चेन्नई । भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को लगता है कि शनिवार को एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में मलेशिया के खिलाफ उनका मुकाबला आसान नहीं होगा, लेकिन वे इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं। भारतीय टीम एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में आज रात मलेशिया का सामना करेगी। यह मैच रात 8 बजकर तीस मिनट पर शुरु होगा
भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए शुक्रवार को सेमीफाइनल मुकाबले में जापान को 5-0 से हरा दिया। जबकि मलेशिया ने भी कोरिया की 6-2 से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया।
मैच के बाद पत्रकारों से हरमनप्रीत ने एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में उनके सामने आने वाली चुनौती के बारे में बात की।
भले ही भारत ने अपने ग्रुप चरण के मुकाबले में मलेशिया को पांच गोल से हरा दिया, लेकिन भारतीय कप्तान को लगता है कि यह उनके लिए आसान खेल नहीं होगा।
हरमनप्रीत ने कहा, “फाइनल में जगह पक्की करना हमारे लिए बहुत बड़ी बात है और हम फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे। यह एक कठिन मैच होगा। हम पूरी तरह से तैयार हैं और हम जानते हैं कि हमारे लिए जीतना महत्वपूर्ण है।”
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Harmanpreet Singh
भुवनेश्वर । भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने सोमवार को कहा कि टीम अपने आगामी एफआईएच प्रो लीग मैचों से पहले अपनी फिनिशिंग में सुधार करने पर काम करेगी।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एफआईएच मेन्स हॉकी प्रो लीग 2022/23 में मिश्रित परिणामों के साथ अपने अभियान की शुरुआत की। टीम ने अपने पहले मैच में न्यूजीलैंड पर 4-3 से रोमांचक जीत हासिल की, और फिर स्पेन के खिलाफ 2-3 से हार गई।
स्पेन के खिलाफ मैच के बाद टीम के प्रदर्शन पर बोलते हुए, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि वे अगले दौर के मैचों से पहले अपनी फिनिशिंग में सुधार करने पर काम करेंगे।
उन्होंने कहा, हम बहुत सारे मौके बना रहे थे। हमें बहुत सारे पेनल्टी कार्नर मिले। हम विभिन्न विविधताओं और संयोजनों के लिए प्रयास कर रहे थे। लेकिन कभी-कभी, वे काम नहीं करते हैं। हमारे पास अगले सप्ताह दो और मैच होने हैं, इसलिए उम्मीद है कि हम अधिक अवसरों को गोल में बदलने की कोशिश करेंगे।”
हरमनप्रीत ने कहा, हम पूरे दबाव के साथ खेलने की कोशिश करते हैं। इसलिए, हम आक्रमण के मौके बना सकते हैं। हम कई पासों को रोकने और सर्कल में प्रवेश करने में सक्षम थे। लेकिन हमारी फिनिशिंग सही नहीं थी और हमें इसमें सुधार करने की जरुरत है।
भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में घरेलू दर्शकों के सामने एक बार फिर से खेलने पर हरमनप्रीत ने लगातार अपना समर्थन दिखाने के लिए भारतीय प्रशंसकों की तारीफ की और कहा कि यह टीम को लगातार सुधार करने का एक कारण है।
उन्होंने कहा, कलिंगा स्टेडियम में एक बार फिर से खेलना बहुत अच्छा था। यह हमारा दूसरा घर है और हमें हमेशा यहां भीड़ से भारी समर्थन मिलता है।
भारत अब 4 नवंबर को न्यूजीलैंड से फिर 6 नवंबर को स्पेन से भिड़ेगा।
भुवनेश्वर। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के आभारी हैं कि उन्होंने उन्हें ‘टॉप स्कोरर अवार्ड’ प्रदान किया है, साथ ही उन्होंने इस अवार्ड को अपने साथियों को समर्पित किया।
हरमनप्रीत सिंह को शुक्रवार को एफआईएच मेन्स हॉकी प्रो लीग 2021/22 में अग्रणी गोल करने वाले खिलाड़ी होने के लिए नकद पुरस्कार के साथ ‘टॉप स्कोरर अवार्ड’ से सम्मानित किया गया।
पिछले सीज़न में 16 मैच खेलने के बाद, 25 वर्षीय हरमनप्रीत ने 18 गोल किए थे, जिनमें से 14 पेनल्टी कार्नर से आए थे। इसके अलावा हरमनप्रीत ने अपने अंतरराष्ट्रीय गोलों की संख्या भी 100 के पार पहुंचा दी है।
ड्रैग-फ्लिकर को भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच एफआईएच मेन्स हॉकी प्रो लीग 2022-2023 के मुकाबले के बाद पुरस्कार प्रदान किया गया था। सम्मान स्वीकार करते हुए, हरमनप्रीत सिंह ने कहा, “मैं एफआईएच का आभारी हूं कि उन्होंने मुझे पुरस्कार प्रदान किया और मेरे प्रयासों को मान्यता दी। मैं इसे अपने साथियों को समर्पित करना चाहता हूं जिन्होंने मेरे पूरे करियर और हर कदम पर मेरी मदद की है।”
भारतीय पुरुष हॉकी टीम एफआईएच मेन्स हॉकी प्रो लीग के पिछले सीजन में 16 मैचों में 30 अंक हासिल करने के बाद तीसरे स्थान पर रही थी। नए सीजन की शुरुआत के साथ ही हरमनप्रीत ने इस बार खिताब जीतने की उम्मीद जताई है।
उन्होंने कहा, “एफआईएच प्रो लीग के नए सत्र की शुरुआत के साथ, मैं उसी फॉर्म में प्रदर्शन करना जारी रखना चाहता हूं और उम्मीद करता हूं कि इस बार मैं टीम को खिताब जीतने में मदद कर सकता हूं।”
बता दें कि सीनियर पुरुष हॉकी टीम ने भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में एफआईएच प्रो लीग 2022-23 के अपने शुरुआती मैच में दो गोल से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए न्यूजीलैंड को 4-3 से हराया। शुक्रवार को भारत के लिए मनदीप मोर (13′), कप्तान हरमनप्रीत सिंह (41′) और मनदीप सिंह (51′, 56′) ने गोल किए, जबकि न्यूजीलैंड के लिए सैम लेन (22′, 35′) और जेक स्मिथ (34′) ने गोल किए।