बेनोनी। मेजबान साउथ अफ्रीका के खिलाफ मंगलवार रात रोमांचक सेमीफाइनल में भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारों ने दो विकेट से रोमांचक जीत हासिल की। भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम रिकॉर्ड नौवीं बार वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है।अब पांच बार की चैंपियन भारत का सामना पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया के बीच गुरुवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइनल के विनर से होगा। टूर्नामेंट में लगातार पांच जीत हासिल कर सेमीफाइनल में पहुंचे यंग ब्लू ब्रिगेड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए साउथ अफ्रीका ने स्कोरबोर्ड पर 244 रन टांग दिए थे। साल 2014 का चैंपियन दक्षिण अफ्रीका मौजूदा टूर्नामेंट में भारतीय टीम के खिलाफ 200 से अधिक रन बनाने वाली पहली टीम है। भारत एक वक्त सिर्फ 32 रन पर अपने चार बड़े विकेट गंवा चुका था। हार का खतरा मंडरा रहा था, यहां से असंभव को सचिन दास (96) और कप्तान उदय सहारण (81) ने संभव कर दिखाया। दोनों के बीच पांचवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 171 रन की साझेदारी ने टर्निंग पॉइंट का काम किया।
इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की ओर से विकेटकीपर बल्लेबाज हुआन-ड्रे प्रिटोरियस ने 102 गेंद में 76 जबकि रिचर्ड सेलेट्सवेन ने 100 गेंद में 64 रन की पारी खेली, लेकिन अपनी टीम को बड़े स्कोर पर पहुंचाने में नाकाम रहे। दक्षिण अफ्रीका ने बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर शुरुआती 10 ओवर के भीतर ही स्टीव स्टॉक (12) और डेविड टीगर (00) के विकेट गंवा दिए। इन दोनों को तेज गेंदबाज राज लिम्बानी (60 रन पर तीन विकेट) ने आउट किया। प्रिटोरियस और सेलेट्सवेन ने इसके बाद तीसरे विकेट के लिए 72 रन जोड़कर पारी को संभाला। इन दोनों ने हालांकि 22 से अधिक ओवर खेले।
दक्षिण अफ्रीका के शीर्ष क्रम को भारत के तेज गेंदबाजों लिम्बानी और नमन तिवारी (52 रन पर एक विकेट) ने विलोमूर पार्क की पिच से मिल रही गति और उछाल से काफी परेशान किया। प्रिटोरियस और सेलेट्सवेन भी तेज गति से रन बनाने में नाकाम रहे जिससे इस साझेदारी के दौरान अधिकांश समय रन गति चार रन प्रति ओवर से कम रही। बाएं हाथ के स्पिनरों स्वामी पांडे (38 रन पर एक विकेट) और मुशीर खान (43 रन पर दो विकेट) ने ऑफ स्पिनर प्रियांशु मोलिया के साथ मिलकर सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करते हुए मेजबान टीम की रन गति पर अंकुश लगाया।
प्रिटोरियस ने लगातार तीसरा अर्धशतक जड़ने के बाद मोलिया पर मिडविकेट पर छक्का जड़ा लेकिन मुशीर की गेंद पर मिडविकेट पर मुरुगन अभिषेक ने उनका शानदार कैच लपका। सेलेट्सवेन ने बाएं हाथ के तेज गेंदबाज तिवारी की गेंद पर एक रन के साथ 90 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। सेलेट्सवेन भी अर्धशतक को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे और तिवारी की गेंद पर बाउंड्री पर मोलिया को कैच दे बैठे। युआन जेम्स (19 गेंद में 24 रन) और ट्रिस्टन लूस (12 गेंद में 23 रन) की पारियों की बदौलत दक्षिण अफ्रीका अंतिम 10 ओवर में 81 रन जोड़ने में सफल रहा।
मेगा टूर्नामेंट का दूसरा सेमीफाइनल मुकाबला 7 जनवरी को खेला जाएगा. पाकिस्तान और ऑस्ट्रेलिया की टीमें फाइनल के लिए जंग लड़ेंगी. अब देखना दिलचस्प होगा कि फाइनल में कट्टर प्रतिद्वंदी भारत और पाकिस्तान के बीच रोमांचक मैच देखने को मिलता है या भारत को ऑस्ट्रेलिया से भिड़ना पड़ेगा.
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बॉल के हिसाब से सबसे छोटा मैच बना केपटाउन टेस्ट
केप टाउन । भारत ने यहां खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हराकर दो मैचों की श्रृंखला में 1-1 से बराबरी कर ली। इसी के साथ भारतीय टीम केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका को टेस्ट में हराने वाली पहली एशियाई टीम भी बन गई। मोहम्मद सिराज को पहली पारी में उनकी शानदार गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। सिराज ने पहली पारी में 15 रन देकर 6 विकेट लिये थे। इसके अलावा डीन एल्गर और जसप्रीत बुमराह को संयुक्त रुप से मैन ऑफ द सीरीज चुना गया।
यह मैच केवल 642 गेंदों तक चला और बॉल के हिसाब से सबसे छोटा मैच भी बन गया। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच 1932 में बॉल के हिसाब से सबसे छोटा टेस्ट मैच खेला गया था, जो 656 गेंदों तक चला था। यह मैच ऑस्ट्रेलिया ने पारी व 72 रन ने जीता था विशाल अंतर से जीता था। दक्षिण अफ्रीका ने इस मैच में पहली पारी में 36 और दूसरी पारी में 45 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी में 153 रन बनाए थे। इस मुकाबले में 109.2 ओवर फेंके गए थे।
इस मैच में दक्षिण अफ्रीकी टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए मात्र 55 रनों पर सिमट गई थी, जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 153 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर 98 रनों की बढ़त हासिल की। दूसरी पारी में दक्षिण अफ्रीका ने 176 रन बनाए और भारत के सामने 79 रनों का लक्ष्य रखा।
79 रनों के छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को यशस्वी जायसवाल और रोहित शर्मा ने तेज और सधी शुरुआत दिलाई। दोनों बल्लेबाजों ने टेस्ट क्रिकेट में टी-20 की तरह बल्लेबाजी की और 5.3 ओवर में 44 रन जोड़ दिये। हालांकि छठे ओवर में नांद्रे बर्गर ने यशस्वी जायसवाल को आउट कर भारत को पहला झटका दिया। यशस्वी ने 23 गेंदों पर 6 चौकों की बदौलत 28 रन बनाए। नौवें ओवर में 57 के कुल स्कोर पर रबाडा ने शुभमन गिल को बोल्ड कर भारत को दूसरा झटका दिया। गिल ने 11 गेंदों पर 2 चौकों की बदौलत 10 रन बनाए।
12वें ओवर में 75 के कुल स्कोर पर मार्को यान्सन ने विराट कोहली को आउट कर भारत को तीसरा झटका दिया। कोहली ने 12 रन बनाए। यान्सन के इसी ओवर के आखिरी गेंद पर श्रेयस अय्यर ने चौका लगाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी। कप्तान रोहित शर्मा 17 और अय्यर 04 रन बनाकर नाबाद लौटे। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से कागिसो रबाडा, नान्द्रे बर्गर और मार्को यान्सन ने 1-1 विकेट लिया।
दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 176 रन बनाए, मार्करम का शतक, बुमराह ने झटके 6 विकेट
इससे पहले एडन मार्करम (106) के शानदार शतकीय पारी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में 176 रन बनाए।
पहली पारी के आधार पर 98 रन से पीछे रही दक्षिण अफ्रीकी टीम की शुरुआत पहली पारी से थोड़ी बेहतर रही। सलामी बल्लेबाज एडन मार्करम और कप्तान डीन एल्गर ने पहले विकेट के लिए 37 रन जोड़े। इसी स्कोर पर मुकेश कुमार ने एल्गर को कोहली के हाथों कैच आउट कराया। इसी के साथ एल्गर का बतौर बल्लेबाज टेस्ट करियर भी समाप्त हो गया। एल्गर ने अपने आखिरी टेस्ट पारी में केवल 12 रन बनाए। 41 के कुल स्कोर पर मुकेश ने टोनी डी जॉर्जी (01) को भी चलता कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई।
जसप्रीत बुमराह ने 45 के कुल स्कोर पर ट्रिस्टन स्टब्स (01) को आउट कर भारत को तीसरी सफलता दिलाई। यहां से बुमराह का जादू चला और अफ्रीकी बल्लेबाज एक के बाद एक पवेलियन लौटने लगे और दक्षिण अफ्रीका ने 111 रन पर 7 विकेट खो दिये। हालांकि एक तरफ से गिरते विकेटों के बीच दूसरी तरफ एडन मार्करम टिके रहे और तेजी से रन बनाना जारी रखा। मार्करम ने केवल 99 गेंदों पर अपना शतक पूरा किया। शतक पूरा करने के बाद मार्करम सिराज की गेंद पर रोहित शर्मा को कैच दे बैठे। उन्होंने 103 गेंदों पर 17 चौकों और 2 छक्कों की बदौलत 106 रन बनाए। मार्करम के आउट होने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने दक्षिण अफ्रीका की पारी को समेटने में ज्यादा समय नहीं लिया और पूरी टीम 176 रनों पर सिमट गई और भारत को जीत के लिए 79 रनों का लक्ष्य मिला।
भारत की तरफ से दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह ने 6, मुकेश कुमार ने 2, प्रसिद्ध कृष्णा और मोहम्मद सिराज ने 1-1 विकेट लिया।
भारत की पहली पारी 153 रनों पर सिमटी, भारतीय टीम ने बिना कोई रन बनाए खोए 6 विकेट
इससे पहले लुंगी एनगिडी और कागिसो रबाडा की घातक गेंदबाजी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका ने भारत की पहली पारी 153 रनों पर समेट दी। इन दोनों गेंदबाजों ने भारत के आखिरी 6 विकेट बिना कोई रन दिये झटक लिये। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में केवल 55 रन बनाए थे। भारत ने पहली पारी के आधार पर 98 रन की बढ़त हासिल की है।
दूसरी पारी में भारत की शुरुआत खराब रही और यशस्वी जायसवाल 17 के कुल स्कोर पर बिना खाता खोले कागिसो रबाडा की गेंद पर बोल्ड हो गए। इसके बाद रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने दूसरे विकेट के लिए 55 रन जोड़े। 72 के कुल स्कोर पर नांद्रे बर्गर ने रोहित शर्मा को चलता किया। रोहित ने 39 रन बनाए। इसके बाद 105 के कुल स्कोर पर शुभमन गिल 36 रन बनाकर बर्गर का दूसरा शिकार बने। श्रेयस अय्यर बिना खाता खोले बर्गर का तीसरा शिकार बने। इसके बाद केएल राहुल और विराट कोहली ने पांचवे विकेट के लिए 43 रन जोड़े। 153 के कुल स्कोर पर राहुल 8 रन बनाकर एनगिडी के शिकार बने। यहां से एनगिडी और कागिसो रबाडा ने भारतीय पारी को ताश के पत्तों की तरह ढहा दिया और पूरी टीम 153 के स्कोर पर ही सिमट गई। भारत के 6 बल्लेबाजों ने खाता भी नहीं खोला।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से कागिसा रबाडा, नांद्रे बर्गर और लुंगी एनगिडी ने 3-3 विकेट लिये।
दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी 55 रनों पर सिमटी
इससे पहले मोहम्मद सिराज (9 ओवर 15 रन 6 विकेट) की घातक गेंदबाजी की बदौलत भारत ने यहां खेले जा रहे दूसरे और अंतिम टेस्ट के पहले दिन लंच से पहले दक्षिण अफ्रीका को केवल 55 रनों पर समेट दिया। भारत के खिलाफ टेस्ट में यह दक्षिण अफ्रीका का सबसे कम स्कोर है। सिराज के अलावा जसप्रीत बुमराह और मुकेश कुमार ने भी दो-दो विकेट झटके।
इस मैच में अपना आखिरी टेस्ट खेल रहे दक्षिण अफ्रीका के कार्यवाहक कप्तान डीन एल्गर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनका यह फैसला भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने पूरी तरह से गलत साबित किया। सिराज ने मैच के चौथे ओवर में एडन मार्करम (02) को स्लिप में यशस्वी जायसवाल के हाथों कैच कराकर विकेट लेने का सिलसिला शुरु किया और 47 रन तक पहुंचते-पहुंचते मैच में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर डाला। उन्होंने इस दौरान 9 ओवर फेंके और तीन मेडन देते हुए 6 विकेट ले लिए। सिराज के अलावा अनुभवी तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और अपना पहला टेस्ट खेल रहे मुकेश कुमार ने 2-2 विकेट लिया।
दक्षिण अफ्रीका की तरफ से केवल डेविड बेंडिंगहम (12) और विकेटकीपर काइल वेरायाने (15) ही दहाई का आंकड़ा पार कर सके।
पार्ल। वनडे सीरीज के तीसरे और निर्णायक मुकाबले में भारत ने साउथ अफ्रीका को हरा दिया है। पार्ल के मैदान पर भारत को 78 रनों बड़े अंतर से जीत मिली। पहले बैटिंग करते संजू सैमसन के शानदार शतक की बदौलत भारत ने 296 रन बनाए। साउथ अफ्रीका ने सधी शुरुआत की। लेकिन बैटिंग के लिए स्लो पिच पर उनके बल्लेबाज बीच के ओवर में टिक नहीं पाए। उनकी पारी 218 रनों पर 46वें ओवर में सिमट गई। भारत के लिए अर्शदीप सिंह ने 4 विकेट लिए। इस जीत के साथ ही भारत ने तीन मैचों की सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। टीम ने साउथ अफ्रीका में जाकर दूसरी बार वनडे सीरीज को अपने नाम किया है।
संजू सैमसन ने पहला वनडे शतक लगाते हुए 114 गेंद में 108 रन की पारी खेली जबकि तिलक वर्मा ने 77 गेंद में 52 रन बनाये जो उनका पहला वनडे अर्धशतक है। दोनों ने चौथे विकेट के लिये 116 रन जोड़े। इससे पहले बल्लेबाजी के लिये भेजी गई भारतीय टीम ने तीन विकेट 101 रन पर गंवा दिये थे। सैमसन और वर्मा ने हालांकि हालात के अनुरूप खेलते हुए भारत को संकट से निकाला। दोनों ने कोई जोखिम भरा शॉट नहीं खेलकर संयम के साथ रन बनाये।
सैमसन ने शुरूआत में अपार संयम का प्रदर्शन करते हुए एक और दो रन लेकर रनगति को आगे बढाया। एक बार क्रीज पर जमने के बाद वह टी20 अंदाज में खेले और तेज गेंदबाज नांद्रे बरगर को मिडविकेट पर छक्का लगाया। इसके बाद बायें हाथ के स्पिनर केशव महाराज को चौका जड़ा। सैमसन का अर्धशतक 66 गेंद में पूरा हुआ। उन्होंने बूरान हेंड्रिक्स को थर्डमैन पर एक रन लेकर यह आंकड़ा छुआ।
रिंकू सिंह ने खेली तेज पारी
दूसरे छोर पर वर्मा ने अपना पहला चौका 39वीं गेंद पर लगाया। वह रन बनाने के लिये जूझते दिखे लेकिन उन्होंने सैमसन का साथ बखूबी निभाया। तेजी से रन बनाने के प्रयास में वर्मा महाराज की गेंद पर डीप में वियान मूल्डर को कैच दे बैठे । उनके जाने के बाद भी सैमसन ने लय नहीं खोई। उन्होंने महाराज को लांग आफ पर एक रन लेकर शतक पूरा किया। इसके तुरंत बाद हालांकि वह तेज गेंदबाज लिजाड विलियम्स को ऊंचा शॉट खेलने के प्रयास में रीजा हेंड्रिक्स को कैच दे बैठे।
रिंकू सिंह ने अपनी ख्याति के अनुरूप ताबड़तोड़ रन बनाते हुए 27 गेंद में 38 रन जोड़ डाले । दक्षिण अफ्रीका ने हालांकि तीन विकेट तेजी से निकालकर भारत को 300 रन के पार नहीं जाने दिया। इससे पहले चोटिल रूतुराज गायकवाड़ की जगह पारी का आगाज करने उतरे रजत पाटीदार ने 16 गेंद में 22 रन बनाये। बरगर ने उन्हें पवेलियन भेजा। वहीं हेंड्रिक्स ने साइ सुदर्शन को पगबाधा आउट किया। केएल राहुल ने सैमसन के साथ 52 रन की साझेदारी की लेकिन मूल्डर को पुल शॉट खेलने के प्रयास में भारतीय कप्तान विकेट के पीछे हेनरिच क्लासेन को कैच दे बैठे।
साउथ अफ्रीका को सलामी बल्लेबाज टोनी डी जॉर्जी ने एक बार फिर ठोस शुरुआत दिलाई। हालांकि रीजा हेंड्रिक्स खुलकर नहीं खेल पा रहे थे। दोनों ने पहले विकेट के लिए 57 गेंद पर 59 रन जोड़े। 24 गेंद पर 19 रन बनाकर रीजा अर्शदीप का शिकार बने। डुसेन 17 गेंद पर सिर्फ 2 रन बना पाए। लेकिन इसके बाद जॉर्जी को कप्तान मार्करम का साथ मिला। दोनों ने टीम को मजूबत स्थिति में पहुंचा दिया। जॉर्जी ने इस बीच अपना अर्धशतक भी पूरा किया।
26वें ओवर में 141 के स्कोर पर एडेन मार्करम से बड़ी गलती हो गई। उन्होंने वॉशिंगटन सुंदर की गेंद पर रिवर्स स्वीप खेलने में विकेट कीपर केएल राहुल को कैच थमा दिया। बल्लेबाजी के लिए धीमी होती जा रही पिच पर स्पिनर के लिए मदद थी। 161 के स्कोर पर जॉर्जी (81) अर्शदीप सिंह की गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। इसके बाद तो विकेट गिरने का सिलसिला ही शुरू हो गया।
46वें ओवर में साउथ अफ्रीका की पारी 218 रनों पर सिमट गई। भारत के लिए अर्शदीप सिंह ने 9 ओवर में 30 रन देकर 4 विकेट लिए। आवेश खान और वॉशिंगटन सुंदर को 2-2 विकेट मिले। अब 26 दिसंबर से दोनों टीमों के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी।
कोहली के विराट रूप के बाद चली जडेजा की फिरकी , टीम इंडिया की ‘सुनामी’ में बह गया साउथ अफ्रीका
कोलकाता। गेंदबाजों की सुनामी और विराट कोहली के शतक के आगे साउथ अफ्रीका ने घुटने टेक दिए। विराट के यादगार 49वें शतक और श्रेयस अय्यर की हाफ सेंचुरी की बदौलत 327 रन का टारगेट का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीका जडेजा (5 विकेट ), शमी और सिराज के तूफ़ान में तिनके की तरह उड़ गयी। पूरी टीम केवल 27 ओवर में 83 रन बनाकर ढेर हो गया और भारत ने विश्व कप में अपना लगातार आठवां मैच 243 रन के बड़े अंतर से जीत लिया। जडेजा ने पांच विकेट चटकाए।
कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया था। इस मैच में बल्लेबाजी करते हुए टीम इंडिया ने साउथ अफ्रीका को 327 रनों का लक्ष्य दिया था। दक्षिण अफ़्रीकी टीम जब बल्लेबाज़ी करने उतरी तो उसके कोई बल्लेबाज़ विकेट पर नहीं टिक सके। दक्षिण अफ़्रीकी पारी में दूसरे ओवर में विकेट गिरने के सिलसिला शुरू हुआ और पूरी टीम 27.1 ओवरों में आउट हो गई। अफ़्रीका की तरफ से सर्वाधिक 14 रन मार्को यानसेन ने बनाया। वहीं भारत की ओर से रवींंद्र जडेजा ने पांच, मोहम्मद शमी और कुलदीप यादव ने दो दो विकेट लिए, जबकि मोहम्मद सिराज को एक विकेट मिला. जसप्रीत बुमराह को कोई विकेट नहीं मिला।
अफ़्रीकी पारी की शुरुआत क्विंटन डी-कॉक और कप्तान तेंबा बावुमा ने संभल कर की। लेकिन इस वर्ल्ड कप में चार शतकों समेत सबसे अधिक रन बनाने वाले डी-कॉक के पांव पिच पर अधिक नहीं जम सके।
बुमराह और सिराज ने शुरुआती आठ ओवरों में केवल 21 रन दिए पर विकेट केवल एक ही आउट हुआ तो रोहित शर्मा 9वां ओवर करने अपने स्पिनर रवींद्र जडेजा को बुलाया।
जडेजा ने आते ही अपने पहले ओवर की दूसरी गेंद पर कप्तान तेंबा बावुमा को बोल्ड कर दक्षिण अफ़्रीका को दूसरा झटका दिया। रोहित ने इस ओवर के बाद फिर गेंदबाज़ी परिवर्तन किया और शमी को दूसरे छोर से ले आए।
शमी के इस ओवर में मार्करम ने लगातार दो गेंदों पर चौका जड़ा लेकिन पांचवी गेंद उन्होंने गुड लेंथ डाली जो थोड़ी नीचे रही और मार्करम के बल्ले से लगते हुए विकेट के पीछे चली गई।
विकेटकीपर केएल राहुल ने कोई ग़लती नहीं की और इसके साथ ही दक्षिण अफ़्रीका का तीसरा बल्लेबाज़ आउट हो कर पवेलियन लौट गया।
मैच में दो बार ऐसा भी मोड़ आया जब फ़ील्ड अंपायर को अपना फ़ैसला बदलना पड़ा। यह मैच के 13वें और 14वें ओवर में हुआ। 13वां ओवर रवींद्र जडेजा डाल रहे थे उनकी पांचवी गेंद दक्षिण अफ़्रीकी बल्लेबाज़ हेनरी क्लासेन के फ्रंट फ़ुट से जा टकराई और विकेटकीपर राहुल समेत उन्होंने एलबीडब्ल्यू की ज़ोरदार अपील की लेकिन अंपायर ने उसे ठुकरा दिया।
इस पर ये दोनों खिलाड़ियों ने अपने कप्तान से डीआरएस लेने का ज़िरह किया. कुछ देर ठहर कर रोहित ने डीआरएस लिया और थर्ड अंपायर के निर्णय के बाद फ़ील्ड अंपायर को क्लासेन को आउट देना पड़ा। 14वां ओवर करने आए शमी की पहली ही गेंद रासी वान दर दुसें के पैड से जा टकराई. एक बार फिर अपील की गई पर अंपायर ने नकार दिया। केएल राहुल ने भी रिव्यू का इशारा किया और रोहित ने फ़ील्ड अंपायर से थर्ड अंपायर को फ़ैसला लेने का इशारा किया।
थर्ड अंपायर ने देखा कि गेंद बल्ले पर बग़ैर लगे पैड पर सीधी जा लगी है और रीप्ले से यह भी ज़ाहिर हुआ कि गेंद लेग स्टंप पर हिट करती। तो फ़ैसला भारत के पक्ष में गया और इसके साथ ही दक्षिण अफ़्रीका की आधी टीम पवेलियन लौट गई।
रवींद्र जडेजा ने अपने पांचवे ओवर की तीसरी गेंद पर डेविड मिलर को बोल्ड कर दिया। जडेजा की इस गेंद को मिलर स्वीप करना चाहते थे पर गेंद अंदर की ओर टर्न हुई और मिलर पूरी तरह चूक गए। इसके साथ ही उनकी गिल्लियां बिखर गईं। अपने अगले ही ओवर में जडेजा ने केशव महाराज को बोल्ड कर दिया.
मैच के 26वें ओवर में कुलदीप यादव ने मार्को यानसन को जडेजा के हाथों कैच आउट करा दक्षिण अफ़्रीका के आठवें बल्लेबाज़ को पवेलियन लौटाया।
कोहली का 35वें बर्थडे पर 49वां शतक
आख़िरकार विराट कोहली के बल्ले से वनडे में 49वां शतक आ ही गया। कोहली के शतक की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ़्रीका के सामने जीत के लिए 327 रनों का लक्ष्य रखा है। भारतीय पारी में विराट ने सबसे अधिक 100 रन बनाए और अंत तक आउट नहीं हुए. उनके अलावा श्रेयस अय्यर ने 77 रनों की पारी खेली और कप्तान रोहित शर्मा ने 40 रन बनाए। टॉस जीत कर पहले बल्लेबाज़ी करने उतरे कप्तान रोहित शर्मा ने भारत को तेज़ शुरुआत दी. उन्होंने आतिशी बल्लेबाज़ी की। केवल 4.3 ओवर में भारत के 50 रन पूरे हुए तो अकेले रोहित ने 40 रन बनाए थे. हालांकि इसी स्कोर पर रोहित आउट हो गए। रोहित ने अपने 40 रन चार चौके और दो छक्के की बदौलत केवल 24 गेंदों पर बनाए। इसके बाद विराट कोहली पिच पर आए और उन्होंने भी शुरुआत तेज़ की। 14 गेंद खेलने तक कोहली ने 18 रन बना लिए थे। पर जब शुभमन गिल 23 रन बना कर 11वें ओवर में आउट हुए तो कोहली ने संभल कर खेलना शुरू कर दिया। श्रेयस अय्यर पिच पर आए पर वो गेंदों को पढ़ने में लगे रहे। उनके बल्ले से रन नहीं निकल पा रहे थे। दक्षिण अफ़्रीकी गेंदबाज़ों ने भी दोनों बल्लेबाज़ों पर दबाव बना दिया।
अगले सात ओवरों तक भारत ने केवल 17 रन बनाए और इस दौरान दोनों में से किसी के बल्ले से एक भी चौका नहीं निकला। लेकिन धीरे धीरे दोनों लय में आने लगे। कोहली ने श्रेयस अय्यर के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 134 रन की साझेदारी की।
विराट ने बर्थडे पर दिया फ़ैन्स को गिफ़्ट
भारत के 300 रन बनने के तुरंत बाद ही विराट कोहली ने अपना 49वां शतक पूरा किया। उन्होंने शतक के लिए 119 गेंदों का सामना किया। इसके साथ ही विराट कोहली वनडे क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के सर्वाधिक शतकों की बराबरी कर ली। आज ही विराट कोहली का जन्मदिन भी है और वो इस मामले में भी सचिन तेंदुलकर समेत अन्य छह बल्लेबाज़ों के उस क्लब में शामिल हो गए जिन्होंने अपने बर्थ डे पर वनडे में शतक जड़ा हो. विराट 101 रन बना कर नाबाद रहे। अंतिम ओवरों में रवींद्र जडेजा ने केवल 15 गेंदों पर 29 रन बटोरे और भारत ने 50 ओवरों में पांच विकेट पर 326 रन बनाए।
ईस्ट लंदन (साउथ अफ्रीका)। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने यहाँ दक्षिण अफ्रीका को त्रिकोणीय सीरीज के पहले मैच में 27 रनों से शिकस्त दे दी। सीरीज में तीसरी टीम वेस्ट इंडीज की है। भारतीय महिला टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर इस मैच में नहीं खेली थीं। इस जीत में भारत की ओर से डेब्यू मैच खेल रहीं अमनजोत कौर की शानदार बल्लेबाजी की अहम् भूमिका रही।
भारत, दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज की महिला टीम के बीच ट्राई सीरीज के पहले मैच में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की। भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए छह विकेट पर 147 रन बनाए। यास्तिका भाटिया 35, दीप्ति शर्मा 33 और अमनजोत कौर ने 41 रन बनाए। 148 रन का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम नौ विकेट पर 120 रन ही बना सकी और 27 रन से मैच हार गई। दीप्ति शर्मा ने तीन और देविका वैद्य ने दो विकेट लिए। अब भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक मैच खेलना है। इसके बाद सीरीज का फाइनल मुकाबला होगा।
दीप्ति और अमनजोत ने भारतीय पारी को संभाला
टॉस जीत कर साउथ अफ्रीका ने कर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं थी। 14 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिरा। कप्तान स्मृति मंधाना सात रन बनाकर पवेलियन लौट गईं। इसके बाद हरलीन देओल आठ रन और देविका वैद्य नौ रन बनाकर आउट हुईं। जेमिमा रोड्रिग्स तो खाता तक नहीं खोल सकीं। यास्तिका भी 35 रन बनाकर आउट हो गईं। 69 रन के स्कोर पर भारत की आधी टीम पवेलियन लौट गई थी। इसके बाद दीप्ति शर्मा ने अमनजोत के साथ मिलकर भारतीय पारी को संभाला। दोनों के बीच छठे विकेट के लिए 76 रन की साझेदारी की। दीप्ति 33 रन बनाकर आउट हुईं और अमनजोत 41 रन बनाकर नाबाद रहीं। इन दोनों ने भारत का स्कोर छह विकेट पर 147 रन तक पहुंचा दिया। दक्षिण अफ्रीका के लिए एम्लाबा ने दो विकेट लिए। कप, खाका और टकर को एक-एक विकेट मिला।
148 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत भी बेहद खराब रही। लॉरा वोल्डवार्ट छह रन बनाकर आउट हो गईं। इस समय टीम का स्कोर सिर्फ नौ रन था। इसके बाद बोश दो रन बनाकर आउट हुईं। 27 रन के स्कोर पर टीम के दो विकेट गिर गए। मारिजाने कप ने 22 और कप्तान सुने लुस ने 29 रन की पारी खेल अफ्रीकी टीम को संभाला, लेकिन ये दोनों दस रन के अंतराल पर आउट हो गईं। डेलमी टकर तो अपना खाता तक नहीं खोल सकीं।
चोल ट्रायन ने 26 और नदिने ने 16 रन की पारी खेल दक्षिण अफ्रीका को मैच में लाने की कोशिश की, लेकिन इन दोनों के प्रयास काफी नहीं थे। अंत में सिनालो जाफ्टा ने 11 रन बनाए और टीम का स्कोर 120 रन तक ले गईं, लेकिन यह जीत के लिए काफी नहीं था। अंत में दक्षिण अफ्रीका को 27 रन से हार का सामना करना पड़ा।
भारत के लिए डेब्यू मैच में नाबाद 41 रन बनाने वाली अमनजोत कौर को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने अपने अच्छे प्रदर्शन का श्रेय दीप्ति शर्मा को दिया। दीप्ति ने इस मैच में 23 गेंद में 33 रन बनाने के अलावा तीन अहम विकेट भी लिए।
भारत ने तीसरे और अंतिम एकदिनी में दक्षिण अफ्रीका को 7 विकेट से हराया, श्रृंखला 2-1 से जीती
नई दिल्ली । गेंदबाजों के बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत भारत ने दक्षिण अफ्रीका को तीसरे और अंतिम एकदिवसीय मैच में 7 विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीत ली है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की टीम 27.1 ओवर में केवल 99 रनों पर सिमट गई। जवाब में भारत ने 19.1 ओवर में 3 विकेट पर 105 रन बनाकर जीत हासिल कर ली ।
100 रनों के छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को शुभमन गिल और शिखर धवन ने सधी शुरुआत दिलाई। दोनों ने पहले विकेट के लिए 6 ओवर में 42 रन जोड़े। इसी स्कोर पर शिखर धवन 8 रन बनाकर रन आउट हो गए। पिछले मैच के हीरो रहे ईशान किशन कुछ खास नही कर सके और 58 के कुल स्कोर पर केवल 10 रन बनाकर बिजॉर्न फॉरट्यून का शिकार बने। भारतीय टीम लक्ष्य से केवल 03 रन दूर थी तभी लुंगी एंगीडी ने शुभमन गिल (49) को आउट कर भारत को तीसरा झटका दिया। इसके बाद संजू सैमसन (नाबाद 02) और श्रेयस अय्यर (नाबाद 28) ने कोई और नुकसान नहीं होने दिया और 19.1 ओवर में 3 विकेट पर 105 रन बनाकर भारत को जीत दिला दी।
इससे पहले इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत खराब रही और तीसरे ओवर में ही वाशिंगटन सुंदर ने क्विंटन डी कॉक (06) को पवेलियन भेज भारत को पहली सफलता दिलाई। आठवें ओवर में 25 के कुल स्कोर पर मोहम्मद सिराज ने जानेमन मलान (15) को आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई। सिराज ने इसके बाद एडेन मार्करम (03) को भी पवेलियन भेज दिया। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे और पूरी टीम 27.1 ओवर में 99 रनों पर सिमट गई। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से केवल हेनरिक क्लासेन ही कुछ संघर्ष कर सके और 34 रन बनाए। उनके अलावा मलान ने 15 और मार्को जेनसेन ने 14 रन बनाए।
भारत की तरफ से कुलदीप यादव ने 4, वाशिगंटन सुंदर. शाहबाज अहमद और मोहम्मद सिराज ने 2-2 विकेट लिये।