट से करारी शिकस्त दी।
इस मैच में न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 9 विकेट पर 107 रन बनाए। जवाब में भारत ने 14.2 ओवर में 2 विकेट पर 110 रन बनाकर जीत हासिल कर ली।
108 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को कप्तान शैफाली वर्मा और श्वेता सेहरावत ने तेज शुरूआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 3.2 ओवरों में 33 रन जोड़े। इसी स्कोर पर शैफाली 10 रन बनाकर अन्ना ब्रोवनिंग का शिकार बनीं। इसके बाद श्वेता और सौम्या तिवारी ने टीम का स्कोर 95 रन तक पहुंचाया। 95 के कुल स्कोर पर सौम्या अन्ना का दूसरा शिकार बनीं। सौम्या ने 26 गेंदों पर 3 चौकों की बदौलत 22 रन बनाए। इसके बाद श्वेता और गोंगडी त्रिसा ने कोई और नुकसान नहीं होने दिया और 14.2 ओवर में 110 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी। श्वेता ने 45 गेंदों में 10 चौंकों की बदौलत 61 रन बनाकर नाबाद लौंटी। वहीं, त्रिसा 5 रन बनाकर अविजित रहीं। न्यूजीलैंड की तरफ से दोनों विकेट अन्ना ब्रोवनिंग ने ली।
इससे पहले इस मुकाबले में भारतीय टीम की कप्तान शैफाली वर्मा ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड को पहले बल्लेबाजी करने का निमंत्रण दिया। न्यूजीलैंड की शुरुआत खराब रही और केवल 5 रनों के स्कोर पर अन्ना ब्रोवनिंग (01) और इम्मा मैकलिओड (02) पवेलियन लौट गईं। इसके बाद प्लीमर (35) और इसाबेला गेज (26) ने कुछ संघर्ष किया। इन दोनों के आउट होने के बाद कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका और न्यूजीलैंड की टीम 20 ओवर में 107 रन ही बना सकी।
भारत की तरफ से पर्शावी चोपड़ा ने 3, तीतास साधू, मन्नत कश्यप,शैफाली वर्मा और अर्चना देवी ने 1-1 विकेट लिया।