लाहौर/इस्लामाबाद । पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुआ बवाल आज भी जारी है। हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है, कई शहरों में धारा 144 लगा दी गई है। सेना मुख्यालय और कोर कमांडर के घर तक पर हमला हुआ है। इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ उनकी पार्टी आज सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेगी और हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देगी। कल इस्लामाबाद हाईकोर्ट कैंपस से इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के लाहौर स्थिति सचिवालय को प्रदर्शनकारियों ने फूंक दिया है। लाहौर के गवर्नर हाउस को भी आग के हवाले किया जा चुका है। लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी के साथ साथ दर्जनों शहरों से प्रदर्शन की रिपोर्ट्स मिल रही हैं। हिंसक घटनाओं में अब तक छह लोगों की जान जा चुकी है।
इमरान खान को मंगलवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट से नाटकीय रूप से गिरफ्तार किए जाने के बाद उनके समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर धावा बोल दिया। खान को गिरफ्तार किए जाने की खबर फैलते ही पाकिस्तान के कई शहरों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए। कई जगहों पर प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए। उन्होंने पुलिस वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। वहीं, पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह न कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को भ्रष्टाचार के एक मामले में राष्ट्रीय खज़ाने को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
लाहौर से इस्लामाबाद पहुंचे खान के इस्लामाबाद उच्च न्यायालय में एक बायोमीट्रिक प्रक्रिया के दौरान रेंजर्स ने कांच की खिड़की तोड़ दी और वकीलों एवं खान के सुरक्षा कर्मचारियों की पिटाई करने के बाद इमरान को गिरफ्तार कर लिया।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख खान (70) की गिरफ्तारी से एक दिन पहले शक्तिशाली सेना ने उन पर खुफिया एजेंसी आईएसआई के एक वरिष्ठ अधिकारी के खिलाफ निराधार आरोप लगाने का इल्जाम लगाया था।
खान की गिरफ्तारी की खबर के समर्थकों ने रावलपिंडी में सेना के विशाल मुख्यालय के मुख्य द्वार को तोड़ दिया। हालांकि इस दौरान सैनिकों ने संयम बरता वहीं प्रदर्शनकारियों ने सेना के खिलाफ नारेबाजी की।
लाहौर में, बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ताओं ने कोर कमांडर के लाहौर आवास पर धावा बोल दिया और गेट व खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए। हालांकि सेना के जवानों ने वहां उग्र प्रदर्शनकारियों को रोकने की कोशिश नहीं की। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान सेना के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने छावनी इलाके में विरोध प्रदर्शन किया। मुख्य सडक़ों पर विरोध प्रदर्शन के कारण लाहौर बाकी प्रांत से लगभग कट गया।
सबसे अधिक आबादी वाले प्रांत पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने कानून-व्यवस्था काबू करने के लिए रेंजरों को बुलाया और धारा 144 लगा दी, जिसके तहत एक जगह पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते।
पाकिस्तानी गृह विभाग के मुताबिक, दो दिन तक लोगों के एकत्र होने पर रोक रहेगी। पंजाब सरकार ने पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण से प्रांत के उन क्षेत्रों में इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं को निलंबित करने का अनुरोध किया जहां हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए हैं।
बड़ी संख्या में पीटीआई कार्यकर्ताओं ने फैसलाबाद शहर में गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह के आवास पर भी पथराव किया। इसी तरह, मुल्तान, झंग, गुजरांवाला, शेखूपुरा, कसूर, खानेवाल, वेहारी, हफीजाबाद और गुजरात शहरों में भी विरोध प्रदर्शन हुए हैं। खान
पीटीआई प्रमुख इमरान खान की गिरफ्तारी से संबंधित जानकारी देते हुए सनाउल्लाह ने इस रिपोर्ट को खारिज किया कि इमरान खान को गिरफ्तार करने के दौरान प्रताडि़त किया गया।
एक दिन पहले ही खान ने देश की सेना पर उनकी हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया था। सनाउल्लाह ने कहा, अल-कादिर ट्रस्ट मामले में एनएबी (राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो) ने उनकी गिरफ्तारी की है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी गुण-दोष के आधार पर की गई है और वह भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी की हिरासत में हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि ब्रिटेन के अधिकारियों ने धन शोधन के एक मामले में पाकिस्तान के एक ज़मीन कारोबारी के 19 करोड़ पौंड या 60 अरब पाकिस्तानी रुपए जब्त किए थे और उनका मकसद इसे पाकिस्तान की सरकार को स्थानांतरित करना था।
बहरहाल, खान ने उस पैसे को सरकारी खज़ाने में जमा कराने के बजाए कारोबारी को वापस लेने की इजाज़त दे दी और उच्चतम न्यायालय द्वारा एक अन्य मामले में लगाए गए जुर्माने की अदायगी के लिए इसका इस्तेमाल किया। कारोबारी ने बदले में अल-कादिर ट्रस्ट को झेलम के सोहवा में 23.1 हेक्टेयर और इस्लामाबाद के पास बनीगाला में 12.1 हेक्टेयर भूमि मुहैया कराई।
मंत्री ने यह भी दावा किया कि अल-कादिर ट्रस्ट खान की पत्नी बुशरा बीबी और उनकी करीबी दोस्त फराह गोगी के नाम पर पंजीकृत है। सनाउल्लाह ने दावा किया कि संपत्तियों की कीमत छह-सात अरब रुपए थी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ भ्रष्टाचार के दर्जनों अन्य मामलों में जांच की जा रही है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद शुरू हुआ बवाल आज भी जारी है। हिंसा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है, कई शहरों में धारा 144 लगा दी गई है। सेना मुख्यालय और कोर कमांडर के घर तक पर हमला हुआ है। इमरान खान की गिरफ्तारी के खिलाफ उनकी पार्टी आज सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करेगी और हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती देगी। कल इस्लामाबाद हाईकोर्ट कैंपस से इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पूरे पाकिस्तान में प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के लाहौर स्थिति सचिवालय को प्रदर्शनकारियों ने फूंक दिया है। लाहौर के गवर्नर हाउस को भी आग के हवाले किया जा चुका है। लाहौर, इस्लामाबाद, रावलपिंडी के साथ साथ दर्जनों शहरों से प्रदर्शन की रिपोर्ट्स मिल रही हैं।
इमरान पर थोड़ी देर में शुरू होगी सुनवाई
थोड़ी देर में इमरान खान के केस की सुनवाई हो सकती है। सड़कों पर बवाल को देखते हुए रावलपिंडी पुलिस लाइन में ही सुनवाई की जा सकती है। जज मोहम्मद बशीर रावलपिंडी पुलिस लाइन पहुंच गए हैं। वहीं इमरान की पार्टी के नेता और पूर्व मिनिस्टर शाह महमूद कुरैशी को इमरान खान से मिलने से रोक दिया गया है।
आर्मी कमांडर के घर से तोप लूटा
इमरान समर्थकों ने आर्मी कमांडर के घर पर हमला कर तोप लूट लिया है। लाहौर में आर्मी कमांडर के घर पर जब भीड़ ने अटैक किया तो लूटपाट भी की और इस लूटपाट में तोप की भी लूट हो गई। भीड़ ने पाकिस्तानी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल के घर पर हमला बोल दिया और जमकर तोड़फोड़ की, लूटपाट हुई। ये हमला लेफ्टिनेंट जनरल सलमान फैयाज़ ग़नी के घर पर हुआ है।
इमरान समर्थकों ने कोर कमांडर का घर जलाया
इमरान समर्थकों ने कोर कमांडर का घर जला दिया है। लाहौर में पाकिस्तानी आर्मी के कोर कमांडर का घर जलाया गया है। लाहौर में बनाआलीशान बंगला आग के हवाले कर दिया गया। कोर कमांडर्स पाकिस्तान में लेफ्टिनेंट जनरल रैंक के अफसर होते हैं। उनके घर पर बेहद कड़ी सिक्योरिटी होती है फिर भी उनका घर आग में जला दिया गया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ के लाहौर स्थिति सचिवालय को प्रदर्शनकारियों ने फूंक दिया है। लाहौर के गवर्नर हाउस को भी आग के हवाले किया जा चुका है।
IMRAN ARRESTED
इस्लामाबाद । पूर्व पाक प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान खान को मंगलवार को इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार कर लिया गया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के फैसल चौधरी ने इमरान खान की गिरफ्तारी की जानकारी दी है।
बताया गया कि अल-कादिर ट्रस्ट मामले में पेशी के लिए हाई कोर्ट पहुंचे इमरान खान अपने बायोमेट्रिक वेरीफिकेशन के लिए जा रहे थे, तभी पाक रेंजर्स ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इमरान की गिरफ्तारी के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। कोर्ट के बाहर भारी संख्या में सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है। इमरान खान के वकील और समर्थकों से मारपीट का दावा भी किया गया।
इसी बीच पीटीआई नेता मुसर्रत चीमा ने दावा किया है कि इमरान को टॉर्चर किया जा रहा है। पार्टी की तरफ से उन्हें मारे जाने और उनके बुरी तरह से घायल होने की बातें कही जा रही हैं। इमरान की गिरफ्तारी उनकी उस लाहौर रैली के बाद हुई है, जिसमें उन्होंने सेना पर गंभीर आरोप लगाए थे। इमरान ने अपनी रैली में पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो पर निशाना साधा था।
पीटीआई के उपाध्यक्ष फवाद चौधरी ने ट्वीट कर कहा कि हाई कोर्ट इस समय रेंजर्स के कब्जे में है और वकीलों को टॉर्चर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इमरान की कार को भी घेर लिया गया था। पीटीआई के एक और नेता अजहर मशवानी ने आरोप लगाया है कि इमरान को कोर्ट के बाहर रेंजर्स ने किडनैप कर लिया है। मशवानी के मुताबिक पार्टी ने देशभर में अपने समर्थकों को इकट्ठा होने के लिए कहा है।
गिरफ्तारी से ठीक पहले प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने इमरान खान के सेना पर लगाए गए गंभीर आरोपों की निंदा की है। शरीफ ने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए पाकिस्तानी सेना और खुफिया एजेंसी को नियमित रूप से बदनाम करने और धमकाने का खान का यह कदम बेहद निंदनीय है। पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने कहा कि पीटीआई प्रमुख ने संस्थानों को बदनाम करने के लिए सारी हदें पार कर दी हैं, जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।